Tuesday, March 4, 2014

अब ज्यादा उम्र वाले भी बनेंगे IAS

upsc gives age relaxtion to ias aspirants
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में इस साल ओवरएज हो रहे अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी दी है।

संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में इस साल ओवरएज हो रहे अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी। उन्हें आईएएस, आईपीएस जैसी अखिल भारतीय सेवाओं में आवेदन करने के लिए उम्र सीमा में अगले दो साल तक के लिए छूट तो मिलेगी ही, साथ ही दो अतिरिक्त अवसर भी दिए जाएंगे। केंद्र सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि केंद्र ने हाल ही में सिविल सेवा परीक्षा, 2014 में सभी श्रेणियों के अभ्यर्थियों को दो अतिरिक्त अवसर दिए जाने को मंजूरी दी थी। जबकि मौजूदा नियमों के मुताबिक सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को अब तक परीक्षा में बैठने के लिए 30 साल की उम्र तक चार अवसर ही मिलते थे।

कार्मिक मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी बयान के अनुसार, सामान्य वर्ग को अब इस वर्ष से 32 साल की उम्र तक छह मौके मिलेंगे। वहीं, असीमित अवसरों के साथ एससी व एसटी अभ्यर्थियों की उम्र सीमा 35 से बढ़ाकर 37 कर दी गई है। जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी अब 33 के बजाय 35 साल तक परीक्षा में बैठ सकेंगे। उन्हें अब सात के बजाय नौ अवसर मिलेंगे। इस साल की सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा 24 अगस्त को निर्धारित है।

कांग्रेसी नेता ने फांसी लगाकर दी जान

Cong leader suicides in delhi
बिंदापुर के विजय विहार एन ब्लॉक में रहने वाले कांग्रेस के प्रदेश सचिव महेंद्र गुप्ता (50) ने मंगलवार सुबह फांसी लगाकर जान दे दी। उनके परिवार वालों ने फंदे से उतारकर उन्हें उपचार के लिए पास के गुप्ता नर्सिंग होम में दाखिल करवाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

महेंद्र गुप्ता सांसद महाबल मिश्रा के सहयोगी थे और उनके मीडिया का काम देखते थे। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट नहीं मिलने से कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। उनका डिप्रेशन का इलाज चल रहा था।

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पुलिस के मुताबिक महेंद्र गुप्ता सपरिवार विजय विहार में रहते थे। मंगलवार सुबह पुलिस को गुप्ता नर्सिंग होम से महेंद्र गुप्ता के खुदकुशी किए जाने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही बिंदापुर के थाना प्रभारी अन्य पुलिसकर्मियों के साथ नर्सिंग होम पहुंचे और शव को कब्जे में कर लिया।

पुलिस ने छानबीन के दौरान घटनास्थल का मुआयना किया। जांच में पता चला कि घर के एक सदस्य ने उन्हें फांसी पर लटका हुआ देखा था। उस समय उनकी सांसें चल रही थी। परिवार वालों उन्हें तुरंत फंदा से उतारकर नर्सिंग होम पहुंचाया। पुलिस को उनके घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

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जिला पुलिस उपायुक्त सुमन गोयल ने बताया कि जांच में पता चला है कि महेंद्र गुप्ता डिप्रेशन के शिकार थे और डिप्रेशन की दवा का सेवन कर रहे थे। साथ ही वह भूत प्रेत की बातें भी किया करते थे।

गौरतलब है कि महेंद्र गुप्ता पिछले 25 साल से कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने इस बार उत्तम नगर विधान सभा से चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी पेश की थी।

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लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। उनके सहयोगियों का कहना है कि महेंद्र गुप्ता काफी अरसे से पार्टी से टिकट की मांग कर चुके थे। फिलहाल वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रदेश सचिव थे।

एक-एक करके परिवार वालों को मरते देखते रही बच्‍ची

accident in yamuna express way, three killed
यमुना एक्सप्रेस वे में हादसे रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोमवार सुबह आगरा ‌से दिल्ली लौट रही एक स्विफ्ट कार को पीछे से गाड़ी ने टक्कर मार दी। इस टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई जबकि एक लोग घायल हो गए।

आगरा में अपने किसी रिश्तेदार की शादी से लौट रहा परिवार जब टप्पल के पास पहुंचा तो वहां माइलस्टोन 38 के पास पीछे से आ रही एक गाड़ी ने स्विफ्ट कार को इतनी तेज टक्कर मारी कि उसका संतुलन बिगड़ गया। कार एक्सप्रेसवे के डिवाइडर को तोड़कर बाहर जा गिरा।

दुर्घटना के बाद टक्कर मारने वाली गाड़ी मौके से भागने में सफल रही। घटना सोमवार सुबह 10 बजे के आसपास की बताई जा रही है।

इस भयंकर दुर्घटना में दिल्ली के समयपुर बादली में रहने वाले राजेश कुमार, उनकी पत्नी नीलम छोटा लड़का आयुष और चचेरे भाई सुभाष की मौत हो गई। जबकि भतीजी नीलू इस दुर्घटना में जख्मी हो गई। इनदोनों का इलाज ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में चल रहा है।express way accident family

उत्तरी दिल्ली के समयपुर बादली के रहने वाले राजेश पेशे से हलवाई थे। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

इस मामले में एक्सप्रेसवे के अधिकारियों से पूछताछ हो रही है और इस फ्रीवे में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

केजरीवाल ने क्‍यों छिपाया इतना बड़ा सच?

Young man sitting on a hunger strike against Kejriwal
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के विरोध में यूथ फॉर सॉल्यूशन के बैनर तले युवाओं का एक समूह रविवार को जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गया।

धरने में शामिल मनोज कुमार ने अनिश्चितकालीन निर्जला (बिना पानी पीए) अनशन पर बैठने की घोषणा कर दी। युवाओं ने केजरीवाल पर चुनाव आयोग को गलत सूचना देने का आरोप लगाया है।

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जंतर-मंतर पर जारी धरने में वो लोग भी शामिल हैं जो कभी अन्ना आंदोलन के दौरान केजरीवाल से जुड़े थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने चुनाव आयोग को 'स्वराज' किताब को लेकर दर्ज केस के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।

जबकि गौतम बुद्ध नगर के एक थाने में इसके खिलाफ मामला दर्ज है। अनशन पर बैठे मनोज का आरोप है कि केजरीवाल ने कौशांबी स्थित अपने गिरनार अपार्टमेंट के जो दाम चुनाव आयोग को बताएं है वह मौजूदा सर्कल रेट के हिसाब से कम है।

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उन्होंने चुनाव से पहले अलग-अलग किश्तों में केजरीवाल और उनके साथी मनीष सिसोदिया को मिले विदेशी फंड पर भी सवाल उठाएं। धरने पर बैठे राजेश कुमार मिश्र ने कहा कि केजरीवाल ने जनता से कई जानकारी छुपाई है। उन्होंने कहा कि यह धरना अनिश्चितकालीन है जिसमें एक साथी मनोज कुमार निर्जला अनशन पर बैठे हैं।

पहाड़ पर 'खून' नहीं, कैसे बचेगी जान?

no blood bank on uttarakhand mountains area
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मरीजों के लिए आपात स्थिति में ब्लड बैंक नहीं होने से मरीजों को मैदान जनपदों का रुख करना पड़ता है।

बीते वर्ष आपदा की सर्वाधिक मार झेलने वाले रुद्रप्रयाग जनपद सहित तीन अन्य जनपदों बागेश्वर, टिहरी और चंपावत में भी ब्लड बैंक नहीं हैं।

किसी तरह काम चलाया जा रहा
अन्य पर्वतीय जनपदों की हालत भी खास बेहतर नहीं है। गढ़वाल कमिश्नरी मुख्यालय का ब्लड बैंक बिना पैथोलजिस्ट के है, जबकि अन्य पर्वतीय जनपदों में किसी तरह काम चलाया जा रहा है।

राज्य में कहने को 27 ब्लड बैंक संचालित हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश मैदानी जनपदों में हैं। चार धाम यात्रा में भीषण त्रासदी झेलने के बावजूद इस वर्ष भी संवेदनशील क्षेत्रों में ब्लड बैंक की व्यवस्था सरकार नहीं कर पाई है।

पहाड़ों पर अगर कोई व्यक्ति किसी हादसे का शिकार होता है तो इमरजेंसी में उसको चढ़ाने के लिए खून नहीं मिलेगा। यह स्थिति तब है जब सरकार इस बार चार धाम यात्रा से पहले हर सुविधा को चाक चौबंद करने का दावा कर रही है।

मैदानों में पहुंच कर मिलेगा खून
राज्य भर में संचालित 27 ब्लड बैंक से चार केंद्रीय संस्थानों ओएनजीसी, आर्मी अस्पताल देहरादून और रुड़की और बीएचईएल हरिद्वार में स्थित है।

6 ब्लड बैंक निजी संस्थाओं के हैं, जिसमें हिमालयन इंस्टीट्यूट जौलीग्रांट, महंत इंद्रेश अस्पताल, मैक्स अस्पताल, आईएमए देहरादून और दो हरिद्वार जनपद में हैं। शेष 17 ब्लड बैंक सरकारी हैं, जिसमें चार जनपदों को छोड़ शेष सभी में सुविधा है।

कहीं पैथोलजिस्ट नहीं कई कामचलाऊ
चार पर्वतीय जनपदों में ब्लड बैंक नहीं है तो शेष में पैथोलजिस्ट नहीं होने या फिर संविदा पर रिटायर पैथोलजिस्ट से कामचलाऊ व्यवस्था चल रही है।

कमिश्नरी मुख्यालय पौड़ी स्थित अस्पताल के ब्लड बैंक तो है पर पैथोलजिस्ट� नहीं है, जबकि कुमाऊं कमिश्नरी मुख्यालय नैनीताल के सरकारी अस्पताल में रिटायर्ड पैथालजिस्ट से व्यवस्था चलाई जा रही है।

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PCS 2012: इलाहाबाद के अभिनव रंजन ने किया टॉप

abhinav rajan srivastava tops in uppcs 2012 examination
संगमनगरी के अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने पीसीएस-2012 परीक्षा में टॉप किया। मात्र 23 साल की उम्र में उन्होंने पहले प्रयास में यह सफलता हासिल की। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सोमवार देर शाम अंतिम परिणाम घोषित कर दिया।

इलाहाबाद में ही रहकर पढ़ाई करने वाले आयुष चौधरी दूसरे तथा सिद्धार्थनगर के दिनेश तीसरे स्थान पर रहे। महिलाओं में दीपाली कौशिक टॉपर हैं। मुख्य सूची में उन्हें आठवीं रैंक मिली। एसडीएम बनने वालों की सूची में इलाहाबाद के कई अभ्यर्थियों का नाम शामिल है।

टॉपर अभिनव मूल रूप से आजमगढ़ के बयासी गांव के रहने वाले हैं। संख्या की नजर से देखें तो इलाहाबाद के अभ्यर्थियों के लिए रिजल्ट पूर्व के वर्षों की तरह उत्साहजनक नहीं रहा।

आयोग ने इसके लिए 10 से 28 फरवरी के बीच इंटरव्यू आयोजित किया था। इंटरव्यू के बाद मात्र तीन दिन में आयोग ने रिजल्ट घोषित कर दिया। साक्षात्कार में कुल 976 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

एसडीएम, डिप्टी एसपी समेत कुल 20 कैडर के लिए 345 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। सब रजिस्ट्रार के लिए 11, जिला गन्ना अधिकारी के लिए नौ, वर्क ऑफिसर प्लानिंग के लिए छह, एसडीएम के 32, बीडीओ के 56, एग्जीक्युटिव ऑफिसर के 11, सांख्यिकी अधिकारी के दो, डिप्टी एसपी के 34, उद्यान अधिकारी ग्रेड-2 के एक, ग्रेड-1 के चार, सीटीओ के 32, डीपीओ के नौ, टीओ के 19, एनटी के 32, असिस्टेंट रजिस्ट्रार के 18, एएओ के आठ, असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के दो, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी के सात, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम ऑफिसर के चार तथा वरिष्ठ प्रवक्ता के लिए 48 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।

वेद प्रकाश मिश्रा चौथे तथा श्वेतांक पांडेय पांचवें स्थान पर हैं। सचिव अनिल कुमार यादव ने बताया कि परिणाम से संबंधित प्राप्तांक, श्रेणी और पदवार कटऑफ जल्द ही आयोग की वेबसाइट पर जारी कर दिया जाएगा।