
केरल में एक अनोखा मामला सामने आया है।
पुनालुर जिले की एक स्थानीय अदालत ने दो महिलाओं के एक गाय पर मालिकाना हक जताने संबंधी विवाद को हल करने के लिए उसका डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया है।
कोर्ट के आदेश के बाद गाय को सोमवार को पशु अस्पताल लाया गया और उसके रक्त के नमूने लिए गए। नमूनों का मिलान गाय की मां के डीएनए से किया जाएगा, जो दावा करने वाली महिलाओं में से एक के पास है।
दरअसल, एक महिला गीता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि खेतों में चरने गई उसकी गाय और बछड़े को जबरन दूसरी महिला शशिलेखा ने अपने अहाते में बांध लिया है।
शशिलेखा के गाय और उसके बछडे़ को वापस करने से इनकार करने के बाद गीता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, मगर उसका कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद गीता इस मामले को कोर्ट में लेकर गई।
मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने डीएनए जांच का आदेश दिया। नमूने तिरुवनंतपुरम स्थित राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी को भेजे गए हैं। अब जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
पुनालुर जिले की एक स्थानीय अदालत ने दो महिलाओं के एक गाय पर मालिकाना हक जताने संबंधी विवाद को हल करने के लिए उसका डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया है।
कोर्ट के आदेश के बाद गाय को सोमवार को पशु अस्पताल लाया गया और उसके रक्त के नमूने लिए गए। नमूनों का मिलान गाय की मां के डीएनए से किया जाएगा, जो दावा करने वाली महिलाओं में से एक के पास है।
दरअसल, एक महिला गीता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि खेतों में चरने गई उसकी गाय और बछड़े को जबरन दूसरी महिला शशिलेखा ने अपने अहाते में बांध लिया है।
शशिलेखा के गाय और उसके बछडे़ को वापस करने से इनकार करने के बाद गीता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, मगर उसका कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद गीता इस मामले को कोर्ट में लेकर गई।
मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने डीएनए जांच का आदेश दिया। नमूने तिरुवनंतपुरम स्थित राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी को भेजे गए हैं। अब जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
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