Friday, December 27, 2013

नौकरी के बहाने विदेश से बुलाकर कराती थीं वेश्यावृत्ति

Prostitution gang arrest in delhi
उजबेकिस्तान की दो महिलाएं युवतियों को भारत में नौकरी दिलाने के बहाने बुलाकर उनसे जिस्मफरोशी करवा रही थीं। ग्रेटर कैलाश-एक (जीके) थाना पुलिस ने दोनों महिलाओं को बृहस्पतिवार को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।
इन पर उजबेकिस्तान की दो युवतियों से जिस्मफरोशी कराने, मारपीट और बंधक बनाने का आरोप है। दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, उजबेकिस्तान की शाहनुजा (28) और नजाकत (23) ग्रेटर कैलाश के डी-ब्लॉक में किराए का फ्लैट लेकर काफी समय से रह रही थीं।
शाहनुजा का वीजा खत्म हो चुका है। आरोप है कि दोनों ने उजबेकिस्तान की दो लड़कियों को ई-मेल से दिल्ली बुलाया और 200 से 500 डॉलर में मार्केटिंग की जॉब दिलवाने का झांसा दिया। दोनों लड़कियों ने पासपोर्ट और वीजा न होने की मजबूरी बताई।
इस पर आरोपी महिलाओं ने उन्हें बिना पासपोर्ट के नेपाल के रास्ते भारत में बुला लिया। आरोपी महिलाओं ने इन्हें साथ रखा और नौकरी तलाशने की बात कही। इसके बाद उन्हें जिस्मफरोशी कराने के लिए मजबूर किया जाने लगा।
दोनों युवतियों ने जिस्मफरोशी के धंधे में जाने से मना कर दिया तो उनके साथ मारपीट की जाने लगीं। एक युवती को ग्राहक को पास भी भेजा गया। नौ दिसंबर को दोनों युवतियां फ्लैट से भागकर उजबेकिस्तान एंबेसी पहुंच गईं।
एंबेसी के हस्तक्षेप के बाद ग्रेटर कैलाश थाना पुलिस ने 11 दिसंबर को आरोपी महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

अफसर के बेतुके बयान पर उमर का हमला

Omar slams up officer for 'no one dies of cold' remark
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) एके गुप्ता के उस बयान की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने कहा था मुजफ्फरनगर में दंगा पीड़ितों के कैंप में ठंड से किसी की मौत नहीं हुई।
उन्होंने इस तरह के बयान देने वाले नौकरशाह को कम कपड़े में बाहर भेजने की मांग की है। उमर ने गुप्ता का का नाम लिये बिना ट्वीटर पर लिखा, ठंड से मौत नहीं!
जरा उन्हें कम कपड़े में इस ठंड में बाहर भेजिये। तुरंत बयान बदल जाएगा।
गौरतलब है कि गुप्ता ने मुजफ्फरनगर में दंगा पीड़ितों के कैंपों में ठंड से हुई मौतों से इनकार करते हुए कहा था ठंड से किसी की मौत नहीं हो सकती। उन्होंने कहा था कि बच्चे न्यूमोनिया से मरे हैं, ठंड से नहीं।
ठंड से किसी की मौत नहीं हो सकती। अगर ठंड से मौत होती तो साइबेरिया में कोई जिंदा नहीं रहता।
एक उच्चस्तरीय सरकारी पैनल ने कहा था कि मुजफ्फरनगर के दंगा प्रभावित क्षेत्र में 4783 विस्थापित लोग अब भी राहत शिविरों में रह रहे हैं। इन कैंपों में रहने वाले 12 साल से कम उम्र के 34 बच्चों की मौत हो चुकी है।￿

LIVE: रहाणे ने टेस्ट में लगाई पहली फिफ्टी

Live: durban test india vs south africa
डरबन टेस्ट में जोरदार शुरुआत के बाद भारतीय पारी दो बार लड़खड़ाई और पूरी टीम 334 रन पर आउट हो गई।
समाचार लिखे जाने तक दक्षिण अफ्रीका ने बिना किसी नुकसान के 38 रन बना लिए हैं। क्रीज पर कप्तान ग्रीम स्मिथ (20) और एल्विरो पीटरसन (18) खेल रहे हैं। (लाइव स्कोर कार्ड)
इससे पहले खेल के दूसरे दिन टी-ब्रेक से लौटने के कुछ देर बाद ही टीम इंडिया ऑलआउट हो गई। टेस्ट करियर में पहला अर्धशतक लगाने वाले अजिंक्य रहाणे (51 रन, 121 गेंद) अंत तक नाबाद रहे। मुरली विजय ने सर्वाधिक 97 रन बनाए।
पढ़ें- 53 साल पुराना इतिहास नहीं दोहरा पाए डेल स्टेन
मेजबान टीम की ओर से तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने 100 रन देकर छह विकेट झटके। भारत ने अंतिम पांच विकेट महज 14 रनों के अंदर ही गंवा दिए। इससे पहले भारत का शीर्ष क्रम भी लड़खड़ा गया और 18 रनों के अंदर तीन विकेट खो दिए थे।
पहला सत्र बारिश से धुला
पहले दिन की अंत में जो खराब मौसम का सिलसिला शुरू हुआ वह दूसरे दिन भी सुबह तक जारी रहा जिस कारण दूसरे दिन का पहला सत्र पूरी तरह धुल गया।
पढें- टी-20 टीम में शामिल नहीं किए गए कैलिस
लंच के आधे घंटे बाद जब मैच शुरू हुआ तो बारिश तो नहीं हुई लेकिन डेल स्टेन ऐसे बरसे कि भारतीय बल्लेबाजों को अपनी रफ्तार में बहा ले गए।
भारतीय टीम का स्कोर एक समय एक विकेट पर 181 रन था और वह मजबूत स्थिति में दिख रही थी लेकिन स्टेन के ताबड़तोड़ तीन झटके के आगे स्कोर चार विकेट 199 रन हो गया।
शतक से चूके मुरली विजय
स्टेन ने सबसे पहले चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय की 157 रन की शानदार साझेदारी को तोड़ा। पुजारा 70 रन बनाकर आउट हुए जबकि मुरली अपने शतक से मात्र तीन रन से चूक गए।
रोहित शर्मा तो डेल स्टेन की गेंद पर ऐसा चकमा खाए कि स्टंप्स बिखर जाने के बाद ही उन्हें गेंद दिखाई दी।
देखें- फोटो गैलरी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों की हमसफर की ￿
हालांकि इसके बाद विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने पांचवें विकेट के लिए 66 रन की साझेदारी कर टीम संभालने की कोशिश की लेकिन इस बार मोर्ने मोर्कल ने कोहली को 46 रन के व्यक्तिगत योग पर आउट कर इस साझेदारी का अंत कर दिया।
तीन बल्‍लेबाज शून्य पर आउट￿
दूसरी ओर अजिंक्य रहाणे स्टेन के सामने डटे रहे और अपना पहला टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। रहाणे ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (24) के साथ भी छठे विकेट के लिए 55 रनों की अहम साझेदारी निभाई।
कप्तान धोनी जिस समय आउट हुए उस समय टीम का स्कोर 320 रन था लेकिन अगले 14 रनों के अंदर ही भारत के पांच बल्‍लेबाज आउट हो गए।
टीम इंडिया के तीन बल्‍लेबाज खाता भी नहीं खोल सके। रोहित शर्मा के अलावा रवींद्र जडेजा और जहीर खान शून्य पर आउट हुए।

भाजपा भड़की, कहा मोदी से माफी मांगे कांग्रेस

bjp slam congress on sit decision

खास-खास

करारा हमला
  • पार्टी ने देशभर के दंगों की कांग्रेस को दिलाई याद
  • कहा, कांग्रेस की प्रताड़ना से बढ़ेगा मोदी का कद
महिला जासूसी कांड में जांच आयोग गठित करने से नाराज भाजपा ने सियासी हमले तेज करते हुए कहा है कि गुजरात दंगों पर क्लीन चिट मिलने के बाद कांग्रेस को मोदी से माफी मांगनी चाहिए।
दिल्ली के सिख विरोधी दंगों से लेकर मुंबई और भागलपुर समेत देशभर में हुए दंगों की याद दिलाते हुए भाजपा ने कांग्रेस से पूछा कि आखिरकार उसे गुजरात के 2002 के दंगे ही क्यों याद आते हैं।
पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि अकेले गुजरात में ही कांग्रेस के शासन में विभिन्न दंगों में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। गुजरात में वर्ष 1969 के दंगों में 667 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।
इसके बाद 1985 में 20, 1986 में 110,￿ 1987 में 62, 1990 में 219, 1992 में 441 और 1993 के दंगों में 116 लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि 11 साल से नरेंद्र मोदी के खिलाफ घृणा का अभियान चला रही कांग्रेस को अब अदालत के फैसले के बाद उनसे माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि दिल्ली के सिख दंगों से लेकर गुजरात, यूपी समेत देश के विभिन्न इलाकों में कांग्रेस शासन में हुए दंगों में कितने लोगों को सजा हुई। गुजरात के 2002 के दंगों में बड़ी संख्या में लोगों को सजा हुई है।
उन्होंने कहा कि चार राज्यों की चुनावी हार से कांग्रेस ने सबक नहीं सीखा है। अब उसे लोकसभा चुनाव में भी हार दिखाई देने लगी है, इसलिए वह बौखला गई है।
मोदी को क्लीन चिट मिलने के विरोध में शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को जावडेकर ने कांग्रेस का एजेंट करार दे दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि वह मोदी को जितना प्रताड़ित करेगी वे राजनीतिक तौर पर उतने ही ऊपर उठेंगे।

बैंक में नौकरी का मौका, जल्द करें आवेदन

jobs in Panjab Gramin Bank
पंजाब ग्रामीण बैंक में विभिन्न श्रेणियों के तहत अध‌िकारी स्तर के कुल 150 पदों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित क‌िए गए हैं।
इन पदों के तहत ऑफिसर स्केल-III के 2 पद, ऑफिसर स्केल-II के 4 पद, जूनियर मैनेजमेंट ऑफिसर स्केल-I के 54 पद तथा ऑफिस सहायक के 90 पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।
ये पद उन आवेदकों से भरे जाएंगे जिन्होंने सितंबर-अक्टूबर 2013 में आईबीपीएस द्वारा आयोजित आरआरबी के लिए ऑनलाइन सीडब्‍ल्यूई -II परीक्षा को उत्तीर्ण किया है।
इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तारीख 9 जनवरी, 2013 तक निर्धारित की गई है।
जूनियर मैनेजमेंट ऑफिसर और ऑफिस सहायक के पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए अधिमानी योग्यता मांगी गई है, जिसके तहत 10वीं कक्षा में उन्होंने पंजाबी भाषा को एक विषय के रूप में अपनाते हुए उत्तीर्ण किया हो।
और अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट http://www.pgbho.com/PGB%20Recruitments/Punjab%20GB%20Advertisement.pdf या http://www.pgbho.com/Recruitments.html पर लॉग ऑन करें।

सपा विधायक के घर मिली अगवा हुई छात्रा

minor girl free from sp mla home, blame rape charged
यूपी के सिकंदरा से लगभग सवा माह पहले अगवा की गई छात्रा को पुलिस ने गुरुवार को शिकोहाबाद में सपा विधायक हरिओम यादव के आवास से बरामद किया।
पुलिस को उसने बयान दिया कि उसे विधायक के घर में बंधक बनाकर रखा गया और उसके साथ दुष्कर्म भी हुआ। परिवारजनों ने विधायक पर आरोपियों को संरक्षण देने और छात्रा को बंधक बनाकर रखने के आरोप लगाए हैं। सिकंदरा पुलिस ने छात्रा को महिला थाने भेज दिया है। अब उसके बयान कोर्ट में कराए जाएंगे।
मूलरूप से बाह के रहने वाले एक परिवार का पड़ोसी युवक से झगड़ा हो गया था। इसी परिवार की 14 वर्षीय किशोरी नौवीं की छात्रा है। वह सिकंदरा स्थित केके नगर में अपने चाचा के यहां आई हुई थी।
13 नवंबर को युवक अपने साथियों के साथ छात्रा को अगवा कर ले गया। इसकी रिपोर्ट थाना सिकंदरा में युवक और उसके परिवारीजनों के खिलाफ दर्ज कराई गई।
परिवारीजन तभी से छात्रा की तलाश कर रहे थे। छात्रा के परिवारीजनों ने बताया कि सत्ता पक्ष के एक अन्य विधायक के दबाव डालने पर सिकंदरा पुलिस ने आरोपी के कई रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
तभी पता चला कि अगवा छात्रा को शिकोहाबाद के सपा विधायक हरिओम यादव के घर में रखा गया है। इस पर गुरुवार को सिकंदरा थाने की पुलिस छात्रा के परिवारीजनों को साथ लेकर शिकोहाबाद पहुंची और उसे बरामद किया।
छात्रा के पिता और चाचा का आरोप है कि वह जब विधायक के घर पहुंचे तो छात्रा को साड़ी में लपेटकर छिपा दिया गया था। उसे किसी तरह पुलिस ने मुक्त कराया।
आरोपी युवक भी वहीं था लेकिन विधायक ने उसे पुलिस को सौंपने से इनकार कर दिया। पुलिस की एक न चली और वह अगवा छात्रा को लेकर सिकंदरा थाने आई।
यहां छात्रा बताया कि उसे विधायक के घर में बंधक बनाकर रखा गया था। उसके साथ गलत काम किया गया।
इंस्पेक्टर सिकंदरा तेजबहादुर यादव का कहना है कि छात्रा को शिकोहाबाद में रेलवे स्टेशन रोड से बरामद किया गया है, जबकि आरोपी भाग निकला।

मुलायम के गांव में स्विमिंग पूल में देरी पर नपे IAS

ias officer suspended delaying swimming pool in mulayam safai
अखिलेश सरकार ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को इसलिए सस्पेंड कर दिया है कि क्योंकि उसने मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में बन रहे स्विमिंग पूल को अनुमोदित पैसा भेजने में देरी की।
59 साल के आईएएस अधिकारी शैलेश कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक हैं।
इस अधिकारी को सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती का करीबी माना जाता है। शैलेश कुमार सिंह अगले साल रिटायर होने वाले हैं।
जब वे सैफई में एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे तभी उनको रास्ते में निलंबन की सूचना मिली। इस कार्यक्रम में ओलंपिक पदक विजेताओं को सम्मानित किया जाना था।
पढ़ें, अखिलेश के अफसर बोले, ठंड से कोई नहीं मरता!

यूपी सरकार के मुताबिक आईएएस अधिकारी शैलेष कुमार ने जानबूझकर सैफई में बन रहे स्विमिंग पूल के लिए अनुमोदित पैसे मंजूर करने में देरी की। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मार्च, 2012 में ही मिल गई थी।
वहीं शैलेश कुमार का कहना है, 'जो एजेंसी स्विमिंग पूल का निर्माण कार्य कर रही थी, उसने खर्च होने वाली रकम का संशोधित आकलन भेजा था। इस रकम को भेजने में प्रशासन की ओर विलंब हुआ, न कि मेरी ओर से।'
उन्होंने बताया कि वो इस विभाग में मुश्किल से पांच-छह महीने पहले ही आए थे। इस तरह विभाग से बहुत अच्छी तरह से वे वाकिफ नहीं थे।

'अवसरवादी हैं अम‌िताभ बच्चन'

ncp slams amitabh bacchan
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे और अभिनेता अमिताभ बच्चन के पिछले दिनों मंच साझा करने और एक दूसरे की प्रशंसा करने के मामले को 'मैच फिक्सिंग' करार देते हुए दोनों को 'अवसरवादी' बताया है।
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि दोनों अवसरवादी हैं, दोनों ने मंच पर अच्छा अभिनय किया, देखकर साफ लग रहा था कि पूरा मैच फिक्स है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ राज ठाकरे और अमिताभ बच्चन ही इस बात का जवाब दे सकते हैं कि इतने लंबे समय से दोनों के बीच दूरियां क्यों बनी हुई थी।
गौरतलब है कि इससे पहले सपा विधायक अबु आजमी भी राज ठाकरे के साथ मंच साझा करने के लिए अमिताभ की आलोचना कर चुके हैं।
आजमी ने अमिताभ पर उत्तर भारतीयों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्हें बिग बी को राज ठाकरे के साथ देखकर तकलीफ पहुंची थी।

30 शरणार्थी परिवारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

report aganist thirty families of riot relief camps
कब्रिस्तान की जमीन को कब्जाना कानूनन अपराध है। सांझक में किनौनी के ग्रामीण कब्रिस्तान की जमीन पर तंबू लगाए हुए हैं। किनौनी में दंगा भी नहीं हुआ। समझाने पर नहीं माने तो उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

- रजनीकांत, तहसीलदार

सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के तल्ख बयान के बाद प्रशासन ने मुजफ्फरनगर दंगे के राहत शिविरों पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
मुजफ्फरनगर के सांझक में कब्रिस्तान की जमीन पर तंबू लगाकर रह रहे 30 शरणार्थी परिवारों के खिलाफ शाहपुर थाने में सरकारी जमीन कब्जाने की रिपोर्ट लिखाई गई है।
राहत शिविरों पर सरकार ने आंखें तरेरनी शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी राहत शिविरों को जल्द खत्म करने के लिए कहा है। सरकार का कड़ा रुख देख प्रशासन ने भी सख्ती शुरू कर दी है।
सांझक गांव में कब्रिस्तान की भूमि पर काफी संख्या में परिवार तंबू गाड़कर रह रहे हैं। इनमें अधिकतर किनौनी गांव के हैं। कहा जा रहा है कि किनौनी में दंगा भी नहीं हुआ, इसके बावजूद वहां के मुस्लिम सांझक में रह रहे थे।
प्रशासन ने इन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुआवजा राशि नहीं दिए जाने तक तंबू हटाने से साफ इंकार कर दिया।
इस पर हलका लेखपाल चंद्रपाल की ओर से शाहपुर थाने में कब्रिस्तान की खसरा नंबर 347 पर अवैध कब्जा करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
किनौनी में नहीं हुआ दंगा
प्रशासन का कहना है कि किनौनी गांव में कोई दंगा नहीं हुआ है। केवल डर के मारे मुस्लिम समाज के लोग गांव छोड़ गए। थाने में कोई मुकदमा भी दर्ज नहीं है।
ग्राम प्रधान को साथ लेकर जिला प्रशासन ने कई बार लोगों को वापस ले जाने का प्रयास किया, लेकिन लोग वापसी को राजी नहीं हुए।

इंश्योरेंस क्लेम लेने में है दिक्‍कत, तो पढ़ें ये खबर

irda take action against company who will not give claim on time
बीमा क्षेत्र में बढ़ते फर्जीवाड़े पर लगाम कसने की तैयारी है। इससे न केवल धोखाधड़ी करने वालों पर नकेल कसी जा सकेगी, बल्कि ऐसे बीमाधारक जो बेहतर रिकार्ड रखते हुए उन्हें कम प्रीमियम का लाभ भी दिया सकेगा।
इसके लिए बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) एक सेंट्रल मॉनिटिरिंग फ्रॉड सिस्टम विकसित कर रहा है।
इसमें बीमा क्षेत्र की सभी कंपनियों को उनके द्वारा फर्जीवाड़े के संबंध में जुटाई गई जानकारियों को साझा करना होगा। कंपनियों को इस प्रणाली से अप्रैल 2014 से जुड़ना अनिवार्य होगा।
सूत्रों के अनुसार इरडा इस कदम के जरिए सभी कंपनियों के मिले आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर बीमा क्षेत्र में धोखाधड़ी रोकने के लिए नए नियम कायदे बनाने पर विचार कर रहा है। ऐसा करके बेहतर रिकार्ड रखने वाले ग्राहकों को भी प्रीमियम में छूट जैसे लाभ देने का फायदा दिया जा सकेगा।
इंडस्ट्री सूत्रों के अनुसार अभी सबसे ज्यादा धोखाधड़ी के मामले हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में आ रहे हैं। इसके बाद ऑटो सेक्टर के मामले आते हैं। कंपनियों के अनुसार सबसे ज्यादा मामले क्लेम लेने के वक्त सामने आ रहे हैं।
मौटे तौर पर 80-90 फीसदी मामले अभी हेल्थ इंश्योरेंस में हैं। इनमें अस्पतालों से लेकर डॉक्टर तक की मिली भगत होती है। इरडा सेंट्रल मॉनिटरिंग के जरिए ऐसे अस्पतालों और डॉक्टर पर भी कार्रवाई कर सकेगा। इस संबंध में कैसे कदम उठाए जाएं, और उसके लिए क्या प्रावधान हों इस पर इरडा ने हाल ही में हैदराबाद में इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ चर्चा भी की है।
हेल्थ इंश्योरेंस के बाद क्लेम लेने में धोखाधड़ी करने के सबसे ज्यादा मामले ऑटो बीमा के तहत आ रहे हैं। इसमें कई ऐसे मामले आए हैं, जहां मिलीभगत के जरिए गवाहों का पूरा गठजोड़ भी तैयार किया गया है। जो कि झूठी गवाही देकर क्लेम दिलाने में मदद करते हैं। इस तरह की सभी गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए इरडा सेंट्रल मॉनिटरिंग प्रणाली विकसित करने की कवायद कर रहा है।
किस तरह के आते हैं मामले
-सबसे ज्यादा धोखाधड़ी के क्लेम हेल्थ इंश्योरेंस में-अस्पताल और डॉक्टर की मिलीभगत से ज्यादा बिल बनाने के मामले
-वाहन बीमा के लिए गवाहों, एजेंट आदि का गठजोड़-एक ही व्यक्ति द्वारा कई नाम, पैनकार्ड आदि का इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा करने का मामला

बच्चे मर रहे हैं, सैफई में नाच हो रहा हैः बेनी

beni prasad verma statement on modi and mulayam
केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने एक बार फिर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर जुबानी हमला किया है।
मुजफ्फरनगर दंगों पर कांग्रेस के हालिया कड़े रुख को और धारदार बनाते हुए वर्मा ने कहा है कि मुलायम सिंह प्रदेश में गुंडई करवा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लोग परेशान हैं। पीड़ित कैंपों में बच्चे मर रहे हैं।
मगर सपा सरकार सैफई में महोत्सव करवा रही है। विदेश से नाचने वाली लड़कियां मंगाई जा रही है। उन्हें तुरंत जनता से माफी मांगनी चाहिए।
बेनी ने मुलायम सिंह पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगा मुलायम सिंह और अमित शाह ने मिलकर करवाया है।
दोनों पार्टियों ने साजिश रची है कि मुस्लिम वोट पर सपा कब्जा करें और हिंदू वोट भाजपा को चले जाए। उन्होंने कहा कि मोदी और मुलायम दोनों एक है। मुलायम मुसोलिनी हैं तो मोदी हिटलर।
लोकसभा चुनाव नजदीक देखते ही अब कांग्रेस ने भी बेनी प्रसाद वर्मा को सपा पर ताबड़तोड़ हमला करने की खुली छूट दे दी है। इससे पहले मुलायम के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर कांग्रेस हाईकमान कई बार उन्हें चुप रहने की नसीहत दे चुका है।
मगर मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के कैंपों में दौरा कर राहुल गांधी के सपा सरकार को निशाने पर लेने के बाद प्रदेश कांग्रेस आक्रमक हुई है। लिहाजा, बेनी प्रसाद वर्मा ने भी मुलायम सिंह पर जबरदस्त निशाना साधा है। बेनी ने मायावती को भी घेरा।
उन्होंने कहा कि 2002 में गोधरा दंगों के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव में मायावती और मुलायम सिंह दोनों ने मिलकर मोदी को हारने से बचाया।
बेनी का आरोप है कि दोनों पार्टियों ने गुजरात विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस के वोट काटे।

मोदी पर दांव उल्टा पड़ने की चिंता में कांग्रेसी

congress party strategy against modi
नरेंद्र मोदी के खिलाफ केंद्र सरकार की ओर से जांच आयोग बिठाने को लेकर राजनीतिक भूचाल आ गया है। चुनावों से पहले कांग्रेस ने मोदी को घेरने की तैयारी कर ली है।
मगर पार्टी में अंदरखाने यह आवाज भी सुनाई दी कि चुनावों से ठीक पहले मोदी की चौतरफा घेरेबंदी कहीं उलटा पार्टी के गले ही न पड़ जाए। वहीं, गुजरात दंगों के मामले में कोर्ट की ओर से मोदी को क्लीन चिट मिलने के फैसले से भी कांग्रेस नेताओं में निराशा है।
मोदी के खिलाफ जांच आयोग बिठाने को लेकर केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि जांच का कदम देर से उठाया गया है।
पहले ही उठा लिया गया तो आज मोदी जेल में होते। उन्होंने कहा कि गोधरा कांड से बड़ा कोई अपराध नहीं है। मोदी के गलत काम उनके सामने आ रहे हैं।
वह सिर्फ नकली लालकिले पर ही भाषण देकर खुश हो जाएंगे। जबकि 15 अगस्त 2014 में देश के लालकिले से राहुल गांधी झंडा फहराएंगे। बेनी ने मोदी को हिटलर बताया।
वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि जासूसी कांड में टेलीग्राफ और आईटी एक्ट का उल्लंघन हुआ है।
यह बहुत गंभीर मामला है। केंद्र सरकार ने सही कदम उठाया है। वे इसके लिए बधाई की पात्र है। सरकार को यह कदम पहले ही उठाना चाहिए था। मोदी के घिराव पर कांग्रेस में अंदरखाने चिंता भी बनी हुई है।
पार्टी के एक महासचिव ने कहा कि सरकार के अंदर वकीलों का समूह (कपिल सिब्बल, पी चिदंबरम, मनीष तिवारी) जोश में फैसले ले रहा है। मगर इतिहास गवाह है कि चुनावों से ठीक पहले जब भी मोदी को घेरा है, हर बार उन्हें ही फायदा हुआ है।

राहत शिविरों में 34 मासूमों ने तोड़ा दम, सरकार दे रही तर्क

34 children died in muzaffarnagar relief camps
अब अखिलेश सरकार ने भी मान लिया है कि दंगा प्रभावितों के लिए मुजफ्फरनगर व शामली में बनाए गए राहत शिविरों के 34 बच्चों की मौत हुई।
सरकार की यह स्वीकारोक्ति इस मामले की जांच के लिए मेरठ के मंडलायुक्त मंजीत सिंह की अध्यक्षता में गठित समिति की रिपोर्ट के बाद आई है।

प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता ने जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि सभी बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई।
शिविर में सिर्फ 10-12 बच्चों की मौत हुई। बाकी बच्चों की मौत शिविर से बाहर इलाज कराने के दौरान हुई।

उन्होंने कहा कि शिविर में रह रहे लोगों की सुरक्षा पर सरकार गंभीर है। इस पर कार्ययोजना बनाने के लिए शुक्रवार को मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई है।
गुप्ता ने कहा कि मुख्य सचिव ने कुछ दिनों पहले इस सिलसिले में जानकारी दी थी, लेकिन तब तक समिति की रिपोर्ट नहीं आई थी।
समिति को बच्चों की मौत के संबंध में उनकी संख्या और नाम, मौत का कारण, स्थान और तिथि के बारे में फैक्चुअल रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए थे।
और यह तर्क
प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता से जब एक पत्रकार ने पूछा कि ज्यादातर बच्चों की मौत ठंड से होने की बात सामने आ रही है तो उन्होंने जवाब दिया कि ऐसी ठंड अभी नहीं पड़ी है।
यह सवाल जब दोबारा उठा तो उन्होंने उल्टा सवाल किया कि ठंड तो साइबेरिया में भी पड़ती है, तो क्या वहां लोग मर जाते हैं।

वाड्रा मामले पर सोनिया को घेरेगी भाजपा

bjp strategy against sonia gandhi
चुनावी साल में नरेंद्र मोदी की एक और घेराबंदी से नाराज भाजपा अब नेहरू-गांधी परिवार पर सियासी हमले तेज करने की तैयारी में है।
खासतौर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की जमीन के खरीद-फरोख्त मामलों पर भाजपा आक्रामक रुख अख्तियार करेगी।
इस मामले पर कानूनी लड़ाई लड़ने का ऐलान पार्टी पहले ही कर चुकी है। हालांकि गुजरात के युवती जासूसी मामले के लिए जांच आयोग गठित करने के फैसले से भाजपा को सियासी लाभ होता दिख रहा है।
पार्टी का मानना है कि भले ही आयोग गठित होने के बाद मोदी को कानूनी पचड़ों में फंसना पड़े लेकिन उन्हें सियासी तौर पर लाभ मिलेगा। कांग्रेस मोदी का जितना भी घिराव करेगी, उतना ही उन्हें लाभ होगा।
कांग्रेस वर्ष 2002 से मोदी को घेरती रही है, उन्हें मौत का सौदागर तक कहा, लेकिन खुद कांग्रेस को गुजरात में 2002, 2007 व 2012 के चुनाव में शिकस्त खानी पड़ी। दूसरी तरफ मोदी का राजनीतिक ग्राफ बढ़ता चला गया।
पार्टी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों के लगातार 11 साल के कुप्रचार के बावजूद मोदी को क्लीन चिट मिल गई। वास्तव में कांग्रेस पिटे मोहरों से मोदी से लड़ना चाहती है।
बहरहाल, अब जांच आयोग गठित करने से भाजपा को यह कहने का मौका मिल गया है कि एक ओर वाड्रा मामले में तो कांग्रेस जांच करने की बजाय मामला उजागर करने वाले अफसर को तंग कर रही है, दूसरी ओर युवती के जांच कराने से इंकार करने के बावजूद केंद्र ने जांच आयोग गठित कर दिया।
यह तय हो चुका है कि भाजपा चुनावी साल में केंद्र सरकार के इस फैसले को एक बड़ा मामला बनाएगी।
पार्टी ने संसद के बीते शीतकालीन सत्र में भी तय किया था कि यदि कांग्रेस सदन में इस मामले को उठाती है तो वह जवाब में वाड्रा मामले को उठाएगी, लेकिन कांग्रेस ने तब तो चुप्पी साधे रखी और सत्र खत्म होने के बाद आयोग गठित करने का फैसला कर दिया।

कोर्ट के आदेश पर 'आप' के खातों की जांच

Home ministry probe on aap account
केंद्रीय गृह मंत्रालय जल्द ही दिल्ली में सरकार बनाने जा रही आम आदमी पार्टी (आप) के खातों (बुक ऑफ एकाउंट) की जांच करेगा।
दिल्ली हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका में आरोप लगाया गया है कि आप ने चुनाव के लिए विदेश से हासिल हुई कथित गैरकानूनी रकम को छिपाया है।
गृह मंत्रालय ने पिछले महीने हाईकोर्ट के निर्देश पर आप से कुछ सवालों के जवाब मांगे थे। गृह मंत्रालय के मुताबिक आप से विदेशी सहायता विनियमावली कानून संबंधी जवाब मांगे गए थे। लेकिन आप की ओर से दिया गया जवाब संतोषप्रद नहीं है।
लिहाजा मंत्रालय खाते की जांच कर उसकी जानकारी अदालत को देगा। उधर आप ने कहा है कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार है। आप के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि अगर गलती साबित हो जाती है तो पार्टी दोगुनी सजा भुगतने के लिए तैयार है।
यादव के मुताबिक आप ने चुनाव के लिए देश और विदेश में रहने वाले 63000 भारतीय नागरिकों से 19 करोड़ रुपये इकट्ठा किए थे। इनकी ओर से दी गई रकम 10 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक की थी।
पार्टी ने सभी का रिकार्ड साफ सुथरे तरीके से रखा है। लिहाजा शक की कहीं भी कोई गुंजाइश नहीं है। गौरतलब है कि चुनाव के दौरान दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आप को मिल रहे चंदे पर सवाल खड़ा किया था।
इसी बीच दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर हुई जिसमें विदेशी फंडिंग को लेकर आप पर आरोप लगाए गए।

तमंचे पे ‌किया डिस्को, एडमिशन कैंसिल

admission cancelled on student's dance based on bullet raja
सीसीएसयू में तमंचे पे डिस्को करने वाले मामले में अनुशासन समिति ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपी छात्रों का दाखिला निरस्त कर दिया है। एक आरोपी का निलंबन किया है। बृहस्पतिवार को बैठक कर कार्रवाई हुई।
मंगलवार को विश्वविद्यालय के लॉ डिपार्टमेंट में फ्रेशर पार्टी के दौरान चार छात्रों ने हुड़दंग किया था। डीजे पर चल रहे बुलेट राजा फिल्म के गाने तमंचे पे डिस्को पर पिस्टल निकालकर डांस और फायरिंग की थी। दो छात्रों की पिटाई भी की गई थी।
'अमर उजाला' ने यह खबर विडियो क्लिप की फोटो के साथ प्रकाशित की थी। छात्र नरेंद्र तोमर और सुहेल मलिक की तरफ से मेडिकल थाने में चार छात्र शुभम कसाना उर्फ लव कसाना, दीपक कुमार उर्फ दीपक भड़ाना, प्रवेश कुमार उर्फ विजय धामा और अनुज कुमार उर्फ अनिल कुमार के नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
बृहस्पतिवार को विवि ने अनुशासन समिति की बैठक की। प्रेस प्रवक्ता डा. पीके शर्मा के मुताबिक शुभम, दीपक और विजय का दाखिला निरस्त कर दिया गया है। अनुज कुमार का निलंबन किया गया है। प्रतिकुलपति प्रो. जेके पुंडीर का कहना सिक्योरिटी में सख्ती बरती जाएगी। मामले में उक्त के अलावा भी नाम सामने आए तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
अंटी में असलाह
सूत्रों के मुताबिक कई छात्र और बाहरी युवक कैंपस में अंटी में तमंचा लेकर आते हैं। कभी उसकी नुमाइश करते हैं तो कभी फायरिंग। चेकिंग और कार्रवाई नहीं होने की वजह से वह बच जाते हैं। अब पुलिस और विवि प्रशासन हरकत में आए हैं। दो दिन हॉस्टल में चेकिंग हुई है।

अखिलेश के अफसर बोले, ठंड से कोई नहीं मरता!

no one die becuase of winters, says up principal chief secretary
एक तरफ मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में बच्चे और बूढ़े ठंड से मर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के नेता और आला अधिकारी अपने ऊटपटांग बयानों से उनके जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं।
राज्य के प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता के मुताबिक ‌राहत शिविरों में अधिकतर बच्चों की मौत बाहर के इलाज के बाद हुई है। उन्होंने कहा कि यह आरोप गलत है कि बच्चों की मौत ठंड से, इलाज के अभाव से या किसी तरह की महामारी से हुई।
नेताजी देखिए, क्या यही हैं कांग्रेस-बीजेपी के लोग?
समिति की रिपोर्ट के अनुसार इनमें से चार बच्चों की ही निमोनिया से मौत हुई और बाकी की अन्य कारणों से। 34 बच्चों की मौत 7 सितंबर से 20 दिसंबर के दौरान हुई, जिनमें 12 की मौत शिविरों में हुई है।
साइबेरिया में क्या लोग ठंड से मर जाते हैं?
जब प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता से पूछा कि ज्यादातर बच्चों की ठंड से मौत होने की बात सामने आ रही है, इस पर उन्होंने उल्टा सवाल किया कि ठंड तो साइबेरिया में पड़ती है, तो क्या वहां लोग ठंड से मर जाते हैं?
प्रमुख सचिव गृह की इस टिप्पणी पर खासी चर्चा हुई। पूर्व में भी कई अधिकारियों द्वारा कई बार ऐसी ही टिप्पणियां की जा चुकी हैं।
आसपास के भयभीत लोग भी रह रहे शिविरों में
प्रमुख सचिव के मुताबिक चार सौ से अधिक परिवार ऐसे हैं जो भय की वजह से शिविरों में आ गए हैं जहां हिंसा या आगजनी हुई ही नहीं। जैसे बागपत और मेरठ। उन्होंने कहा कि शिविरों में रहने वालों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है।
एक वह जिनके यहां कोई घटना नहीं हुई है लेकिन आसपास की घटनाओं से भयभीत होकर यहां आए। दूसरे वह जिनके गांव में छिटपुट घटना हुई और जान बचाने के लिए शिविरों में आए और तीसरे वह जिनके यहां आगजनी व हिंसा हुई और बेघर होकर शिविर में पहुंचे।
अखिलेश-मुलायम के सैफई में सितारों का मेला
गुप्ता ने कहा कि मलकपुर शिविर में नवजात आदिल पुत्र अनवर की शिविर से कैराना ले जाते समय मौत हुई। सोनू पुत्र शहजाद का आठ दिनों से कैराना के एक नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था, जिसके बाद उसकी मौत हुई।
बच्चों की मौत पर सरकार खामोश
मलकपुर शिविर में दस बच्चों की मौत की बात सामने आई थी। इसमें चार वर्षीया खुशनुमा पुत्री शौकीन की तीन दिसंबर को शिविर में मौत हुई।
उसकी मौत से पहले उसका कैराना के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज कराने बाद शिविर में लाया गया था। एक प्री-मैच्योर बेबी नगमा की शिविर में उल्टी-दस्त की वजह से मौत हुई, जबकि 12 वर्षीय फरमान पुत्र नवाज की पानीपत में डॉक्टर शब्बीर से इलाज कराने के बाद मौत हुई।
ऐसे ही समन पुत्र दिलशाद का स्वास्थ्य खराब होने पर उसके अभिभावक इलाज के लिए कैराना ले गए थे, जहां से 15 दिन बाद शिविर वापस लौट आए थे, जबकि उसकी मौत हुई।
प्रमुख सचिव ने कहा कि 12 वर्षीय आशिक पुत्र इस्लाम, पांच वर्षीय अनस पुत्र यूनुस, शहनवाज, हारून आदि की भी ऐसे ही बाहर इलाज कराने के बाद मौत होने की बात सामने आई है।

विधायकों को धमकी, AAP को वोट ना देना!

delhi cong mla's complaint, got threat against voting for kejriwal
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री शनिवार को शपथ लेने जा रहे हैं। तीन जनवरी तक बहुमत सिद्ध करना है। कांग्रेस विधायकों का बाहर से समर्थन है, लेकिन कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं और बड़े नेता बदल-बदलकर बयान दे रहे हैं।
आपकी बदूंक नहीं, आशीर्वाद चाहिए: केजरीवाल
इस बीच गुरुवार तड़के कांग्रेस के चार विधायकों के घर धमके कथित तौर पर आलाकमान के भेजे दूत ने इन्हें कहा है कि केजरीवाल सरकार के समर्थन में वोट न करें।
कांग्रेस विधायक देंगे समर्थन
हालांकि कांग्रेस विधायकों ने कहा है कि समर्थन को लेकर अटल हैं। आलाकमान की तरफ से ऐसा को आदेश नहीं मिला है कि समर्थन न करें।
विधायक चौधरी मतीन अहमद का कहना है कि रात को आए व्यक्ति की फोटो सीसीटीवी में कैद है। आने वाला व्यक्ति अपने को मलिक बता रहा था। उसने कहा है कि आलाकमान ने कहा है कि कुछ विधायक मिलकर आम आदमी पार्टी के पक्ष में वोट न करें।
देर रात आए ध्‍ामकाने
हालांकि जब मैंने पूछा कि कौन आलाकमान ने, तब वह कुछ नहीं बता पाया। रात को दरवाजा मैंने इसलिए खोला क्योंकि मुझे लगा कोई इलाके का आदमी है। विधायक आसिफ मोहम्मद खान का कहना है कि मैंने दरवाजा नहीं खोला। बाहर से बात की।
कोर्ट के आदेश पर 'आप' के खातों की जांच
कह रहा था कि कुछ खास बात करनी है। हरियाणा नंबर की गाड़ी से आए थे। पीसीआर को कॉल की थी। वहीं स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कोई शिकायत नहीं मिली है। कॉल के हिसाब से जांच की जा रही है लेकिन अभी व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकती है।
विधायक प्रह्लाद सिंह साहनी ने कहा है कि कुछ लोग दो-तीन बजे आए थे लेकिन मैंने दरवाजा नहीं खोला। गार्ड ने बताया कि तीन लोग आए थे। देवेंद्र यादव ने भी ऐसे ही व्यक्ति के रात को आने की जानकारी दी है। विधायकों का कहना है कि मामले की जांच होनी चाहिए। कोई साजिश नजर आती है। समर्थन के मामले में पीछे हटने की कोई बात नहीं है।

आपकी बदूंक नहीं, आशीर्वाद चाहिए: केजरीवाल

i want your's wishes not gun
दिल्ली विधानसभा चुनाव के 'बैलेट राजा' अरविंद केजरीवाल को 'बुलेट' और 'बंदूक' दोनों से सख्त परहेज है।
ऐसा ही कुछ बृहस्पतिवार की सुबह गिरनार अपार्टमेंट के प्रवेश द्वार पर देखने को मिला, जब दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सुरक्षाकर्मियों के सामने हाथ जोड़कर चले जाने की प्रार्थना की।
अरविंद ने विनम्रता के साथ सुरक्षाकर्मियों से कहा कि 'आपकी बंदूक नहीं, आपका आशीर्वाद चाहिए'। अरविंद को ये कतई रास नहीं आया कि उनकी सुरक्षा में पुलिस तैनात की गई है।
जनता दरबार से निकलने के बाद करीब साढ़े 10 बजे अरविंद गिरनार अपार्टमेंट स्थित अपने आवास पहुंचे। अपार्टमेंट के प्रवेश द्वार पर पांच बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी तैनात थे।
केजरीवाल के प्रवेश करते ही सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सैल्यूट किया। इस पर अरविंद ने सुरक्षाकर्मियों के सामने हाथ जोड़ लिए और कहा कि उन्हें बंदूक नहीं, उनका आशीर्वाद चाहिए।
बुधवार की रात करीब नौ बजे यूपी पुलिस के पांच सुरक्षाकर्मियों का दल गिरनार अपार्टमेंट में तैनात किया गया था। गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ही पुलिस भेजी गई थी।
दो दिन पहले मंगलवार को एसएसपी गाजियाबाद धर्मेंद्र सिंह और एसओ एलआईयू कमलेश बहादुर गिरनार अपार्टमेंट में अरविंद से सुरक्षा के मसले पर मिले थे।
दिल्ली पुलिस की ओर से प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री को सुरक्षा देने की बात पत्र में कही गई थी, लेकिन केजरीवाल ने जेड श्रेणी की सुरक्षा लेने से साफ इंकार कर दिया था। इसके बाद गाजियाबाद पुलिस के आला अधिकारी लौट आए थे।
बोरिया बिस्तर लेकर लौटे सुरक्षाकर्मी
अरविंद के हाथ जोड़ने के महज कुछ देर बाद ही पांचों सुरक्षाकर्मी हटा दिए गए हैं। सभी ने दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अपना बोरिया-बिस्तर कंधे पर रखा और चल पड़े। उनका कहना था कि हमें अधिकारियों का निर्देश मिल गया है और हमें वापस जाना है।
22 पुलिसकर्मी होते हैं जेड श्रेणी सुरक्षा में
मुख्यमंत्रियों को प्रोटोकॉल के तहत जेड स्तर की सुरक्षा दी जाती है जिसमें 22 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है। इसके साथ ही उनके कहीं बाहर जाने पर एक गाड़ी एस्कार्ट करती है, जिसमें आधा दर्जन सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की पूर्व सूचना यातायात पुलिस को देनी होती है, ताकि वह कार्यक्रम के मुताबिक रूट को साफ रख सकें।

केजरीवाल के सीएम बनने से पहले फटने लगी फाइलें

sting operation kejriwal, lovely office tore govt files
आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले ही दिल्ली सरकार के विभागों में दहशत दिखने लगी है। अधिकारियों-कर्मचारियों को आशंका है कि 'आप' की सरकार बनते ही उनके सभी कार्यों की जांच होगी।
पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली के कार्यालय में कुछ फाइलों को फाड़ने और दिल्ली जल बोर्ड में अधिकारियों के खाने-पीने पर करोड़ों रुपये खर्च होने के स्टिंग के बाद हड़कंप मच गया है।
आपकी बदूंक नहीं, आशीर्वाद चाहिए: केजरीवाल
एक निजी न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में इन तथ्यों का खुलासा किया गया है। इससे पहले अमर उजाला ने कुछ घोटालों की जांच शुरू होने और उसके बाद हड़कंप मचने की संभावना जताई थी।
फाइलें फाड़ी गई
न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में अरविंदर सिंह लवली के कार्यालय में एक अधिकारी को फाइलें फाड़ते हुए दिखाया गया। जब उस अधिकारी से फाइलें फाड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई फाइल नहीं फाड़ी गई है।
'AAP' का वादा, रुके हुए मेट्रो प्रोजेक्टों को लगेंगे पंख

सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने कौन सी फाइलें फाड़ी है और उन्होंने फाइलें क्यों फाड़ी। 'आप' पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि फाड़ी गई फाइलों के बारे में उन्हें सूचना है और उसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने दावा किया कि फाड़ी गई फाइलों की प्रति उनके पास मौजूद है।
करोड़ों रुपये खाने-पीने में खर्च करते हैं अधिकारी
न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया कि दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी बैठकों में मंगाए जाने वाले खाने-पीने पर करोड़ों रुपये खर्च करते है।
'अलका लांबा का इंटर आफ‌िस ट्रांसफर हुआ है'

उस अधिकारी ने बताया कि प्रतिवर्ष चार-पांच करोड़ रुपये खाने-पीने में खर्च होते हैं। वहीं एक अन्य अधिकारी ने पेयजल आपूर्ति वितरण का ठेका देने में करोड़ों रुपये का घोटाला होने का भी खुलासा किया।

महंगी हो गई सीएनजी, देर रात बढ़ेगे रेट

cng rate increase in delhi-ncr
एपीएम गैस के आवंटन में कमी से बाजार कीमत पर आर-एलएनजी अधिक खरीदनी पड़ रही है जो महंगी है। इससे लागत 13 फीसदी बढ़ गई है। अक्तूबर में न्यूनतम मजदूरी भी बढ़ी है। घरेलू गैस का कोटा भी अदालत के आदेश से बदला गया है। इसमें एपीएम गैस के साथ पीएमटी गैस जोड़ दी गई है जो महंगी है। दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा व ग्रेटर नोएडा के लिए आवंटन 5 फीसदी घट गया है जबकि मांग बढ़ी है।

- प्रवक्ता, आईजीएल

दिल्‍ली-एनसीआर में सीएनजी और पीएनजी बृहस्पतिवार आधी रात से महंगी हो जाएगी। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व गाजियाबाद में सीएनजी 4.50-5.15 रुपए प्रति किलो और पीएनजी दो महीने में 30 क्यूबिक मीटर (एससीएम) तक की खपत पर 2 रुपए प्रति एससीएम महंगी की गई है।
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने वृद्धि के लिए एपीएम गैस का आवंटन कम होने और न्यूनतम मजदूरी दर बढ़ने का हवाला दिया है।
वहीं अरविंद केजरीवाल ने दिल्‍ली में सीएनजी गैस के रेट में बढ़ोतरी की टाइमिंग पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
दिल्ली में सीएनजी की दरें प्रति किलो 4.50 रुपये व गाजियाबाद, नोएडा व ग्रेटर नोएडा में 5.15 रुपये प्रति किलो बढ़ाई गई हैं। अब दिल्ली में सीएनजी प्रति किलो 50.10 रुपये, गाजियाबाद, नोएडा व ग्रेटर नोएडा में 56.70 रुपये मिलेगी। एनसीआर में 295 सीएनजी स्टेशन हैं और करीब सात लाख वाहन सीएनजी से चलते हैं।
वहीं, दिल्ली में पीएनजी की दरों की बात करें तो 30 क्यूबिक मीटर तक प्रति क्यूबिक मीटर 2 रुपये और इससे अधिक इस्तेमाल करने पर प्रति क्यूबिक मीटर 4.30 से 4.50 रुपये तक की वृद्धि की गई है। 27 दिसंबर से दिल्ली में प्रति एससीएम 27.50 की जगह 29.50 रुपये और गाजियाबाद, नोएडा व ग्रेटर नोएडा में 29 रुपये की जगह 31 रुपये चुकाने होंगे।
30 एससीएम से ज्यादा खपत करने पर दिल्ली में प्रति एससीएम 52 रुपये जबकि गाजियाबाद, नोएडा व ग्रेटर नोएडा में में 54 रुपये चुकाने होंगे। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में पीएनजी के 4.27 लाख उपभोक्ताओं पर इसका असर पड़ेगा।
सीएनजी की कीमतों में कहां कितना फर्क
शहर-------पुरानी दरें-------वृद्धि-------नई दरदिल्ली-------45.60-------4.50-------50.10
नोएडा-------51.55-------5.15-------56.70ग्रेटर नोएडा-------51.55-------5.15-------6.70
गाजियाबाद-------51.55-------5.15-------56.70(नोट: कीमत प्रति किग्रा/रुपये)

अब आईआईटी में पढ़ाएंगे विदेशी टीचर!

home ministry change rules on iit
आईआईटी संस्थानों में विदेशी टीचरों की राह अब कुछ आसान हो गई है। गृह मंत्रालय ने विदेशी शिक्षकों को रोजगार वीजा देने पर निर्धारित आय मानदंडों में ढील दी है।
अब संस्थान 14000 अमेरिकी डॉलर के सालाना वेतन पर विदेशी शिक्षकों को अपने यहां पढ़ाने के लिए नियुक्त कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि पहले 25000 यूएस डॉलर के सालाना से कम वेतन पाने वालों को रोजगार वीजा नहीं दिया जाता था।
मानव संसाधन मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि हमने आईआईटी संस्थानों को नियमों में ढील के बारे में सूचना दे दी है। इसके बाद संस्थानों को शिक्षकों की कमी को पूरा करने में आसानी होगी। वीजा नियमों में ढील महज दो सालों यानी 31 दिसंबर, 2015 तक ही दी गई है।
विदेशी शिक्षकों की योजना की प्रगति को देखते हुए बाद में इसमें बढ़ोतरी की जाएगी। गृह मंत्रालय ने साफ किया है कि ढील सिर्फ शिक्षकों के लिए ही लागू होगी।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेकभनोलॉजी के संस्थान और केंद्रीय विश्वविद्यालय भी इस छूट का लाभ ले सकेंगे। देशभर के आईआईटी संस्थानों में शिक्षकों की 30 फीसदी कमी है।
संस्थान विदेशी शिक्षकों को अनुबंध￿ के आधार पर असिस्टेंट या एसोसिएट्स प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति कर शिक्षकों की कमी को पूरा करना चाहते हैं।￿￿

सोन‌िया को टक्कर देंगे आप के संजय स‌िंह

sanjay singh contest in election against sonia gandhi
आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को रायबरेली और अमेठी में घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। कुमार विश्वास ने जहां अमेठी से पर्चा दाखिल करने की बात कबूली है, वहीं सूत्रों का मानना है कि संजय सिंह रायबरेली से चुनाव लड़ सकते हैं।
खास बात यह है कि दोनों सीटों पर सियासी पकड़ मजबूत करने के लिए पार्टी शुक्रवार से 'झाडू़ चलाओ, बेईमान भगाओ' यात्रा शुरू करने जा रही है।
संजय सिंह ने बताया कि शुक्रवार से अमेठी समेत नजदीकी इलाकों के पार्टी कार्यकर्ता वहां इकट्ठा होंगे। यह यात्रा अमेठी, सुल्तानपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़ समेत आसपास के सभी जिलों से गुजरेगी।