Saturday, January 11, 2014

मिल्खा सिंह की पत्नी, बेटी 'आप' में शामिल

Milkha Singh's wife and daughter in AAP
उड़न सिख के नाम से जाने वाले मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर और यूएस में रहने वाले उनकी बेटी मोना सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई हैं।

हालांकि मिल्खा सिंह ने खुद को राजनीति से दूरी बनाए रखने का ही फैसला लिया है। मिल्खा सिंह ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में अपनी पत्नी और बेटी के शामिल होने के निर्णय पर खुशी जताई हैं।

मां और बेटी दोनों ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी की सदस्यता का फार्म भरा। मिल्खा सिंह ने कहा कि मेरी पत्नी और बेटी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी की पार्टी के लक्ष्य और उद्देश्यों का देखते हुए आम आदमी पार्टी में आने का फैसला लिया हैं।

तीन ओलंपिक में देश का नेतृत्व करने वाले और एशियन गेम्स में 4 बार के गोल्ड मेडल विजेता मिल्खा सिंह से जब आम आदमी पार्टी को ज्वाइन करने के बारे में पूछा गया तो इन्होंने बताया कि जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समय में राजनीति में आ सकते थे, लेकिन मैने आज तक राजनीति से दूर रहा।

यह पूछे जाने पर कि उनकी पत्नी और बेटी खुद समझदार हैं यह उनका अपना निर्णय हैं। मैं उन्हें नही रोक सकता हूं। मिल्खा सिंह ने बताया कि उनकी बेटी यूएसए की रहने वाली हैं। इसके बावजूद वह अपनी फैमिली के साथ रूटीन में भारत का दौरा करती हैं।

सचिन तेंदुलकर को स्पोर्ट्स मंत्री बनाया जाना चाहिए
मिल्खा सिंह ने बताया कि सचिन तेंदुलकर को स्पोर्ट्स मंत्री बनाया जाना चाहिए। क्योंकि वह देश के स्पोर्ट्स मैन की दिक्कतों से पूरी तरह से अवगत हैं।

स्पोर्ट्स मंत्री बनने से वह देश के खेल स्तर को काफी ऊपर तक पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा मिल्खा सिंह ने पीटी ऊषा को गवर्नर और एंबेस्डर बनाए जानी मांग की।

अन्य अपटेड लगातार हासिल करने के लिए अमर उजाला फेसबुक पेज ज्वाइन करें.


इजरायल के 'बुलडोज़र' अरियल शेरॉन नहीं रहे

ariel sharon passes away
इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री अरियल शेरॉन की मृत्यु हो गई है। 'बुलडोज़र' के नाम से पहचाने जाने वाले अरियल लंबे समय से कोमा में थे। शेरॉन की उम्र 85 साल थी।

वह 2001 में इजरायल के प्रधानमंत्री बने और 2005 में उन्हें एक हल्का स्ट्रोक पड़ा। इसके बाद 2006 में उन्हें एक बड़ा दौरा पड़ा और वह कोमा में चले गए। तब से वह लगातार निष्क्रिय अवस्था में हैं।

अरियल शेरॉन 1948 में इजरायल के गठन के बाद हुए सभी युद्धों में शामिल रहे थे और कई इजरायली उन्हें एक महान सैन्य नेता मानते हैं। दूसरी ओर फ़लस्तीनियों की राय उनके बारे में अच्छी नहीं थी।

बाद के वर्षों में शेरॉन ने शांति की स्थापना के लिए प्रयास किए

वर्ष 1967 और 1973 के युद्ध में शेरॉन ने जिस डिवीज़न की अगुवाई की, उसने इजरायल की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उन्होंने 1982 में रक्षा मंत्री रहते हुए लेबनान पर हमले की योजना बनाई, जहां से फ़लस्तीनी मुक्ति संगठन के जरिए इजरायल पर गोलाबारी की जा रही थी।

आक्रमण के दौरान लेबनान के ईसाई सैनिकों ने इजरायल के साथ मिलकर इजरायल के नियंत्रण वाले बेरूत शरणार्थी शिविर में सैकड़ों फ़लस्तीनियों को मारा।

विचारों में बदलाव
बाद में इजरायल ने इस घटना की जांच के आदेश दिए। इस दौरान शेरॉन ने इस जनसंहार की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ली।

इसके बावजूद वह 18 साल बाद प्रधानमंत्री बने और उन्होंने सुरक्षा और सच्ची शांति हासिल करने की शपथ ली और इस ध्येय के लिए दूसरा दौरा पड़ने तक काम करते रहे।

शेरॉन अधिग्रहीत फ़लीस्तीनी क्षेत्र में यहूदी बस्तियों के निर्माण को बढ़ावा देने के इच्छुक थे। उन्होंने विवादित पश्चिमी तट घेरे के निर्माण की शुरुआत भी की।

लेकिन 2005 में इजरायल में उग्र विरोध के बावजूद उन्होंने ग़ज़ा पट्टी से इजरायली सैनिकों को वापस बुलाने की एकतरफा घोषणा कर दी।

इस साल उन्होंने अपनी लिकुड पार्टी को छोड़कर मध्यमार्गी कदीमा पार्टी के गठन की घोषणा की। साथ ही उन्होंने दोबारा चुनाव में जाने का एलान भी कर दिया। इस दौरान ही उन्हें स्ट्रोक का सामना करना पड़ा और तबसे वह निष्क्रिय अवस्था में थे।

शत्रुघ्न सिन्हा पर बीजेपी ने ‌गिराई गाज

Shatrughan omission from BJP committee raises eyebrows
भाजपा ने अभिनेता से राजनेता बने अपने सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को बिहार में संसदीय चुनाव समिति से बाहर कर दिया है।

माना जा रहा है कि पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न को विभिन्न मौकों पर पार्टी लाइन से इतर राय व्यक्त करने की कीमत चुकानी पड़ी है।

हालांकि पार्टी ने इस मसले को तूल नहीं देने की रणनीति अपनाते हुए कहा है कि शत्रुघ्न जैसे कद्दावर नेता के लिए ऐसी छोटी समिति मायने नहीं रखती।

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन में इस समिति की बड़ी भूमिका होगी।

इस 31 सदस्यीय समिति में प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीपी ठाकुर सहित अन्य कई शामिल हैं।

रविशंकर प्रसाद, राजीव प्रताप रूढ़ी, सैयद शाहनवाज हुसैन और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह जैसे केंद्रीय नेताओं को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।

शत्रुघ्न को पार्टी में दरकिनार किए जाने से इनकार करते हुए मोदी ने कहा कि वह पार्टी के कद्दावर राष्ट्रीय नेता हैं और इस कद के नेता के लिए यह समिति कोई मुद्दा नहीं है।

वहीं प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि यह संसदीय चुनाव समिति है न कि संसदीय प्रचार समिति, जिसके शत्रुघ्न लंबे समय से सदस्य हैं और वह पार्टी के स्टार प्रचारक हैं।

तौकीर रजा खां ने सपा से नाता तोड़ा

tauqeer raza khan quit samajwadi party
इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौकीर रजा खां ने शनिवार को सपा सरकार को आरएसएस से भी बदतर बताते हुए समाजवादी पार्टी से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया।

यहां शनिवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत पार्टी के किसी नेता को मुजफ्फरनगर दंगे के पीड़ितों की दर्द सुनने जाने की फुर्सत नहीं मिली।

'सैफई महोत्सव पर करोड़ों उड़ा दिए'
सबके सब सैफई महोत्सव पर करोड़ों रुपये खर्च उड़ा दिए। सरकार के मंत्रियों को स्टडी के बहाने मौज करने विदेश भेज दिया गया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सपा के बजाय आरएसएस की सरकार होती तब भी मुसलमानों पर इतने जुल्म नहीं होते।

सम्मेलन में मौलाना तौकीर ने कहा कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की हुकूमत आने के बाद उन्होंने महसूस किया कि मुस्लिम विधायक और मंत्री सपा हाईकमान को जमीनी हकीकत नहीं बता रहे हैं।

कुछ लालबत्ती बचाए रखने के लिए मुलायम और उनके परिवार की चापलूसी कर रहे थे और कुछ लालबत्ती के लिए चापलूसी करने में लगे थे।

वह सब कुछ मुलायम और अखिलेश को बताना चाहते थे लेकिन कई बार कोशिश के बाद भी उनकी किसी ने नहीं सुनी।

उन्होंने कहा कि उनके मेरे बार-बार कहने के बावजूद मुलायम सिंह और उनकी कैबिनेट का कोई भी मंत्री मुजफ्फरनगर में दंगा पीड़ितों का दर्द सुनने नहीं पहुंचा।

मैं कहता रहा कि दंगा पीड़ितों की घर वापसी होनी चाहिए, जरूरत पड़े तो दंगा प्रभावित गांवों में पुलिस चौकियां स्थापित की जाएं लेकिन मदद करने के बजाए कैंपों को बुलडोजर चलवाकर उजाड़ दिया गया।

सरकार ने जिन लोगों को पांच लाख रुपये तक मदद की उनसे शपथ पत्र यह लिया जा रहा है कि वह कभी गांव नहीं जाएंगे।

कौन ऐसा शख्स है तो पांच लाख रुपये में अपना गांव छोड़ देगा। इस तरह तो मुसलमानों की नागरिकता खरीदने का काम किया गया।

सपा सरकार में एकतरफा कार्रवाई
सपा की हुकूमत में जितने दंगे हुए हैं, उनमें एकतरफा कार्रवाई हुई है। उन्होंने कहा कि मुझ पर नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने का इल्जाम लगाया जा रहा है। लेकिन सच्चाई यह है कि मैंने टीवी चैनलों के अलावा उस जालिम को कभी नहीं देखा।

मौलाना तौकीर सरकार के काबीना मंत्री आजम खां को निशाना बनाना भी नहीं भूले। उन्होंने कहा कि आजम मुसलमान होने की वजह से मंत्री हैं। उन्होंने मुसलमानों के लिए कभी कुछ नहीं किया है।

उन्होंने सपा से नाता तोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि आज मैं आजाद हो गया है। मुझे कभी लालबत्ती की जरूरत नहीं थी। लालबत्ती से मेरी हैसियत बढ़ी नहीं थी बल्कि घट गई थी।

कुमार विश्वास पर अंडा फेंका, हंगामा

edd thrown on kumar vishwas in lucknow
कुमार विश्वास की लखनऊ में हुई प्रेस कांफ्रेंस में हंगामा हो गया।

खुद को मुलायम यूथ ‌ब्रिगेड, बिजनौर का प्रवक्ता बताने वाले सैफ जाफरी नाम के एक कार्यकर्ता ने कांफ्रेंस के दौरान जमकर बवाल मचाया।

पहले उसने पीछे से कुमार विश्वास पर अंडा फेंका और फिर जोर जोर से कुमार विश्वास मुरदाबाद और कुमार विश्वास वापस जाओ के नारे लगाने लगा।

युवक ने आरोप लगाया कि कुमार विश्वास ने हिंदू और मुस्लिमों के भगवान और अल्लाह का अपमान किया है।

उसने कहा कि जो लोग देवी-देवताओं का सम्मान नहीं कर सकते, उनसे देश के सम्मान की उम्मीद कैसे लगाई जा सकती है।

हालांकि, कुमार विश्वास ने इस पूरे मामले पर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन, वहां मौजूद कुछ लोगों ने युवक को खींचकर बाहर क‌र दिया।

वहां मौजूद पुलिस ने भी हालात पर काबू करने करने की कोशिश की और उसे थाने लेकर चली गई।

इसके पहले, विश्वास ने इस कार्यक्रम में लखनऊ के करीब एक हजार व्यापारियों को पार्टी की सदस्यता दिलाई।

विश्वास ने अपनी पार्टी के मूल्यों और नीतियों के बारे में बताते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा। विश्वास ने कहा कि उनकी पार्टी वंशवाद की राजनीति को खत्म कर देगी।

चुनाव जीतकर लौटूंगा दिल्ली

कुमार विश्वास ने जोशीले अंदाज में यह भी दावा कर डाला कि 12 जनवरी को अमेठी पहुंचने के बाद अब वह चुनाव जीतकर ही दिल्ली लौटेंगे। विश्वास ने बताया कि रविवार की सुबह सात बजे लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम से रैली निकलेगी और अमेठी के रामलीला मैदान में दोपहर 12 बजे होने वाली रैली में शामिल होगी।

अखिलेश के मंत्री बोले, राहत कैंप में होती रहती हैं मौतें

Sp minister's controversial statement on muzaffarnagar
राहत कैंप में रह रहे मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के बच्चों की ठंड से हुई मौत पर प्रदेश सरकार के खेल मंत्री नारद राय का कहना है कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।

जीवन-मृत्यु हमारे संस्कार हैं। अब मॉल को ही देख लीजिए इतनी व्यवस्थाएं होती हैं फिर भी वहां लोग मरते हैं।

हमें दुख इस बात का है कि यह हमारी सरकार में हुआ। यह बयान उन्होंने शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में दिया।

इससे पहले प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह ने भी बयान दिया था कि यदि ठंड से मौत होती तो साइबेरिया में तो सारे लोग मर जाते।

उन्होंने कहा कि कहीं भी मुसीबत आती है तो सभी दल सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करते हैं, लेकिन मुजफ्फरनगर में हुए दंगे के दौरान सभी ने राजनीतिक रोटी सेंकी।

जितना भी किया वह सपा ने किया। अब सरकार की ओर से दंगा पीड़ितों को आवास भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने माना कि कुछ लोग खुली छत के नीचे होंगे, लेकिन उन्हें जल्द ही आवास मुहैया करा दिए जाएंगे।

सैफई महोत्सव में खर्च हुए सरकारी धन और ताज महोत्सव की उपेक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में सपा सरकार नहीं थी तब भी महोत्सव जोरदारी से होता था।

रही बात ताज महोत्सव की तो वह इस संबंध में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करेंगे।

कुमार विश्वास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंडा फेंका

youth creates ruckus in kumar biswas press conference
सैफई महोत्सव को लेकर लखनऊ में मचा सियासी तूफान अभी थमा भी नहीं था कि शनिवार को कुमार विश्वास की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जोरदार हंगामा हो गया।

रविवार को अमेठी में होने वाली रैली को लेकर लखनऊ पहुंचे आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास शाम में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, जब एक नौजवान ने बवाल मचा दिया।

ऐसा बताया जा रहा है कि युवक ने कुमार विश्वास की तरफ अंडा फेंका, हालांकि वह उन्हें लगा नहीं।

वह कॉन्फ्रेंस में ‌कुमार विश्वास के खिलाफ नारेबाजी करने लगा। शख्स का नाम सैफ जाफरी है। जब उसे पकड़कर बाहर ले जाया जा रहा था, तो उसने मीडिया से कहा, "मेरा नाम सैफ है और मैं बिजनौर जिले के नगीना का रहने वाला हूं। मैं मुलायम यूथ ब्रिगेड का कार्यकर्ता हूं।"

जब उससे हंगामा करने की वजह पूछी गई, तो सैफ ने कहा, "कुमार विश्वास ये लोग इमाम साहब का अपमान करते हैं, शिवजी का अपमान करते हैं। जो लोग धर्म का सम्मान नहीं करते, वे देश का सम्मान क्या करेंगे?"

यह पूछने पर कि कुमार विश्वास ने इस पर माफी मांग ली थी, तो युवक ने कहा, "माफी तो कल्याण‌ ‌सिंह ने भी मांग ली थी, तो क्या मुसलमानों ने उन्हें बाबरी के लिए माफ कर दिया?"

इस बवाल के बाद कुमार विश्वास ने कहा, "जो लोग आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता देखकर घबरा गए हैं, ये हरकत वहीं कर रहे हैं। ऐसे आकाओं का राजनीतिक जीवन अब बहुत नहीं बचा है। इन लोगों ने दिल्ली से कोई सबक न‌हीं लिया है।"

इस सवाल पर कि रविवार को रैली के दौरान भी ऐसा ही कुछ हो सकता है, इस पर विश्वास ने कहा, "ऐसे कांड जितने होंगे, अमेठी में हमारी जीत का मार्जिन उतना ज्यादा होगा। हम जिम्मेदारी और भारी अंतर से अमेठी जीत रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि जिस बयान को लेकर उन पर हमला किया जा रहा है, वह उन्होंने जुमले की तरह इस्तेमाल किया था और उस पर पहले ही माफी मांग चुके हैं।

‘गुरु’ पवार को पीएम देखना चाहते हैं शिंदे

shinde would be happy to see guru pawar become pm
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार यदि प्रधानमंत्री बनते हैं तो उन्हें खुशी होगी।

कांग्रेस की ओर से पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की संभावना के बीच ऐसा बयान देकर बहस को जन्म देने वाले शिंदे ने कहा कि हर कोई महत्वाकांक्षी है। पवार 1992 से ही प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं।

'जो कुछ भी हूं, पवार की देन है'
कद्दावर मराठा नेता को अपना 'राजनीतिक गुरु' करार देते हुए उन्होंने कहा, 'आज वह जो कुछ भी हैं, वह पवार की देन है और इसके लिए वह पवार के आभारी हैं।'

शिंदे ने कहा कि वह पवार की वजह से ही राजनीति में आए। राहुल गांधी की चर्चा के बीच शीर्ष पद के लिए पवार की वकालत संबंधी एक सवाल पर शिंदे ने कहा कि कोई दो राय नहीं है।

उन्होंने राष्ट्रीय मंच पर भी कई बार ऐसी बातें कही हैं। पवार ने शिंदे को पहली बार 1977 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़वाया था और उसके बाद से वह लगातार शिंदे का साथ देते रहे हैं।

पवार ने 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के होने के मुद्दे पर कांग्रेस से अलग एनसीपी का गठन किया था। हाल ही में पवार ने कहा था कि वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

'कांग्रेस ने माना नहीं बनेगा उसका पीएम'
सुशील कुमार शिंदे के इस बयान पर मजा लेते हुए भापजा ने कहा है कि इससे साफ है कि कांग्रेस ने मान लिया है कि अगले चुनाव के बाद उसका प्रधानमंत्री नहीं बनने वाला है।

भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि शिंदे को किसी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देखना छोड़ देना चाहिए क्योंकि देश ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चुन लिया है।

उन्होंने कहा कि जनता ने सार्थक बदलाव का फैसला किया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि शिंदे के बयान से साफ है कि कांग्रेस ने एक तरह से मान लिया है कि उसके युवराज या कोई और अगले चुनाव के बाद प्रधानमंत्री बनने नहीं जा रहे हैं।

हाथ जोड़कर बोले मुलायम, दिल्ली पहुंचा दो

mulayam rally in jhansi
मुलायम सिंह ने यादव ने आते ही नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने बिना उनका नाम लिए कहा कि एक नेता है उसे घमंड में चूर हो गया था। लेकिन यहां चार गुनी भीड़ में आकर आप लोगों ने उसे करारा जवाब दे दिया है।

- मुलायम ‌सिंह यादव

बुंदेलों की धरती पर समाजवादी पार्टी की पहली चुनावी महारैली में पीएम बनने का सपना देख रहे मुलायम सिंह यादव ने जनता के सामने हाथ जोड़ ‌लिए।

मुलायम ने मोदी, मायावती, मनमोहन और लालू पर जमकर निशाना साधा।

अपनी बात खत्म करते हुए जनता के सामने हाथ जोड़े और कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि हमें दिल्ली पहुंचा देना।

पत्रकारों से भी किया निवेदन
रैली में मुलायम सिंह ने कहा कि पत्रकार भी निष्पक्ष होकर लिखें। कहा, अगर आप मेरी मदद नहीं कर सकते तो कम से कम खिलाफत भी न कीजिए। मुलायम सिंह इतना भी बुरा नहीं है। मुलायम ने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वह यूपी को गुजरात बना देंगे। लेकिन हम यूपी में गुजरात की तरह कत्लेआम नहीं होने देंगे। उन्हें खदेड़कर भगा देंगे।

जब पुराने साथी पर बरसे
मुलायम ने लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सीबीआई के चंगुल से कोई अभी तक बचा है तो वह अखिलेश और मुलायम हैं। जो लोग मुजफ्फरनगर में जाकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और कहते हैं कि मुलायम पीएम नहीं बन पाएंगे, तो वह पहले अपनी गद्दी बचाएं।

मुलायम ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव मेरे सम्मान का सवाल है। आप हमसे वादा कर‌िए, उसे निभाइए। वादाखिलाफी नहीं करिएगा।

सपा सुप्रीमो ने कहा कि जब मैंने पार्टी बनाई थी तो अंग्रेजी अखबारों ने मेरा मजाक बनाया था। लेकिन आज सपा इतनी ताकतवर पार्टी हो चुकी है कि वह केंद्र सरकार बनाने का माद्दा रखती है।

बा‌बर से की सपा की तुलना
मुलायम ने सपा की तुलना बाबर से की। उन्होंने कहा कि बाबर ने यहां ढाई सौ साल इसलिए राज किया क्योंकि वह अनुशासित था। सपा के लोग भी बहुत अनुशासित हैं। मुलायम ने मुगलकाल की जमकर तारीफ की और इतिहास की खूब बातें बता डालीं।

सपा सुप्रीमो ने रैली में आए लोगों से अपील की कि वे उन्हें इतने वोट दें कि सपा के बिना केंद्र में सरकार ही नहीं बन पाए।

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को अगर किसी पार्टी ने सबसे ज्यादा मदद दी है, तो वह सपा ही है। पानी के बंटवारके लिए सपा ने ही विशेष निधि की व्यवस्‍था की। बजट से ज्यादा पैसा बुंदेलखंड को दिलवाया।

मुसलमानों की जमकर 'वंदना'

मुसलमानों और किसानों पर उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने सबसे ज्यादा इनपर मरहम लगाया है। मुसलमान और किसान ही देश की प्रगति में सबसे ज्यादा योगदान देते हैं। अस्सी फीसदी कपड़ा मुसलमान ही बनाता है। हथियार भी यही तैयार करते हैं।

मुलायम ने केंद्र सरकार को हीन, कमजोर और बेशर्म सरकार बताया। महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है लेकिन केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया।

अखिलेश ने गिनाए काम
इसके पहले अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार ने अपना हर वादा पूरा किया है। चाहें लैपटॉप वितरण हो, कन्या विद्याधन हो, मुस्लिम बालिकाओं को वित्तीय मदद हो या‌ फिर मेडिकल कॉलेज हो। अखिलेश ने कहा कि सरकार बिना भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम कर रही है। सरकार जनता का पैसा जनता को लौटाने का काम कर ही है।

हाथ जोड़कर बोले मुलायम, मुझे दिल्ली पहुंचा दो

mulayam rally in jhansi
मुलायम सिंह ने यादव ने आते ही नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने बिना उनका नाम लिए कहा कि एक नेता है उसे घमंड में चूर हो गया था। लेकिन यहां चार गुनी भीड़ में आकर आप लोगों ने उसे करारा जवाब दे दिया है।

- मुलायम ‌सिंह यादव

बुंदेलों की धरती पर समाजवादी पार्टी की पहली चुनावी महारैली में पीएम बनने का सपना देख रहे मुलायम सिंह यादव ने जनता के सामने हाथ जोड़ ‌लिए।

मुलायम ने मोदी, मायावती, मनमोहन और लालू पर जमकर निशाना साधा।

अपनी बात खत्म करते हुए जनता के सामने हाथ जोड़े और कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि हमें दिल्ली पहुंचा देना।

पत्रकारों से भी किया निवेदन
रैली में मुलायम सिंह ने कहा कि पत्रकार भी निष्पक्ष होकर लिखें। कहा, अगर आप मेरी मदद नहीं कर सकते तो कम से कम खिलाफत भी न कीजिए। मुलायम सिंह इतना भी बुरा नहीं है। मुलायम ने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वह यूपी को गुजरात बना देंगे। लेकिन हम यूपी में गुजरात की तरह कत्लेआम नहीं होने देंगे। उन्हें खदेड़कर भगा देंगे।

जब पुराने साथी पर बरसे
मुलायम ने लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सीबीआई के चंगुल से कोई अभी तक बचा है तो वह अखिलेश और मुलायम हैं। जो लोग मुजफ्फरनगर में जाकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और कहते हैं कि मुलायम पीएम नहीं बन पाएंगे, तो वह पहले अपनी गद्दी बचाएं।

मुलायम ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव मेरे सम्मान का सवाल है। आप हमसे वादा कर‌िए, उसे निभाइए। वादाखिलाफी नहीं करिएगा।

सपा सुप्रीमो ने कहा कि जब मैंने पार्टी बनाई थी तो अंग्रेजी अखबारों ने मेरा मजाक बनाया था। लेकिन आज सपा इतनी ताकतवर पार्टी हो चुकी है कि वह केंद्र सरकार बनाने का माद्दा रखती है।

बा‌बर से की सपा की तुलना
मुलायम ने सपा की तुलना बाबर से की। उन्होंने कहा कि बाबर ने यहां ढाई सौ साल इसलिए राज किया क्योंकि वह अनुशासित था। सपा के लोग भी बहुत अनुशासित हैं। मुलायम ने मुगलकाल की जमकर तारीफ की और इतिहास की खूब बातें बता डालीं।

सपा सुप्रीमो ने रैली में आए लोगों से अपील की कि वे उन्हें इतने वोट दें कि सपा के बिना केंद्र में सरकार ही नहीं बन पाए।

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को अगर किसी पार्टी ने सबसे ज्यादा मदद दी है, तो वह सपा ही है। पानी के बंटवारके लिए सपा ने ही विशेष निधि की व्यवस्‍था की। बजट से ज्यादा पैसा बुंदेलखंड को दिलवाया।

मुसलमानों की जमकर 'वंदना'

मुसलमानों और किसानों पर उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने सबसे ज्यादा इनपर मरहम लगाया है। मुसलमान और किसान ही देश की प्रगति में सबसे ज्यादा योगदान देते हैं। अस्सी फीसदी कपड़ा मुसलमान ही बनाता है। हथियार भी यही तैयार करते हैं।

मुलायम ने केंद्र सरकार को हीन, कमजोर और बेशर्म सरकार बताया। महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है लेकिन केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया।

अखिलेश ने गिनाए काम
इसके पहले अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार ने अपना हर वादा पूरा किया है। चाहें लैपटॉप वितरण हो, कन्या विद्याधन हो, मुस्लिम बालिकाओं को वित्तीय मदद हो या‌ फिर मेडिकल कॉलेज हो। अखिलेश ने कहा कि सरकार बिना भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम कर रही है। सरकार जनता का पैसा जनता को लौटाने का काम कर ही है।

हाथ जोड़कर बोले मुलायम, मुझे दिल्ली पहुंचा दो

mulayam rally in jhansi
मुलायम सिंह ने यादव ने आते ही नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने बिना उनका नाम लिए कहा कि एक नेता है उसे घमंड में चूर हो गया था। लेकिन यहां चार गुनी भीड़ में आकर आप लोगों ने उसे करारा जवाब दे दिया है।

- मुलायम ‌सिंह यादव

बुंदेलों की धरती पर समाजवादी पार्टी की पहली चुनावी महारैली में पीएम बनने का सपना देख रहे मुलायम सिंह यादव ने जनता के सामने हाथ जोड़ ‌लिए।

मुलायम ने मोदी, मायावती, मनमोहन और लालू पर जमकर निशाना साधा।

अपनी बात खत्म करते हुए जनता के सामने हाथ जोड़े और कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि हमें दिल्ली पहुंचा देना।

पत्रकारों से भी किया निवेदन
रैली में मुलायम सिंह ने कहा कि पत्रकार भी निष्पक्ष होकर लिखें। कहा, अगर आप मेरी मदद नहीं कर सकते तो कम से कम खिलाफत भी न कीजिए। मुलायम सिंह इतना भी बुरा नहीं है। मुलायम ने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वह यूपी को गुजरात बना देंगे। लेकिन हम यूपी में गुजरात की तरह कत्लेआम नहीं होने देंगे। उन्हें खदेड़कर भगा देंगे।

जब पुराने साथी पर बरसे
मुलायम ने लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सीबीआई के चंगुल से कोई अभी तक बचा है तो वह अखिलेश और मुलायम हैं। जो लोग मुजफ्फरनगर में जाकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और कहते हैं कि मुलायम पीएम नहीं बन पाएंगे, तो वह पहले अपनी गद्दी बचाएं।

मुलायम ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव मेरे सम्मान का सवाल है। आप हमसे वादा कर‌िए, उसे निभाइए। वादाखिलाफी नहीं करिएगा।

सपा सुप्रीमो ने कहा कि जब मैंने पार्टी बनाई थी तो अंग्रेजी अखबारों ने मेरा मजाक बनाया था। लेकिन आज सपा इतनी ताकतवर पार्टी हो चुकी है कि वह केंद्र सरकार बनाने का माद्दा रखती है।

बा‌बर से की सपा की तुलना
मुलायम ने सपा की तुलना बाबर से की। उन्होंने कहा कि बाबर ने यहां ढाई सौ साल इसलिए राज किया क्योंकि वह अनुशासित था। सपा के लोग भी बहुत अनुशासित हैं। मुलायम ने मुगलकाल की जमकर तारीफ की और इतिहास की खूब बातें बता डालीं।

सपा सुप्रीमो ने रैली में आए लोगों से अपील की कि वे उन्हें इतने वोट दें कि सपा के बिना केंद्र में सरकार ही नहीं बन पाए।

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को अगर किसी पार्टी ने सबसे ज्यादा मदद दी है, तो वह सपा ही है। पानी के बंटवारके लिए सपा ने ही विशेष निधि की व्यवस्‍था की। बजट से ज्यादा पैसा बुंदेलखंड को दिलवाया।

मुसलमानों की जमकर 'वंदना'

मुसलमानों और किसानों पर उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने सबसे ज्यादा इनपर मरहम लगाया है। मुसलमान और किसान ही देश की प्रगति में सबसे ज्यादा योगदान देते हैं। अस्सी फीसदी कपड़ा मुसलमान ही बनाता है। हथियार भी यही तैयार करते हैं।

मुलायम ने केंद्र सरकार को हीन, कमजोर और बेशर्म सरकार बताया। महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है लेकिन केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया।

अखिलेश ने गिनाए काम
इसके पहले अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार ने अपना हर वादा पूरा किया है। चाहें लैपटॉप वितरण हो, कन्या विद्याधन हो, मुस्लिम बालिकाओं को वित्तीय मदद हो या‌ फिर मेडिकल कॉलेज हो। अखिलेश ने कहा कि सरकार बिना भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम कर रही है। सरकार जनता का पैसा जनता को लौटाने का काम कर ही है।

पंजाब टीईटी का रिजल्ट घोषित, यहां देखें

Punjab TET Result Declared
पंजाब स्टेट काउंसिल ऑफ एजूकेशन एंड रिसर्च ने अध्यापक पात्रता परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। रिजल्ट देखने के लिए आज punjabupdate.com या tetpunjab.com पर लॉगऑन कर सकते हैं।

काउंसिल की ओर से गत 28 दिसंबर को अध्यापक पात्रता परीक्षा ली गई थी, जिसका परिणाम आज घोषित किया गया है।

काउंसिल साल में दो बार पहली से प्राइमरी स्तर की और एलिमेंटरी स्तर की आध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित करती है।

अन्य अपटेड लगातार हासिल करने के लिए अमर उजाला फेसबुक पेज ज्वाइन करें.


पंजाब टीईटी का रिजल्ट घोषित, यहां देखें

Punjab TET Result Declared
पंजाब स्टेट काउंसिल ऑफ एजूकेशन एंड रिसर्च ने अध्यापक पात्रता परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। रिजल्ट देखने के लिए आज punjabupdate.com या tetpunjab.com पर लॉगऑन कर सकते हैं।

काउंसिल की ओर से गत 28 दिसंबर को अध्यापक पात्रता परीक्षा ली गई थी, जिसका परिणाम आज घोषित किया गया है।

काउंसिल साल में दो बार पहली से प्राइमरी स्तर की और एलिमेंटरी स्तर की आध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित करती है।

अन्य अपटेड लगातार हासिल करने के लिए अमर उजाला फेसबुक पेज ज्वाइन करें.


युवाओं के लिए सेना में भर्ती होने का सुनहरा मौका

jobs in army for youths
युवाओं के लिए सेना में भर्ती होने का एक सुनहरा मौका है। सेना भर्ती मुख्यालय द्वारा उत्तर प्रदेश के सात जनपद के युवाओं के लिए विभिन्न पदों पर सहारनपुर स्थित महिपुरा कैंपिंग ग्राउंड में 19 फरवरी को सेना भर्ती रैली आयोजित की जाएगी।

सेना भर्ती मुख्यालय की ओर से सैनिक जीडी, तकनीकी, सैनिक क्लर्क, एसकेटी, ट्रेडमैन, सैनिक तकनीकी नर्सिंग असिस्टेंट पदों के लिए भर्ती निकाली गई है।

सेना भर्ती रैली 19 फरवरी को गाजियाबाद, 20 को मेरठ, 21� को बागपत,� 22 को मुरादाबाद, 23 को सहारनपुर, 24 को रामपुर और 25 को अमरोहा के लिए आयोजित होगी। वहीं 26 फरवरी को मेरठ, बागपत, सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, अमरोहा, गौतमबुद्घनगर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर और रामपुर जनपद के सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए डीएससी में भर्ती की जाएगी।

पढ़ें, 5 हजार से ज्यादा नौकरी, जल्द करें आवेदन

सेना भर्ती रैली में सैनिक जीडी के लिए शामिल होने वाले युवाओं की उम्र 19 फरवरी 1993 से 19 अगस्त 1996 के बीच और सैनिक� तकनीकी, सैनिक क्लर्क, एसकेटी, ट्रेडमैन, सैनिक तकनीकी नर्सिंग असिस्टेंट पदों के लिए उम्र 19 फरवरी 1991 से 19 अगस्त से 1996 होनी चाहिए।

भर्ती कार्यालय के अनुसार 24 से 25 अप्रैल तक नर्सिंग असिस्टेंट की कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा होगी और 28 अप्रैल को नर्सिंग असिस्टेंट को छोड़कर सभी श्रेणियों की प्रवेश परीक्षा होगी। भर्ती निदेशक ने अपील की कि जिस जनपद की रैली जिस दिन है वहीं के युवा रैली स्थल पर पहुंचे।

पढ़ें, पुलिस में 622 पदों पर भर्ती, करें आवेदन

देर में बच्चे पैदा करने पर मिल रहा इनाम

cg_india_population_control_policy
छत्तीसगढ में जनसंख्या नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक अनूठी पेशकश की है। सरकार ने बच्चे पैदा करने में देरी करने वालों को पुरस्कृत करने का फैसला किया है।

सरकार ने घोषणा की है कि शादी के कम से कम दो साल बाद पहले बच्चे को जन्म देने वाले दंपत्ति को बेटे के जन्म पर 10 हजार रुपए और बेटी के जन्म पर 12 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।

यह योजना राज्य में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों के लिए शुरू की गई है।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के अनुसार "इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए खास निर्देश दिए गए हैं। हमें उम्मीद है कि इस योजना का सकारात्मक असर होगा।"

पहली संतान के बाद दूसरी संतान के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर रखने और बच्चे के जन्म के एक साल के भीतर परिवार नियोजन के स्थायी उपाय अपनाने वाले दंपत्ति को बेटे के जन्म पर पांच हजार रुपए और बेटी के जन्म पर सात हजार रुपए का अतिरिक्त पुरस्कार राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र के रूप में दिया जाएगा।

जनसंख्या दर में वृद्धि

जनसंख्या नियंत्रण का उद्देश्य आगे बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लड़कियों के विवाह की आयु और बच्चों के जन्म में अंतर बढ़ाने के लिए जनसंख्या स्थिरता कोष के जरिए 'प्रेरणा-एक उत्तरदायी पितृत्व रणनीति' नामक योजना शुरू की गई है।

इस योजना के तहत ऐसे दंपत्तियों को चिह्नित कर पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है, जो कम उम्र में शादी करने की परंपरा तोड़ते हैं और बच्चों के जन्म में अंतर रखते हैं।

जनसंख्या के मामले में भारत में छत्तीसगढ का नौंवा स्थान है।

2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की कुल आबादी दो करोड 55 लाख से ज्यादा है। कुल 56 लाख परिवारों में 48 लाख परिवार गरीब हैं।

जनगणना के आंकडे बताते हैं कि साल 2001 में छत्तीसगढ की कुल जनसंख्या दो करोड आठ लाख के करीब थी जो 2011 में बढ़कर दो करोड 55 लाख से ज्यादा हो गई।

इस प्रकार राज्य की दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर 22।61 प्रतिशत थी, जबकि इस दौरान देश की जनसंख्या वृद्धि दर 17।6 प्रतिशत थी यानी देश की तुलना में राज्य में जनसंख्या वृद्धि दर पांच प्रतिशत अधिक थी।

यहां तक कि 1991 से 2001 की अवधि छत्तीसगढ की दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर 18।27% थी। यानी इन दो दशकों में जनसंख्या वृद्धि दर में छत्तीसगढ में 4।34 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

'आदिवासी केंद्रित योजनाएं'
छत्तीसगढ में सरकार ने इससे पहले नगरपालिका और नगरीय निकाय संस्थाओं में दो से अधिक बच्चों के माता-पिता के चुनाव लडने पर प्रतिबंध लगा रखा था।

इस कारण कई लोगों को तीसरी संतान पैदा होने के बाद अपना पद छोडना पडा था। हालांकि बाद में सरकार ने इस नियम को समाप्त कर दिया।

इसी तरह सरकारी नौकरी में भी राज्य सरकार ने दो से अधिक संतान वालों को नौकरी के लिए अपात्र घोषित कर दिया था लेकिन सरकार की ताजा योजना को सामाजिक कार्यकर्ता बहुत उपयोगी नहीं मान रहे।

राज्य में आदिवासियों के बीच जल-जंगल और जमीन के मुद्दे पर लडाई लडने वाले गौतम बंदोपाध्याय का कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण से बडा मुद्दा बेहतर जनसंख्या है।

उनका कहना है कि राज्य की पांच आदिम जनजातियों में हाल यह है कि उनकी छह-सात संतान पैदा होती हैं, जिनमें बमुश्किल दो-तीन जिंदा रह पाती हैं।

वे कहते हैं, ''शहरों के लिए सरकार की यह योजना ठीक हो सकती है पर इस आदिवासी बहुल राज्य में सरकार को आदिवासी केंद्रित स्वास्थ्य जनसंख्या की योजना बनानी चाहिए, जिसे लागू करने के लिए संस्थागत ढांचा तैयार किया जाना चाहिए। आदिवासियों में मृत्यु दर घटे, उनमें कुपोषण कम हो, उनका जीवन स्तर सुधरे, इसे पहली प्राथमिकता दी जानी चाहिए।''

यहां देर में बच्चे पैदा करने पर मिल रहा ईनाम

cg_india_population_control_policy
छत्तीसगढ में जनसंख्या नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक अनूठी पेशकश की है। सरकार ने बच्चे पैदा करने में देरी करने वालों को पुरस्कृत करने का फैसला किया है।

सरकार ने घोषणा की है कि शादी के कम से कम दो साल बाद पहले बच्चे को जन्म देने वाले दंपत्ति को बेटे के जन्म पर 10 हजार रुपए और बेटी के जन्म पर 12 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।

यह योजना राज्य में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों के लिए शुरू की गई है।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के अनुसार "इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए खास निर्देश दिए गए हैं। हमें उम्मीद है कि इस योजना का सकारात्मक असर होगा।"

पहली संतान के बाद दूसरी संतान के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर रखने और बच्चे के जन्म के एक साल के भीतर परिवार नियोजन के स्थायी उपाय अपनाने वाले दंपत्ति को बेटे के जन्म पर पांच हजार रुपए और बेटी के जन्म पर सात हजार रुपए का अतिरिक्त पुरस्कार राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र के रूप में दिया जाएगा।

जनसंख्या दर में वृद्धि

जनसंख्या नियंत्रण का उद्देश्य आगे बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लड़कियों के विवाह की आयु और बच्चों के जन्म में अंतर बढ़ाने के लिए जनसंख्या स्थिरता कोष के जरिए 'प्रेरणा-एक उत्तरदायी पितृत्व रणनीति' नामक योजना शुरू की गई है।

इस योजना के तहत ऐसे दंपत्तियों को चिह्नित कर पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है, जो कम उम्र में शादी करने की परंपरा तोड़ते हैं और बच्चों के जन्म में अंतर रखते हैं।

जनसंख्या के मामले में भारत में छत्तीसगढ का नौंवा स्थान है।

2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की कुल आबादी दो करोड 55 लाख से ज्यादा है। कुल 56 लाख परिवारों में 48 लाख परिवार गरीब हैं।

जनगणना के आंकडे बताते हैं कि साल 2001 में छत्तीसगढ की कुल जनसंख्या दो करोड आठ लाख के करीब थी जो 2011 में बढ़कर दो करोड 55 लाख से ज्यादा हो गई।

इस प्रकार राज्य की दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर 22।61 प्रतिशत थी, जबकि इस दौरान देश की जनसंख्या वृद्धि दर 17।6 प्रतिशत थी यानी देश की तुलना में राज्य में जनसंख्या वृद्धि दर पांच प्रतिशत अधिक थी।

यहां तक कि 1991 से 2001 की अवधि छत्तीसगढ की दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर 18।27% थी। यानी इन दो दशकों में जनसंख्या वृद्धि दर में छत्तीसगढ में 4।34 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

'आदिवासी केंद्रित योजनाएं'
छत्तीसगढ में सरकार ने इससे पहले नगरपालिका और नगरीय निकाय संस्थाओं में दो से अधिक बच्चों के माता-पिता के चुनाव लडने पर प्रतिबंध लगा रखा था।

इस कारण कई लोगों को तीसरी संतान पैदा होने के बाद अपना पद छोडना पडा था। हालांकि बाद में सरकार ने इस नियम को समाप्त कर दिया।

इसी तरह सरकारी नौकरी में भी राज्य सरकार ने दो से अधिक संतान वालों को नौकरी के लिए अपात्र घोषित कर दिया था लेकिन सरकार की ताजा योजना को सामाजिक कार्यकर्ता बहुत उपयोगी नहीं मान रहे।

राज्य में आदिवासियों के बीच जल-जंगल और जमीन के मुद्दे पर लडाई लडने वाले गौतम बंदोपाध्याय का कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण से बडा मुद्दा बेहतर जनसंख्या है।

उनका कहना है कि राज्य की पांच आदिम जनजातियों में हाल यह है कि उनकी छह-सात संतान पैदा होती हैं, जिनमें बमुश्किल दो-तीन जिंदा रह पाती हैं।

वे कहते हैं, ''शहरों के लिए सरकार की यह योजना ठीक हो सकती है पर इस आदिवासी बहुल राज्य में सरकार को आदिवासी केंद्रित स्वास्थ्य जनसंख्या की योजना बनानी चाहिए, जिसे लागू करने के लिए संस्थागत ढांचा तैयार किया जाना चाहिए। आदिवासियों में मृत्यु दर घटे, उनमें कुपोषण कम हो, उनका जीवन स्तर सुधरे, इसे पहली प्राथमिकता दी जानी चाहिए।''

499 पदों पर भर्ती, 29 तक करें आवेदन

Recruitment in Maharashtra electricity transmission company limited
महाराष्ट्र राज्य विद्युत ट्रांसमिशन कं. लि. में विभिन्न पदों पर कुल 499 रिक्तियों को भरने के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।

इन पदों में कार्यपालक अभियन्ता (वितरण) के 18 पद, कार्यपालक अभियन्ता (सिविल) का 1 पद, उप कार्यपालक अभियन्ता (वितरण) के 76 पद, कार्यपालक अभियन्ता (सिविल) के 2 पद, सहायक अभियन्ता (वितरण) के 114 पद, कनिष्ठ अभियन्ता (वितरण) के 247 पद शामिल हैं।

वहीं गैर अभियंता पदों में सहायक महाप्रबंधक के 2 पद, वरिष्ठ प्रबंधक के 3 पद, प्रबंधक के 4 पद, सहायक महाप्रबंधक (एचआर) का 1 पद, वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर) के 2 पद, प्रबंधक (एचआर) के 5 पद, उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी का 1 पद, उप प्रबंधक (एफ एंड ए) के 9 पद, उप प्रबंधक (एचआर) के 11 पद तथा करिष्ठ सुरक्षा अधिकारी/कनिष्ठ सर्तकता अधिकारी के 3 पद शामिल हैं।

आवेदन शुल्क के तौर पर सामान्य व अन्य ‌पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार के लिए 500 रुपये तथा आरक्षित वर्ग के उम्मीदवार के लिए 250 रूपये निर्धारित है।

इन पदों के लिए आवेदन ऑनलाइन भरा जाएगा। आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथ‌ि 29 जनवरी, ‌2014 निर्धारित है।

आयु, शैक्षिक योग्यता एवं अन्य आवश्यक जानकारी तथा आवेदन करने के लिए उम्मीदवार महा ट्रांस्को की वेबसाइट http://www.mahatransco.in/ या http://www.mahatransco.in/wps/wcm/connect/msetcl/main/home/careers+and+job+openings#.Us9q0rQ6KKY पर लॉग ऑन करें।

EXCLUSIVE: यूपी पुलिस का कारनामा

up police act exposed
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 29 मई 2013 को कचहरी में हुए होशियार हत्याकांड में रोचक मोड़ आ गया है। अलीगढ़ पुलिस की मनमर्जी की इससे बेहतर बानगी नहीं मिलेगी। पुलिस ने होशियार के दिनदहाड़े हुए कत्ल में जिन लोगों को मौके पर नामजद बता कर हथियार सहित गिरफ्तार कर जेल भेजा है। दरअसल, वह उस दिन भरतपुर जेल में बंद थे।

होशियार को पेशी में लाने के दौरान मार दिया गया था। इस मामले में सात लोग नामजद हुए थे, इन नामजदों में प्रमुख रूप से अविनाश निवासी बसौली गोंडा और छेत्रपाल निवासी बजौता टप्पल हैं।

इन्हीं दोनों के पास से नाइन एमएम पिस्टल बरामद होना बताया था, बकौल पुलिस हत्या में इसी हथियार का प्रयोग हुआ था। बाकी पांच आरोपियों के साथ यह दोनों भी वर्तमान में अलीगढ़ जेल में हैं। इस मामले की सुनवाई एडीजे अष्टम की कोर्ट में चल रही है।

पढ़ें, अमेठी में पोस्टरः 'क्या राष्ट्रद्रोही अब देश चलाएंगे?'

अब अविनाश और छेत्रपाल ने अदालत में अपनी जमानत की अपील की है। इन दोनों ने बताया है कि घटना के एकदिन पहले 28 मई को वह राजस्थान के भरतपुर स्थित भुसावर में आबकारी अधिनियम के तहत पकड़े गए थे। जहां से चालान होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। 31 मई को जूडिशियल मजिस्ट्रेट बैर की कोर्ट से उन्हें जमानत मिली।

इस दौरान 28, 29 ,30 और 31 मई को वह भरतपुर जेल में रहे। जब वह दोनों जेल में थे तो फिर होशियार हत्याकांड में कैसे शामिल हो सकते हैं। दोनों आरोपियों ने अपनी इस दलील के साथ भरतपुर और बैर अदालत के दस्तावेज भी पेश किए हैं। अदालत भी दोनों आरोपियों की दलीलों को गंभीरता से ले रही है।

पढ़ें, केजरीवाल का दरबारः बवाल के बाद बर्खास्त

अब पुलिस को इन दस्तावेजों की जांच सौंपी गई है। 13 जनवरी को इस मामले में अगली सुनवाई होगी। कोर्ट अब तत्कालीन विवेचक सिविल लाइन इंस्पेक्टर को भी तलब कर सकती है।

क्या था मामला?
बसपा से जिला पंचायत का चुनाव लड़ने वाले बजौता निवासी मुकेश की हत्या के बदले में कचहरी में होशियार की हत्या हुई थी। अविनाश रिश्ते में मुकेश का सगा साला है और छेत्रपाल मुकेश के सगे बड़े भाई हैं।

खेत से निकला सैंकडों साल पुराना खजाना

treasure found in kota chhattisgarh
यूपी के उन्नाव में भले ही खजाना नहीं मिला लेकिन छत्तीसगढ़ के कोटा में मनरेगा की खुदाई के दौरान पुराना दबा खजाना निकल आया। खजाने से कोई जानकारी मिलती उससे पहले ही खुदाई कर रहे मजदूर उस खजाने को लेकर फरार हो गए।

मामला पुलिस तक पहुंचा तो महकमे में हडकंप मच गया। तत्काल मजदूरों को तालाश किया गया और खजाना जमा कराया गया। माना जा रहा है कि ये मुगल कालीन खजाना है जो करीब 300 साल पुराना हो सकता है।

दरअसल मनरेगा के तहत सड़क बनाई जा रही थी और इसके लिए पास के खेत से मिट्टी खोदी जा रही थी। खुदाई के दौरान ही किसी मजदूर का फावड़ा एक तांबे के बरतन से टकराया और जब उन्होंने उसे निकाला तो उनकी आंखें चौंधिया गईं।

ये तांबे का बरतन सोने और चांदी के आभूषणों से भरा था, कुछ सिक्के भी थे। खजाना देखकर मजदूरों की नीयत खराब हो गई और वो उसे लेकर रफूचक्कर हो गए।

किसी ने पुलिस को भी इत्तिला कर दी और फिर पुलिस ने उनको धर दबोचा, उनके कब्जे से खजाना भी बरामद कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुरातत्व विभाग और राज्य सरकार को सूचना दे दी गई है, आगे के निर्देशों पर कार्रवाई की जाएगी।

AAP सरकार पर कांग्रेस का 'लवली' हमला

congress attack on aam aadmi party govt
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली सरकार में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और तीनों नगर निगम की अगुवाई कर रही भाजपा पर एक साथ निशाना साधा।

उन्होंने सवाल किया कि जब लोगों को बिजली कटौती के बारे में बताना है और भ्रष्टाचार के लिए उन्हें ही स्टिंग करना है तो आप सरकार क्या करेगी?

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली शुक्रवार को नगर निगम के मुख्यालय सिविक सेंटर में तीनों नगर निगम के कांग्रेस पार्षदों की ओर से आयोजित अपने स्वागत समारोह में बोल रहे थे।

पढ़ें, AAP इफेक्ट: द‌िल्ली से भागे पानी माफ‌िया

उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुझाव दिया कि वह घोषणाएं करने में दिए जाने वाले समय में से 10 प्रतिशत हिस्सा वर्तमान सुविधाएं सुचारू रूप से चलाने के लिए दें तो बेहतर होगा। घोषणाएं करने से पहले कानूनी राय लें तो बेहतर रहेगा।

उन्होंने पार्षदों में जोश भरते हुए कहा कि उनकी उपेक्षा नहीं की जाएगी और वह विधानसभा में हुई हार से निराश न हों। पार्टी में उनका कद महत्वपूर्ण होने वाला है। उनके इलाके की समस्याओं को एकजुट होकर उठाया जाएगा।

उन्होंने पार्षदों से आग्रह किया कि वह आप सरकार की बिजली दरों में कटौती और मुफ्त पानी देने की घोषणाओं की असलियत जनता को बताएं।

पढ़ें, 'मोदी देश के लिए खतरा, PM बने तो अफसोस होगा'


कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक दल के नेता हारून यूसुफ ने कहा कि आप का भी जनता पार्टी जैसा हश्र होगा। वह जल्द ही वादे पूरे नहीं होने पर सरकार को घेरेंगे।

उन्होंने महंगाई मुद्दे पर चुप्पी को लेकर आप सरकार पर निशाना साधा। इससे पहले तीनों नगर निगम में विपक्ष के नेता मुकेश गोयल, फरहाद सूरी और वरयाम कौर ने उनसे कहा कि पार्षदों की लगातार उपेक्षा हो रही है। अब ऐसा नहीं होने का आग्रह किया।

और उसने निगम दफ्तर में छोड़ दिया सांप

snake in office
राजनांदगांव के नगर निगम दफ्तर में उस वक्त हडकंप मच गया जब एक शख्स ने वहां सांप छोड़ दिया। ये शख्स निगम कर्मचारियों द्वारा अतिक्रमण हटाए जाने से खफा था।

एक्जीक्यूटिव इंजीनियर दीपक जोशी के चैंबर में शुक्रवार सुबह एक अज्ञात शख्स पहुंचा और अतिक्रमण हटाने पर गुस्सा होने लगा। वो अपने साथ एक सपेरे को भी लेकर आया था।

सपेरे से कह कर उसने सांप को ऑफिस में छुड़वा दिया। इसके बाद तो निगम के दफ्तर में हडकंप मच गया, लोग इधर उधर भागने लगे और कामकाज ठप हो गया।

वो शख्स वहां से चला गया और उसके बाद किसी तरह सपेरे से कह कर सांप को पकड़वाया गया।

शहर की फिज़ाओं में जब ये खबर फैली तो सारा शहर हैरान रह गया। अभी तक भी ये नहीं पता चल पाया है कि आखिर वो शख्स कौन था जिसने सपेरे से कह कर सांप को निगम के दफ्तर में छुड़वाय़ा।

'डेढ़ इश्किया' से सोनिया गांधी का कनेक्‍शन

dedh ishquia conection with sonia gandhi
शुक्रवार को आई फिल्म डेढ़ इश्किया का संबंध कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से है। मामला विवादति भी हो सकता है।

विशाल भारद्वाज के बैनर की फिल्‍म डेढ़ इश्किया का संबंध सोनिया गांधी से है। ऐसा इस फिल्‍म के एक पात्र से स्‍थापित होता है।

फिल्म में एक शायर का पात्र है। जिसे अभिनेता मनोज पहवा निभा रहे हैं। इस शायर को इटली का ‌दिखाया जाता है। शायर अपने शहर को जिस तरह से सरनेम की तरह प्रयोग करते हैं उसी तरह यह शायर भी करता है।

इस शायर का सरनेम इटालवी है। फिल्म में कई बार वह अपने इटली के होने की बात करता है।

इंटरवल के बाद के एक सीन में वह साफ-साफ कहता है कि उसे परेशान न किया जाए। उसकी अम्मी इटली में सोनिया गांधी के साथ पढ़ी हैं।

बाद में उस पात्र को वाकई ताकतवर व्यक्ति के रूप में दिखाया जाता है। फिल्म में एक जगह पर एडीए का प्रयोग भी किया गया है।

वो 150 फुट ऊंचे टावर पर चढ़ा तो थम गईं सांसें

man climbed at 150 feet high tower to read news paper
कुछ अजब किस्म के इंसान के गजब शौक होते हैं। जम्मू-कश्मीर के बहरोट पंजा चौक का रहने वाला युवक मोहम्मद रशीद शुक्रवार को 150 फुट ऊंचे टावर पर जा चढ़ा।

ऊपर जाकर वह अखबार पढ़ने लगा। उसे ऐसा करते देख लोग हैरत में पड़ गए और वहां भीड़ लग गई।

चुंबकीय आदमीः बदन पर चिपक गए 53 चम्मच


लोगों को यह डर था कि वह आत्महत्या करने तो नहीं जा रहा! जब वह नीचे उतरा तो बताया कि उसे ऊपर से शहर की खूबसूरती देखने में मजा आता है। पहले भी उसने ऐसा किया है।

इधर, इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। नीचे उतरने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

करीब एक घंटे तक चले इस ड्रामे में पुलिस के जवान नीचे खड़े होकर उसे नीचे उतरने के लिए पुकारते रहे।

निकला था प्यार की तलाश में पर बीच रास्ते जम गया

पाकिस्तानी बहादुरः औरों को बचाने में दे दी अपनी जान

pakistan_hero_for_award
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आत्मघाती हमलावर को स्कूल पर हमला करने से रोकने की कोशिश में मारे गए नौवीं कक्षा के छात्र एतजाज हसन को बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की सिफारिश की है।

प्रधानमंत्री ने उन्हें सितारा-ए-शुजात से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति ममनून हुसैन को पत्र लिखा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि एतजाज हसन के साहसी कदम की वजह से न केवल सैकडों छात्रों की जान बच गई बल्कि उन्होंने बहादुरी और देशभक्ति की उच्च मिसाल कायम की है।

इससे पहले, शुक्रवार को पाकिस्तानी संसद के ऊपरी सदन ने कराची में चरमपंथी हमले में मारे गए सिंध पुलिस अधिकारी चौधरी असलम और हंगो में स्कूल पर आत्मघाती हमले की कोशिश नाकाम बनाते हुए जान देने वाले छात्र एतजाज हसन को श्रद्धांजलि अर्पित की।

खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस प्रमुख ने भी राज्य सरकार से सिफारिश की है कि बहादुरी का प्रदर्शन करने एतजाज हसन उच्च नागरिक पुरस्कार के लिए नामित किया जाए।

हंगू के इब्राहीम जई स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र एतजाज हसन ने पिछले सोमवार को अपने स्कूल में आत्मघाती हमला करने का इरादा रखने वाले लडके को रोकने की कोशिश की थी और इसी दौरान विस्फोट से उनकी और हमलावर दोनों की मौत हो गई थी लेकिन स्कूल आपदा से बच गया था।

एतजाज हसन के चचेरे भाई मुदस्सर बंगश एडवोकेट ने बीबीसी को बताया कि सोमवार की सुबह एतजाज स्कूल जा रहे थे, तभी रास्ते में स्कूल की वर्दी पहने हुए एक युवक ने उनसे सरकारी हाई स्कूल का पता पूछा था।

पत्नी से झगड़ा कर रहे पति ने सिपाही का गला रेता

husband attacked policemen in delhi
नई दिल्ली के अलीपुर में बृहस्पतिवार देर रात पति-पत्नी के बीच हुए झगड़े की कॉल पर गए सिपाही शंकर को धारदार हथियार मारकर घायल कर दिया गया। इसके बावजूद शंकर ने भाग रहे आरोपी युवक ललित को दबोच लिया।

अस्पताल में भर्ती सिपाही की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। उसके गले पर सात सेंटीमीटर लंबा जख्म है। आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस के अनुसार, अलीपुर निवासी ललित बिजली कंपनी में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी है। बृहस्पतिवार रात करीब डेढ़ बजे ललित की पत्नी सुनीता ने 100 नंबर पर फोन कर बताया कि उसका पति दूसरी महिला के साथ रहता है। इसको लेकर दोनों में झगड़ा हो रहा है।

पढ़ें, रेप की कोशिश, आरोपी को 5 जूते की सजा


इस पर अलीपुर थाने में तैनात एएसआई सतवीर और सिपाही शंकर वहां पहुंचे। वहां शराब के नशे में धुत ललित पत्नी को पीट रहा था। शंकर ने रोकने का प्रयास किया तो ललित ने उसके गले पर धारदार हथियार से वार किया और भागने लगा। इसके बावजूद शंकर ने आरोपी को दबोच लिया।

एएसआई सतवीर ने इसकी जानकारी थाने में दी। थाने से पहुंची पुलिस ने शंकर को राजा हरिश्चंद अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिया है।

पढ़ें, बेटी को जिंदा दफनाते पकड़ा गया पिता

बढ़ सकती है रियायती गैस सिलेंडरों की संख्या

government to seriously consider raising lpg cylinder quota says veerappa moily
सियासी दबाव के चलते यूपीए सरकार ने अब रियायती रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या नौ से बढ़ाकर 12 करने की तैयारी शुरू कर दी है।

दो दिन पहले तक ऐसी किसी संभावना से इनकार करने वाले पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने पार्टी हाईकमान के इशारे पर उनसे मिलने पहुंचे कांग्रेसी सांसदों के दल को इसका आश्वासन दिया है।

मोइली के इस आश्वासन के बाद रियायती सिलेंडरों की संख्या में इजाफा होना लगभग तय माना जा रहा है।

शुक्रवार को कांग्रेस सांसदों संजय निरुपम, महाबल मिश्रा, पीसी चाको और अन्य ने इस संदर्भ में मोइली से मुलाकात की। बैठक में सांसदों ने मोइली को एक ज्ञापन सौंपते हुए रियायती सिलेंडरों की संख्या बढ़ाने की मांग की।

इस पर मोइली ने गंभीरता से विचार के साथ इस प्रस्ताव को राजनीतिक मामलों की कैबिनेट कमेटी के समक्ष जल्द रखने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस मसले पर वित्त मंत्री पी चिदंबरम से विचार विमर्श किया जाएगा।

सिलेंडरों के मसले पर पीएम से मिले राहुल
आर्थिक वजहों को कारण बताकर रियायती गैस सिलेंडरों की संख्या निर्धारित करने वाली यूपीए सरकार और कांग्रेस आम चुनाव में लोगों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती है।

मतदाताओं को लुभाने के कदम के तहत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात की और रियायती गैस सिलेंडरों की वर्तमान संख्या को बढ़ाने की जोरदार पैरवी की।

LIVE: सचिवालय की छत पर पहुंचे केजरीवाल

arvind kejriwal janta darbar at delhi sachivalaya
12 बजेः भीड़ बेकाबू होने के बाद केजरीवाल वहां से चले गए थे। उसके बाद बाहर निकले और जनता को समझाने की कोशिश की। और अब वह सचिवालय की छत पर खड़े होकर लोगों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं।

12.05 बजेः केजरीवाल जनता को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि ठेके पर काम करने वाले लोगों की समस्याओं पर एक महीने में कार्रवाई होगी।

11.35 बजेः
मुख्यमंत्री केजरीवाल फिर बाहर आए और उन्होंने भारी भीड़ से कहा कि उनकी समस्याओं पर ध्यान दिया जाएगा।

11.15 बजेः अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें इतनी ज्यादा भीड़ का अंदाजा नहीं था। भीड़ बेकाबू हो गई। आज हमारा पहला दिन था। जहां मैं बैठा था, वहां शिकायतें लेने के बाद भी लोग नहीं हट रहे थे। इंतजाम में कमी रह गई।

11.10 बजेः दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि मुझे निकलना पड़ा, क्यों‌कि लोग मेरी टेबल पर भी चढ़े थे। इंतजाम में कमी थी। भीड़ थी, तो हमें दूसरे तरह से इंतजाम करना पड़ेगा। लोगों को कतार में खड़ा होकर शिकायतें बतानी होंगी। वरना धक्का-मुक्की में गड़बड़ हो सकती है।

11.07 बजेः केजरीवाल ने कहा कि बहुत से ऐसे लोग थे, जो बधाई देने आए थे। हाथ मिलाने आए थे। अगर मैं वहां से नहीं निकलता, तो भगदड़ मच सकती थी। मंत्री अपनी-अपनी टेबल पर बैठे थे। लेकिन लोगों की भीड़ मेरी तरफ ज्यादा थी। मैं सहमत हूं कि सभी लोग मुझसे मिलना चाहते थे। मैं घबराया गया। या तो लोकेशन बदलनी पड़ेगी या तरीका बदलना होगा। अफसरों के साथ बैठकर इस पर चर्चा होगी। सोमवार-मंगलवार को जनता दरबाद नहीं लगेगा।

11.05 बजेः दिल्ली के नए सीएम ने कहा कि दो-तीन दिन रुकेंगे। देखेंगे कि कहां इंतजाम बेहतर रहेगा। इंतजाम में सुधार की जरूरत करनी पड़ेगी। लोगों की उम्मीदें बहुत हैं। मैंने भी गौर किया कि सरकारी कर्मचारी काफी निराश हैं। किसी की पेंशन नहीं मिली, किसी को स्‍थायी नहीं किया गया। सरकारी कर्मचारी, सरकार से ज्यादा नाराज हैं।

11.02 बजेः
केजरीवाल के मुताबिक 70 फीसदी से ज्यादा दिक्कतें सरकारी कर्मचारियों की थी। दूसरे नंबर पर पानी की समस्या। तीसरी दिक्कत बिजली के बिलों की है। लोगों का कहना है कि बिल गलत भेज दिया, फिर कनेक्‍शन काट दिया।anta darbar

11 बजेः दिल्ली सचिवालय के बाहर ‌अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे लोग केवल दिल्ली के लिए नहीं हैं। उनके अलावा दिल्ली के पड़ोसी राज्यों से भी लोग अपनी समस्याएं लेकर आए हैं। उनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल उनकी दिक्कतें भी दूर कर सकते हैं।

10.55 बजेः दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने कल ऐलान किया था कि हर शनिवार केजरीवाल और उनकी कैबिनेट सचिवालय के बाहर लगने वाले जनता दरबार में लोगों की दिक्कतें सुनेंगे और समाधान देने की कोशिश करेंगे।

10.50 बजेः
अरविंद केजरीवाल के वहां से जाने के बाद कुछ लोग धरना देकर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी समस्या का हल नहीं मिलेगा, वह वहां से नहीं जाएंगे।

10.45 बजेः
दिल्ली सचिवालय के बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मी चीजों को संभालने की काफी कोशिश हो रही है, लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही। पुलिसकर्मियों को भीड़ को संभालने में काफी दिक्कत हो रही है।

10.40 बजेः
अव्यवस्‍था का आलम यह है कि लोगों की शिकायत से जुड़े तमाम अहम दस्तावेज सड़क पर बिखरे पड़े हैं और जो लोग शिकायत करने आए थे, वे अपने-अपने दस्तावेज तलाशने में जुटे हैं।

10.28 बजेः
जनता दरबार में पूरी व्यवस्‍था चरमरा गई। सचिवालय प्रशासन को कतई अंदाजा नहीं रहा होगा कि वहां इतनी बड़ी तादाद में लोग पहुंच जाएंगे। हालात ‌इतने बिगड़े कि केजरीवाल को वहां से निकलना पड़ा।

10.27 बजेः
बेकाबू भीड़ की वजह इतनी अफरा-तफरी मची कि लोगों के जरूरी दस्तावेज तक गायब हो गए।

10.25 बजेः
भारी भीड़ की वजह से दिल्‍ली सचिवालय के बाहर अफरा-तफरी का माहौल। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केवल 15 मिनट वहां रुकने के बाद रवाना हो गए।

10.20 बजेः भारी भीड़ ने सुरक्षा घेरा तोड़ा।

‘सत्याग्रह: ट्रूथ फोर्स’ में दिखेगी रेत माफियाओं की हकीकत

Documentary on India's sand mining mafia to screen at MIFF
देश में गंगा की तटों से रेत के अवैध खनन पर बनी ऑस्ट्रेलियाई फिल्मकार लिजा सबीना हार्ने की डॉक्यूमेंट्री 'सत्याग्रह: ट्रूथ फोर्स' मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (एमआईएफएफ) में दिखाई जाएगी।

इसने पिछले साल दिल्ली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ फीचर डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार जीता था। डॉक्यूमेंट्री में उन भारतीय संतों की कहानी दिखाई गई है, जो गंगा की तटों पर रेत की खुदाई का विरोध कर रहे हैं।

हार्ने ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि मेरी फिल्म को एमआईएफएफ में एंट्री मिली। मेरा मानना है कि समारोह में डॉक्यूमेंट्री फिल्म को एंट्री मिलने से हम इस मुद्दे को लोगों के बीच ले जा सकेंगे।'

फिल्म में अंधाधुंध खनन करने वाले रेत माफियाओं और इसमें शामिल राजनीतिज्ञों के खिलाफ 2011 से सत्याग्रह कर रहे संतों की जीवनी दिखाई गई है। इसमें साधुओं को धमकाने, पीटने, जेल जाने और उनकी हत्या की कहानी भी है। फिल्म में स्वामी शिवानंद के पवित्र नदी को बचाने की कोशिशों को भी दर्शाया गया है।

स्वामी शिवानंद ने कहा, 'मैं बद्रीनाथ आने के लिए लिसा को धन्यवाद देता हूं। हम गंगा को माफियाओं द्वारा नष्ट नहीं होने देंगे। अगर एक साधु मरा तो दूसरा उठ खड़ा होगा।'

उल्लेखनीय है कि भारत दुनिया के तीन सबसे बडे़ सीमेंट उत्पादकों में से है और यह फिल्म नदी के पाटों से रेत और पत्थरों के खनन से हो रहे पर्यावरणीय नुकसान पर भी सवाल खडे़ करती है। पिछले साल उत्तराखंड में भयानक बाढ़ का कहर इसका गवाह है।

पर्यावरणविद वंदना शिवा कहती हैं, 'यह कहानी भारत के भविष्य के लिहाज से अहम है। सच्चाई है कि ये साधु मजबूती से खडे़ हैं। फिल्म में साफ तौर पर दिखाया गया है कि माफियाओं और नेताओं द्वारा पर्यावरण को नजरअंदाज करने से इसे खासा नुकसान पहुंच रहा है।'

अब पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को मिलेगी अतिरिक्त सुरक्षा

Pakistan to get more security in Bangladesh Asia Cup
भले ही सुरक्षा कारणों से लंबे समय से किसी भी विदेशी क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है लेकिन अब यही पाक टीम अब सुरक्षा के नाम पर दूसरे देश का दौरा करने से डर रही है।

बांग्लादेश में एशिया कप का आयोजन 25 फरवरी से आठ मार्च तक होना है। पहले ऐसी खबरें आ रही थी ‌कि इस टूर्नामेंट का आयोजन कहीं और किया जा सकता है लेकिन आईसीसी ने बांग्लादेश में ही इसे कराने का फैसला लिया।

बांग्लादेश में इन दोनों राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है जिस कारण देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक झड़पें हो रही हैं।

अब सुरक्षा कारणों से बांग्लादेश का दौरा करने से हिचकिचा रही पाकिस्तानी टीम को आगामी एशिया कप क्रिकेट में बांग्लादेश ने अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने का वादा किया है।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अधिकारियों ने आईसीसी की हुई बैठक से इतर इस मसले पर आपस में बात की।

बीसीबी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, "बीसीबी ने पीसीबी को आश्वस्त किया है कि टूर्नामेंट के दौरान उनकी टीम को अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा पाकिस्तान की भागीदारी को लेकर आईसीसी की बैठक से अलग एशियाई देशों के प्रतिनिधियों के बीच भी आपस में बातचीत हुई।"

इस बीच पीसीबी ने कहा है कि वह बांग्लादेश में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने अपने प्रतिनिधि को भेजेगा जिसके बाद ही टीम की भागीदारी के बारे में कोई फैसला लिया जाएगा।

AAP इफेक्ट: द‌िल्ली से भागे पानी माफ‌िया

aap action on water mafia in delhi
दिल्ली में टैंकर माफिया के खिलाफ केजरीवाल सरकार के कड़े रुख के बाद पानी के तस्करों ने गुड़गांव और फरीदाबाद का रुख कर लिया है।

दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में अब इन दोनों शहरों से टैंकरों से पानी की सप्लाई का कारोबार जोर पकड़ रहा है।

गुड़गांव सहित एनसीआर के दूसरे शहरों में पानी की तस्करी एक बड़ा कारोबार है। इस कारोबार से बड़ी-बड़ी नामचीन हस्तियों के साथ सफेदपोश भी जुड़े हैं।

चूंकि पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य हो रहे हैं, ऐसे में टैंकरों से पानी सप्लाई कर पानी की भरपाई की जाती है।

सर्वविदित है कि अवैध बोर पर सुप्रीम कोर्ट की पाबंदी है। इस पाबंदी के बाद से लुके-छिपे टैंकरों से पानी की तस्करी का कारोबार किया जाता है।

अब चूंकि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए इस पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है, ऐसे में दिल्ली के पानी तस्करों के साथ गुड़गांव और फरीदाबाद के पानी तस्कर भी उक्त दो शहरों में सक्रिय हो गए हैं।

गुड़गांव से दिल्ली की पहुंच पांच दिशाओं से है। फरीदाबाद से तीन बॉर्डर क्रॉस कर दिल्ली में प्रवेश किया जा सकता है। इन दोनों शहरों से दिल्ली के सीमावर्ती हिस्सों में पहले भी टैंकरों से पानी सप्लाई होता था। अब यह और बढ़ने के आसार हैं।

हर महीने करीब 50 मामले होते हैं दर्ज

अकेले गुड़गांव में हर महीने औसतन 50 के करीब अवैध बोरवेल के मामले दर्ज होते हैं।

प्रशासन की अनुशंसा पर पुलिस अवैध बोरवेल करने वालों पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी कर रही है, लेकिन शहर के बाहरी हिस्सों में अभी धडल्ले से अवैध बोरवेल से टैंकरों में पानी भरा जा रहा है।

मानेसर, पटौदी, बजघेड़ा और दौलताबाद की ओर बड़ी संख्या में अभी अवैध बोरवेलों से टैंकरों में पानी भरा जाता है।

सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ेगी
नगर निगम के कमिश्नर डॉ. प्रवीण कुमार भी स्वीकार करते हैं कि अवैध बोरवेल पर पूरी तरह पाबंदी नहीं लग पाई। दिल्ली में सख्ती के बाद उन्होंने भी ऐसी संभावना जताई है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। अलग से टीम बनाकर निगरानी कराई जाएगी। हालांकि प्रशासन की ओर से पहले से ही एक टीम बनाई गई है।

तौकीर तोड़ लेंगे सपा से सभी 'रिश्ते-नाते'

touqir raza leaves sp
इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल के अध्यक्ष व हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग के सलाहकार मौलाना तौकीर रजा खां शनिवार को समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ देंगे।

वह सभी सरकारी सुविधाएं भी वापस कर देंगे। इसका ऐलान वह बरेली में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में करेंगे।

मौलाना ने बताया कि पांच दिसंबर को सीएम को अपना त्यागपत्र सौंप दिया था, लेकिन अभी गठबंधन नहीं टूटा था।

उन्होंने सांप्रदायिकता को रोकने और सेक्युलर विचार को बढ़ावा देने के लिए लोकसभा चुनाव के लिए तीन शर्तों पर सपा से गठबंधन किया था।

गठबंधन में दंगा जांच आयोग का गठन करने, पीसीएस (जे) में उर्दू का पेपर इसी साल से बहाल करने और बेकुसूर लोगों से मुकदमे वापसी की शर्तें थीं। सरकार ने इन पर आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं किया।

कहा, कोसीकलां से मुजफ्फरनगर तक छोटे-बड़े सौ से ज्यादा दंगे हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र से धन मिला पर मदरसा मॉडर्न शिक्षकों को वेतन नहीं मिला।

150 फुट ऊंचे टावर पर चढ़ा, थम गईं सांसें

man climbed at 150 feet high tower to read news paper
कुछ अजब किस्म के इंसान के गजब शौक होते हैं। जम्मू-कश्मीर के बहरोट पंजा चौक का रहने वाला युवक मोहम्मद रशीद शुक्रवार को 150 फुट ऊंचे टावर पर जा चढ़ा।

ऊपर जाकर वह अखबार पढ़ने लगा। उसे ऐसा करते देख लोग हैरत में पड़ गए और वहां भीड़ लग गई।

चुंबकीय आदमीः बदन पर चिपक गए 53 चम्मच


लोगों को यह डर था कि वह आत्महत्या करने तो नहीं जा रहा! जब वह नीचे उतरा तो बताया कि उसे ऊपर से शहर की खूबसूरती देखने में मजा आता है। पहले भी उसने ऐसा किया है।

इधर, इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। नीचे उतरने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

करीब एक घंटे तक चले इस ड्रामे में पुलिस के जवान नीचे खड़े होकर उसे नीचे उतरने के लिए पुकारते रहे।

निकला था प्यार की तलाश में पर बीच रास्ते जम गया

आज बुंदेलों की धरती पर गरजेंगे सपा सुप्रीमो

mulayam speaks on bundela land
बुंदेलों की धरती पर समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव शनिवार को विरोधियों पर गरजेंगे। मिशन-2014 के तहत झांसी में होने वाली 'देश बचाओ-देश बनाओ' रैली की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

कई मंत्री शुक्रवार को ही झांसी पहुंच गए। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा सुप्रीमो शनिवार को झांसी पहुंचेंगे।

'देश बचाओ-देश बनाओ' रैलियों की बात करें तो सपा की आजमगढ़, मैनपुरी, आगरा और बरेली के बाद शनिवार को झांसी में यह पांचवीं रैली होगी।

सपा की पिछली रैली बरेली में हुई थी। इसी दिन नरेंद्र मोदी की आगरा में विजय शंखनाद रैली भी थी। इसके बाद नरेंद्र मोदी की 20 दिसंबर को वाराणसी में रैली हुई।

यह इत्तफाक ही था कि उसी दिन सपा ने बदायूं में विकास रैली की। इसके बाद राजनीतिक हालात बदले हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई है।

भाजपा, कांग्रेस जैसे दल 'आप' के उभार के बाद घाटे-मुनाफे का अपने नजरिये से आकलन कर रहे हैं। हो सकता है कि इसका भी कुछ असर रैली पर दिर्खाई दे।

सपा की नजर सामाजिक समीकरण और विकास पर टिकी है। पांच जनवरी को सपा मुख्यालय से प्रारंभ हुई अति पिछड़ी जातियों की सामाजिक न्याय अधिकार यात्रा भी कई जिलों में घूमकर शाम को झांसी में पहुंच गई।

बुंदेलखंड क्षेत्र पिछड़ा हुआ है। इसमें ग्रामीण आबादी ज्यादा है। बहुत संभव है कि चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री इस इलाके को विकास की कुछ सौगातें भी दें।

हाल के दिनों में सपा पर विरोधी दलों ने तीखे हमले किए हैं। माना जा रहा है कि सपा सुप्रीमो इनका जवाब दे सकते हैं।

रैली की व्यवस्था संभाल रहे सपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और पूर्व सांसद चंद्रपाल सिंह यादव समेत तमाम नेता रैली को कामयाब बनाने में जुटे हैं।

झांसी के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में होने वाली रैली की तैयारी के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद सिंह, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री राजा महेंद्र अरिदमन सिंह कई दिनों से वहां डटे हैं।

पंचायती राज मंत्री बलराम यादव और कई निगमों, आयोगों के ओहदेदार और सलाहकार रैली से पहले झांसी पहुंच गए।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव शनिवार को लखनऊ से करीब 11 बजे स्टेट प्लेन से झांसी के लिए रवाना होंगे और वे लगभग दो घंटे वहां रहेंगे।

हाईटेक व्यवस्थाएं होंगी रैली में
सपा रैली के लिए भव्य मंच के साथ और हाईटेक व्यवस्थाएं की गई हैं। 25 गुणा 60 फीट के मंच पर बड़ी एलईडी स्क्रीन रहेगी।

मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और अन्य नेताओं को लोग ठीक तरह से देख सकें इसके लिए भीड़ के बीच 10 वीडियो स्क्रीन होगी। मंच के पीछे मीडिया सेंटर में इंटरनेट और वाईफाई सुविधा रहेगी।

प्रदेश की विभिन्न योजनाओं को एलईडी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। साउंड सिस्टम भी अत्याधुनिक रहेगा। सपा की वेबसाइट www.samajwadiparty.in पर रैली का लाइव कवरेज होगा।

'भाई की हत्या कर सिपाहियों ने किया मेरे साथ गैंगरेप'

policemen killed my brother and raped
पीड़ित महिला की ओर से मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। हमने महसूस किया कि जिस थाना पुलिस पर महिला आरोप लगा रही है वहां विवेचना कराना न्यायसंगत नहीं रहेगा। इसलिए महिला थानाध्यक्ष को विवेचना सौंपी गई है। उनके सहयोगी के रूप में बिसौली कोतवाली प्रभारी से मदद को कहा गया है। फैजगंजबेहटा थाना पुलिस का इससे कोई मतलब नहीं रहेगा। पूरे मामले की निष्पक्ष विवेचना की जाएगी।

- अतुल सक्सेना, एसएसपी

उत्तर प्रदेश के बदायूं में फैजगंजबेहटा थाने की आसफपुर चौकी पुलिस के दो सिपाहियों ने भाई की हत्या कर बहन से छेड़छाड़ ही नहीं की थी बल्कि उसके साथ गैंगरेप किया था।

पहले घटना से सहमी विवाहित युवती ने बलात्कार की कोशिश की बात कही थी लेकिन जब कुछ सियासी लोगों का सहारा मिला तो उसने पुलिस की कलई खोल दी।

आखिरकार पुलिस ने युवक की हत्या और उसकी बहन से गैंगरेप के मामले में शुक्रवार को दो अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। एसएसपी के आदेश पर फैजगंजबेहटा थाने में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही विवेचना महिला थानाध्यक्ष को दे दी गई है।

पढ़ें, गर्लफ्रेंड ने ब्वॉयफ्रेंड से कराया पड़ोसी का रेप

बता दें कि बरेली जिला निवासी एक युवक का रक्तरंजित शव छह जनवरी की रात में आसफपुर क्षेत्र में पड़ा मिला था। उसकी बहन भी बराबर में घायल पड़ी थी।

सूचना मिलने पर पहुंचे फैजगंजबेहटा एसओ गंगासिंह यादव ने घायल युवती को अस्पताल में भर्ती कराया। होश आने पर युवती ने आसफपुर चौकी के दो सिपाहियों पर गंभीर आरोप लगाए थे।

युवती ने बताया कि चौकी के दो सिपाहियों ने उसके साथ बलात्कार की कोशिश की और भाई के सिर में डंडा मारकर उसकी हत्या कर दी। पीड़ित महिला थाने न जाकर अधिकारियों के पास बदायूं पहुंची। पहले दिन उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी।

पढ़ें, बेटी को जिंदा दफनाते पकड़ा गया पिता

फिर दो दिन तक पीड़िता रिपोर्ट कराने नहीं पहुंची। दूसरी तरफ पुलिस महकमा युवक की मौत को दुर्घटना का परिणाम बताते हुए इतने दिन तक इसे साबित करने के लिए सुबूत जुटाता रहा।

बृहस्पतिवार की रात युवती ने एसएसपी अतुल सक्सेना को तहरीर दी। इस संशोधित तहरीर में दो सिपाहियों पर गैंगरेप का आरोप लगाया गया है।

एसएसपी के आदेश पर फैजगंजबेहटा थाना पुलिस ने पीड़िता की ओर से दो अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और दुराचार की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इसके साथ ही विवेचना महिला थाना एसओ विजय सिरोही को दे दी गई।

LIVE: दरबार में बवाल पर केजरीवाल ने दी सफाई

arvind kejriwal janta darbar at delhi sachivalaya
11.15 बजेः अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें इतनी ज्यादा भीड़ का अंदाजा नहीं था। भीड़ बेकाबू हो गई। आज हमारा पहला दिन था। जहां मैं बैठा था, वहां शिकायतें लेने के बाद भी लोग नहीं हट रहे थे। इंतजाम में कमी रह गई।

11.10 बजेः दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि मुझे निकलना पड़ा, क्यों‌कि लोग मेरी टेबल पर भी चढ़े थे। इंतजाम में कमी थी। भीड़ थी, तो हमें दूसरे तरह से इंतजाम करना पड़ेगा। लोगों को कतार में खड़ा होकर शिकायतें बतानी होंगी। वरना धक्का-मुक्की में गड़बड़ हो सकती है।

11.07 बजेः केजरीवाल ने कहा कि बहुत से ऐसे लोग थे, जो बधाई देने आए थे। हाथ मिलाने आए थे। अगर मैं वहां से नहीं निकलता, तो भगदड़ मच सकती थी। मंत्री अपनी-अपनी टेबल पर बैठे थे। लेकिन लोगों की भीड़ मेरी तरफ ज्यादा थी। मैं सहमत हूं कि सभी लोग मुझसे मिलना चाहते थे। मैं घबराया गया। या तो लोकेशन बदलनी पड़ेगी या तरीका बदलना होगा। अफसरों के साथ बैठकर इस पर चर्चा होगी। सोमवार-मंगलवार को जनता दरबाद नहीं लगेगा।

11.05 बजेः दिल्ली के नए सीएम ने कहा कि दो-तीन दिन रुकेंगे। देखेंगे कि कहां इंतजाम बेहतर रहेगा। इंतजाम में सुधार की जरूरत करनी पड़ेगी। लोगों की उम्मीदें बहुत हैं। मैंने भी गौर किया कि सरकारी कर्मचारी काफी निराश हैं। किसी की पेंशन नहीं मिली, किसी को स्‍थायी नहीं किया गया। सरकारी कर्मचारी, सरकार से ज्यादा नाराज हैं।

11.02 बजेः
केजरीवाल के मुताबिक 70 फीसदी से ज्यादा दिक्कतें सरकारी कर्मचारियों की थी। दूसरे नंबर पर पानी की समस्या। तीसरी दिक्कत बिजली के बिलों की है। लोगों का कहना है कि बिल गलत भेज दिया, फिर कनेक्‍शन काट दिया।

11 बजेः दिल्ली सचिवालय के बाहर ‌अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे लोग केवल दिल्ली के लिए नहीं हैं। उनके अलावा दिल्ली के पड़ोसी राज्यों से भी लोग अपनी समस्याएं लेकर आए हैं। उनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल उनकी दिक्कतें भी दूर कर सकते हैं।

10.55 बजेः दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने कल ऐलान किया था कि हर शनिवार केजरीवाल और उनकी कैबिनेट सचिवालय के बाहर लगने वाले जनता दरबार में लोगों की दिक्कतें सुनेंगे और समाधान देने की कोशिश करेंगे।

10.50 बजेः
अरविंद केजरीवाल के वहां से जाने के बाद कुछ लोग धरना देकर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी समस्या का हल नहीं मिलेगा, वह वहां से नहीं जाएंगे।

10.45 बजेः
दिल्ली सचिवालय के बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मी चीजों को संभालने की काफी कोशिश हो रही है, लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही। पुलिसकर्मियों को भीड़ को संभालने में काफी दिक्कत हो रही है।

10.40 बजेः
अव्यवस्‍था का आलम यह है कि लोगों की शिकायत से जुड़े तमाम अहम दस्तावेज सड़क पर बिखरे पड़े हैं और जो लोग शिकायत करने आए थे, वे अपने-अपने दस्तावेज तलाशने में जुटे हैं।

10.28 बजेः
जनता दरबार में पूरी व्यवस्‍था चरमरा गई। सचिवालय प्रशासन को कतई अंदाजा नहीं रहा होगा कि वहां इतनी बड़ी तादाद में लोग पहुंच जाएंगे। हालात ‌इतने बिगड़े कि केजरीवाल को वहां से निकलना पड़ा।

10.27 बजेः
बेकाबू भीड़ की वजह इतनी अफरा-तफरी मची कि लोगों के जरूरी दस्तावेज तक गायब हो गए।

10.25 बजेः
भारी भीड़ की वजह से दिल्‍ली सचिवालय के बाहर अफरा-तफरी का माहौल। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केवल 15 मिनट वहां रुकने के बाद रवाना हो गए।

10.20 बजेः भारी भीड़ ने सुरक्षा घेरा तोड़ा।


anta darbar

रेप की कोशिश, आरोपी को 5 जूते की सजा

weird decision of panchayat on rape accused
क्षेत्र के एक गांव में युवक ने साढे़ चार साल की बालिका के साथ दुराचार का प्रयास किया। इसके बाद गांव में बिरादरी की पंचायत हुई, जिसमें आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल करते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।

जिस पर पंचों के आदेश पर बच्ची की मां ने आरोपी युवक को पांच जूते मारे। पुलिस को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। यह मामला मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव का है।

रेलवे लाइन के पास स्थित इस गांव के एक युवक ने गुरुवार दुपहर को पड़ोसी की साढे़ चार साल की बेटी को बहला फुसला कर उसके साथ दुराचार का प्रयास किया। बच्ची के रोने पर आरोपी उसे छोड़ कर भाग गया।

बालिका के परिजनों ने बिरादरी के जिम्मेदार लोगों को इस बारे में बताया तो शुक्रवार दुपहर को गांव में ही बिरादरी की पंचायत बैठ गई, जिसमें आसपास के गांव के लोग भी शामिल हुए।

पंचों के आदेश पर आरोपी के परिजनों ने आरोपी युवक को पंचायत में पेश किया। पंचायत में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। जिस पर पंचों ने उसे पांच जूते मारने की सजा सुनाई।

पीड़िता बच्ची की मां ने पंचायत में ही आरोपी युवक को पांच जूते मारे, तब पंचायत ने उसे जाने दिया। इस संबंध में किसी ने पुलिस को खबर नहीं दी है।

मंसूरपुर इंस्पेक्टर एके सिंह ने बताया कि उन्हें ऐसी कोई घटना या पंचायत होने की जानकारी नहीं है।

3 घंटे में बने AAP के 50 हजार सदस्य

bumper opening of aam aadmi party campaign
आम आदमी पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू होने के पहले ही दिन कनॉट प्लेस स्थित पार्टी कार्यालय पर सुबह से ही लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था।

दोपहर होते-होते सैकड़ों लोग जमा हो गए। इस दौरान फार्म लेने के लिए लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा।

कोई हाथ जोड़कर फार्म देने की गुजारिश करता दिखा तो कोई फार्म भरने के लिए जरूरी जानकारी जुटाता रहा। कार्यकर्ताओं ने लोगों को समझाने की कोशिश की कि फॉर्म ऑनलाइन भी भरा जा सकता है।

यह भी बताया गया कि कार्यालय पर आने की जगह लोग अपने इलाके में कार्यकर्ता कैंप लगाएंगे जहां आसानी से फार्म भरा सकेगा। फिर भी लोग बगैर फॉर्म भरे वापस लौटने को तैयार नहीं दिखे।

वहीं, पार्टी नेताओं ने बताया कि देशभर से बेहतर प्रतिक्रिया मिल रही है। अभियान शुरू होने के पहले तीन घंटे में 47,500 लोगों ने वेबसाइट के माध्यम से सदस्यता ली। वहीं, 1950 लोग एमएमएस व मिस्ड कॉल से पार्टी के सदस्य बने।