Thursday, February 13, 2014

भाजपा में कलह, फूटा त‌िवाड़ी का दर्द

dispute in rajasthan bjp
भाजपा के वरिष्ठ विधायक और शिक्षा मंत्री रहे घनश्याम तिवाड़ी को पहले कैबिनेट में जगह नहीं मिलने और अब प्रदेश अध्यक्ष पद हाथ से चले जाने का दर्द है।

उन्होंने अपने दर्द को यूं बयां किया, किसी के नसीब में प्यास आई तो किसी के जाम। भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष पद पर विधायक अशोक परनामी को बनाया है।

सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और तिवाड़ी के बीच विधानसभा चुनाव से पहले ही संबंधों में खटास आ गई थी, जो अब तक चल रही है।

भाजपा आलाकमान सरकार-संगठन और संघ के बीच तालमेल बैठाने वाले को अध्यक्ष पद देना चाहती थी। घनश्याम तिवाड़ी वरिष्ठ अनुभवी और संघ से जुड़े नेता हैं, लेकिन वसुंधरा राजे की सिफारिश पर आलाकमान ने अशोक परनामी को भाजपा का मुखिया बनाया।

अध्यक्ष बनने के बाद परनामी ने कहा कि संघ खेमा हो या फिर संगठन अथवा सत्ता, कहीं गुटबाजी नहीं है।

जयपुर स्थित आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक परनामी को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का विश्वस्त माना जाता है और उनके संघ खेमे में अच्छे संबंध हैं।

आसाराम बोले, न‌िर्दोष हूं मैं

Asaram said in court i am innocent
नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म मामले में जोधपुर जिला एवं सत्र न्यायालय (ग्रामीण) ने गुरुवार को आसाराम सहित सभी आरोपियों को उनकी उपस्थिति में आरोप सुनाए हालांकि आरोपियों ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया। आरोप जोधपुर जिला एवं सत्र न्यायालय (ग्रामीण) के न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास ने सुनाए।

इसके साथ ही सभी आरोपियों की न्यायिक अभिरक्षा अवधि 17 फरवरी तक बढ़ा दी। वहीं शिवा एवं शिल्पी के वकीलों ने पीड़िता के साथ फोन कॉल की कॉपी देने की अर्जी पेश की।

इन आरोपों में सुनाए आरोप

अदालत ने आसाराम को आईपीसी की धारा 342, 354 ए, 370-4, 376-2ए, 376 डी, 506, 509, 120 बी के तहत आरोप सुनाए। साथ ही पोक्सो कानून की धारा 5एफ, 6, 5जी, ख 6, 7 और 8 एवं जेजे कानून की धारा 23 के तहत आरोप सुनाए हैं।

इन सभी धाराओं के अलावा आसाराम के अलावा आरोपियों पर आईपीसी की धारा 109 भी लगाई गई है। जेजे कानून की धारा 23 आसाराम के साथ ही शरद एवं शिल्पी पर और पोस्को कानून की धारा 17 आसाराम को छोड़ कर अन्य पर लागू की है।

आंखों देखीः नसें काटने, संसद में सांप छोड़ने की योजना थी

Parliament live
गुरुवार सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की शुरुआत हुई तेलगांना बिल के समर्थक व विरोधी सांसद बेल में आ गए। हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही को एक घंटे के लिए स्‍थगित कर दिया गया। पौने बारह बजे ये सांसद फिर सदन के अंदर आ गए और करीब 12 बजे ये सभी स्पीकर के आसन के आसपास पहुंच गए।

कागज फाड़े, माइक तोड़ा
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को तेलंगाना गठन संबंधी विधयेक पेश करने को कहा, इस बीच टीडीपी सांसद वेणुगोपाल रेड्डी ने लोकसभा महासचिव के सामने रखा कागज फाड़ दिया और अध्यक्ष्‍ा और महासचिव के सामने रखा माइक भी तोड़ दिया।

इस बीच कुछ सांसद बिल की प्रति फाड़ने के लिए गृहमंत्री शिंदे की ओर लपके, लेकिन वहां मौजूद कांग्रेसी सांसदों ने घेरा बना रखा था। इसके चलते ये सांसद शिंदे तक नहीं पहुंच पाए।

इसी बीच बेल में ही जमे कांग्रेस के निष्कासित सांसद एल राजगोपाल ने वहां मिर्च स्प्रे करना शुरू कर दिया। इससे सदन में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। कई सांसद राजगोपाल और वेणुगोपाल रेड्डी की ओर लपके। तभी मौका पाकर सांसद वेणुगोपाल रेड्डी ने जेब से चाकू निकाला और महासचिव की टेबल का शीशा तोड़ दिया।

वहीं, कुछ सांसदों ने राजगोपाल से स्प्रे छीनने का प्रयास किया और उनके बीच हाथापाई की नौबत आ गई। सांसदों ने राजगोपाल की जमकर पिटाई की। इसी दौरान मार्शल भी बेल में आ चुके थे। तब तक स्प्रे ने असर दिखाना शुरू कर दिया था और करीब 12 सांसदों को चेहरे, नाक, आंखों में जलन महसूस होने लगी। वहीं, सदन, दर्शक दीर्घा और पत्रकार दीर्घा में बैठे पत्रकारों का खांस-खांसकर हाल बेहाल हो गया।

अफरा-तफरी के इस माहौल के बीच सदन स्‍थगित कर दिया गया। इसी बीच कई सांसदों की हालत और खराब हो गई और तत्काल ‌तीन एंबुलेस बुलाई गईं, जिनमें कि आठ-नौ सांसदों को राममनोहर लोहिया अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया।

इस गहमागहमी के माहौल में लोकसभा सचिवालय को तेलंगाना संबंधी बिल पेश हुआ या नहीं, इसकी जानकारी देने में एक घंटे का समय लगा। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि स्पीकर खुद मिर्च स्प्रे की चपेट में आ गई थीं।

माहौल गर्माने की थी योजना
तेलंगाना विरोधी कई सांसदों की योजना सदन का माहौल गर्माने की थी। इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी कर ली थी, लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने अपनी रणनीति बदल ली। टीडीपी के सांसद डॉ. एनशिवाराव ने घर पर सांप मंगा रखे थे। वहीं सांसद रेड्डी की योजना खुद के हाथ की नसें काटे जाने व कपड़े उतारने की भी थी।

सदन में मौजूद सुरक्षाकर्मियों की मु‌स्तैदी के चलते डॉ. शिवाराव सदन में सांप नहीं ले जा पाए और अंतिम समय में मिर्च स्प्रे किए जाने व हाथ की नस काटे जाने की योजना बनी। स्प्रे के बाद मचे हडकंप के चलते सांसद रेड्डी अपना हाथ नहीं काट पाए।

'मोदी की एक रैली पर 55 करोड़ का खर्चा'

aap attack on narendra modi
नरेंद्र मोदी की सिर्फ एक रैली की होर्डिंग, विज्ञापन, मंच सज्जा व भीड़ जुटाने के एवज में करीब 55 करोड़ रुपये खर्च हो रहा है। बड़ा सवाल यही है कि इतनी बड़ी रकम पार्टी को कहां से मिल रही है।

- संजय सिंह, आप नेता

आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की देश भर में होने वाली रैलियों में खर्च होने वाली रकम पर सवाल उठाया है।

वहीं, दिल्ली सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री व रिलायंस कंपनी पर मामला दर्ज कराने के मामले में भाजपा की चुप्पी पर भी निशाना साधा है।

मीडिया से बात करते हुए संजय सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की रैलियों में जिस तरह रकम खर्च हो रही है, भाजपा को इसकी जानकारी आम लोगों को देनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि सिर्फ एक रैली की होर्डिंग, विज्ञापन, मंच सज्जा व भीड़ जुटाने के एवज में करीब 55 करोड़ रुपये खर्च हो रहा है। बड़ा सवाल यही है कि इतनी बड़ी रकम पार्टी को कहां से मिल रही है।

पढ़ें, हाथ में चाय की प्याली, निशाने पर कांग्रेस

इसके साथ ही संजय सिंह ने भाजपा से सवाल किया कि गैस की लूट के मामले में दिल्ली सरकार ने जो एफआईआर दर्ज कराई है, क्या भाजपा उसे गलत मानती है। उसकी चुप्पी संदेह पैदा करती है। पार्टी को इस मामले पर अपना रुख साफ करना चाहिए।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने बताया कि कुछ महीने पहले पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने बयान दिया था कि उन्हें कई बार धमकियां भी मिलती हैं।

इसे एक गंभीर मामला बताते हुए संजय ने सवाल किया है कि कहीं पेट्रोलियम मंत्री धमकियों के डर से कंपनियों को फायदा पहुंचाने को मजबूर तो नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता इसे जानना चाहती है।

हथौड़े से पीट पीटकर ले ली बीवी की जान

murder in rohtak
गांव खरकड़ा में एक व्यक्ति ने बुधवार सुबह अपनी पत्नी की हथौड़े मार-मारकर हत्या कर दी। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाले खरकड़ा निवासी जयपाल का बुधवार सुबह किसी बात पर अपनी पत्नी संतोष के साथ झगड़ा हो गया था।

जयपाल ने तैश में आकर घर में रखा हथौड़ा उठाकर अपनी पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। जयपाल संतोष को तब तक हथौड़े मारता रहा, जब तक वह मर नहीं गई।

लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जयपाल को गिरफ्तार कर लिया।

संतोष जयपाल की दूसरी पत्नी थी। दो साल पहले ही जयपाल संतोष को राजस्थान के चूरू से शादी करके लाया था। जयपाल की पहली पत्नी की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी।

जयपाल की पहली शादी सोनीपत जिले के नसीबपुर गांव की एक लड़की से हुई थी। पहली पत्नी से जयपाल के दो बच्चे हैं। लड़के की उम्र 10 साल है और लड़की की 12 साल। लड़का अपने मामा के घर रहता है, वहीं लड़की चाचा के घर रहती है।

परिजनों ने जयपाल को मानसिक रूप से बीमार बताया है। उनका कहना है कि जयपाल दिमागी रूप से परेशान रहता था और उसके चलते ही वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने जयपाल को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।

तो वाड्रा ने नहीं खरीदीं बीकानेर में जमीन!

clean chit to vadra?
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के नाम से राजस्थान के बीकानेर जिले में जमीनों की खरीद-फरोख्त नहीं की गई। ये रिपोर्ट बीकानेर कलक्टर ने राजस्व मण्डल को भेजी है।

विधानसभा में सवाल लगने के बाद राजस्थान के सभी जिलों के कलक्टरों को वाड्रा से संबंधित जमीनों की जानकारी मांगी गई थी।

मामले के अनुसार भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस की गहलोत सरकार के समय जिन कंपनियों के नाम से जमीनों की खरीद की गई, उनमें वाड्रा डायरेक्टर हैं। आरोप है कि वाड्रा की कंपनियों ने वर्ष 2009 से 2011 तक 1634 हेक्टेयर भूमि की खरीद-फरोख्त की थी।

हाल ही विधानसभा में तीन विधायकों ने बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर क्षेत्र में बाहर की कंपनियों द्वारा जमीनों की खरीद-फरोख्त का मुद्दा उठाया था। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पूछा था कि वाड्रा के नाम से बीकानेर में जमीनों की खरीद-फरोख्त हुई या नहीं।

कैबिनेट मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ और रोहिताश सिंह ने राजस्व मंत्री से सवाल करने के दौरान वर्ष 2010 से 2013 तक इन चारों क्षेत्रों में जमीनों की खरीद-फरोख्त करने वाली कंपनियों के नामों का उल्लेख किया था।

विधानसभा में लगे प्रश्न के तहत बताया गया कि बीकानेर में नॉर्थ इंडिया आईटी पाक्र्स लिमिटेड के नाम से 15 रजिस्ट्रियां 406.36 बीघा, रियल अर्थ प्राइवेट लिमिटेड की छह रजिस्ट्रियां 149.37 बीघा, स्काई लाइट रियलटी प्राइवेट लि. की पांच रजिस्ट्रियां 279.42 बीघा तथा स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लि. के नाम चार रजिस्ट्रियां 280.63 बीघा भूमि की तीन साल की अवधि में हुई हैं। बाद में इन कंपनियों ने अन्य व्यक्ति और कंपनियों को भी भूमि विक्रय की है।

गौरतलब है कि भाजपा सांसदों ने 21 दिसंबर 2013 को इस संबंध में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखकर कमीशन ऑफ इंक्वायरी एक्ट के तहत जांच करवाने की मांग की थी। भाजपा नेताओं का आरोप है कि बीकानेर और उसके आस-पास के जिलों में वाड्रा और उनसे जुड़ी कंपनियों ने सीलिंग एक्ट का उल्लंघन किया। तत्कालीन कांग्रेस सरकार के इशारे पर सरकारी अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग किया। शिकायत मिलने के बाद भी पूर्ववर्ती सरकार ने इसकी जांच नहीं की।

ससुर-देवर ने किया रेप, पति ने घर से बाहर निकाला

father in law raped son's wife
एक महिला ने अपने ससुर और देवर पर रेप का आरोप लगाया। जब यह बात पति को पता चली तो उसने पत्नी को ही घर से बाहर निकाल दिया।

नई मंडी कोतवाली क्षेत्र की महिला ने ससुर-देवर पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी। आरोप है कि शिकायत करने पर विदेश से लौटे पति ने भी परिजनों का पक्ष लेते हुए मारपीट कर महिला को घर से निकाल दिया। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।

बुधवार को पुलिस आफिस पहुंची महिला ने बताया कि उसका पति सऊदी अरब में नौकरी करता है। कुछ दिन पहले ही वह स्वदेश लौटा है।

आरोप है कि पति ने यहां लौटते ही एक अन्य युवती से निकाह कर लिया। इसका विरोध किया तो पहले देवर और फिर ससुर ने महिला के साथ दुष्कर्म किया।

महिला ने दो दिन पूर्व खुद के साथ हुई दरिंदगी की शिकायत पति से की तो उसने भी परिजनों का ही पक्ष लिया। रात में महिला से मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया गया।

पीड़िता की हालत देख एसपी सिटी श्रवण कुमार ने उसे नई मंडी कोतवाली भेजकर पुलिस को मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।

पुलिस ने महिला का मेडिकल कराते हुए दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। हालांकि फिलहाल मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह का कहना है कि महिला का मेडिकल करा दिया गया है। मामला दर्ज कराकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

नरेंद्र मोदी के रैली खर्च पर ‘आप’ का वार

aap attack on narendra modi
नरेंद्र मोदी की सिर्फ एक रैली की होर्डिंग, विज्ञापन, मंच सज्जा व भीड़ जुटाने के एवज में करीब 55 करोड़ रुपये खर्च हो रहा है। बड़ा सवाल यही है कि इतनी बड़ी रकम पार्टी को कहां से मिल रही है।

- संजय सिंह, आप नेता

आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की देश भर में होने वाली रैलियों में खर्च होने वाली रकम पर सवाल उठाया है।

वहीं, दिल्ली सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री व रिलायंस कंपनी पर मामला दर्ज कराने के मामले में भाजपा की चुप्पी पर भी निशाना साधा है।

मीडिया से बात करते हुए संजय सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की रैलियों में जिस तरह रकम खर्च हो रही है, भाजपा को इसकी जानकारी आम लोगों को देनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि सिर्फ एक रैली की होर्डिंग, विज्ञापन, मंच सज्जा व भीड़ जुटाने के एवज में करीब 55 करोड़ रुपये खर्च हो रहा है। बड़ा सवाल यही है कि इतनी बड़ी रकम पार्टी को कहां से मिल रही है।

पढ़ें, हाथ में चाय की प्याली, निशाने पर कांग्रेस

इसके साथ ही संजय सिंह ने भाजपा से सवाल किया कि गैस की लूट के मामले में दिल्ली सरकार ने जो एफआईआर दर्ज कराई है, क्या भाजपा उसे गलत मानती है। उसकी चुप्पी संदेह पैदा करती है। पार्टी को इस मामले पर अपना रुख साफ करना चाहिए।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने बताया कि कुछ महीने पहले पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने बयान दिया था कि उन्हें कई बार धमकियां भी मिलती हैं।

इसे एक गंभीर मामला बताते हुए संजय ने सवाल किया है कि कहीं पेट्रोलियम मंत्री धमकियों के डर से कंपनियों को फायदा पहुंचाने को मजबूर तो नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता इसे जानना चाहती है।

‘धूम’ स्टाइल में करते थे लूट, गिरफ्तार

robbers robbed in dhoom style
थाने की पुलिस ने ऐसे वाहन लुटेरे और चोर गिरोह के चार बदमाशों को पकड़ा है, जो 'धूम' फिल्म के स्टाइल में वारदात करते थे। ये बदमाश दिन में वेल्डिंग, बाइक मैकेनिक और कारपेंटर का काम करते थे और रात में लूट और चोरी।

इनसे 10 फरवरी को नोएडा सेक्टर-63 से चोरी किया कैंटर बरामद किया है, जिसे फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चला रहे थे। गैंग लीडर मुसाहिद का भाई माजिद 24 अप्रैल 2010 को भोजपुर में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।

एसओ ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में मुसाहिद धौलाना क्षेत्र का रहने वाला है। बिलाल उर्फ वसीम बुलंदशहर के ककोड़ का निवासी है, जबकि दीपक लोनी और दिवेश बिजनौर के हलदौरा थाना क्षेत्र का। बिलाल कारपेंटर है। मुसाहिद वेल्डिंग का काम करता है और दिवेश बाइक मैकेनिक है।

इन्हें चेकिंग के दौरान गालंद चौराहे के पास से पकड़ा गया। इनसे बरामद कैंटर की नोएडा के सेक्टर-58 थाने में रिपोर्ट दर्ज थी। कैंटर पर फर्जी नंबर-प्लेट लगाकर उसे चला रहे थे। चेकिंग में प्लेट पर लिखा नंबर और चेसिस नंबर अलग-अलग मिलने पर पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो खुलासा हो गया।

मेट्रो में लावारिस बैग मिलने से हड़कंप

unclaimed bag found in metro
वैशाली मेट्रो स्टेशन पर बुधवार को प्लेटफार्म नंबर-2 पर 11.40 पर पहुंची मेट्रो में लावारिस बैग मिलने से हड़कंप मच गया।

बैग की जांच में कपड़े और खाने पीने का सामान निकलने से सीआईएसएफ जवानों और लोगों ने राहत की सांस ली। इस दौरान द्वारका जाने वाली मेट्रो 10 मिनट की देरी से स्टेशन से रवाना हुई।

द्वारका से वैशाली पहुंची मेट्रो के कोच नंबर-3 और 5 में बैग मिलने से यात्रियों में हडकंप मच गया। लावारिस बैग की सूचना आनन-फानन में यात्रियों ने मेट्रो ड्राइवर को दी। मेट्रो रवाना होने ही वाली थी लेकिन सभी समय पर सूचना मिलने पर ड्राइवर ने मेट्रो रोक दी।

सीआईएसएफ जवानों ने कोच से दोनों बैग बाहर निकाले। प्लेटफार्म को खाली कराया गया और बैगों की जांच की गई। हालांकि जांच में बैग में कपड़े और सामान मिलने के बाद ही मेट्रो को रवाना किया गया। दोनों बैग यात्री मेट्रो में भूल गए थे।