Monday, March 24, 2014

राजनाथ के प्रचार में जुटेगा उनका पूरा कुनबा

rajnath singh in lucknow
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के चुनाव की कमान लखनऊ में उनके परिवार के हाथ में रहेगी।

उनके बड़े पुत्र और भाजपा के प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह ने राजधानी में लोगों से मिलना-जुलना शुरू कर दिया है। वह प्रमुख लोगों के घर जा रहे हैं।

राजनाथ की पत्नी सावित्री सिंह और छोटे पुत्र के 26 मार्च को राजनाथ के साथ ही लखनऊ आने की संभावना है।

राजनाथ तो तीन दिन बाद दिल्ली वापस लौट जाएंगे लेकिन उनके परिवार के सदस्य मतदान तक लखनऊ में ही रुकेंगे।

यह पहला मौका नहीं होगा जब राजनाथ की चुनाव कमान संभालने के लिए उनका परिवार मैदान में उतरेगा।

इससे पहले सिंह जब मुख्यमंत्री बने थे और हैदरगढ़ से उप चुनाव और विधानसभा का चुनाव लड़े थे, तब भी उनके परिवार ने हैदरगढ़ में गांव-गांव घूमकर लोगों से खुद संपर्क किया था।

इस बार तो स्थिति वैसे ही जटिल है। राजनाथ के लखनऊ सीट से उतरने के कारण भाजपा के ही तमाम लोग नाराज हैं। वैसे तो मौजूदा सांसद लालजी टंडन पार्टी अध्यक्ष के लिए चुनावी बैठकें कर रहे हैं।

पर, राजनाथ जानते हैं कि स्थितियां बहुत अनुकूल नहीं है। ऐसे में परिवार के लोगों की देखरेख में चुनावी लड़ाई लड़ना ही सुरक्षित विकल्प है।

इस बीच, सांसद लालजी टंडन ने कार्यकर्ताओं से खुद को राजनाथ समझकर चुनाव प्रचार में जुट जाने को कहा है। वह रविवार को यहां पार्टी मुख्यालय में महानगर के कार्यकर्ताओं की बैठक में बोल रहे थे।

कहा कि कार्यकर्ताओं को ही चुनाव की सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेनी होगी। तो महापौर डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा,'हमारा मुकाबला किसी से नहीं है।

चुनाव एकतरफा है। नेताओं ने कार्यकर्ताओं से 26 मार्च हवाई अड्डे पहुंचने की बात कहीं। सिंह तीन दिन लखनऊ में रहेंगे।

इस दौरान 27 मार्च को महानगर के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे और 28 को नगर के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।

ज्योतिरादित्य के लिए राज परिवार उतरेगा मैदान में

family will be there in election battle with jyotiraditya
मध्यप्रदेश में गुना शिवपुरी लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य के पक्ष में इस बार पूरा राज परिवार उतरने की तैयारी कर रहा है।

भाजपा ने यहां पर सिंधिया परिवार के धुर विरोधी जयभान सिंह पवैया पर दांव खेला है। उन्होंने भी मैदान में आते ही राज परिवार को अपने निशाने पर ले लिया हैं।

इसके बाद राज परिवार ने आरोप प्रत्यारोप में उलझने के बजाए सड़कों पर उतरकर सीधे मतदाताओं से संपर्क साधने की तैयारी की है।

फिलहाल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव अभियान की कमान उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने संभाल रखी हैं।

जयविलास पैलेस से जुड़े लोगों की माने तो सिंधिया राज घराना बजरंगी नेता और पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया को कतई हल्के में नहीं लेना चाहता और समर्थकों को चुनाव अभियान में जुट जाने के निर्देश दिए गए हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रचार के लिए उनकी मां राजमाता माधवीराजे सिंधिया, उनकी बहन और जम्मू की युवरानी चित्रांगदा सिंह भी जल्दी ही गुना-शिवपुरी पहुंचेंगी।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमन सिंधिया भी जनसंपर्क करेंगे। वह पिछले चुनावों में भी अपने पिता के लिये रोड-शो कर चुके हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद 2002 में हुए उपचुनाव से यहां पर लगातार सांसद हैं। इसी बीच किसी जमाने में सिंधिया के खासमखास रहे पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है।

रघुवंशी की गिनती खुद भी जनाधार वाले नेताओं में होती हैं। भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया कहते हैं कि मेरी लड़ाई तो जनता लड़ रही हैं।

'मुलायम करते हैं मुस्लिमों का भावनात्मक शोषण'

Muslims are emotionally abused by Mulayam
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने की शक्ति सिर्फ बसपा में ही है। बसपा को छोड़कर अन्य सभी दल नाटक करते हैं। उनकी नजर में थर्ड फ्रंट नाम की कोई चीज नहीं है।

वह रविवार की सुबह उत्तर प्रदेश के अमरोहा में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने मी लोकसभा चुनावों में पार्टी की सफलता के बारे में उनका कहना था कि इस समय कोई भी अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी। लेकिन बसपा ही प्रदेश में सांप्रदायिक ताकतों को रोक सकती है।

आरोप लगाया कि मुलायम सिंह यादव मुस्लिमों का भावनात्मक शोषण करते हैं। सपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान मुस्लिमों को आरक्षण देने का झूठा वादा किया। मुस्लिम सपा की चाल को समझ चुके हैं। सपा सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए कहा कि तमाम वादे पूरे नहीं किए गए।

मुलायम-चौधरी के समर्थकों में चले लात-घूंसे

SP and RLD's member quarrel
यूपी के बागपत में एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में बागपत के पिछड़ेपन का जिक्र होते ही सपाइयों और रालोदियों में एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हुए पहले नोकझोंक हुई और फिर हंगामा से ढिशुम-ढिशुम तक की नौबत आ गई। इतना हल्ला-गुल्ला मचा कि पुलिस भी बुलानी पड़ गई।

बाद में दोनों दलों के बड़े नेताओं ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं को डांट-डपटकर शांत कर दिया। कार्यक्रम में सपा, भाजपा, आप और रालोद के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। हालांकि, बसपा की ओर से कोई मौजूद नहीं था। जैसे ही बागपत के पिछड़ेपन का मुद्दा छिड़ा, सपाइयों और रालोदियों ने एक-दूसरे के नेताओं को जिम्मेदार बताना शुरू कर दिया।

बात बढ़ते-बढ़ते इतनी बढ़ गई कि दोनों ओर के लोग न सिर्फ कुर्सियों से उठ खड़े हुए बल्कि हंगामा भी करने लगे। हद तो तब हुई जब गिरेबान तक पकड़ लिए गए। एक-दो ने तो लात-घूंसे भी चला दिए। हंगामा बढ़ता देख सपा नेता साहब सिंह खड़े हुए और सपाइयों से शांत होने के लिए कहा।

वहीं, रालोद की तरफ से धनपाल गुर्जर ने रालोदियों को समझाया। इसके बाद थोड़ी देर हंगामा तो हुआ लेकिन फिर मामला शांत हो गया। इस बीच फोन पर पुलिस को खबर दे दी गई। इंस्पेक्टर अनिल कपरवान पूरे दलबल के साथ पहुंचे लेकिन तब तक हंगामा थम चुका था।

बाद में रालोद के जिलाध्यक्ष अनिल जैन ने सफाई देते हुए कहा कि सपाई संख्या में ज्यादा थे, रालोद से सिर्फ चार लोग ही थे, हंगामा भी सपाइयों ने ही किया। वहीं, सपा के जिलाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर का कहना है कि कुछ बातों को लेकर दोनों ओर से थोड़ा शोर-शराबा जरूर हुआ था लेकिन सपाइयों ने किसी तरह का कोई हंगामा नहीं किया।

नहर में गिरी अनियंत्रित कार, दो की मौत

Uncontrolled car jumped into the canal, two killed
आगरा-दिल्ली हाईवे पर श्रद्धालुओं की कार नहर में गिर गई। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। हादसा शनिवार की रात 1:30 बजे हुआ।

दिल्ली के न्यू उस्मानपुर निवासी अजय पुत्र परशुराम अपने तीन साथियों के साथ मेंहदीपुर बालाजी मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे।

तेज गति से आ रही कार अनियंत्रित हो गई और रेलिंग तोड़ती हुई नहर में जा गिरी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्रेन मंगाकर कार को नहर से बाहर निकाला। तब तक कार में सवार प्रेम गली निवासी अजय और राम पुत्र लखमीचंद की मौत हो चुकी थी।

दिल्ली के सलैमपुर स्थित फेस-3 निवासी अरुण पुत्र ओपी मेहता और न्यू उस्मानपुर निवासी राहुल पुत्र सत्यप्रकाश को पुलिस ने उपचार के लिए नर्सिंग होम में भर्ती कराया।

मृतक और घायलों के पास से बरामद कागजातों के आधार पर उनके परिवारजनों को सूचित किया गया। सुबह पांच बजे उनके परिवार वाले कोसी पहुंच गए थे। मामले में अरुण के पिता ओपी मेहता ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।

सपाइयों और रालोदियों में चले लात-घूंसे

SP and RLD's member quarrel
यूपी के बागपत में एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में बागपत के पिछड़ेपन का जिक्र होते ही सपाइयों और रालोदियों में एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हुए पहले नोकझोंक हुई और फिर हंगामा से ढिशुम-ढिशुम तक की नौबत आ गई। इतना हल्ला-गुल्ला मचा कि पुलिस भी बुलानी पड़ गई।

बाद में दोनों दलों के बड़े नेताओं ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं को डांट-डपटकर शांत कर दिया। कार्यक्रम में सपा, भाजपा, आप और रालोद के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। हालांकि, बसपा की ओर से कोई मौजूद नहीं था। जैसे ही बागपत के पिछड़ेपन का मुद्दा छिड़ा, सपाइयों और रालोदियों ने एक-दूसरे के नेताओं को जिम्मेदार बताना शुरू कर दिया।

बात बढ़ते-बढ़ते इतनी बढ़ गई कि दोनों ओर के लोग न सिर्फ कुर्सियों से उठ खड़े हुए बल्कि हंगामा भी करने लगे। हद तो तब हुई जब गिरेबान तक पकड़ लिए गए। एक-दो ने तो लात-घूंसे भी चला दिए। हंगामा बढ़ता देख सपा नेता साहब सिंह खड़े हुए और सपाइयों से शांत होने के लिए कहा।

वहीं, रालोद की तरफ से धनपाल गुर्जर ने रालोदियों को समझाया। इसके बाद थोड़ी देर हंगामा तो हुआ लेकिन फिर मामला शांत हो गया। इस बीच फोन पर पुलिस को खबर दे दी गई। इंस्पेक्टर अनिल कपरवान पूरे दलबल के साथ पहुंचे लेकिन तब तक हंगामा थम चुका था।

बाद में रालोद के जिलाध्यक्ष अनिल जैन ने सफाई देते हुए कहा कि सपाई संख्या में ज्यादा थे, रालोद से सिर्फ चार लोग ही थे, हंगामा भी सपाइयों ने ही किया। वहीं, सपा के जिलाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर का कहना है कि कुछ बातों को लेकर दोनों ओर से थोड़ा शोर-शराबा जरूर हुआ था लेकिन सपाइयों ने किसी तरह का कोई हंगामा नहीं किया।

विधवा से बाबा करता रहा रेप, गर्भवती हुई तो भेद खुला

rape to widow, became pregnant then exposed
पुलिस ने रविवार शाम क्षेत्र के एक मकान में दबिश देकर एक गर्भवती महिला को अपनी कस्टडी में ले लिया। पुलिस के अनुसार मकान में महिला का गर्भपात कराने की तैयारी चल रही थी।

पकड़ में आने के बाद मामले से संबंधित महिला ने खुद को विधवा बताते हुए डेरे के एक बाबा पर वर्षों से रेप करते रहने का आरोप लगाया है।

पुलिस ने महिला को अस्पताल में दाखिल कराया है। महिला का कहना है कि उसके गर्भ में पल रहा बच्चा आरोपी बाबा का ही है।

महिला की तरफ से इसकी शिकायत आईजी बार्डर रेंज से की गई है। उसने मामले में आरोपी बाबा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

महिला ने बताया कि उसने अपनी शिकायत 15 दिन बीत पहले ही की थी, लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया। महिला का कहना है कि उसके पति की करीब 10 साल पहले ही मौत हो चुकी है।

वह और उसका परिवार बटाला के एक गांव में एक बाबा के डेरे पर रहता था। बाबा के प्रति आस्था होने के कारण वह उसे ईश्वर की तरह मानती थी।

आईजी बार्डर रेंज को दी अपनी शिकायत में महिला ने आरोप लगाया है कि आरोपी बाबा ने उसके साथ जो कुछ किया है, उसमें उसकी पत्नी ने भी उसका साथ दिया है।

महिला ने बताया कि बाबा की तरफ से जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए जाने के कारण वह गर्भवती हो गई। इसका खुलासा होने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। रविवार को उस पर दबाव डालकर गर्भपात कराने की तैयारी की जा रही थी।

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