Monday, January 13, 2014

बसपा अकेले लड़ेगी लोकसभा चुनाव

no prepoll tie up says bsp
चुनाव पूर्व गठबंधन की संभावना को नकारते हुए बसपा का कहना है कि वह लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।

पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने बसपा के लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने की खबरों को आधारहीन करार दिया और कहा कि पार्टी की हमेशा से नीति अकेले चुनाव लड़ने की रही है।

मिश्रा ने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन की अटकलें केवल मीडिया में ही लग रही हैं। पार्टी की हमेशा से अपने दम पर चुनाव लड़ने की नीति रही है। इस वक्त ऐसी कौन सी आफत आ गई जो पार्टी को अपनी नीति बदलनी पड़े।

चुनाव पूर्व गठबंधन का कोई फैसला नहीं लिया गया है और पार्टी अकेले दम पर 543 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार है।

चुनाव बाद गठबंधन किए जाने पर पार्टी महासचिव ने कहा कि वह अभी इस मसले पर कोई भी टिप्पणी करने की हालत में नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख मायावती 15 जनवरी को अपने 58वें जन्मदिन पर लखनऊ में आयोजित रैली में चल रही अटकलों को साफ कर देंगी।

'मोदी की रैली में बुर्का पहने बैठे थे आरएसएस कार्यकर्ता'

RSS workers donned burqas at Modi's rally in Goa says congress
भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की गोवा रैली में बुर्का पहन कर आईं महिलाएं मुस्लिम नहीं बल्कि आरएसएस कार्यकर्ता थे।

यह आरोप मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने लगाया है। पार्टी का कहना है कि इससे भाजपा साबित करना चाहती है कि अल्पसंख्यक समुदाय के बीच मोदी और भाजपा की लोकप्रियता बढ़ रही है। हालांकि भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को बकवास करार दिया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जॉन फर्नांडीस की मौजूदगी में पार्टी प्रवक्ता मनोहर अस्गांवकर ने कहा कि आरएसएस के कार्यकर्ता भाजपा नेताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए बुर्का पहन कर बैठे हुए थे। ये सभी एक समूह में बैठे थे ताकि लोगों को लगे कि अल्पसंख्यक समुदाय ने भी रैली में बड़ी संख्या में शिरकत की।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पारंपरिक वेशभूषा में बुर्का पहने महिलाओं को भीड़ से अलग एक जगह पर बैठाया गया था ताकि लोगों को लगे कि रैली में बड़ी संख्या में मुस्लिमों ने हिस्सा लिया।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को कम से कम यह तो पता होना चाहिए कि गोवा में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं बुर्का नहीं पहनती हैं।

वहीं दूसरी ओर भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को बकवास करार दिया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस का बयान मोदी की रैली में उमड़े लोगों को देखकर हताशा का परिचायक है।

भाजपा प्रवक्ता विलफ्रेड ने कहा कि मोदी की रैली में उमड़े जनसमूह को देखकर कोई भी विपक्षी पार्टी हताश हो सकती है। रविवार की रैली में 1.2 लाख से ज्यादा लोगों ने शिरकत की।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लगने लगा है कि वह गोवा की दोनों लोकसभा सीटें गंवाने वाली हैं, इसलिए ऐसे बयान दे रही है।

जसपाल भट्टी की पत्नी AAPमें शामिल

breaking news:  savita bhatti join AAP
देश में फैले भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अपने अनोखे अंदाज में कई सालों तक कटाक्ष करते आए ‌दिवंगत जसपाल भट्टी की पत्नी सविता भट्टी ने सोमवार को दोपहर बाद आम आदमी पार्टी (आप) ज्वाइन कर ली है।

भट्टी के आप ज्वाइन करने के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में उनके चंडीगढ़ संसदीय चुनाव क्षेत्र से आप के लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं।

सविता भट्टी ने भी अमर उजाला से बातचीत करते हुए कहा कि अगर उन्हें आप चंडीगढ़ से लोकसभा का उम्मीदवार बनाती है तो वह चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।

अपने इस 'घर' (शहर) को अगर और भी अच्छा बनाना है तो ड्राइंग रूम से बाहर तो निकलना ही पड़ेगा। यह शहर हमारा अपना है और यह सच है कि इस शहर को हमने काफी कुछ दिया भी है।

राजनीति चाहे मेरे लिए नया फील्ड होगा, लेकिन मुझे हमेशा यही लगता है कि साथ जसपाल जी अभी भी मेरे साथ ही हैं और उनसे मुझे प्रोत्साहन मिलता है।

सविता भट्टी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने मुझसे संपर्क सिर्फ इसलिए किया क्योंकि जसपाल जी इस देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराना चाहते थे।

जसपाल जी की इसी सोच को आगे ले जाने के लिए मैंने आप ज्वाइन की है क्योंकि मैं सिर्फ उनका मुखौटा हूं। जसपाल जी की मौत के बाद मेरे अंदर की रूह खत्म हो गई थी।

मेरी लाइफ में कोई मीनिंग नहीं रहा था। अब आप में शामिल होकर मुझे जीने का नया मकसद मिला है। जसपाल जी ने जो सोचा था अगर मैं उसे राजनीति में आकर पूरा कर पाऊं तो मुझे बेहद खुशी होगी।

उनकी जो सोच थी वही सोच आप की भी है। ऐसे में जब विचार मिलते हों तो आप को ज्वाइन करने में मुझे कोई हिचकिचाहट नहीं हुई। अब तो पूरी तरह से आप को समर्पित होकर काम करूंगी।

ध्यान रहे कि इससे पहले उड़न सिख और चंडीगढ़ निवासी मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर और उनकी बेटी डॉ. मोना सिंह ने भी आप ज्वाइन की थी।

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योगेंद्र यादव के ये 'राज' नहीं जानते होंगे आप

aap leader yogender yadav link on chandigarh
आम आदमी पार्टी (आप) की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य योगेंद्र यादव का चंडीगढ़ से पुराना नाता है। ये खुलासा खुद योगेंद्र यादव ने अमर उजाला संवाददाता से बातचीत के दौरान किया।

बातचीत में उन्होंने अपने पुराने दिनों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे चंडीगढ़ में 10 साल गुजार चुके हैं। सेक्टर-11 के अलावा वे डड्डूमाजरा कालोनी में भी रह चुके हैं।

योगेंद्र यादव ने पंजाब विश्वविद्यालय में एमफिल की और वह यहां पर पढ़ा भी चुके हैं। पहले एग्जिट पोल की शुरुआत भी उन्होंने चंडीगढ़ से ही वर्ष 1989 से की थी।

चंडीगढ़ को भी जीतो
रैली में कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए कि दिल्ली हुई हमारी चंडीगढ़ हमारा। इस पर योगेंद्र यादव ने कहा, चंडीगढ़ जीत कर दिखाना होगा। दिखावा छोड़ना होगा।

पार्टी की टोपी पहनने वाले हर व्यक्ति के साथ 99 और लोग आने चाहिए थे। वे नहीं आए।

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'ईमानदार' केजरीवाल जोक्स से परेशान

'Yo Kejriwal So Honest' hashtag goes viral
आजकल ट्विटर पर कभी आलोक नाथ छा जाते हैं, कभी रजनीकांत और कभी रविंद्र जड़ेजा। इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का।

शनिवार शाम अचानक से हैशटैग #yokejriwalsohonest ट्विटर पर ट्रेंड कर गया और रविवार शाम तक बना रहा।

इस हैशटैग के जरिए केजरीवाल की ईमानदारी पर बने चुटकुले ट्विटर इस्तेमाल करने वालों के बीच फैल रहे हैं। लोग केजरीवाल की ईमानदारी पर एक से बढ़कर एक चुटकुले बना रहे हैं।

देखिए कुछ मजेदार जोक्स-


















उम्मीद से ज्यादा मिलेगा पीएफ पर ब्याज

epfo gives 8.75 interest
केंद्र सरकार ने नए साल का तोहफा देते हुए पीएफ ब्याज की दर को बढ़ाने का फैसला किया है।

आम चुनाव से पहले भविष्य निधि जमा पर 8.75 फीसदी ब्याज का तोहफा देकर सरकार ने पांच करोड़ से ज्यादा नौकरीशुदा लोगों को खुश करने का दांव चला है।

श्रम मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की बैठक में नए ब्याज दर पर निर्णय लिया गया। इस निर्णय के मुताबिक कर्मचारियों के पीएफ खाते में 2013-14 के दौरान जमा रकम पर 8.75 फीसदी ब्याज मिलेगा। जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 0.25 फीसदी अधिक है।

वित्त मंत्रालय की मंजूरी के बाद ब्याज दर की राशि को कर्मचारियों के खाते में जमा कर दिया जाएगा। हालांकि मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों की ओर से ब्याज दर को नौ फीसदी करने का प्रस्ताव किया गया था। लेकिन केंद्रीय भविष्य निधि संगठन(ईपीएफओ) ने इस मांग को पूरा करने में अपनी असमर्थता जताई।

पीएफ संगठन के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में 20,796.96 करोड़ रुपए के आय का अनुमान है। नौ फीसदी ब्याज दर तय करने के लिए 1229 करोड़ रुपए के अतिरिक्त कोष की जरूरत है। श्रम मंत्री ने कहा कि पीएफ पर ब्याज ईपीएफओ के कमाई के आधार पर दी जाती है। इसलिए प्रस्तावित मांग पर आम सहमति नहीं बन पाई। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि 8.75 फीसदी ब्याज दर तय करने पर कितने कोष की जरूरत पड़ेगी।

सीबीटी की बैठक में शामिल भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि जगदीश्वर राव ने कहा कि श्रम मंत्री ने ब्याज दर में इजाफे के प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय से बातचीत करने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा पीएफ पेंशनरों के लिए मोडिकल सुविधाएं बढ़ाने पर भी उन्होंने अपनी सहमति जताई है।

सचिन पायलट बने राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष

Sachin Pilot appointed Rajasthan Congress chief
राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में तीसरा चेहरा सचिन पायलट के रूप में उभरा है।

पिछले दो विधानसभा चुनावों के दौरान प्रदेश में कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में दो ही नाम सभी के जेहन में आता था, अशोक गहलोत या सी.पी.जोशी।

राजस्थान में शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने प्रदेश की बागडोर युवा नेता सचिन पायलट को सौंपकर भविष्य में उन्हें इससे भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने की ओर इशारा कर दिया है।

पायलट 21 जनवरी को सुबह 11 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार सम्भालेंगे।

धड़ों की राजनीति से दूर, छवि सुधारने का प्रयास

कांग्रेस ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपकर धड़ों की राजनीति से दूर होने और छवि सुधार की ओर कदम बढ़ाने के प्रयास किए हैं।

पिछले विधानसभा में महंगाई, मोदी लहर के साथ प्रदेश कांग्रेस की जाति व धड़ों की भीतरी राजनीति ने चारों खाने चित कर दिया था। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रभान के इस्तीफे के बाद ब्राह्मणों व जाटों की ओर से दवाब डाला जा रहा था कि अगला प्रदेश अध्यक्ष उनकी जाति से हो।

यही नहीं जयपुर के दो सांसद महेश जोशी व लाल चंद कटारिया भी प्रदेश अध्यक्ष के पद पर अपनी-अपनी दावेदारी के लिए दवाब बनाए हुए थे। लेकिन पायलट के अध्यक्ष बनने के निर्णय से कांग्रेस आलाकमान ने बताया दिया है कि प्रदेश में पार्टी की हार के बाद नेता बदलने से काम नहीं चलेगा, बल्कि अब गहलोत और सीपी की छवि से अलग छवि के नेता की जरूरत है जो सभी समुदायों को साथ लेकर चलने की क्षमता रखता हो।

पहली बैठक पहले दिन
पायलट 21 जनवरी को पद सम्भालने के कुछ समय बाद ही दोपहर 2.30 बजे प्रदेश चुनाव समिति की बैठक लेंगे। बैठक में लोकसभा चुनावों के बारे में चर्चा होगी। सचिन पायलट वर्तमान में बतौर केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रदेश और केन्द्र राजनीति में सक्रिय है।

AAP के साथ जाना गलतीः किरण बेदी

if you give vote aap mean you will help indirectly congress
'आप' को वोट देने का मतलब कांग्रेस की मदद करना है। यह बात देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी रही किरण बेदी ने कही है।

गौरतबल है कि यह बयान तब आया है जब किरण बेदी ने कुछ दिन पहले ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट देने की बात कही थी।

आम आदमी पार्टी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भाजपा अब लोकसभा चुनाव को लेकर भी गंभीर दिखाई पड़ रही है। उम्मीदवारों का चयन जल्द करने का दबाव भी बढ़ गया है।

अगले सप्ताह दिल्ली में आयोजित होने वाले भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इसे लेकर मशक्कत होनी है।

भाजपा सूत्रों का कहना है कि समाजसेवी अन्ना हजारे की सहयोगी व पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी आम आदमी पार्टी की बेहतर काट हो सकती है। बेदी आम आदमी पार्टी पर लगातार निशाना भी साधती नजर आ रही है।

भाजपा की तरफ बढ़ते झुकाव को देखते हुए उन्हें नई दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाना चाहिए। वहीं पिछले चुनाव में इस सीट से सांसद अजय माकन से हार का स्वाद चखने वाले दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल को राज्यसभा से सांसद बनाया जा सकता है।

पश्चिमी दिल्ली सीट से दिल्ली के सह प्रभारी नवजोत सिंह सिद्धू भी चुनावी मैदान में उतर सकते है। आरक्षित सीट उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से भाजपा नेता योगेंद्र चंदोलिया और अनिता आर्या भी अपनी दावेदारी कर रहे है।

अखिलेश सरकार को करारा झटका

out of turn promotion illigal, says high court
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अखिलेश सरकार को एक और करारा झटका देते हुए बीते दिनों हुए आउट ऑफ टर्न प्रमोशन को अवैध करार‌ दिया है।

हाईकोर्ट ने कहा है कि सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक जितने भी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन हुए हैं, सभी अवैध हैं।

हाईकोर्ट ने कहा कि 2008 सेवा नियमावली में ऐसी कोई बात नहीं है, जिसके आधार पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया।

हाईकोर्ट ने सख्त रुख अख्तयार करते हुए सूबे के डीजीपी और प्रमुख सचिव को आदेश दिया है कि वे छह महीने के भीतर बताएं कि सरकार ने कितने अवैध प्रमोशन किए।

गौरतलब है कि पिछले ‌करीब छह महीने में कई दफा हाईकोर्ट ने यूपी सरकार के फैसलों को सिरे से खारिज कर दिया है।

चाहे वो टीईटी का मामला हो या फिर आतंकियों से केस वापसी का मामला, हाईकोर्ट ने अखिलेश सरकार को बार-बार चुनौती दी है।

ऐसे में पहले ही तमाम दुश्वारियां झेल रही यूपी सरकार के ‌लिए यह फैसला एक बड़ी मुसीबत के रूप में सामने आया है।

हरियाणा में बनेगी परमाणु बिजली, पीएम ने किया शिलान्यास

Prime Minister laying the foundation stone of Nuclear Power Plant at village Gorakhpur
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने सोमवार को यहां देश के सबसे बड़े परमाणु बिजली संयंत्र का शिलान्यास किया। इस प्लांट पर 23000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे।

यहां 2800 मेगावाट बिजली पैदा होगी। आधी बिजली हरियाणा को मिलेगी। प्लांट के लिए जमीन देने के लिए प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा सरकार का आभार जताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले 10 सालों में देश में परमाणु ईंधन से 27000 मेगावाट बिजली पैदा करेंगे। उन्होंने गोरखपुर और आसपास के इलाके में विकास कार्य करवाने का वादा करते हुए कहा कि गोरखपुर में अस्पताल बनेगा, स्पोट्र्स स्टेडियम को आधुनिक बनाया जाएगा, गांवों तक संपर्क सड़कों का विकास किया जाएगा और रोजगार में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सामुदायिक विकास के कार्यक्रम चलाए जाएंगे और कौशल विकास केंद्र की स्थापना के साथ डियर पार्क, हर्बल पार्क बनाया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गोरखपुर परमाणु बिजली संयंत्र के पहले चरण में 21000 करोड़ रुपये की लागत से 1400 मेगावाट बिजली दो यूनिटों से तैयार होगी। दूसरे चरण में 1400 मेगावाट बिजली के यूनिट लगेंगे। पहले चरण की 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन 2020-21 तक शुरू होगा।

प्रधानमंत्री ने दिया सुरक्षा का बार-बार भरोसा
प्रधानमंत्री ने गोरखपुर और आसपास के लोगों को बार-बार सुरक्षा का भरोसा दिया।

उन्होंने कहा कि हरियाणा का यह परमाणु बिजली संयंत्र हमारे देश की विकसित तकनीक पर आधारित है। हमें गर्व है और इसकी तकनीक बेहद अच्छी। उसका परीक्षण अच्छी तरह से किया जा चुका है। जो रिएक्टर यहां लगाए जाएंगे, वही रिएक्टर गुजरात और राजस्थान में लगाए जाएंगे। इस प्लांट में सुरक्षा के सबसे नए और अच्छे तरीके अपनाएंगे। केंद्र सरकार परमाणु सुरक्षा का खास ख्याल रख रही है। उन्होंने कहा कि वे इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि परमाणु ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाते समय यह ध्यान रखेंगे कि कभी भी सुरक्षा के विषय में कोई कमी नहीं आने पाए।

CISF में बड़ी भर्ती, 10वीं पास करें आवेदन

Recruitment in CISF
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में आरक्षक (बैंडमैन-सह-जीडी) के विभिन्न पदों को भरने के लिए कुल 123 रिक्तियां जारी की गई हैं। इन पदों के लिए भारतीय पुरुष नागरिकों से आवेदन मंगाए गए हैं।

इन पदों में ट्रम्‍पेट का 1 पद, बीबी यूनिफॉर्म के 8 पद, एस हॉर्न के 3 पद, ईबी बोस के 12 पद, ओबो (शहनाई) के 4 पद, बेस ड्रम के 5 पद, पिकलो फ्लूट का 1 पद, साइड ड्रम के 9 पद, बीबी टेनोर सेक्साफोन के 7 पद, ईबी एलटो सेक्साफोन के 4 पद, बेस ट्रामबोन का 1 पद, सिम्बल मजीरा के 5 पद, ईबी क्लेरिनेट शहनाई के 9 पद, बीबी क्लेरिनेट शहनाई के 13 पद, बसून युग्म मुरली का 1 पद, बीबी कारनेट छोटी तुरही के 16 पद, बीबी टेनो/स्लाइड ट्राम्बोन के 9 पद, बैगपाइप (मशकबीन) के 12 पद, टेनोर ड्रम-बिगुलवादक के 3 पद शामिल है।

वेतनमान के रूप में इन पदों के लिए 5200-20200 रुपये तथा ग्रेड पे 2000 रुपये निर्धारित है।

इन पदों के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष तथा अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष निर्धारित है। आयु की गणना 8 फरवरी, 2014 से की जाएगी।

शैक्षिक योग्यता के तहत उम्मीदवार केंद्र या राज्य सरकारों द्वारा मान्यताप्राप्त किसी बोर्ड या विश्वविद्यालय से मैट्रिक या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की हो।

इन पदों के लिए आवेदन शुल्क के तौर पर 50 रुपये निर्धारि‌त है।

आवेदन पत्र को निर्धारित प्रारूप में भरकर अभ्यर्थी अपने निवास राज्य के भीतर निर्धारित पते पर भेजें। आवेदन करने की अंतिम तिथि 8 फरवरी, 2014 निर्धारित है।

आवेदन पत्र तथा अन्य आवश्यक जानकारी व निर्दश के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की वेबसाइट http://cisf.gov.in/ पर लॉग ऑन करें।

‘आप’ को मिला मेधा पाटकर का साथ

Medha Patkar announces support to AAP
सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर के 'आप' से जुड़ने के बाद महाराष्ट्र में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी के जनाधार में और भी इजाफा हो गया है।

सोमवार को पार्टी को अपने समर्थन का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा, 'हम अपना पूरा समर्थन आप को देते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का एजेंडा आप का भी है। जबकि आदर्श और लवासा के जरिये हमने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। हमने आप के दस्तावेजों का अध्ययन किया और पाया कि इसकी आर्थिक नीतियां कमोबेश सही हैं जो इसके एजेंडे में भी नजर आती हैं। हम आगे भी बातचीत जारी रखेंगे और महज घोषणापत्र में ही नहीं, बल्कि कार्य प्रणाली और और पार्टी के लागू दस्तावेज में भी अपने नजरिये से योगदान देना पसंद करेंगे।'

नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता 59 वर्षीय पाटकर ने कहा कि 16 और 17 जनवरी को आप के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद ही वह भविष्य में पार्टी अपनी भूमिका के बारे में भी ऐलान करेंगी।

जनलोकपाल बिल पर अन्ना हजारे और केजरीवाल को अपना समर्थन देने वालीं पाटकर ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधी आंदोलन ने वाकई में रास्ता दिखाया है।

भ्रष्टाचार में लिप्त राजनीतिक पार्टियों पर करारा प्रहार करते हुए पाटकर ने कहा कि हम चुनावी राजनीति को अछूत नहीं मानते।

हमने देखा कि यह पार्टी हमारे एजेंडे के मुताबिक है। बातचीत और चर्चा के बाद ही हमने आप को सक्रिय रूप से समर्थन देने का फैसला किया है।

पाटकर के समर्थन का स्वागत करते हुए आप नेता मयंक गांधी ने कहा कि यह जरूरी था कि चुनावी राजनीति में हिस्सा लिया जाए ताकि जन आंदोलन और जन संघर्ष को आगे ले जाया जा सके।

AAP की मांग, पार्रिकर बनें पीएम उम्मीदवार

BJP should project Parrikar as PM candidate says AAP
आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि भाजपा को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करना चाहिए।

'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य दिनेश वाघेला ने कहा, 'अगर भाजपा ने नरेंद्र मोदी को पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश कर गलती की है तो उसे इसे सुधारना चाहिए। इस गलती को सुधारने के लिए वह मनोहर पार्रिकर को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश कर सकती है।'

पढ़ें, AAP के खिलाफ आंदोलन के मूड में BJP

वाघेला ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने रविवार को गोवा में अपनी रैली के दौरान सादगी और राज्य में बेहतर प्रशासन के लिए पार्रिकर की तारीफ की। फिर क्यों नहीं भाजपा पार्रिकर को अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करती है।

रैली में मोदी की ओर से किए गए वादों पर प्रतिक्रिया जताते हुए वाघेला ने कहा कि वह समृद्धि लाने के झूठे दावे कर रहे हैं।

दरअसल भाजपा और कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। ये पार्टियां कभी भी भ्रष्टाचार का खात्मा नहीं चाहती। भाजपा के कई नेता भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए हैं लेकिन अब भी वे पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं।

बंटी-बबली हैं राहुल और प्रियंका: कुमार विश्वास

kumar vishwas criticism rahul and priyanka
हालिया एक प्रेस कांफ्रेंस में विवादास्पद बयानबाजी को लेकर फजीहत झेल चुके आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास ने एक बार फिर कुछ ऐसे ही बोल बोले हैं।

इस बार उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को निशाने पर लिया है। टीवी चैनलों के मुताबिक कुमार विश्वास ने कहा कि राहुल ‌और उनकी बहन प्रियंका बंटी-बबली की तरह हैं।

पढ़ें, कुमार विश्वास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंडा फेंका

कांग्रेस ने कुमार विश्वास के इस बयान की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'कौन है ये विश्वास, क्या प्रोफाइल है इनका'।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को लखनऊ में कुमार विश्वास के प्रेस कांफ्रेंस में काफी हंगामा हुआ था। सैफ जाफरी नामक युवक ने कुमार विश्वास की तरफ अंडा फेंका, हालांकि वह उन्हें लगा नहीं।

जब उससे हंगामा करने की वजह पूछी गई, तो सैफ ने कहा, 'कुमार विश्वास ये लोग इमाम साहब का अपमान करते हैं, शिवजी का अपमान करते हैं। जो लोग धर्म का सम्मान नहीं करते, वे देश का सम्मान क्या करेंगे?'

केजरी'वार': नहीं बख्शे जाएंगे पुराने भ्रष्टाचारी, कार्रवाई शुरू

Acb open old cases of corruption
नई सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के साथ ही भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने भी अपने स्तर पर कार्रवाइयां शुरू कर दी है।

हेल्पलाइन से आ रही शिकायतों के अलावा पहले से फाइलों में बंद तमाम शिकायतों पर पड़ी धूल को झाड़ कर एसीबी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। बीते दिनों दो ऐसे ही मामलों में कार्रवाई करके शाखा ने अपनी मंशा जता दी है।

एसीबी सूत्रों के मुताबिक बीते साल शाखा को दिल्ली सरकार के अलग-अलग विभागों से 22 सौ से अधिक शिकायतें मिली थीं।

उसमें अब तक किसी भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई, ना ही संबंधित विभागों की ओर से इस बारे में कोई रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

लेकिन आयोग के पास स्वास्थ्य विभाग, एमसीडी और ट्रांसपोर्ट विभाग के भी कई ऐसे मामले हैं जिस पर केस दर्ज होने के बाद भी किन्हीं कारणों से जांच आगे नहीं बढ़ सकी।

बीते दिनों पहले डीडीयू अस्पताल में घोटाले के मामले में पूर्व एमएस समेत तीन गिरफ्तारी, फिर ईस्ट दिल्ली नगर निगम के भर्ती घोटाले में एमसीडी की ओर से रिपोर्ट, और एक अन्य मामले में तीन अधिकारियों की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि अब शाखा पुराने मामलों में बंद पड़ी जांच को आगे बढ़ाने जा रही है।

महकमे के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो मौजूदा सरकार सभी तरह के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई चाहती है। इसलिए उन्हें आजाद होकर काम करने का निर्देश मिला है।

इसी के मद्देनजर अब पुराने मामलों में जांच रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई शुरू की जा रही है। लेकिन प्राथमिकता हेल्पलाइन नंबरों से आ रही शिकायतों पर कार्रवाई करने की ही रहेगी।

मोदी, बिग बी, केजरीवाल से आगे सचिन

Sachin most plausible peronality in india
नई नवेली आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल इन दिनों टीवी चैनलों से लेकर देश-दुनिया के लोगों के बीच चर्चा में हैं।

उनके साथ ही भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी भी अच्छी खासी शोहरत बटोर रहे हैं लेकिन इन दोनों को क्रिकेट के मैदान में विरोधियों के छक्के छुड़ाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने पछाड़ दिया।

हालांकि तेंदुलकर क्रिकेट के सभी संस्करणों से संन्यास का ऐलान कर चुके हैं लेकिन उनके चाहने वालों की संख्या कम नहीं हुई है।

ब्रिटिश अखबार टाइम्स के लिए यूगव ने एक सर्वे कर दुनिया के जीवित 30 सबसे प्रशंसनीय लोगों की लिस्ट तैयार की है। लिस्ट के टॉप टेन में सचिन तेंदुलकर के साथ नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन और अब्दुल कलाम शामिल हैं।

सर्वे के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स दुनिया के सबसे पसंदीदा जीवित व्यक्ति हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा दूसरे स्थान पर हैं। टॉप टेन में कोई भी ब्रिटिश शख्सियत जगह बनाने में नाकाम रहा।

यूगव की जीवित सबसे प्रशंसित लोगों की लिस्ट में टॉप टेन में सचिन तेंदुलकर 5वें, नरेंद्र मोदी 7वें, बॉलीवुड दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन 9वें और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम 10वें स्थान पर हैं।

इसके अलावा सूची में समाजसेवी अन्ना हजारे 14वें और वर्तमान भारतीय राजनीति को प्रभावित करने वाले अरविंद केजरीवाल 18वें नंबर हैं।

भारतीय उद्योगपति रतन टाटा 30वें स्थान पर हैं। वहीं पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और तहरीक ए इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान बारहवें स्थान पर रहे।

टॉप टेन प्रशंसित लोग
1. बिल गेट्स
2. बराक ओबामा
3. व्लादिमीर पुतिन
4. पोप फ्रांसिस
5. सचिन तेंदुलकर
6. शी जिनपिंग
7. नरेंद्र मोदी
8. वारेन बफेट
9. अमिताभ बच्चन
10. अब्दुल कलाम

किसको कितने वोट
सचिन को 3.28 प्रतिशत वोट हासिल हुए जबकि मोदी को 2.55 प्रतिशत और बिग बी को 2.01 प्रतिशत मत मिले।

भारत में सचिन टॉप पर
यूगव ने भारत में किए अपने सर्वे में सचिन तेंदुलकर को पहला स्थान दिया। रोचक बात यह है कि सर्वे के मुताबिक भारत में मोदी, गेट्स और अमिताभ बच्चन को पछाड़कर ओबामा दूसरे स्थान पर रहे।

कैसे हुआ सर्वे

भारत समेत दुनिया� के 13 देशों के प्रसिद्ध लोगों को सर्वे में शामिल किया गया। इस सर्वे में करीब 14,000 लोगों ने हिस्सा लिया।

सर्वे में शामिल देश
ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, भारत, चीन, मिस्र, नाइजीरिया और ब्राजील हैं।

काम के नाम पर ‘चुहलबाजी’ कर रही है आप: अरूण जेटली

Arun jetli slams aam admi party
भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को अपरांपरागत तरीके से सरकार चलाने के नाम पर 'चुहलबाजी' करने का आरोप लगाया है।

पार्टी ने कहा है कि इस तरह की 'चुहलबाजी' आप को पहले लोगों में उपहास का पात्र बनाएगी। शासन चलाने के मामले में यह लगातार जारी रही तो आप को लोगों की भारी नाराजगी का सामना करना पड़ेगा।

भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने अपने फेसबुक पर पेस्ट किए गए लेख के जरिए न केवल आप को नसीहत दी है, बल्कि सरकार चलाने के तरीके की कड़ी आलोचना भी की है।

बीते 11 जनवरी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जनता दरबार का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा है ऐसा लगता है कि पूरी की पूरी सरकार शासन चलाने के अपने तरीके के कारण दिग्भ्रमित हो गई है।

उन्होंने कहा कि शासन चलाने का अर्थ इसके नाम पर चुहलबाजी करना नहीं है। जेटली ने अपने लेख में आप को नसीहत देते हुए कहा है कि उसके सामने लोगों का विश्वास जीतने का एक बड़ा और ऐतिहासिक अवसर है।

मगर उन्हें यह समझना होगा कि बिना बेहतर शासन के लोकप्रियता हासिल करने का हथकंडा महज चुहलबाजी मानी जाएगी।

उन्होंने याद दिलाया है कि जिस प्रकार मतदाता अपनी पसंद चुनते समय निर्दयी होता है, उसी प्रकार वह बेहतर शासन न चलाने का भी दंड देता है।

उन्होंने कहा है कि वर्तमान दिल्ली में एक तबका सुविधाहीन है तो दूसरा तबका वैश्विक शहरों की तरह सुविधाएं पा रहा है। आप के सामने दोनों ही तबकों को बेहतर शासन देने की चुनौती है।

प्रशांत भूषण ने फिर बोली अलगाववाद की भाषा, बवाल

Now prashant bhushan wants referendum on naxal pro area
कश्मीर में जनमत संग्रह की बात कर विवादों में रह चुके आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण एक बार फिर सुर्खियों में हैं।

इस बार उन्होंने नक्सलवाद प्रभावित इलाकों में सैन्य बलों की तैनाती के लिए जनमत संग्रह कराने की चर्चा कर नए बवाल को हवा दे दी है। उनकी इस मांग की भाजपा ने कड़ी आलोचना की है।

आप नेता और प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण ने शनिवार को कहा था कि नक्सल प्रभावित इलाकों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के मसले पर जनमत संग्रह कराया जाना चाहिए।

इससे पहले ऐसी ही मांग उन्होंने कश्मीर में सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर की थी। उनकी इस मांग पर बवाल मचने पर उनकी खुद की पार्टी आप और इसके नेता अरविंद केजरीवाल ने किनारा कर लिया था।

भाजपा ने किया विरोध
भूषण की नक्सल प्रभावित इलाकों में जनमत संग्रह कराने की मांग पर भाजपा ने हमला बोला है।

भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि राज्य सरकारों की मदद से केंद्र इस मसले से निपटने की कोशिश कर रहा लेकिन ऐसे बयानों से इन कोशिशों को धक्का लगता है और इससे सुरक्षा बल हतोत्साहित होते हैं।

पार्टी ने आप नेतृत्व और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस मसले पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
सीतारमण ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर मसलों पर प्रशांत भूषण के ऐसे बयानों से भाजपा आश्चर्यचकित है।

कश्मीर संबंधी बयान के बाद अब उन्होंने नक्सली इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती पर जनमत संग्रह की बात की है। पार्टी देश की आंतरिक सुरक्षा से सीधे तौर पर जुड़े ऐसे गैर जिम्मदाराना बयानों की निंदा करती है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद ही नक्सलवाद को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बता चुके हैं। ऐसे में इस तरह के बयान देश के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि आप के नीति निर्माताओं और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को इस मसले पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।

'आरएसएस से मिले हुए हैं तौकीर रजा'

Azam khan slam taukeer raza
नगर विकास मंत्री आजम खां ने कहा कि आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से मिले हुए हैं।

मौलाना को मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों से कोई लेना देना नहीं है। स्टडी टूर पर गए आजम खां ने रविवार को नीदरलैंड से बयान जारी किया कि मौलाना तौकीर रजा सपा को लेकर गलतबयानी कर रहे हैं।

वो आरएसएस के साथ मिलकर धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को कमजोर करने में लगे हुए हैं। उन पर पहले भी ऐसे आरोप लगे हैं। मौलाना तौकीर रजा को मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों से कोई हमदर्दी नहीं है।

आजम खां ने कहा कि वो लोगों की आंखों में इसलिए खटक रहे हैं कि उन्होंने मुसलमानों के मसाइल हल कराए हैं। जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना कराई है।

जहां तक मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों का सवाल है उसके लिए मैंने क्या-क्या आरोप नहीं सहे हैं?