Friday, January 10, 2014

'मोदी देश के लिए खतरा, PM बने तो अफसोस होगा'

farooq abdullah criticism narendra modi and aap
केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान के लिए खतरा हैं।

उन्होंने क‌हा, 'मोदी का दोहरा चरित्र है। देश बड़ी मुश्किल से सांप्रदायिकता से निकला है। मोदी फिर देश को सांप्रदायिकता के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं। मुझे अफसोस होगा, जब मोदी दिल्ली की कुर्सी पर बैठेंगे।'

नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने लोगों से ऐसी ताकतों को उभरने का मौका न देने की अपील की।

यूपी के उन्नाव स्थित निराला प्रेक्षागृह में पत्रकार वार्ता और मौलाना हसरत मोहानी वेलफेयर अकादमी की संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि सचेत हो जाएं, देश पर खतरा और बढ़ने वाला है। जो देश को तोड़ना चाहते हैं, वह कश्मीर को हिंदुस्तान के साथ नहीं रखना चाहते। फैसला सोच-समझकर कीजिएगा। कहीं ऐसा न हो कि आप हमें और उन्हें भूल जाएं जिन्होंने वतन के साथ खड़े होने में कुर्बानी दी। खबरदार रहें, ऐसी ताकतों को उभरने का मौका न दें।

उन्होंने कहा कि एक जहाज को बचाने के लिए सरकार पाकिस्तान के सामने झुक गई थी। जब वह जहाज नहीं कुर्बान कर सके तो देश को क्या बचाएंगे।

मोदी-केजरवाल के बारे में सोचने से पहले यह सोचें की देश को कितना बड़ा खतरा आतंकवादियों से है। झाड़ू वाले (आम आदमी पार्टी) जम्मू-कश्मीर को नहीं समझते हैं। कश्मीर में फौज देश की हिफाजत कर रही हैं।

अरे! अभिनेत्री के प्यार में फंस गए राष्ट्रपति

Magazine alleges French president Francois Hollande having affair with actress
पिछले कई महीनों से फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के एक्ट्रेस जूली गायेट से अफेयर की जोर-शोर से चर्चा है।

इसका दावा करते हुए फ्रांसीसी मैगजीन 'क्लोजर' ने शुक्रवार को सबूत के तौर पर तस्वीरें प्रकाशित करने की बात कह कर इस चर्चा को और हवा दे दी।

ओलांद ने मैगजीन के इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। उन्होंने इसे निजता के अधिकार का उल्लंघन करार दिया। बकौल ओलांद, उन्हें भी अन्य नागरिकों की तरह निजता का अधिकार है।

क्लोजर की वेबसाइट पर 59 वर्षीय ओलांद के गायेट के साथ संबंधों को लेकर सात पेज का आर्टिकल और तस्वीरें प्रकाशित करने का दावा किया गया है। हाल के महीनों में कई वेबसाइटों पर ओलांद और गायेट के अफेयर की खबरें प्रकाशित हुई हैं।

क्लोजर ने भी इसका दावा करते हुए कहा कि ओलांद 41 वर्षीय गायेट के साथ रात बिताने के लिए नियमित रूप से अपने स्कूटर से पेरिस की सड़कों पर घूमते हैं।

इसने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि अपनी इसी आदत के चलते वह नए साल के आसपास हेलमेट पहने गायेट के अपार्टमेंट पहुंचे थे। क्लोजर ने इसकी एक धुंधली तस्वीर भी अपने कवर पेज पर प्रकाशित की है।

ओलांद फिलहाल अपनी पत्रकार महिला मित्र वैलेरी के साथ रहते हैं। इनके लिए उन्होंने अपनी राजनीतिक पत्नी सिगोल रॉयल को छोड़ दिया था। उनसे ओलांद को चार बच्चे हैं।

वहीं, 50 से अधिक फिल्मों में काम कर चुकीं गायेट दो बच्चों की मां हैं।

उत्तर भारतीयों से नफरत छोड़, दोस्ती बढ़ा रहे ठाकरे

Raj Thackeray seeks to shed its anti north Indian image
महाराष्ट्र की राजनीति में उत्तर भारतीयों की बढ़ती भूमिका के मद्देनजर राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने अपनी रणनीति बदलने की ठानी है।

अब वह उत्तर भारतीयों की विरोधी पार्टी की अपनी छवि बदलना चाहती है। यही वजह है कि वह उत्तर भारतीय वोटरों से संपर्क बढ़ाने में लगी है।

राज ठाकरे के नजदीकी सहयोग माने जाने वाले वागीश सारस्वत ने कहा है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना कभी भी उत्तर भारतीयों के खिलाफ नहीं रही है।

पत्रकार से नेता बने सारस्वत का कहना कि उत्तर भारतीयों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रति कई गलतफहमियां हैं। यह मीडिया की ओर से फैलाया गया दुष्प्रचार है, जो अक्सर राज ठाकरे के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करता रहता है।

उन्होंने कहा, 'राज ठाकरे ने मुझे मुंबई में बसे उत्तर भारतीय समुदायों से संवाद बढ़ाने का जिम्मा सौंपा है ताकि गलतफहमियां दूर हों। साथ ही महाराष्ट्र के विकास एजेंडे के बारे में राज ठाकरे का नजरिया भी समझाने को कहा है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का उत्तर भारतीयों के प्रति नरम रवैया की झलक पिछले महीने उस समय मिली जब पार्टी ने सिने आर्टिस्ट्स वेलफेयर की ओर से आयोजित समारोह में अमिताभ बच्चन को बुलाया।

सारस्वत का कहना था कि पार्टी के उत्तर भारतीयों के प्रति रुख और अमिताभ बच्चन को इस समारोह में बुलाए जाने का कोई संबंध नहीं था। दरअसल अमिताभ ने महाराष्ट्र को अपनी कर्मभूमि माना है।

सेना कभी भी बच्चन के खिलाफ नहीं रही है। इस महान अभिनेता का विरोध मुद्दों के आधार पर किया गया था। बच्चन की छवि बड़ी है और उन्हें पूरे देश में एक प्रतीक के तौर पर देखा जाता है। वह मुंबई में रहते हैं लेकिन वे दूसरे राज्यों के ब्रांड अबेंसडर बने। हमारा विरोध इससे था।

दो बहनों ने जला दिए 17 लाख रुपए

two sister burn 17 lakh rupee
अगर 17 लाख रुपए किसी को मिल जाएं तो किसी की भी किस्मत खुल जाएं। पर दो बहनों ने तो 17 लाख रुपए जला दिए।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दो बहनों द्वारा अपने एकाउंट से 17 लाख रुपये निकालकर जलाने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। घटना यहां झेलम जिले के बिलाल टाउन इलाके की है।

जिला पुलिस अधिकारी अफजल बट ने बताया कि दो बहनों नाहीद (40) ओर रूबिना (35) ने हाल ही में अपने एक फिक्स्ड डिपोजिट एकाउंट से 17 लाख रुपये निकालने के लिए नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान की चक नासा ब्रांच का दौरा किया। वहां के मैनेजर ने कुछ प्रक्रियाओं और अन्य कारणों का हवाला देते हुए दोनों बहनों से कहा कि उनका यह अनुरोध तत्काल पूरा नहीं किया जा सकता।

इस पर वो बृहस्पतिवार को फिर से ब्रांच गईं और मैनेजर से पैसे मांगे। दोपहर तक दोनों बहनों को पैसे सौंप दिए गए। वो तुरंत नोटों को लेकर ब्रांच के बाहर आईं और उनमें आग लगा दी। आसपास के लोगों ने जब दोनों बहनों को रोकने की कोशिश की तो उनमें से एक ने पिस्टल निकाल ली और कहा कि उन्हें जो चाहे करने का अधिकार है।

पुलिस बाद में मौके पर पहुंची। दोनों बहनों ने एक साल पहले पैतृक संपत्ति के तौर पर मिले 28 लाख रुपये बैंक में जमा कराए थे। फिलहाल उनकी शादी नहीं हुई है और अपने दो भाइयों से अलग रहती हैं। उनके कुछ पड़ोसियों के मुताबिक, सभी भाई-बहन मानसिक बीमारियों से ग्रस्त हैं।

'आप ने की है भाजपा की नकल'

Rajasthan bjp slam aap on vip culture
देश के राजनीतिक दलों में हलचल मचा देने वाली दिल्ली में आप पार्टी की सरकार पर राजस्थान सरकार ने उनकी (भाजपा) नकल करने का आरोप लगाया है।

राजस्थान की भाजपा सरकार में चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि सरकार में सादगी और मितव्ययिता का रास्ता मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रेरणा लेकर नहीं अपनाया है, बल्कि केजरीवाल ने राजे के रास्ते को अपनाया है।

राठौड़ ने शासन सचिवालय में कहा कि राजे ने दिल्ली से पहले दिसम्बर में ही ट्रैफिक में आम लोगों की तरह लाल बत्ती पर रुकने, सीएम हाउस में रहने के बजाय साधारण सरकारी आवास में रहने जैसी पहलें की हैं, जबकि इस तरह की चीजें अरविंद केजरीवाल ने राजे के बाद शुरू की है।

विधायकों को नहीं मिलेंगे गनमैन
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पिछली गहलोत सरकार के निर्णय को पटलते हुए विधायकों को पुलिस गनमैन उपलब्ध नहीं कराने के निर्देश दिए। जिन विधायकों को गनमैन मिले हुए हैं उनसे यह सुविधा वापस ले ली जाएगी।

यह आदेश पुलिसकर्मियों की ड्यूटी आम जनता के लिए ही लगाने और खर्चे में कटौती करने के लिहाज से जारी किया गया है।

इससे पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुरुआत कर अपने सुरक्षा काफिले को घटाकर सादगी और मितव्ययता का संदेश दिया था। उसके बाद मंत्रियों ने दौरे के समय दिन में पुलिस एस्कॉर्ट नहीं लेने का निर्णय किया।

बंगलूरू से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे नीलकेणी!

Nilekani ready to contest Lok Sabha polls to join Congress
आधार योजना के प्रमुख नंदन नीलकेणी के राजनीति में प्रवेश के बारे में लगाई जा रही अटकलें खत्म हो गई हैं। उन्होंने शुक्रवार को खुद कहा कि वह कांग्रेस में शामिल होकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।

इन्फोसिस के सह-संस्थापक और यूआईडीए के चेयरमैन नीलकेणी ने कहा कि वह राजनीतिक मोर्चे पर कुछ करना चाहते हैं। अगर कांग्रेस उन्हें टिकट देती है तो वह इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमाएंगे।

उन्होंने कहा, 'इस बात पर चर्चा चल रही है कि मुझे किस सीट से चुनाव लड़ना चाहिए। फिलहाल मैं इतना कहना चाहता हूं कि मैं कांग्रेस में शामिल होने जा रहा हूं। इस पार्टी ने हमेशा मेरा और मेरे आइडिया का समर्थन किया है।'

ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस नीलेकनी को दक्षिण बंगलुरू सीट पर उतार सकती है। मध्यवर्ग के मतदाताओं के वर्चस्व वाली इस सीट का रुझान 1970 के बाद से ही कांग्रेस के खिलाफ रहा है। यहां से भाजपा के महासचिव अनंत कुमार पांच बार जीत चुके हैं।

नीलकेणी ने कहा, देश की आम जनता को राजनीति में शामिल होना चाहिए। मैं भी इस मुहिम का हिस्सा बनना चाहता हूं क्योंकि भारत में बड़े परिवर्तन राजनीति के जरिये ही लाए जा सकते हैं। यही वजह है कि मैं राजनीति में शामिल होना चाहता हूं।

जैसे को तैसाः भारत छोड़ें अमेरिकी राजनायिक

devyani khobragade india asks us embassy to withdraw officer
महिला राजनयिक देवयानी खोबरागड़े से जुड़े कथित वीजा फ्रॉड मामले में भारत और अमेरिका के बीच नए सिरे से कूटनीतिक तनातनी शुरू हो गई है।

खोबरागड़े को जी1 वीजा दे कर मामूली राहत देने के साथ ही देश छोड़ने के निर्देश से नाराज भारत ने पलटवार करते हुए अपने यहां अमेरिकी दूतावास में कार्यरत राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दिया है।

माना जा रहा है कि देवयानी के समकक्ष ओहदा वाला यह वही राजनयिक है जिसने बीते दिनों देवयानी की नौकरानी संगीता रिचर्ड के पति और बच्चों को एच1 वीजा दे कर भारत से अमेरिका भेजने में मदद की थी।

देवयानी: न केस वापस लेगा, न माफी मांगेगा अमेरिका

उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने जी1 वीजा देने से पहले भारत से देवयानी को मिला राजनयिक का दर्जा वापस लेने की मांग की थी। इस मांग को सिरे से खारिज कर दिए जाने के बाद अमेरिका ने देवयानी को जी1 वीजा देने के साथ ही देश छोड़ने का निर्देश दिया था।

इसके साथ ही अमेरिका ने देवयानी पर लगे आरोपों को वापस लेने से साफ इंकार कर दिया था। भारत ने जवाबी कार्रवाई कर आरोप वापस लेने की शर्त न माने जाने पर भविष्य में कुछ और कड़े कदम उठाने का साफ संकेत दिया है।

शुक्रवार को सुलझता दिख रहा देवयानी विवाद मामला और बुरी तरह से उलझ गया है। जी1 वीजा देने के साथ ही देवयानी को देश छोड़ने का आदेश देना भारत को बुरी तरह अखर गया।

यही कारण है कि देवयानी के अमेरिका से रवाना होने की सूचना मिलने के तत्काल बाद भारत ने अमेरिकी दूतावास में देवयानी की ही समकक्ष अमेरिकी राजनयिक को देश छोड़ने का फरमान सुना दिया।

हालांकि विदेश मंत्रालय ने संबंधित राजनयिक के नाम का खुलासा नहीं किया है। मगर सूत्रों का कहना है कि यह वही राजनयिक है जिसने देवयानी के घरेलू नौकर के पति और बच्चों को देश छोड़ने में मदद दी थी।

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी दूतावास ने घरेलू नौकर के परिवार के सदस्यों को आनन फानन एस1 वीजा उपलब्ध कराया जो कि मानव तस्करी से बचाने के लिए दिया जाता है।

सूत्रों का कहना है कि भारत ने देवयानी को पूछताछ और 13 जनवरी की पहली अदालती पेशी से बचाने के लिए अमेरिका के सामने जी1 वीजा देने का प्रस्ताव रखा था।

भारी दबाव के बाद अमेरिका ने भारत की इस मांग को तो स्वीकार कर लिया, मगर इसके साथ ही मुकदमा जारी रहने की घोषणा के साथ देवयानी को देश छोड़ने का निर्देश दे दिया।

सूत्रों के मुताबिक भारत आरोप वापस न लेने की स्थिति में इस मामले में अपना रुख नरम नहीं करेगा। यही कारण है कि उसने अमेरिकी राजनयिक को देश छोड़ कर जाने का आदेश सुना कर जैसे को तैसा अंदाज में जवाब दिया है।

भारत की योजना अमेरिकी राजनयिकों को श्रम कानूनों के उल्लंघन के मामले में घेरने की है। इस मुद्दे पर भारत पहले ही अमेरिकी राजनयिकों की सुविधाओं में भारी कटौती के साथ ही दूतावास में चल रहे व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगा चुका है।

सैफई पर सफाई, आपा खो बैठे अखिलेश

akhilesh yadav speaks on saifai
यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने आखिरकार सैफई महोत्सव पर हो रहे बवाल पर पहली बार मीडिया के सामने अपनी चुप्पी तोड़ दी है।

हालांकि, सफाई देते हुए उनकी बौखलाहट और झल्लाहट साफ नजर आई।

अखिलेश ने सैफई पर सफाई देते हुए कहा है कि सैफई महोत्सव पर हो रहे विवाद के पीछे मीडिया के पत्रकारों की अपनी नीयत है।

टिकट नहीं दिया, तो हमारे पीछे पड़े
अखिलेश ने इशारों में एक बड़े अखबार के मालिकों पर भी सवाल खड़े कर ‌दिए। उन्होंने कहा कि ये लोग पहले भी हमारी पार्टी से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। इस बार हम उन्हें राज्यसभा नहीं दे पाए तो इस तरह की खबरें लिखी जा रही हैं।

अखिलेश ने अखबार का नाम तक ले डाला और कहा कि ये पत्रकार मेरे साथ कई बार हेलीकॉप्टर में सफर कर चुके हैं। इस बार टिकट नहीं दिया तो हमारे पीछे पड़ गए।

उसे सजा दी जानी चाहिए

सैफई महोत्सव के बजट पर उठ रहे सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि जिस पत्रकार ने ये खबर लिखी है, वो हमें तथ्य उपलब्‍ध कराए। ऐसा नहीं होने पर उसे सजा दी जानी चाहिए। अखिलेश ने बताया कि हर साल सैफई महोत्सव पर 10 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च नहीं किया जाता हैं। 300 करोड़ के बजट की बात निराधार है।

यह भी पढ़ें: केजरीवाल ने अखिलेश को दिया झटका


आप कौन होते हैं पूछने वाले
मुजफ्फरनगर को लेकर हो रहे विवाद पर अखिलेश ने कहा कि सैफई में आने वाले अभिनेताओं से आप पूछने वाले कौन होते हैं कि मुजफ्फरनगर में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री हूं। सवाल मुझसे पूछिए। मैं जवाब दूंगा। मुझसे सवाल क्यों नहीं पूछते।'

'किरण बेदी, जनरल को बीजेपी में शामिल करें'

V K Singh, Kiran Bedi should be invited to join BJP: Subramanian Swamy
बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह और अन्ना हजारे की साथी किरण बेदी को बीजेपी में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा जाना चाहिए। गुरुवार को किरण बेदी ने ट्वीट किया था कि वह नरेंद्र मोदी को वोट देंगी।

उसी पर स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि हमें किरण बेदी और जनरल सिंह को बीजेपी ज्वाइन करने के लिए निमंत्रण देना चाहिए।

गुरुवार को मोदी को वोट देने की ट़्वीट के बाद आज फिर किरण बेदी ने कहा कि वह चाहती हैं ‌कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें।

बेदी ने कहा कि मैं चाहती हूं कि कोई इस देश का नेतृत्व करे और इस देश को स्थिरता दिलाए। मैं मोदी को देश की मजबूती, एकता और स्थिर सरकार के लिए समर्थन करती हूं।kiran bedi tweet

उल्लेखनीय है कि किरण बेदी ने पिछले साल अक्टूबर में अहमदाबाद में दिए अपने भाषण में भी मोदी का समर्थन किया था।

उन्होंने नाम लिए बगैर आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा और कहा कि आज देश के लिए स्थिर और अनुभवी हाथों की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट किया कि हममें से कोई भी जो घोटाला मुक्त देश चाहता है, वह कांग्रेस को वोट नहीं दे सकता।

मिस कॉल देने पर 'आप' के हो जाएंगे आप

Kejriwal launches AAP's membership drive
आम आदमी पार्टी ने सदस्यता अभियान शुरू कर दिया है। 26 जनवरी तक ये अभियान जारी रहेगा। AAP से जुड़ने के लिए अब कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा जबकि पहले 10 रुपये की फीस देनी पड़ती थी। एक खास नंबर पर मिस्ड कॉल देने से आपकी सदस्यता मिल जाएगी।

पार्टी ने इस अभियान को "मैं भी आम आदमी" का नाम दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉंफ्रेंस में बताया कि इस अभियान का उद्देश्य एक करोड़ कार्यकर्ता जोड़ना है।

केजरीवाल ने कहा कि 26 जनवरी तक एक करोड़ सदस्य जोड़ने का उद्देश्य है। हालांकि उसके बाद भी निशुल्क सदस्यता अभियान जारी रहेगा। अब तक करीब तीन लाख लोग ऑनलाइन माध्यम से पार्टी के सदस्य बने हैं।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश का कोई भी नागरिक उनकी पार्टी का सदस्य बन सकता है।

सदस्यों की जांच पड़ताल के सवाल पर केजरीवाल ने कहा, "अगर किसी व्यक्ति को हमारी पार्टी में कोई पद दिया जाएगा या कहीं से उम्मीदवार बनाया जाएगा तब उसकी जांच पड़ताल की जाएगी। सदस्य कोई भी नागरिक बन सकता है।"

मेधा पाटकर और पत्रकार आशुतोष के पार्टी के साथ जुड़ने के सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि आशुतोष एक दो दिन में पार्टी के साथ जुड़ जाएंगे जबकि मेधा पाटकर से योगेंद्र यादव ने पार्टी के साथ जुड़ने का आग्रह किया है। मेधा पाटकर जल्द ही इस बारे में फ़ैसला लेंगी।

अपनी सुरक्षा के सवाल पर केजरीवाल ने एक बार फिर दोहराया कि उन्हें कोई ख़तरा नहीं है। केजरीवाल ने कहा, "मैं कई बार कह चुका हूँ मुझे सुरक्षा नहीं चाहिए।" उत्तर प्रदेश सरकार ने अरविंद केजरीवाल को जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का फ़ैसला लिया है।

पत्‍नी गई मायके तो पति ने काटा अपना गुप्तांग

Surgery fixes chopped genital of youth in Indore
मध्य प्रदेश के महू में रहने वाला संतोष अपनी पत्नी के मायके चले जाने की बात पर इतना दुखी हो गया कि उसने अपना गुप्‍तांग ही काट डाला।

इस घटना के बाद उसे अफरा-तफरी में महू के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे इंदौर के एम वाय अस्पताल में भेज दिया गया।

हवलदार ने किया सिपाही के बेटे से दुष्कर्म

चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 35 वर्षीय संतोष के गुप्तांग को सर्जरी कर फिर से जोड़ा गया।

संतोष की सर्जरी करने वाले सीनियर सर्जन के मुताबिक उन्होंने नस, मूत्रमार्ग और जननांग के बाकी भाग जोड़ दिए हैं। लेकिन दो तीन बाद ही यह बात समझ में आ पाएगी कि गुप्तांग कितना और किस तरह काम कर रहा है।

अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि इस अस्पताल समेत पूरे प्रदेश में यह पहला मामला है जब इस तरह की कोई सर्जरी की गई है।
रेमी के घर में पत्नी ने की पति की बेरहमी से हत्या


सैफई पर सफाई देते वक्‍त संयम खो बैठे अखिलेश

akhilesh yadav speaks on saifai
यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने आखिरकार सैफई महोत्सव पर हो रहे बवाल पर पहली बार मीडिया के सामने अपनी चुप्पी तोड़ दी है।

हालांकि, सफाई देते हुए उनकी बौखलाहट और झल्लाहट साफ नजर आई।

अखिलेश ने सैफई पर सफाई देते हुए कहा है कि सैफई महोत्सव पर हो रहे विवाद के पीछे मीडिया के पत्रकारों की अपनी नीयत है।

टिकट नहीं दिया, तो हमारे पीछे पड़े
अखिलेश ने इशारों में एक बड़े अखबार के मालिकों पर भी सवाल खड़े कर ‌दिए। उन्होंने कहा कि ये लोग पहले भी हमारी पार्टी से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। इस बार हम उन्हें राज्यसभा नहीं दे पाए तो इस तरह की खबरें लिखी जा रही हैं।

अखिलेश ने अखबार का नाम तक ले डाला और कहा कि ये पत्रकार मेरे साथ कई बार हेलीकॉप्टर में सफर कर चुके हैं। इस बार टिकट नहीं दिया तो हमारे पीछे पड़ गए।

उसे सजा दी जानी चाहिए

सैफई महोत्सव के बजट पर उठ रहे सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि जिस पत्रकार ने ये खबर लिखी है, वो हमें तथ्य उपलब्‍ध कराए। ऐसा नहीं होने पर उसे सजा दी जानी चाहिए। अखिलेश ने बताया कि हर साल सैफई महोत्सव पर 10 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च नहीं किया जाता हैं। 300 करोड़ के बजट की बात निराधार है।

आप कौन होते हैं पूछने वाले
मुजफ्फरनगर को लेकर हो रहे विवाद पर अखिलेश ने कहा कि सैफई में आने वाले अभिनेताओं से आप पूछने वाले कौन होते हैं कि मुजफ्फरनगर में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री हूं। सवाल मुझसे पूछिए। मैं जवाब दूंगा। मुझसे सवाल क्यों नहीं पूछते।'

टीईटी हेल्पलाइन जारी, कोई समस्या हों तो करें फोन

tet helpline
यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा-2013 से संबंधित दिक्कतों को दूर करने के लिए आवेदकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने टीईटी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है।

फार्म भरने, अर्हता और परीक्षा से संबंधी समस्याएं का हाल आवेदक फोन करके प्राप्त कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर 0532- 2466761, 2466769 हैं।

सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि आवेदकों की समस्याओं को दूर करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन व्यवस्था भी की गई है।

पढ़ें, बंपर भर्ती, 21 हजार पदों पर नियुक्ति

जून 2013 की परीक्षा के दौरान भी यह व्यवस्था की गई थी। बृहस्पतिवार को टीईटी के लिए पंजीकरण 66 हजार के आंकडे़ को पार कर गई। पंजीकरण की अंतिम तिथि 21 जनवरी निर्धारित की गई है।

आवेदन को पूर्ण करने की अंतिम तिथि 28 जनवरी है। अभ्यर्थियों� द्वारा ऑनलाइन आवेदन पत्र में की गई त्रुटियों में संशोधन 28 से 31 जनवरी तक किया जा सकेगा। प्रवेश पत्र वेबसाइट पर दस फरवरी तक लोड किए जाएंगे।

पढ़ें, क्लर्क के पदों पर भर्ती, करें आवेदन

हिंदूवादी संगठन बांट रहा है किताब, पुलिस अलर्ट

police alert on book aapka faisla in muzaffarnagar
मुजफ्फरनगर दंगों की पृष्ठभूमि पर लिखी गई पुस्तक 'आपका फैसला' को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में बांटी जा रही इस किताब को लेकर कुछ लोगों ने आपत्ति जताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की है।

पुलिस प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए गोपनीय पत्र जारी कर सभी पुलिस थानों को चौकसी के निर्देश दिए हैं।

जानसठ थाना क्षेत्र के गांव कवाल में 27 अगस्त को छेड़छाड़ को लेकर हुए विवाद में तीन युवकों की मौत हो गई थी। इसके बाद पहले खालापार और फिर नंगला मंदौड़ में हुई महापंचायतों के बाद सात सितंबर को जिले में दंगा भड़क गया था। इस हिंसा में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग राहत शिविरों में पहुंच गए थे।

पढ़ें, 'राहुल पिता बनें, कांग्रेस को मिलेगा अगला अध्यक्ष'

दंगे के चार माह बीतने के बाद जब हालात तेजी से सामान्य होते जा रहे हैं। पिछले कुछ समय से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बांटी जा रही 'आपका फैसला' किताब में दंगे के कारणों और इन्हें रोकने के साथ ही अन्य सामग्री दी गई है। इसके साथ ही भीतर के पृष्ठों पर कवाल में हुई दो युवकों की मौत के बाद उनकी लाशों तथा दंगे के बाद विभिन्न समाचार पत्रों में की गई कवरेज की कटिंग की फोटो प्रकाशित की गईं है।

किताब के कंटेंट को लेकर कुछ लोगों ने पुलिस प्रशासन से शिकायत कर इसके बांटे जाने पर आपत्ति जताई थी। यह भी आरोप लगाया था कि आगामी लोकसभा चुनाव में दंगे का फायदा उठाने के लिए भाजपा अथवा अन्य किसी हिंदूवादी संगठन की ओर से किताब प्रकाशित कर बांटी जा रही है।

पढ़ें, 'यूपी जल रहा और अखिलेश देख रहे डांस'

कुछ लोगों के आपत्ति जताने के बाद पुलिस प्रशासन ने किताब को लेकर सभी पुलिस थानों को गोपनीय पत्र जारी किया है। इसमें चौकसी बरतने, किताब बांटने वालों पर नजर रखने और उनके मकसद की जानकारी करने संबंधी निर्देश दिए गए हैं।

इसके साथ ही शासन को भी पूरे मामले से अवगत कराया गया है। मामले में एसपी सिटी श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि इंटेलीजेंस के आधार पर मामले में कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

यूपी: बेटी को जिंदा दफनाते पकड़ा गया पिता

father burying daughter alive
बेटी को अभिशाप समझकर एक पिता ने मासूम की हत्या की साजिश रच डाली। यूपी में पाकबड़ा के गुरैठा गांव में वह अपनी पांच दिन की बेटी को जिंदा दफनाते पकड़ा गया।

अचानक बेटी की किलकारी सुनकर ग्रामीण सन्न रह गए। जागरूक लोग तुरंत दौड़े और बरेली के रहने वाले इस युवक व उसके साले को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

बरेली हाफिजगंज क्षेत्र के गांव अहिल्या निवासी मोटर मैकेनिक राजेश पुत्र रामभरोसे की शादी साल भर पहले नवाबगंज के नकती नारायण निवासी मुक्ता प्रसाद की बेटी सुनीता से हुई थी। छह दिन पहले सुनीता को परिजन टीएमयू अस्पताल लाए।

पढ़ें, 'मैं क्लास में गई तो टीचर ने दरवाजा बंद कर दिया...'

शनिवार को सुनीता ने बच्ची को जन्म दिया। चार दिन तक नवजात अस्पताल में मां के साथ रही। लेकिन प्री मेच्योर होने के चलते डाक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखने की सलाह दी। आरोप है कि गुरुवार को राजेश, अपने साले दिनेश के साथ नवजात को लेकर साईं अस्पताल के लिए निकला। लेकिन अस्पताल जाने की बजाए वह गुरैठा गांव में गांगन नदी के किनारे जा पहुंचा।

गड्ढा खोदकर बेटी को दफन करता, इससे पहले ही बच्ची रोने लगी। किलकारी सुनकर आसपास खेतों में काम कर रहे लोग दौड़े। मासूम की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया।

पढ़ें, प्रेगनेंट गर्लफ्रेंड को मिलने बुलाया और मार डाला

राजेश और दिनेश को पुलिस के हवाले कर दिया गया और पुलिस बच्ची को लेकर वापस टीएमयू पहुंची। यहां आईसीयू में उसे रखा गया। पाकबड़ा एसओ ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

बेटी की किलकारी से पकड़ा गया बाप
गुरैठा गांव में जब राजेश बेटी को कपड़े में लपेटकर आगे बढ़ा तो कुछ ग्रामीणों ने उसे टोका। गांव के किसान जितेंद्र सिंह ने बताया कि पिता ने हमसे झूठ बोला। उसने कहा कि टीएमयू में बेटी पैदा हुई थी, उसी की मौत हो गई है।

इस पर दो ग्रामीण भी उसके साथ हो लिए। लेकिन गांगन के किनारे श्मशानघाट पर पहुंचने पर जैसे ही गड्ढा खोदा गया, बेटी रोने लगी। तब पिता का यह झूठ पकड़ा गया। लोग सिहर उठे। तत्काल आरोपी को पकड़ लिया गया।

बताओ कहां से लाए 22,885करोड़ रुपए?

tell us source of 22,885 crore rupee
सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ी कंपनी को फटकार लगाते हुए कहा है कि वो बताए कि 22,885 करोड़ रुपए लाए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की ओर से निवेशकों को लौटाए गए 22,885 करोड़ रुपये का स्त्रोत बताने को कहा है। सहारा ने यह पैसा निवेशकों को लौटाने का दावा किया है लेकिन इसका स्त्रोत बताने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि समूह निवेशकों का पैसा लौटाने के दावे का स्त्रोत बताए या फिर सीबीआई या रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज की जांच के लिए तैयार रहे।

सर्वोच्च अदालत ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय और समूह की तब खिंचाई की, जब उनकी ओर से धन के स्त्रोत का खुलासा करने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला। याद रहे कि अदालत ने राय के देश छोड़कर जाने पर पाबंदी लगाने के आदेश को जारी रखा है। जस्टिस केएस राधाकृष्णन व जस्टिस जेएस केहर की पीठ ने कहा कि यह बिल्कुल मत सोचना कि अदालत असहाय है।

हम सीबीआई और रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से आपके खिलाफ जांच करने के लिए कह सकते हैं। अगर समूह स्त्रोत नहीं बताता है तो अदालत इसका पता लगा सकती है। अदालत ने 23 जनवरी तक समूह को धन के स्त्रोत का ब्योरा पेश करने का आदेश दिया है और सुनवाई की अगली तारीख 27 जनवरी तय की है।

पीठ ने यह असंतोष तब व्यक्त किया जब उसने सेबी को सहारा की ओर से लिखे गए उस पत्र पर गौर किया जिसमें कहा गया कि धन का स्त्रोत बताया जाना जरूरी नहीं है। अदालत ने इस पर कहा कि कंपनी और राय का व्यवहार निंदनीय है। आपकी कंपनी की ओर से किसी ने यह कहने की धृष्टता की है।

यदि आपने पैसा वापस कर दिया है तो आपकी ओर से उसके स्त्रोत का रिकॉर्ड भी पेश किया जाना चाहिए कि आपके पास कहां से पैसा आया। पीठ ने कहा कि हम आपसे यह नहीं बता सकते कि जवाब देने में कितनी धृष्टता की गई है। समूह का व्यवहार अचरज भरा है। हम आपके प्रति नर्म और खुले हैं। लेकिन यदि आप हमें छड़ी पकड़ाएंगे, तब हम क्या करें।

यूपी: दरोगा ने मुर्दे को ही बना दिया गवाह

si made dead man witness
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कोतवाली सिटी में तैनात एक दरोगा ने मुर्दे को ही गवाह बना दिया। आरोप है कि दरोगा ने रिश्वत न देने पर मृतक व्यक्ति को गवाह बना कर संगीन धाराएं हटाई है और प्रतिवादी पक्ष को राहत पहुंचाई है। पीड़ित ने सुबूत समेत शिकायत एसएसपी से लेकर डीआईजी और डीजीपी को भेजी है।

नगर के मोहल्ला भवां सराय निवासी सलीम ने पुलिस अधिकारियों को भेजे पत्र में बताया कि उसने शहर कोतवाली में 14 सितंबर 2013 को मोहल्ला छिपियान निवासी फुरकान, आलम उर्फ आजम, अजमल, अकरम, रिजवाना के विरुद्ध आईपीसी की धारा 147, 148, 395, 452, 323, 504, 506 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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इसकी जांच एसआई वासिफ सिद्दीकी को सौंपी गई थी। आरोप है कि मुकदमे से संबंधित सभी साक्ष्य देने के बावजूद विवेचक ने उससे 25 हजार रुपये सुविधा शुल्क मांगे लेकिन उसने मना कर दिया। इससे खिन्न होकर विवेचक ने संगीन धाराएं काटते हुए केवल धारा 323, 504, 506 में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी। उसने चार्जशीट में संगीन धारा हटाने की बाबत पूछताछ की तो उसे कोई जवाब नहीं दिया गया।

जांच पड़ताल की तो पता कि विवेचक ने मोहल्ले के ही बशीर अहमद के पुत्र जहीर अहमद के बयान को चार्जशीट में शामिल करते हुए धाराएं हटवाई है, जबकि जहीर अहमद की मृत्यु 26 अक्टूबर, 2002 को हो चुकी है। नगर निगम से उसका मृत्यु प्रमाण-पत्र भी जारी हुआ है।

आरोप है कि विवेचक ने सुविधा शुल्क न देने पर चार्जशीट में यह खेल किया है। पीड़ित ने मामले की जांच कराकर न्याय दिलवाने की मांग की है। उधर, एसएसपी उपेंद्र अग्रवाल का कहना है कि शिकायत अभी उनके पास नहीं पहुंची है। आने पर जांच की जाएगी।

जानिए अब बाघों पर क्यों निगाह रखेंगे ड्रोन

Drones flying in Panna reserve
ड्रोन एक बार फिर चर्चा में हैं। एमपी के पन्ना में अब ड्रोन यानि मानव रहित यान बाघों की निगरानी करेंगे। हालांकि ये निगरानी सिर्फ दो दिन की जाएगी लेकिन इससे बाघों पर जो जानकारी मिलेगी उसका उपयोग बाघों के संरक्षण में किया जाएगा।

यूं तो ड्रोन की पहचान अभी तक यही थी कि वो बम बरसाने के काम आता है लेकिन अब ऐसा नहीं रहा। अमेरिका के आसमान में तो अब ड्रोन घरों में सामान भी पहुंचाएगा।

खबर के मुताबिक जो ड्रोन पन्ना में निगरानी का काम करेंगे उनका वजन दो किलो है, लंबाई करीब दो मीटर है और चौड़ाई एक मीटर है। इनकी अधिकतम गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा है और इनमें कैमरे लगे हुए हैं जो बाघों की गतिविधियों पर निगाह रखेंगे।

ये ड्रोन रिमोट से संचालित किया जाएगा। पन्ना टाइगर रिज़र्व के पीके द्विवेदी ने फोन पर बातचीत में बताया कि देहरादून स्थित वाइल्डलाइफ इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया (डब्ल्यू आईआई) इस योजना को किर्यांवित करने में सहयोग दे रही है।

यूं तो सरकार बाघों का संरक्षण करने की हर संभव कोशिश कर रही है लेकिन देखने वाली बात यही होगी कि ये ड्रोन बाघों के संरक्षण में क्या भूमिका निभाएंगे?

अखिलेश ने दी केजरीवाल को जेड श्रेणी सुरक्षा

up govt provides Z class security for kejariwal

खास-खास

जेड श्रेणी में हर समय रहते हैं 28 सुरक्षकर्मी
  • हाउस गारद (इसमें दो शिफ्टों में एक हेड कांस्टेबल और चार सशस्त्र कांस्टेबल रहते हैं। दो शिफ्ट होने पर इनकी संख्या दोगुनी हो जाती है।)
  • दो पीएसओ (आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में दो सशस्त्र निजी सुरक्षा अधिकारी। यानी चौबीस घंटे में तीन गुना संख्या।)
  • आर्म्ड एस्कॉर्ट (एक जीप, एक चालक, एक सशस्त्र हेड कांस्टेबल और तीन कांस्टेबल। दो शिफ्टों में।)
राज्य सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। गुरुवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला किया गया।

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गाजियाबाद में रहते हैं। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस के अफसरों ने उनकी सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया था।

केजरीवाल के अतिरिक्त सुरक्षा लेने से अनिच्छा जताए जाने को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने उनके लिए जेड प्लस के बजाय सिर्फ जेड श्रेणी की सुरक्षा देने को कहा था।

प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को इस मुद्दे पर बैठक हुई थी। दिल्ली पुलिस के आग्रह पर विचार करते हुए अरविंद केजरीवाल को जेड श्रेणी की सुरक्षा दे दी गई है।

जानकारों के अनुसार पहले केजरीवाल ने सुरक्षा लेने से मना कर दिया था पर बाद में वह इस बात पर तैयार हो गए कि यह सुरक्षा उनके घर के बाहर दे दी जाए

आप में शामिल हो सकती हैं मेधा पाटकर

सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर की आम आम आदमी पार्टी से जुड़ने की संभावना है। पत्रकार आशुतोष एक दो दिनों में पार्टी से जुड़ सकते हैं। गुरुवार को सेवानिवृत्त आईपीएस उदय सहाय ने भी झाड़ू थाम ली है।

शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए अरविंद केजरीवाल ने बताया कि पत्रकार आशुतोष पार्टी से एक दो ‌दिन में जुड़ कसते हैं।

मेधा के जुड़ने के सवाल पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बताया कि योगेंद्र यादव ने मेधा से संपर्क किया। उन्होंने एक- दो दिन में जवाब देंगी।

गौरतलब है कि मेधा ने अन्ना आंदोलन के दौरान रामलीला मैदान में और जंतर मंतर पर अरविंद के अनशन में भी शिरकत की थी।

आशुतोष ने दिया इस्तीफा
टीवी पत्रकार आशुतोष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ट्विटर के जरिए अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए आशुतोष लिखा है कि हम फिर से ऐतिहासिक पल का सामना कर रहे हैं। सामाजिक मंथन चल रहा है। इस बदलाव को और मजबूत व खूबसूरत बनाने के लिए हर किसी को योगदान देना होगा।

उन्होंने कहा कि आठ साल पहले मैंने अपना रास्ता बदला था और अब फिर से वही समय आ गया है। नियति की एक और पुकार है, मुझे इसके साथ बढ़ना ही होगा। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में इनके पार्टी में शामिल होने का भी ऐलान हो सकता है।

दूसरी तरफ आईपीएस उदय सहाय ने पार्टी की सदस्यता ले ली है। उदय सहाय एक लेख से मिली जानकारियों के आधार पर लोकायुक्त ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ जांच की थी।

लोकायुक्त ने चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की बात मानते हुए पेनाल्टी भी लगाई थी। मामला फिलहाल अदालत में लंबित है।

बीटीसी-2013 के आवेदकों को एक और मौका

one more opportunity for btc 2013
बीटीसी-2013 के आनलाइन फार्म भरने में के दौरान गलतियां करने वाले आवेदकों को संशोधन का एक और मौका दिया जा रहा है। सचिव परीक्षा नियामक की ओर से संशोधन की अवधि को एक बार फिर से बढ़ा दिया गया है।

आवेदक अब 15 जनवरी तक संशोधन करा सकेंगे। इससे पूर्व आवेदकों को 30 दिसंबर से छह जनवरी तक संशोधन कराने का अवसर दिया गया था।

आनलाइन आवेदन के दौरान के आवेदकों ने जन्म तिथि, लिंग कोड, विषय वर्ग, हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक के पूर्णांक, प्राप्तांक में त्रुटि कर दी थी। आवेदकों को संशोधन के लिए आपने गृह जनपद के जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में प्रत्यावेदन देना होगा।

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आवेदकों को दस रुपये के नॉन जुडीशियल स्टाम्प पेपर पर शपथ पत्र, सक्षम अधिकारी द्वारा निर्गत अंकपत्र, प्रमाणपत्र सहित अपना प्रत्यावेदन पूर्व में भरे गए आवेदन पत्र के साथ डायट में जमा कर सकेंगे।

हालांकि इससे पूर्व संशोधन के साथ ही 28 अक्टूबर से नौ नवंबर 2013 तक हुई काउंसलिंग में अनुपस्थित आवेदकों को एक बार और काउंसलिंग कराने का मौका दिया गया था।

सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार भी काउंसलिंग कराई जाएगी या नहीं इसके बारे में अभी कोई निर्देश नहीं मिले हैं।

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ब्रेकिंग न्यूजः हरियाणा में हादसा, 7 लोगों की मौत

Accident on Jagadhari Road, 7 Dead
हरियाणा में जगाधरी हाइवे पर आज सुबह करीब साढ़े 10 बजे हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। हादसा, अंबाला के पास ट्रक और सूमो के टकराने से हुआ।

जगाधरी हाइवे पर टायर फटने के कारण असंतुलित हुआ ट्रक सामने से आ रही सूमो से टकरा गया था।

मरने वालों में 5 कुरुक्षेत्र के पास शाहबाद के, एक सरसावा और एक ओल्ड पंचकूला का है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसा सुबह साढ़े 10 बजे हुआ। अंबाला के पास जगाधरी हाइवे पर चंडीगढ़ की ओर से आ रहा ट्रक टायर फटने से असंतुलित हो गया। असंतुलित ट्रक सामने से आ रही सूमो में टकरा गया।

हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। खबर लिखे जाने तक हाइवे पर जाम की स्थिति बनी हुई है।

14 लाख निकाल ATMकुएं में फेंका

ATM found in well
वो 31 दिसंबर की रात थी, पूरा शहर ही नहीं पूरी दुनिया नए साल के जश्न में डूबी थी। इसी रात अलवर में चोर एक एटीएम को उखाड़ ले गए। 10 दिनों के बाद ये घटना एक बार फिर सुर्खियों में है क्योंकि खाली एटीएम एक कुएं में पड़ा मिला है।

पीएनबी के इस एटीएम में 14 लाख रुपये रखे हुए थे। खबर पुलिस तक पहुंची तो पुलिस अपराधियों की तालाश में जुट गई। कई टीमें गठित कर दी गईं लेकिन हाथ खाली ही रहे।

एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे खराब थे और ऐसे में पुलिस बेबस नजर आ रही थी। फिंगर प्रिंट भी लिए लेकिन अपराधियों का पता नहीं चला।

अब पुलिस ने दूसरा रास्ता अख्तियार किया और मोबाइल लोकेशन पर ध्यान लगाया। ऐसे लोगों की सूची तैयार की गई जिनके मोबाइल की लोकेशन एटीएम के पास पाई गई।

पुलिस ने इस आधार पर घनश्याम नाम के एक शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सामने आए हैरान कर देने वाले राज। घनश्याम एक ऐसे गिरोह का सदस्य है जो एटीएम को मिनी ट्रक टाटा 407 में रख कर ले जाते थे।

पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चोरी गया एटीएम एक कुएं से बरामद कर लिया लेकिन उसके गिरोह के बाकी सदस्य अभी फरार हैं और पुलिस उनकी तालाश में जुटी है।

यूपी ने दी केजरीवाल को जेड श्रेणी सुरक्षा

up govt provides Z class security for kejariwal

खास-खास

जेड श्रेणी में हर समय रहते हैं 28 सुरक्षकर्मी
  • हाउस गारद (इसमें दो शिफ्टों में एक हेड कांस्टेबल और चार सशस्त्र कांस्टेबल रहते हैं। दो शिफ्ट होने पर इनकी संख्या दोगुनी हो जाती है।)
  • दो पीएसओ (आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में दो सशस्त्र निजी सुरक्षा अधिकारी। यानी चौबीस घंटे में तीन गुना संख्या।)
  • आर्म्ड एस्कॉर्ट (एक जीप, एक चालक, एक सशस्त्र हेड कांस्टेबल और तीन कांस्टेबल। दो शिफ्टों में।)
राज्य सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। गुरुवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला किया गया।

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गाजियाबाद में रहते हैं। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस के अफसरों ने उनकी सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया था।

केजरीवाल के अतिरिक्त सुरक्षा लेने से अनिच्छा जताए जाने को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने उनके लिए जेड प्लस के बजाय सिर्फ जेड श्रेणी की सुरक्षा देने को कहा था।

प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को इस मुद्दे पर बैठक हुई थी। दिल्ली पुलिस के आग्रह पर विचार करते हुए अरविंद केजरीवाल को जेड श्रेणी की सुरक्षा दे दी गई है।

जानकारों के अनुसार पहले केजरीवाल ने सुरक्षा लेने से मना कर दिया था पर बाद में वह इस बात पर तैयार हो गए कि यह सुरक्षा उनके घर के बाहर दे दी जाए

फजीहत से डरे अखिलेश, 'माधुरी' से किनारा

CM akhilesh yadav gets special invite for 'dedh ishqiya' premiere
सैफई महोत्सव में माधुरी दीक्षित के शानदार परफार्मेंस के बाद उनकी फिल्म 'डेढ़ इश्किया' के प्रीमियर शो पर सूबे के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव भी जा रहे थे।

ले‌किन फजीहत से डरे सीएम ने प्रीमियर में जाने से मना कर दिया है।

शुक्रवार को 'डेढ़ इश्किया' का प्रीमियर शो गोमतीनगर के वेव मल्टीप्लेक्स में दोपहर 2:30 बजे से होगा।

यह पहली बार था जब प्रदेश का मुख्‍यमंत्री किसी फिल्म के प्रीमियर शो पर खुद मौजूद होता।

कहा जा रहा है कि माधुरी ने मुख्यमंत्री को प्रीमियर शो के लिए आमंत्रित किया था। राज्य सरकार ने फिल्म को एक करोड़ रुपये अनुदान दिया है। फिल्म की 75 फीसदी शूटिंग यूपी में हुई है।

इस स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान फिल्म के निर्माता विशाल भारद्वाज, निर्देशक अभिषेक चौबे, नसीरुद्दीन शाह, अरशद वारसी समेत अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के भी उपस्थित रहने की उम्मीद है।

निर्माताओं ने दोपहर एक बजे के बाद के शो बुक करा लिए हैं। इस फिल्‍म की शूटिंग लखनऊ की आधा दर्जन लोकेशनों के साथ सीतापुर के महमूदाबाद किले में भी हुई थी।

माधुरी और नसीरुद्दीन शाह के साथ फिल्म का मुख्य गाना इसी किले में ही फिल्माया गया है। प्रीमियर शो के लिए तमाम राजनेताओं, अधिकारियों के साथ राजधानी के कई विशिष्ट लोगों को आमंत्रित किया गया है।

राहुल की पीएम उम्मीदवारी पर कांग्रेस में फूट

rahul pm candidate congress dispute
राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस नेताओं में दुविधा के सुर सुनाई देने लगे हैं।

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का मानना है कि लोकतंत्र में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार पहले से घोषित नहीं होना चाहिए। इससे निर्वाचित सांसदों और विधायकों से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन जाता है। हालांकि बाद में उन्होंने पलटते हुए कहा कि इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष को करना है।

दिग्विजय ने साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें लगता है कि मीडिया में पीएम पद की उम्मीदवारी की चर्चा होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि इस बारे में विचार किया जाएगा। इसलिए अब पार्टी और पार्टी अध्यक्ष को इस संबंध में फैसला करना है।

जबकि इससे पहले भोपाल में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनना चाहिए। वहीं विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि राहुल गांधी के अलावा पार्टी में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर कोई और दावेदार नहीं है।

चर्चा है कि 17 जनवरी को कांग्रेस की बैठक में राहुल को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। इससे पहले 16 जनवरी को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इस मसले पर अंतिम फैसला लिए जाने की संभावना है।

विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित होने के बाद सोनिया गांधी ने कहा था कि पार्टी उचित समय पर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी। भाजपा पहले ही नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।

वहीं, आठ बड़े शहरों में हुए एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि 58 प्रतिशत लोग मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। जबकि 25 फीसदी लोग आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को ओर सिर्फ 14 फीसदी लोग राहुल गांधी को पीएम के रूप में देखना चाहते हैं।

दुष्कर्म और छेड़छाड़ से परेशान छात्रा ट्रेन के आगे कूदी

Girl suicide after rape and molestation
परिजनों ने नामजद तहरीर नहीं दी। फोन बहुत आए, हो सकता है कि किशोरी के पिता भी फोन आया हो। मैंने सिर्फ इतना कहा होगा कि संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराओ।

- ओमप्रकाश, एसपी सिटी

दुष्कर्म के बाद छेड़छाड़ से परेशान 14 साल की किशोरी ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। मरने से पहले किशोरी ने परिजनों को आपबीती सुनाई थी। परिजनों ने आरोपियों के नाम बताए हैं, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।

यह शर्मनाक वारदात दौराला क्षेत्र के सिवाया गांव में हुई है। सीआरपीएफ से रिटायर एसआई पांच बेटी और एक बेटे के साथ रहते हैं। उनकी चौथी नंबर की बेटी 9वीं की छात्रा है।

आरोप है कि मोहल्ले के युवक ने एक महीने पहले किशोरी से बंद घर में दुष्कर्म किया था। बदनामी के डर से किशोरी ने परिवार को नहीं बताया। इसके बाद आरोपी दो दोस्तों के साथ मिलकर किशोरी से छेड़खानी करने लगा।

इससे परेशान होकर छात्रा गुमसुम रहने लगी। परिजनों ने बुधवार को किशोरी से उसके गुमसुम रहने का कारण पूछा तो उसने आपबीती सुनाई। किशोरी की बात सुनकर उसके पिता ने एसपी सिटी के मोबाइल पर कॉल की और पूरी वारदात की जानकारी दी।

परिजनों के मुताबिक एसपी सिटी ने समाज के गणमान्य लोगों से बातचीत कर मसले को निपटाने की सलाह दी। रातभर परिवार के लोगों में बातचीत चली। बृहस्पतिवार सुबह साढे़ चार बजे किशोरी घर से लापता हो गई।

परिजनों ने तलाश किया तो उसका शव रेलवे ट्रैक में कटा मिला। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।

नाम बताने पर भी नहीं हुई रिपोर्ट
आरोपियों ने नाम जानने के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। आरोप है कि पुलिस और आरोपी पक्ष के लोग पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाने में जुटे हैं। किशोरी के पिता ने कहा है कि शुक्रवार को आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करूंगा।

अमेठी नहीं जाएंगे राहुल गांधी

Rahul's Amethi visit cancelled
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का शुक्रवार से प्रस्तावित अमेठी का दो दिवसीय दौरा बिगड़े मौसम के कारण निरस्त हो गया है।

सांसद प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे ने दौरा निरस्त होने की जानकारी दी। बताया कि कार्यक्रम की अगली तारीख जल्द तय होगी।

सांसद प्रतिनिधि के मुताबिक राहुल गांधी अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान 10 जनवरी को अमेठी में रेलवे के मल्टीप्लेक्स, गौरीगंज के टिकरिया में रेल नीर का शिलान्यास करना था।

इसके अलावा राहुल अमेठी में रेलवे वीवीआईपी गेस्ट हाउस व एसबीआई की ग्रामीणांचल शाखाओं का उद्घाटन करने वाले थे।

11 जनवरी को जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में हिस्सा लेना भी प्रस्तावित था।बहादुरपुर में कांग्रेस के नेता प्रदीप सिंघल की ओर से 17 टैंकर बनवाए गए थे।

इन टैंकरों को न्याय पंचायत स्तर के हवाले करके ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात दिलाना था। उद्घाटन व शिलान्यास कार्यक्रमों को टाल दिया गया है।

मोदी के ‘मिशन 272’ को पूरा करेगी 'स्पेशल 60'

bjp mission 272 for special 60 youth
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का मानना है कि सोशल मीडिया में ऐसी मुहिम चलाई जानी चाहिए जिसके तहत लोग यह बात जाहिर कर सकें कि उन्हें क्या और किस तरह के काम करने में गर्व महसूस होता है।

'मिशन 272' के तहत पार्टी से जुड़े दो लाख लोगों में से चुने गए 60 युवकों से मुलाकात के दौरान मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने की भी जरूरत है।

पढ़ें, PM सही बोले, अच्छे दिन आ रहे हैं: मोदी

भाजपा की सूचना व प्रौद्योगिकी सेल ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े इन 60 लोगों की बृहस्पतिवार को यहां पार्टी मुख्यालय में मोदी से मुलाकात कराई।

पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिये अपना जनाधार बढ़ाने के लिए पिछले दिनों 'मिशन 272' शुरू किया था। इसमें भाजपा की नीतियों व कार्यक्रमों के प्रचार को लेकर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाले लोगों की मोदी से मुलाकात कराने का वादा किया गया था।

भाजपा का दावा है कि इस मिशन से अब तक दो लाख लोग जुड़ चुके हैं। मोदी से मुलाकात करने वाले सभी 60 लोग अब लोकसभा की सियासी जंग में सोशल मीडिया पर भाजपा की ओर से मोर्चा संभालेंगे। इस मौके पर इन लोगों ने मोदी को सोशल मीडिया को लेकर अपने अनुभव भी बताए।

मोदी के प्रशंसकों की लिस्ट में जुड़ा इनका भी नाम

Kiran Bedi's vote is for Modi, not Kejriwal
नरेंद्र मोदी के प्रशंसकों की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है। किरण बेदी ने ट्विटर पर मोदी की महिमा का बखान किया तो राजनीति में हलचल मच गई।

किरण ने लिखा कि मोदी स्थिर, जवाबदेह और अच्छी सरकार दे सकते हैं। बेदी ने ट्विटर पर मोदी को वोट देने की घोषणा कर दी।

मोदी की तारीफ तक बात रुक जाती तो गनीमत थी, किरण ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि देश को स्थिरता और अनुभव की जरूरत है।

इस पर सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि हमें किरन बेदी और पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह को बीजेपी में शामिल होने का न्योता देना चाहिए।

गौरतलब है कि पिछले काफी दिनों से इस तरह की खबरें आ रही हैं कि वीके सिंह और किरण बेदी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।




दूसरों की जान बचा खाक हो गए ‘फरिश्ते’

Poignant story of burning train in banda-doon express
बांद्रा-देहरादून एक्सप्रेस की बोगी आग की लपटों से घिर गई। यात्री जान बचाने के लिए चीखने-चिल्लाने लगे। हर यात्री अपनी जान बचाने की जुगत में था।

इसी बीच दुबले-पतले से दो युवक आग की लपटों के बीच ट्रेन की चेन खींचने की कोशिश करने लगे।

एक के कपड़ों मे आग लग गई, लेकिन उसने कोशिश जारी रखी और अंतत: ट्रेन रुक गई मगर यह फरिश्ता देखते ही देखते आग के हवाले हो गया और दूसरे का भी कुछ पता नहीं चला।

लोगों को बचाते हुए खुद कहीं गुम हो गया
सहारनपुर पहुंचे प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों ने इस मंजर का जिक्र छेड़ा तो इन फरिश्तों के प्रति कृतज्ञता में उनकी आंखें भर आईं। इन फरिश्तों का यह बलिदान ही था कि अनेक यात्री बोगी से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।

गुरुवार की शाम 4.15 बजे यह ट्रेन जब यहां पहुंची तो अग्निकांड का खौफनाक मंजर का खौफ सुरक्षित बचे लोगों की आंखों में साफ दिखाई दे रहा था।

यात्रियों ने बताया कि जलती ट्रेन में उस युवक की बहादुरी और आंखों के सामने उसका जिंदा जल जाना बार-बार सामने आ रहा है।

डबडबाती आंखों से बोले, कुछ मत पूछो अगर आज हम जिंदा हैं तो उन्हीं दो फरिश्तों के कारण। आग धीरे-धीरे फैल रही थी मगर, वे इसकी परवाह किए बिना ही चेन खींचकर ट्रेन को रोकने की कोशिश करते रहे।

अफसोस, वे नहीं बचे मगर सैकड़ों लोगों की जिंदगी बचा गए। ट्रेन रुकने के बाद हम सभी यात्रियों की निगाहें उन फरिश्तों को ही तलाश रही थीं, लेकिन अफसोस की वे नहीं मिले।


पावनी ने बचा ली परिवार की जान

बांद्रा देहरादून एक्सप्रेस में अग्निकांड के खौफनाक मंजर के बीच मौत के मुंह से सुरक्षित निकलने वाले प्रभात के परिवार ने जलती ट्रेन की पूरी कहानी बताई।

यह परिवार है देहरादून के डोईवाला के रहने वाले प्रभात और प्रभा का। बांद्रा से आते समय यह परिवार भी दर्दनाक आग के घिरे कोच में फंस चुका था।

मुखिया प्रभात और उनकी बीवी प्रभा ने बताया पहले वह हादसे का शिकार कोच एस-2 में ही सवार थे। आग तो रात करीब एक बजे के आसपास ही लग चुकी थी। लेकिन वे कोच में गहरी नींद में थे।

उनके साथ ही बेटियां पावनी और परिचि बराबर की सीट पर थीं। करीब डेढ़-दो बजे अचानक शोर शुरू हुआ। पावनी के रोने पर वे लोग उठे। कोच की ओर बढ़ती आग के मंजर ने उनके होश उड़ा दिए।

उनकी बोगी में उन्हें पांच यात्री भागते दौड़ते नजर आए। फिर तो वह भी सामान छोड़कर रुकी चुकी गाड़ी से बच्चों को लेकर नीचे कूदे।

नीचे उतरने के बाद तीन कोचों में आग की जो हालत देखी उसे याद करके दिल कांप जाता है। अब भी यकीन नहीं हो रहा कि वे सुरक्षित देहरादून की ओर जा रहे हैं।

लश्कर के सदस्यों ने शिंदे को लिखी चिट्ठी

Suspected LeT operatives write to shinde seeks probe by NIA
मुजफ्फरनगर दंगों का कथित तौर पर बदला लेने की साजिश में गिरफ्तार लश्कर तैयबा के दो संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है।

दोनों ने इस मामले को नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंपने की गुजारिश की है। उनका कहना है कि एनआईए ही मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है।

पढ़ें, मुजफ्फरनगर का बदला लेने की तैयारी में थे आतंकी!

इस मामले में गिरफ्तार लश्कर के संदिग्ध कार्यकर्ताओं राशिद और शाहिद की ओर से उनके वकील एमएस खान ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को चिट्ठी लिखी है।

चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि मामले की तसल्लीबख्श और निष्पक्ष ढंग से जांच होनी चाहिए। दरअसल मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जो कह रही हैं उसमें तमाम खामियां हैं।

वकील ने अपनी चिट्ठी में पिछले साल 24 अक्टूबर को इंदौर में राहुल गांधी के भाषण का हवाला दिया है।

वकील ने कहा है कि राहुल ने कहा था उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर ने बताया था कि मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में आईएसआई के लोग घुसपैठ कर चुके हैं ताकि वे अपने संगठन में युवाओं की भर्ती कर सकें।

राशिद और शाहिद के वकील ने याद दिलाया कि राहुल गांधी ने कहा था कि आईबी के अफसर उन युवाओं से भी मिले थे।

जबकि स्पेशल सेल यह दावा कर रही है उसे मेवात क्षेत्र में गिरफ्तार राशिद और शाहिद के बारे में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की ओर से पिछले साल नवंबर में खुफिया जानकारी मिली थी।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दावा किया है कि उसने इस मामले में पिछले साल के आखिरी महीने में शाहिद और राशिद को मेवात से गिरफ्तार किया है।

यह गिरफ्तारी नवंबर के आखिर में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की सूचना पर ही हुई थी। राशिद को शुक्रवार तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा। इसके बाद उसे दिल्ली की किसी अदालत में पेश किया जाएगा।

रॉबर्ट वाड्रा का पीछा करने लगी अनजान कार

Security failure in robert vadra convoy
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया है। एसपीजी सुरक्षा घेरे को धता बता कर एक कार सवार उनके काफिल में घुस गया।

वाड्रा की सुरक्षा में तैनात जवानों ने इसकी जानकारी अमर कॉलोनी थाना पुलिस और ट्रैफिक पुलिस को दी। पुलिस ने खतरनाक ढंग से गाड़ी चलाने का चालान कर आरोपी कार चालक को छोड़ दिया।

दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार रॉबर्ट वाड्रा बृहस्पतिवार सुबह ओखला स्थित अपने कार्यालय जा रहे थे। जब वह कैप्टन गौड़ मार्ग पर पहुंचे तभी उनके साथ चल रहे सुरक्षा जवानों को लगा कि एक रिट्ज गाड़ी वाड्रा की गाड़ी का पीछा कर रही है।

सुरक्षा जवानों ने इसकी जानकारी 100 नंबर पर पुलिस कंट्रोल रूम को दी। मौके पर लोकल थाना पुलिस और ट्रैफिक पुलिसकर्मी पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार रिट्ज कार को रोका गया।

कार को एक विज्ञापन कंपनी में काम करने वाला शख्स सौरभ रस्तोगी चला रहा था। पुलिस ने करीब एक घंटे की पूछताछ के बाद एमवी एक्ट में चालान कर छोड़ दिया।

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने राबर्ट वाड्रा की सुरक्षा में सेंध की बात से इंकार किया है। उनका कहना है कि कार सवार युवक को पता नहीं था कि गाड़ी में रॉबर्ट वाड्रा सवार थे।

एंकर का दीवाना इंजीन‌ियर पहुंचा हवालात

Engineer arrested for molestation in delhi
एक टीवी चैनल की एंकर को आपत्तिजनक एसएमएस भेजने और परेशान करने के मामले में ग्रेटर कैलाश थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपी पेशे से आईटी इंजीनियर है और नोएडा में काम करता है। पुलिस के अनुसार, एंकर ने शिकायत में कहा है कि आरोपी सरफराज (29) उसे दो-ढाई साल से एसएमएस और फोन करक परेशान कर रहा था।

वह उससे प्यार करने और शादी की बात कहता था। आरोपी एक बार सोने के कंगन लेकर टीवी चैनल के कार्यालय भी गया था। चार दिन पहले भी वह टीवी चैनल के कार्यालय पहुंचा था।

एंकर ने इसकी शिकायत जीके-एक थाना पुलिस को दी थी। जीके-एक थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके बुधवार शाम को सरफराज को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी को कोर्ट में पेश करके उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

आदमखोर बाघिन को ठ‌िकाने लगाने उतरेगी शूटर टीम

shooters ready for kill anthropophagous tigress
पांच जिंदगियां खत्म करने वाली आदमखोर बाघिन गुरुवार को दिनभर बिजनौर और मुरादाबाद जिले के बॉर्डर के गांवों में रही।

दिनभर स्यौहारा क्षेत्र में रहने के बाद शाम को फिर मुरादाबाद पहुंच गई।

वन विभाग ने उसकी ठाकुरद्वारा सुरजन नगर क्षेत्र में होने की पुष्टि की थी। लेकिन बाद में वह फिर रात में बिजनौर की ओर के बेरीखेड़ा पहुंच गई थी। अमानगढ़ के जंगल की ओर बाघिन के कदम बढ़ रहे हैं।

प्रशासन ने रास्ते में पड़ने वाले सभी गांवों को अलर्ट कर दिया है। बाघिन को शासन ने आदमखोर घोषित कर दिया है। बाघिन के शूटआउट के लिए तीन एक्सपर्ट शिकारियों को परमिट भी दे दिया है।

टीम शुक्रवार से ऑपरेशन शुरू करेगी। आदमखोर बाघिन ने 26 दिसंबर को बहजोई के हसनपुर खुर्द में युवक नरेश चंद को मार डाला था।

संभल से लेकर मुरादाबाद तक दहशत उस वक्त फैली जब 29 दिसंबर को कुढ़ फतेहगढ़ क्षेत्र के गांव मिठ्ठनपुर मौजा में विजय सिंह को शिकार बनाया।

इसके बाद पांच जनवरी को मुरादाबाद के चंगेरी गांव के राजीव विश्नोई, सात जनवरी को कांठ के मल्लीपुर में किशोरी शोभा, आठ जनवरी को दरियापुर में दुलारी को मार डाला।

बृहस्पतिवार को बाघिन सुबह बिजनौर जिले में ट्रेस हुई थी। शाम को वह ठाकुरद्वारा के सुरजन नगर पहुंची और रात में फिर बिजनौर के गांव में पदचिह्न मिले।

मुरादाबाद कमिश्नरी में हुई पत्रकार वार्ता में मंडलायुक्त शिवशंकर सिंह, आईजी आलोक शर्मा, मुख्य वन संरक्षक, डीएम मुरादाबाद और डीएम बिजनौर ने बताया कि बाघिन की लोकेशन बिजनौर और मुरादाबाद के बार्डर के गांवों में मिल रही है। यह अमानगढ़ के जंगल की तरफ बढ़ रही है।

आज से चलेगा ऑपरेशन शूटआउट
आपरेशन शूट आउट शुक्रवार से चलाया जाएगा।

बाघिन के शिकार के लिए तीन सदस्यीय टीम में हरीश सिंह धानी निवासी देवीथोरा नैनीताल (उत्तराखंड), नवाब सादबिन आसिफ निवासी शेरकोट जिला बिजनौर और नवाब शराफत अली खान निवासी हिल पार्क रोड रेड हिल हैदराबाद (आंध्र प्रदेश) हैं। तीनों एक्सपर्ट बृहस्पतिवार सुबह क्षेत्र में पहुंच गए।

कोयला आवंटन में गड़बड़ी सरकार ने मानी

Coal blocks allocation Centre tells SC something went wrong
सरकार ने अच्छी मंशा से ही कोयला ब्लॉक आवंटित करने के फैसले लिए थे, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि कुछ गलतियां हुई हैं। इन गलतियों से बचने के लिए बेहतर तरीका अपनाया जा सकता था।

- गुलाम ई. वाहनवती

कोल ब्लॉक घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट में घिरी केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को यह स्वीकार किया कि कोयला खदानों के आवंटन में कहीं कुछ गलत हुआ है।

इससे ज्यादा बेहतर तरीके से काम किया जा सकता है। जबकि पहले सरकार का कहना था कि आवंटन तो महज आशय पत्र है। इससे प्राकृतिक संसाधनों पर कंपनियों को कोई अधिकार नहीं प्राप्त होता। मगर आवंटन में सीमित भूमिका निभाने वाले सात राज्यों के जवाब के बाद केंद्र के रुख का सुर बदल गया।

जस्टिस आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष केंद्र की ओर से पेश हुए अटॉर्नी जनरल गुलाम ई वाहनवती ने कोयला खदानों के आवंटन में सरकार की गलती स्वीकार करते हुए कहा कि हमने ईमानदारी से निर्णय किए। लेकिन लगता है कि कुछ गलत हुआ है। हम कह सकते हैं कि कहीं कुछ गलत हुआ है और कुछ सुधार करने की जरूरत है।

वाहनवती ने यह प्रतिक्रिया उस समय व्यक्त की, जब न्यायाधीशों ने कहा कि यह कवायद कहीं अधिक बेहतर तरीके से की जा सकती थी। अटॉर्नी जनरल ने कहा, 'यह सब कुछ ज्यादा बेहतर तरीके से किया जा सकता था। मैं आपके विचार से सहमत हूं।'

मसले पर रुख स्पष्ट करे सरकार
दरअसल पीठ ने सुनवाई के शुरू होते ही चुनिंदा कोयला खदानों के आवंटन निरस्त करने के प्रति केंद्र के दृष्टिकोण के संबंध में अटॉर्नी जनरल से जानना चाहा। अटॉर्नी जनरल ने जवाब में कहा कि सरकार अगले सप्ताह इस मसले पर अपना रुख स्पष्ट करेगी।

सितंबर, 2013 में अटॉर्नी जनरल ने कहा था कि कोयला खदानों का आवंटन तो महज आशय पत्र है। यह प्राकृतिक संसाधनों पर कंपनियों को कोई अधिकार नहीं देता, जिसके बारे में राज्य सरकार ही निर्णय करेंगी।

वाहनवती ने तब यह भी कहा था कि कंपनियों को कोयला खदान आवंटित करने का निर्णय तो पहला चरण है और तमाम मंजूरी प्राप्त करने के बाद जब कंपनियां खनन शुरू करेंगी। तभी उन्हें कोयले पर अधिकार मिलेगा।

मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल जैसे खनन वाले राज्यों ने शीर्षस्थ अदालत से कहा था कि कोयला खदानों के आवंटन पर पूरी तरह से केंद्र का नियंत्रण है। इस मामले में उनकी भूमिका तो बहुत ही कम है।

सर्वोच्च अदालत इस मामले में कोयला खदानों के आवंटन के नियमों का उल्लंघन किए जाने के आधार पर 1993 से किए गए आवंटनों को निरस्त करने के लिए दायर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। इन याचिकाओं में आरोप लगाया गया है कि इस प्रक्रिया के दौरान चुनिंदा कंपनियों को लाभ पहुंचाया गया है।

राज्यों ने भी केंद्र को बताया जिम्मेदार

राज्यों ने भी कोल ब्लॉक आवंटन में गड़बड़ी के लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है।

पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के वकीलों ने दलील दी कि कोयला ब्लॉकों के आवंटन में उनकी भूमिका नगण्य थी।

उन्होंने कहा कि आवंटन में अनियमितताओं के लिए केंद्र ही जिम्मेदार है। बुधवार को महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश जैसे कांग्रेस शासित राज्यों ने भी कोल ब्लॉक आवंटन में अपनी भूमिका से इंकार कर चुके हैं।

इस्तीफा दें प्रधानमंत्री: भाजपा
भाजपा ने अटार्नी जनरल की ओर से कोल ब्लाक आवंटन में चूक की बात स्वीकार किए जाने के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग दोहराई है।

पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि सरकार के वकील ने खुद यह बात मानी है कि कोल ब्लाक आवंटन यदि पारदर्शी तरीके से किया जाता तो अच्छा होता।

ऐसे में घोटाले की जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उस समय कोयला मंत्रालय वही संभाल रहे थे और सारे आवंटन उनके ही हस्ताक्षर से हुए।

अब सड़क पर बैठेगी ‘आप’ की सरकार

aap party janta darbar start on saturday
भ्रष्टाचार के खिलाफ हेल्पलाइन नंबर जारी के बाद अब दिल्ली सरकार ने जनता की समस्याओं को सुलझाने के लिए सड़क पर बैठने का फैसला किया है।

हर शनिवार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने सभी मंत्रियों के साथ सचिवालय में सामने मुख्य सड़क पर लोगों से मुलाकात करेंगे। यहां मौके पर ही लोगों की समस्याएं दूर करने की कोशिश की जाएगी।

11 जनवरी की सुबह 9:30 बजे से शुरू होने वाली बैठक 11 बजे तक चलेगी। इसके बाद दिल्ली सरकार का एक मंत्री रोजाना लोगों से मुलाकात करेगा।

अरविंद केजरीवाल ने बताया कि लोगों की शिकायतें तो सिर्फ बीमारी का लक्षण हैं। असल बीमारी कहीं और है। हमने इस तरह की गलत नीतियां बना रखी हैं, जिसमें शिकायतें खुद ही पैदा होती हैं।

जब तक पूरा सिस्टम नहीं सुधरता, तब तक शिकायतों की फेहरिस्त छोटी नहीं हो सकती। सरकार इस दिशा में काम रही है। फिर भी, इस बीच हम नहीं कह सकते हैं कि लोगों की शिकायतें दूर नहीं होंगी।

एसएमएस बनेगा फीडबैक का जरिया
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि समस्या का समाधान होने के बाद शिकायकर्ता के मोबाइल पर एक एसएमएस भेजा जाएगा। शिकायतकर्ता हां-ना में जवाब देकर अपना फीडबैक देगा।

अगर कोई समाधान से संतुष्ट नहीं है तो इसके लिए वॉलंटियर की एक टीम बनाई गई है। वॉलंटियर शिकायतकर्ता से निजी तौर पर मुलाकात करेंगे और उसकी परेशानी जानने की कोशिश होगी।

समय-सीमा को बनाया जाएगा व्यवहारिक
मुख्यमंत्री ने बताया कि काम पूरा करने की समय सीमा पहले की सरकार ने तय कर रखी है। फिर भी, अधिकारियों से बात करके इसे व्यवहारिक बनाया जाएगा।

इस दौरान उन्होंने माना कि शुरुआत में हजारों शिकायतें आएंगी। लिहाजा सभी समस्याओं को दूर करने का दावा नहीं किया जा सकता। फिर भी, उन्होंने उम्मीद जताई कि धीरे-धीरे लोगों की शिकायतेें कम होंगी और तयशुदा समय में इन्हें दूर किया जा सकेगा।

अधिकारी भी रहेंगे मौजूद
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि डीडीए, एमसीडी और दिल्ली पुलिस सीधे तौर पर दिल्ली सरकार के अधीन नहीं हैं। लेकिन इसके लिए उपराज्यपाल से बात की गई है।

उपराज्यपाल ने तीनों विभागों को चिट्ठी लिखी है कि बैठक में उसके वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहें। उनके लोगों को इस दौरान रहना पड़ेगा।

मौके पर ही शिकायतों का निपटारा
ऐसी शिकायतें, जिनका मौके पर ही होगा निपटारा। मसलन बीमार आदमी, जिसे अस्पताल में दाखिल होना है। इस समस्या को तुरंत फोन पर बात कर हल किया जाएगा।

कुछ शिकायतें ऐसी होंगी, जिसमें लोगों को बता दिया जाएगा कि कितने दिन में उसका निपटारा होगा।

ऐसी शिकायतें भी आएंगी, जिनमें नीतिगत बदलाव की जरूरत है। इसमें समय लगेगा। यह शिकायतें मंत्रियों को दे दी जाएंगी। कुछ चिट्ठियां ऐसी भी होंगी, जो शिकायत से ज्यादा सुझाव होंगी।

इसके लिए अलग से सिस्टम बनाया जा रहा है। बेहतर सुझावों पर काम होगा। इसके अलावा मिली-जुली शिकायतें भी होंगी। ऐसी शिकायतें, जिनका सरकार से कोई वास्ता नहीं।

यह कमेटी चुनेगी कांग्रेस के लिए लोकसभा उम्मीदवार

congress names screening committees for selection of LS candidates
आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में उम्मीदवारों के चयन के लिए स्क्रीनिंग कमेटियों की घोषणा कर दी है।

कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने बताया कि 2014 के आम चुनावों के लिए स्क्रीनिंग कमेटियों को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंजूरी दे दी है।

सूत्रों ने बताया कि 17 जनवरी को होने वाली कांग्रेस की बैठक के बाद ये समितियां अपना काम करना शुरू कर देंगी। 17 जनवरी को कांग्रेस राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी चाहते हैं कि लोकसभा चुनावों से पहले समय रहते ही उम्मीदवारों की घोषणा कर देनी चाहिए ताकि उन्हें तैयारियों के लिए उचित समय मिल जाए।

इसलिए माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक 150 से 200 उम्मीदवारों की सूची सामने आ सकती है। लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं और इस तरह से उम्मीदवारों को तैयारियों के लिए तीन महीने का समय मिल जाएगा।

द्विवेदी ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिवों को सभी राज्यों की स्क्रीनिंग कमेटियों का सदस्य बनाया गया है। जबकि प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता इसके सदस्य होंगे।

पार्टी के फैसलों में पारदर्शिता को बढ़ाने के उद्देश्य से राहुल गांधी की पहल पर इस तरह की स्क्रीनिंग कमेटी बनाने का फैसला लिया गया है। विवाद के बाद रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले पवन कुमार बंसल को पार्टी में फिर बड़ी भूमिका दी गई है।

उन्हें गुजरात, राजस्थान समेत दादर नागर हवेली व दमन एवं दीव जैसे राज्यों का इंचार्ज बनाया गया है। राहुल के करीबी जितेंद्र सिंह को उत्तर प्रदेश की स्क्रीनिंग कमेटी का इंचार्ज बनाया गया है जबकि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और अंडमान निकोबार पैनल की अध्यक्षता करेंगे।

कांग्रेस सांसद व प्रवक्ता पीसी चाको दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब के पैनल की अध्यक्षता करेंगे। भुवनेश्वर कालिता हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व जम्मू कश्मीर के चेयरमैन होंगे जबकि वी नारायणसामी अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और त्रिपुरा के अध्यक्ष होंगे।

मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्षता मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे और व्यालार रवि आंध्र प्रदेश, गोवा और कर्नाटक पैनल के चेयरमैन होंगे।

गुलाम नबी आजाद के हाथों में केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी और तमिलनाडु की बागडोर होगी जबकि आस्कर फर्नांडीज को ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के पैनल का अध्यक्ष बनाया गया है।

दूसरों की जिंदगी बचा खुद खाक हो गए ‘फरिश्ते’

Poignant story of burning train in banda-doon express
बांद्रा-देहरादून एक्सप्रेस की बोगी आग की लपटों से घिर गई। यात्री जान बचाने के लिए चीखने-चिल्लाने लगे। हर यात्री अपनी जान बचाने की जुगत में था।

इसी बीच दुबले-पतले से दो युवक आग की लपटों के बीच ट्रेन की चेन खींचने की कोशिश करने लगे।

एक के कपड़ों मे आग लग गई, लेकिन उसने कोशिश जारी रखी और अंतत: ट्रेन रुक गई मगर यह फरिश्ता देखते ही देखते आग के हवाले हो गया और दूसरे का भी कुछ पता नहीं चला।

लोगों को बचाते हुए खुद कहीं गुम हो गया
सहारनपुर पहुंचे प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों ने इस मंजर का जिक्र छेड़ा तो इन फरिश्तों के प्रति कृतज्ञता में उनकी आंखें भर आईं। इन फरिश्तों का यह बलिदान ही था कि अनेक यात्री बोगी से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।

गुरुवार की शाम 4.15 बजे यह ट्रेन जब यहां पहुंची तो अग्निकांड का खौफनाक मंजर का खौफ सुरक्षित बचे लोगों की आंखों में साफ दिखाई दे रहा था।

यात्रियों ने बताया कि जलती ट्रेन में उस युवक की बहादुरी और आंखों के सामने उसका जिंदा जल जाना बार-बार सामने आ रहा है।

डबडबाती आंखों से बोले, कुछ मत पूछो अगर आज हम जिंदा हैं तो उन्हीं दो फरिश्तों के कारण। आग धीरे-धीरे फैल रही थी मगर, वे इसकी परवाह किए बिना ही चेन खींचकर ट्रेन को रोकने की कोशिश करते रहे।

अफसोस, वे नहीं बचे मगर सैकड़ों लोगों की जिंदगी बचा गए। ट्रेन रुकने के बाद हम सभी यात्रियों की निगाहें उन फरिश्तों को ही तलाश रही थीं, लेकिन अफसोस की वे नहीं मिले।


पावनी ने बचा ली परिवार की जान

बांद्रा देहरादून एक्सप्रेस में अग्निकांड के खौफनाक मंजर के बीच मौत के मुंह से सुरक्षित निकलने वाले प्रभात के परिवार ने जलती ट्रेन की पूरी कहानी बताई।

यह परिवार है देहरादून के डोईवाला के रहने वाले प्रभात और प्रभा का। बांद्रा से आते समय यह परिवार भी दर्दनाक आग के घिरे कोच में फंस चुका था।

मुखिया प्रभात और उनकी बीवी प्रभा ने बताया पहले वह हादसे का शिकार कोच एस-2 में ही सवार थे। आग तो रात करीब एक बजे के आसपास ही लग चुकी थी। लेकिन वे कोच में गहरी नींद में थे।

उनके साथ ही बेटियां पावनी और परिचि बराबर की सीट पर थीं। करीब डेढ़-दो बजे अचानक शोर शुरू हुआ। पावनी के रोने पर वे लोग उठे। कोच की ओर बढ़ती आग के मंजर ने उनके होश उड़ा दिए।

उनकी बोगी में उन्हें पांच यात्री भागते दौड़ते नजर आए। फिर तो वह भी सामान छोड़कर रुकी चुकी गाड़ी से बच्चों को लेकर नीचे कूदे।

नीचे उतरने के बाद तीन कोचों में आग की जो हालत देखी उसे याद करके दिल कांप जाता है। अब भी यकीन नहीं हो रहा कि वे सुरक्षित देहरादून की ओर जा रहे हैं।

लालू ने राहुल को गिनाए गठबंधन के फायदे

Lalu prasad meets Rahul gandhi
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की।

लालू यादव ने राहुल को समझाया है कि अगर कांग्रेस, रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल एक साथ चुनाव लड़ती है तो इससे बिहार की नीतीश सरकार को हराया जा सकता है।

लालू के समझाने की जरूरत इसलिए भी पड़ी है क्योंकि राहुल गठबंधन के सबसे ज्यादा विरोधी रहे हैं। वह राज्यों में अपने बलबूते चुनाव लड़ने के हिमायती रहे हैं।

बिहार में लालू यादव के साथ गठबंधन को लेकर राहुल गांधी ही सबसे बड़ी बाधा माने जा रहे हैं। कांग्रेस के कई नेता मानते हैं कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी अपनी शर्तों पर लालू यादव और रामविलास पासवान के साथ गठबंधन करने के पक्ष में हैं। मगर राहुल गांधी फिलहाल मन नहीं बना पा रहे हैं।

बृहस्पतिवार को हुई बैठक के बारे में हालांकि दोनों पक्षों की ओर से कुछ कहा नहीं गया है। मगर कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि लालू यादव की मुलाकात का नतीजा आने वाले दिनों में सामने आने की संभावना है।

राहुल के करीबी कई युवा नेता कहते है कि मौजूदा राजनीतिक हालातों में कांग्रेस उपाध्यक्ष भी 'एकला चलो' की नीति को पूरी तरह से व्यवहारिक नहीं मान रहे हैं। वैसे तो अभी बिहार में गठबंधन को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है।

सरकार ने माना, कोयला आवंटन में हुई गड़बड़ी

Coal blocks allocation Centre tells SC something went wrong
सरकार ने अच्छी मंशा से ही कोयला ब्लॉक आवंटित करने के फैसले लिए थे, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि कुछ गलतियां हुई हैं। इन गलतियों से बचने के लिए बेहतर तरीका अपनाया जा सकता था।

- गुलाम ई. वाहनवती

कोल ब्लॉक घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट में घिरी केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को यह स्वीकार किया कि कोयला खदानों के आवंटन में कहीं कुछ गलत हुआ है।

इससे ज्यादा बेहतर तरीके से काम किया जा सकता है। जबकि पहले सरकार का कहना था कि आवंटन तो महज आशय पत्र है। इससे प्राकृतिक संसाधनों पर कंपनियों को कोई अधिकार नहीं प्राप्त होता। मगर आवंटन में सीमित भूमिका निभाने वाले सात राज्यों के जवाब के बाद केंद्र के रुख का सुर बदल गया।

जस्टिस आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष केंद्र की ओर से पेश हुए अटॉर्नी जनरल गुलाम ई वाहनवती ने कोयला खदानों के आवंटन में सरकार की गलती स्वीकार करते हुए कहा कि हमने ईमानदारी से निर्णय किए। लेकिन लगता है कि कुछ गलत हुआ है। हम कह सकते हैं कि कहीं कुछ गलत हुआ है और कुछ सुधार करने की जरूरत है।

वाहनवती ने यह प्रतिक्रिया उस समय व्यक्त की, जब न्यायाधीशों ने कहा कि यह कवायद कहीं अधिक बेहतर तरीके से की जा सकती थी। अटॉर्नी जनरल ने कहा, 'यह सब कुछ ज्यादा बेहतर तरीके से किया जा सकता था। मैं आपके विचार से सहमत हूं।'

मसले पर रुख स्पष्ट करे सरकार
दरअसल पीठ ने सुनवाई के शुरू होते ही चुनिंदा कोयला खदानों के आवंटन निरस्त करने के प्रति केंद्र के दृष्टिकोण के संबंध में अटॉर्नी जनरल से जानना चाहा। अटॉर्नी जनरल ने जवाब में कहा कि सरकार अगले सप्ताह इस मसले पर अपना रुख स्पष्ट करेगी।

सितंबर, 2013 में अटॉर्नी जनरल ने कहा था कि कोयला खदानों का आवंटन तो महज आशय पत्र है। यह प्राकृतिक संसाधनों पर कंपनियों को कोई अधिकार नहीं देता, जिसके बारे में राज्य सरकार ही निर्णय करेंगी।

वाहनवती ने तब यह भी कहा था कि कंपनियों को कोयला खदान आवंटित करने का निर्णय तो पहला चरण है और तमाम मंजूरी प्राप्त करने के बाद जब कंपनियां खनन शुरू करेंगी। तभी उन्हें कोयले पर अधिकार मिलेगा।

मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल जैसे खनन वाले राज्यों ने शीर्षस्थ अदालत से कहा था कि कोयला खदानों के आवंटन पर पूरी तरह से केंद्र का नियंत्रण है। इस मामले में उनकी भूमिका तो बहुत ही कम है।

सर्वोच्च अदालत इस मामले में कोयला खदानों के आवंटन के नियमों का उल्लंघन किए जाने के आधार पर 1993 से किए गए आवंटनों को निरस्त करने के लिए दायर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। इन याचिकाओं में आरोप लगाया गया है कि इस प्रक्रिया के दौरान चुनिंदा कंपनियों को लाभ पहुंचाया गया है।

राज्यों ने भी केंद्र को बताया जिम्मेदार

राज्यों ने भी कोल ब्लॉक आवंटन में गड़बड़ी के लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है।

पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के वकीलों ने दलील दी कि कोयला ब्लॉकों के आवंटन में उनकी भूमिका नगण्य थी।

उन्होंने कहा कि आवंटन में अनियमितताओं के लिए केंद्र ही जिम्मेदार है। बुधवार को महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश जैसे कांग्रेस शासित राज्यों ने भी कोल ब्लॉक आवंटन में अपनी भूमिका से इंकार कर चुके हैं।

इस्तीफा दें प्रधानमंत्री: भाजपा
भाजपा ने अटार्नी जनरल की ओर से कोल ब्लाक आवंटन में चूक की बात स्वीकार किए जाने के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग दोहराई है।

पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि सरकार के वकील ने खुद यह बात मानी है कि कोल ब्लाक आवंटन यदि पारदर्शी तरीके से किया जाता तो अच्छा होता।

ऐसे में घोटाले की जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उस समय कोयला मंत्रालय वही संभाल रहे थे और सारे आवंटन उनके ही हस्ताक्षर से हुए।