Saturday, February 8, 2014

UP: चुनाव से ठीक पहले सियासी फेरबदल

25 ias officers transferred in uttar pradesh
अखिलेश यादव ने चुनाव की अधिसूचना आने के ठीक पहले नौकरशाही में बड़ा फेरबदल किया है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने 25 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया है।

अखिलेश के काफी करीबी माने जाने वाले लखनऊ के डीएम अनुराग यादव की जगह इलाहाबाद के डीएम राजशेखर को राजधानी की कमान सौंपी गई है।

अनुराग को लेकर पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे और वह लंबी छुट्टी पर भी थे। फिलहाल अनुराग को कोई नई तैनाती नहीं ‌दी गई है। उन्हें प्रतीक्षारत रखा गया है।

तीन दिन पहले भी हुआ था फेरबदल---यहां पढ़िए खबर

इसके अलावा, दुर्गा शक्ति नागपाल और मुजफ्फरनगर दंगे जैसे बड़ी हलचलों के वक्‍त यूपी के गृह सचिव रहे आरएम श्रीवास्तव के विभाग में फेरबदल किया गया है।

अब तक संस्‍थागत वित्त विभाग के साथ पंचायती राज विभाग के प्रमुख सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार देख रहे श्रीवास्तव से पंचायती राज का काम वापस ले लिया गया है। अब वह सिर्फ संस्‍थागत वित्त विभाग के प्रमुख सचिव रहेंगे।

इसके अलावा, सदाकांत से भी सूचना विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया गया है। अब वह सिर्फ आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव रहेंगे।

इसके अलावा, कुछ खास तैनाती निम्न हैं-
बीएस भुल्लर- प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग
पी. गुरुप्रसाद- डीएम, इलाहाबाद
बादल चटर्जी- मंडलायुक्त, इलाहाबाद
अदिति सिंह- डिप्टी एमडी, यूपीएसआरटीसी
चंचल कुमार तिवारी- प्रमुख सचिव, पंचायती राज
विद्या भूषण- डीएम, इटावा
लाल बिहारी- डीएम, झांसी
कर्ण सिंह चौहान- डीएम, संभल
मुकेश चंद्रा- डीएम बलरामपुर
चंद्रकांत पांडेय- डीएम, मऊ

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

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यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

'आप' में अलग होकर फिर बनी नई पार्टी

aam aadmi party gives birth to gareeb aadmi party
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने नए दल 'गरीब आदमी पार्टी' का गठन किया है। दल में शामिल अधिकांश कार्यकर्ता इंडिया अगेंस्ट करप्‍शन के पुराने सदस्य हैं।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उत्‍तम नगर के उम्मीवार का विरोध किया था लेकिन उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया।

पार्टी के संस्‍थापक सदस्य श्याम गुप्ता ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा, उन्हें अलग होकर नया दल बनाने का निर्णय लेना पड़ा।

गरीब आदमी पार्टी के सदस्य मृत्युंजय जायसवाल ने बताया‌ कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से भटक गई है। वे हमेशा मुद्दों की बात करते थे लेकिन अब उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।

गठन के बाद गरीब आदमी पार्टी ने आप की ही तर्ज पर अपनी वेबसाइट बनाई है। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी ने अपना घोषणा पत्र भी डाला है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने अलग होकर भारतीय आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

जब सपा सुप्रीमो का डॉन से हो गया सामना

intelligence fails to protect Mulayam
यह साजिश है, सियासत है या फिर सीधा सा इंटेलीजेंस फेल्योर।

शुक्रवार को जिस समय पूर्वांचल का शातिर अपराधी मुन्ना बजरंगी अपने कई सशस्त्र गुर्गों के साथ केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में मौजूद था, उसी समय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी वहां आ पहुंचे।

न कोई एहतियात बरती गई न सुरक्षा के कोई पूर्व प्रबंध हुए। ऐसा भी नहीं है कि मेडिकल चेकअप के नाम पर मुन्ना बजरंगी के लखनऊ आने की सूचना आला पुलिस अफसरों को पहले से नहीं थी।

चार दिन पहले तीन फरवरी को जब मुन्ना बजरंगी यहां आया था तो उसके साथ ही आगरा जेल में निरुद्ध माफिया राजनेता मुख्तार अंसारी भी वहां पहुंचे थे।

चर्चा है कि दोनों के बीच काफी देर तक गुफ्तगू भी हुई। इसकी जानकारी पुलिस व खुफिया विभाग के अफसरों को थी, इसके बावजूद कोई एहतियात नहीं बरती गई।

इसके पीछे सियासी कारण हैं या कोई साजिश है या फिर अफसरों व खुफिया विभाग की लापरवाही का नतीजा है, इसका जवाब तो आला अफसर ही दे सकेंगे।

शुक्रवार सुबह करीब 11.30� बजे मुन्ना बजरंगी को लारी कार्डियोलॉजी लाया गया था। कुछ ही देर बाद वहां सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आ पहुंचे।

मुलायम अपने परिचित जानकीपुरम निवासी वसीम सलमानी का हाल-चाल लेने आए थे। वसीम लारी कार्डियोलॉजी के आईसीयू में भर्ती हैं। आईसीयू से कुछ ही दूरी पर ओपीडी है। मुन्ना बजरंगी उसी तरफ था। उसकी अभिरक्षा में आए कई पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।

इसके साथ माफिया से मिलने उसके कई गुर्गे भी वहां पहुंचे हुए थे। इसी बीच अचानक मुलायम सिंह के आ जाने से वहां अफरा-तफरी मच गई। मुलायम सीधे आईसीयू गए और वसीम का हाल-चाल लेकर कुछ देर में ही लौट गए।

जानकारों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी के अस्पताल आने की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच को पहले से थी और उसके कुछ सदस्य भी वहां आ पहुंचे थे।

हालांकि उन्होंने मुन्ना बजरंगी के बारे में किसी अधिकारी को सूचना दी या नहीं, इसकी पुष्टि किसी अधिकारी ने नहीं की।

लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार उस समय छतर मंजिल में थे जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।

इसके बाद अस्पताल पर फोर्स भेजने की कवायद शुरू हुई। एसएसपी ने चौक और वजीरगंज से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।

पुलिस ने माहौल भांप कर वीडियोग्राफी भी शुरू करा दी। जिस माफिया से कुछ देर पहले तक उसके तमाम गुर्गे मिल रहे थे, उस पर पहरा बैठा दिया गया। कुछ पुलिसकर्मी मुन्ना बजरंगी के साथ तब तक अस्पताल में मौजूद रहे, जब तक उसकी सभी जांचें नहीं हो गईं।

बौखलाए अफसरों ने कहा, जांच होगी

सपा सुप्रीमो की सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक को लेकर अब आला अफसर बयान देने से कतरा रहे हैं।

एसएसपी लखनऊ और डीआईजी रेंज ने फोन ही नहीं उठाया तो आईजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने इतना ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएग़ी।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।

बंद हुई मारुति की बहुत ही लोकप्रिय कार

Maruti Suzuki India stops production of iconic Maruti 800
मारुति की नई छोटी कार ऑटो एक्सपो 2014 में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

घरेलू कारों में मारुति की नई कार सेलेरियो भीड़ खींचने में सफल रही। कम कीमत की कारों की ओर लोगों का ज्यादा आकर्षण दिखाई दिया। इनमें सेलेरियो नंबर-वन पर थी।

कंपनी ने इस नई कार की इंट्री के साथ अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को अलविदा भी कह दिया है।

4 लाख की मारुति सेलेरिओ, 23 की माइलेज

मारुति 800 कार का उत्पादन मारुति सुजुकी इंडिया ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीवी रमन ने बताया कि कार का उत्पादन बंद किया है, लेकिन अभी इसके पार्ट्स अगले 8-10 सालों तक ग्राहकों को मिलते रहेंगे।

कंपनी ने अप्रैल 2010 से ही हैदराबाद, बंगलूरू, कानपुर और पुणे समेत 13 शहरों में इसकी बिक्री बंद कर दी थी।