यूपी पुलिस के मुखिया की कुर्सी खाली होने से पहले ही भर गई है।
डीजीपी देवराज नागर का मंगलवार को भव्य समारोह में विदाई दी गई।
हालांकि, उनके दफ्तर छोड़ने से पहले यह भी तय होगा कि सूबे का नया डीजीपी कौन होगा।
महकमे के सर्वोच्च पद पर तैनात होने के लिए ज्यादातर अर्ह अधिकारी अपनी-अपनी जुगत में लगे हुए थे, लेकिन बाजी मारी ली डीजी रेलवे रिजवान अहमद ने।
इन पांच के थे नाम
कुछ समय पहले तक डीजीपी पद के लिए पांच अधिकारियों के नाम पर चर्चा चल रही थी। इनमें रिजवान अहमद, अरुण कुमार गुप्ता, एएल बनर्जी, रंजन द्विवेदी और सुव्रत त्रिपाठी के नाम शामिल थे।
तस्वीरों में देखिए: यूपी: पुलिस मुखिया का आखिरी सलाम और पैगाम
रिजवान की पहले ही मजबूत थी पकड़
दौड़ में शामिल लोगों में से सबसे अधिक पहुंच रखने वाले डीजी रेलवे रिजवान अहमद थे। रिजवान अहमद अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रह चुके हैं। गोरखपुर और कानपुर का आईजी रहने के साथ ही डीआईज़ी गोरखपुर और कई जिलों के कप्तान भी रहे।
हालांकि, उनकी सेवा निवृत्ति में अधिक समय नहीं है और वह फरवरी में रिटायर होने वाले हैं।
डीजीपी देवराज नागर का मंगलवार को भव्य समारोह में विदाई दी गई।
हालांकि, उनके दफ्तर छोड़ने से पहले यह भी तय होगा कि सूबे का नया डीजीपी कौन होगा।
महकमे के सर्वोच्च पद पर तैनात होने के लिए ज्यादातर अर्ह अधिकारी अपनी-अपनी जुगत में लगे हुए थे, लेकिन बाजी मारी ली डीजी रेलवे रिजवान अहमद ने।
इन पांच के थे नाम
कुछ समय पहले तक डीजीपी पद के लिए पांच अधिकारियों के नाम पर चर्चा चल रही थी। इनमें रिजवान अहमद, अरुण कुमार गुप्ता, एएल बनर्जी, रंजन द्विवेदी और सुव्रत त्रिपाठी के नाम शामिल थे।
तस्वीरों में देखिए: यूपी: पुलिस मुखिया का आखिरी सलाम और पैगाम
रिजवान की पहले ही मजबूत थी पकड़
दौड़ में शामिल लोगों में से सबसे अधिक पहुंच रखने वाले डीजी रेलवे रिजवान अहमद थे। रिजवान अहमद अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रह चुके हैं। गोरखपुर और कानपुर का आईजी रहने के साथ ही डीआईज़ी गोरखपुर और कई जिलों के कप्तान भी रहे।
हालांकि, उनकी सेवा निवृत्ति में अधिक समय नहीं है और वह फरवरी में रिटायर होने वाले हैं।