जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस की गठबंधन सरकार खतरे में है। माना जा रहा है कि एक विवाद के चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने पद से इस्तीफा भी दे सकते हैं।
दरअसल उमर अब्दुल्ला राज्य में 700 नई प्रशासकीय इकाई का गठन करने के पक्ष में हैं वहीं कांग्रेस इस फैसले में रोड़े अटका रही है।
पढ़ें, उमर ने मेहर को बताया, कश्मीर का हल
नेशनल कांफ्रेंस को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के इस फैसले से पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव और अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में फायदा मिलेगा।
इस मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं की बीच बैठक हो चुकी है पर ये असफल रही। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी, सैफुद्दीन सोज और केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने शिरकत की थी।
नेशनल कांफ्रेंस के सूत्रों का कहना है कि विवाद सुलझते न देख उमर अब्दुल्ला अपने पद से हटने पर विचार कर रहे हैं। सीएम को लगता है कि कांग्रेस जानबूझकर प्रशासनिक इकाई के गठन में रुकावट पैदा कर रही है।
दरअसल उमर अब्दुल्ला राज्य में 700 नई प्रशासकीय इकाई का गठन करने के पक्ष में हैं वहीं कांग्रेस इस फैसले में रोड़े अटका रही है।
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नेशनल कांफ्रेंस को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के इस फैसले से पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव और अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में फायदा मिलेगा।
इस मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं की बीच बैठक हो चुकी है पर ये असफल रही। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी, सैफुद्दीन सोज और केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने शिरकत की थी।
नेशनल कांफ्रेंस के सूत्रों का कहना है कि विवाद सुलझते न देख उमर अब्दुल्ला अपने पद से हटने पर विचार कर रहे हैं। सीएम को लगता है कि कांग्रेस जानबूझकर प्रशासनिक इकाई के गठन में रुकावट पैदा कर रही है।