आम आदमी पार्टी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए रोहिणी के निवासियों ने स्थानीय विधायक राजेश गर्ग को बुधवार को बंधक बना लिया।
करीब पांच घंटे तक आम लोगों की कैद से छूटने में नाकाम रहने के बाद विधायक ने शाम को खुद ही घरने पर बैठने का ऐलान कर दिया। राजेश गर्ग के मुताबिक, जब तक लोगों की मांग पूरी नहीं होती, वह मौके से नहीं हटेंगे। दिन-रात उनका धरना जारी रहेगा।
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दरअसल, समयपुर बादली इंडस्ट्रियल एरिया में डीएसआईआईडीसी ने एक कारोबारी को एक प्लॉट अलॉट किया था। इसी प्लॉट से स्थानीय निवासियों की निकासी का रास्ता भी था। चुनाव से पहले डीएसआईआईडीसी ने प्लॉट पर एक दीवार खड़ी दी। इससे रास्ता बंद हो गया।
चुनाव के दौरान स्थानीय निवासियों ने इसे हटाने की मांग आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने से की थी। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि उस समय केजरीवाल दीवार हटवाने का वायदा भी किया था। लेकिन सरकार बनी और चली भी गई, आम आदमी पार्टी ने लोगों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया।
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वहीं, बुधवार करीब 11 बजे स्थानीय विधायक राजेश गर्ग डीएसआईआईडीसी अधिकारियों के साथ मौके का मुआयना करने पहुंचे। इस पर लोगों ने उन्हें बंधक लिया। स्थानीय निवासियों का कहना था कि जब तक दीवार नहीं हटाई जाती विधायक को नहीं छोड़ा जाएगा।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस भी राजेश गर्ग को छुड़ाने में नाकाम रही। करीब पांच घंटे तक राजेश गर्ग दलील देते रहे कि जमीन पर मालिकाना हक का मामला जांच का विषय है। लेकिन जनता को सहूलियत देना भी जरूरी है। बगैर लोगों के कैद से निकले उपराज्यपाल तक लोगों की फरियाद नहीं पहुंचाई जा सकेगी। लेकिन स्थानीय निवासियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
देर शाम तक कैद से निकलने में नाकाम रहे विधायक ने धरने पर बैठने पर ऐलान कर दिया। राजेश गर्ग ने बताया कि अभी तक हमें आम लोगों ने बंधक बनाया था, लेकिन अब हम खुद धरने पर बैठे हैं। जब तक दीवार नहीं गिराई जाएगी, वह यहां से नहीं उठेंगे।
करीब पांच घंटे तक आम लोगों की कैद से छूटने में नाकाम रहने के बाद विधायक ने शाम को खुद ही घरने पर बैठने का ऐलान कर दिया। राजेश गर्ग के मुताबिक, जब तक लोगों की मांग पूरी नहीं होती, वह मौके से नहीं हटेंगे। दिन-रात उनका धरना जारी रहेगा।
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दरअसल, समयपुर बादली इंडस्ट्रियल एरिया में डीएसआईआईडीसी ने एक कारोबारी को एक प्लॉट अलॉट किया था। इसी प्लॉट से स्थानीय निवासियों की निकासी का रास्ता भी था। चुनाव से पहले डीएसआईआईडीसी ने प्लॉट पर एक दीवार खड़ी दी। इससे रास्ता बंद हो गया।
चुनाव के दौरान स्थानीय निवासियों ने इसे हटाने की मांग आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने से की थी। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि उस समय केजरीवाल दीवार हटवाने का वायदा भी किया था। लेकिन सरकार बनी और चली भी गई, आम आदमी पार्टी ने लोगों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया।
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वहीं, बुधवार करीब 11 बजे स्थानीय विधायक राजेश गर्ग डीएसआईआईडीसी अधिकारियों के साथ मौके का मुआयना करने पहुंचे। इस पर लोगों ने उन्हें बंधक लिया। स्थानीय निवासियों का कहना था कि जब तक दीवार नहीं हटाई जाती विधायक को नहीं छोड़ा जाएगा।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस भी राजेश गर्ग को छुड़ाने में नाकाम रही। करीब पांच घंटे तक राजेश गर्ग दलील देते रहे कि जमीन पर मालिकाना हक का मामला जांच का विषय है। लेकिन जनता को सहूलियत देना भी जरूरी है। बगैर लोगों के कैद से निकले उपराज्यपाल तक लोगों की फरियाद नहीं पहुंचाई जा सकेगी। लेकिन स्थानीय निवासियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
देर शाम तक कैद से निकलने में नाकाम रहे विधायक ने धरने पर बैठने पर ऐलान कर दिया। राजेश गर्ग ने बताया कि अभी तक हमें आम लोगों ने बंधक बनाया था, लेकिन अब हम खुद धरने पर बैठे हैं। जब तक दीवार नहीं गिराई जाएगी, वह यहां से नहीं उठेंगे।