Wednesday, March 19, 2014

समाज से बाहर शादी की तो बहू तो कुल्हाड़ी से काटा

Father-in-law held for axing woman to death
झारखंड के जमशेदपुर में एक 65 वर्षीय आदमी ने अपनी बहू को मौत के घाट उतार दिया। घटना गाडीग्राम से 25 किलोमीटर दूर पटमदा पुलिस स्टेशन के निकट घटी।

आरोपी मोहन माझी ने अपराध कूबूल कर लेने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक पीड़िता का शव पोर्स्टमॉर्टम के लिए भेजा जा चुका है।

जानकारी के मुताबिक मोहन का परिवार अपने बेटे की शादी से खुश नहीं थे। वे इस बात से दुखी थे कि उनके बेटे ने उनके समाज से बाहर जाकर क्यों शादी की।

इस बात को लेकर आरोपी और उसके बेटे में भी अक्सर लड़ाई-झगड़ा होता रहता था।

होली के मौके पर जब आरोपी का बेटा घर पर नहीं था। इसी बीच आरोपी और पीड़िता की किसी बात को लेकर बहस हो गई और आरोपी ने अपनी बहू को कुल्हाड़ी से काट कर मार डाला।

पाक में मंदिर टूटने से गुस्साए बजरंगी

protest in jammu
पाकिस्तान में मंदिरों को तोड़ने और हिंदुओं द्वारा शिकायत करने पर कार्रवाई नहीं करने से खफा बजरंग दल कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क गया।

पारलीवंड में एकत्रित कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर कहा कि पड़ोसी मुल्क में मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। वहां की सरकार हिंदुओं को सुरक्षा प्रदान नहीं कर रही है। भारत सरकार को इस मामले को वार्ता के दौरान उठाना चाहिए।

प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे बजरंग दल के जिला संयोजक संजय ने कहा कि पाकिस्तान में मंदिरों को निशाना बनाकर तोड़ा जा रहा है। न तो वहां की सरकार न ही भारत की सरकार इस पर कार्रवाई करने के लिए आगे आ रही है। हिंदुओं को परेशान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि भारत में इस तरह के मामलों में सरकार कड़ी कार्रवाई करने पर जोर देती है। वहीं जब पड़ोसी मुल्क की आती है, तो सरकार चुप बैठ जाती है।

इस मौके पर अरुण कुमार ने कहा कि जब तक सरकार पड़ोसी मुल्क पर ऐसे मामलों के लिए कार्रवाई करने के लिए दबाव नहीं बनाएगी, कार्रवाई नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से इस तरह की हरकत को अंजाम देना भारत सरकार की कमजोरी का ही नतीजा है। लिहाजा देश की सरकार को पाक पर दबाव बनाकर कार्रवाई के लिए कहना चाहिए।

संसद पर छात्रों ने किया कब्जा

Students captured Parliament
चीन के साथ एक व्यापार संधि का विरोध कर रहे सैकड़ों छात्रों और कार्यकर्ताओं ने ताइवान की संसद पर कब्ज़ा कर लिया है और संसद को खाली करवाने की पुलिस की कोशिशों को नाकाम कर दिया है। मंगलवार की देर शाम प्रदर्शनकारी संसद के चैंबर में घुस गए।

उनका कहना था कि चीन के साथ समझौता ताइवान की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा और चीन के आगे उसे कमज़ोर कर देगा। यह समझौता जून 2013 में किया गया था लेकिन अब तक सांसदों ने इसे मंज़ूर नहीं किया है। इस समझौते से दोनों देश एक-दूसरे के बाज़ार में ज़्यादा खुलकर निवेश कर सकेंगे।

प्रदर्शनकारी संसद में तब घुसे जब सत्ताधारी दल के सांसदों ने कहा कि एक संयुक्त समिति द्वारा की जा रही समीक्षा पूरी हो गई है। एक छात्र नेता ने समाचार एजेंसी एएफ़पी से कहा, "व्यापार समझौते को संसद में पर्याप्त विचार विमर्श और समीक्षा के बिना पास नहीं किया जाना चाहिए।"

'ताइवान को ख़तरा'
विपक्ष का आरोप है कि समझौते की हर शर्त की समीक्षा के वायदे से सरकार पीछे हट गई है। ताइवान की सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी के अनुसार संसद के अध्यक्ष वांग जिन-प्यांग ने बुधवार को "शांति, तर्क और स्व-नियंत्रण" का आग्रह किया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह तनातनी शांति से ख़त्म की जा सकती है।

चीन ताइवान का सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है और पिछले कुछ सालों में दोनों के बीच संबंध बेहतर हुए हैं। चीन के गृहयुद्ध के बाद 1949 में दोनों अलग हो गए थे लेकिन चीन ताइवान को अपना एक अंग ही मानता है। हालांकि इस साल की शुरुआत में दोनों सरकारों के बीच पहली बार सीधी बात हुई। इससे पहले सारी बातचीत अर्ध-सरकारी संस्थाओं के ज़रिए ही होती थी।

पिछले कुछ सालों में दोनों के बीच बहुत से व्यापार ओर निवेश समझौते हुए हैं लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि चीन के साथ ज़्यादा आर्थिक नज़दीकी से ताइवान को ख़तरा है। ताइवान की सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने संसद पर कब्ज़े को किसी "पूर्व निर्णय के बिना" किया गया काम बताया और कहा कि परिसर के बाहर भीड़ जमा हो रही थी।

राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट पहुंचा संघ

case filed by rss against rahul gandhi
महाराष्ट्र के ठाणे में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का हाथ होने संबंधी बयान से नाराज संघ ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।

संघ की महाराष्ट्र स्थित भिवंडी यूनिट के सचिव राजेश कुंते ने बताया कि राहुल ने गत छह मार्च को ठाणे जिले में अपने एक चुनावी भाषण में गांधी जी की हत्या के लिए संघ को जिम्मेदार ठहराया था। इस पर सख्त रवैया अपनाते हुए संघ ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है।

उन्होंने कहा, 'मैने प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट की अदालत में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। राहुल गांधी ने अपने भाषण से हमारे संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाया है। उनका यह आरोप केस में सुनाए गए फैसले के खिलाफ है। यह चुनावी फायदा हासिल करने के लिए किया गया काम है।'

कोर्ट 27 मार्च को मामले की सुनवाई कर सकती है।