Sunday, January 5, 2014

बीएड का क्रेज घटा, बढ़ेंगी बीटीसी की सीटें

now 2100 more seats in BTC soon
बीएड का क्रेज कम होते ही प्रदेश में बीटीसी के निजी कॉलेज धड़ाधड़ खुलते जा रहे हैं। पांच साल पहले जहां 40 निजी बीटीसी कॉलेज हुआ करते थे, वहीं यह संख्या 623 तक पहुंच गई।

अब इसमें 42 और कॉलेज जुड़ने जा रहे हैं। इन कॉलेजों में 2100 सीटें होंगी और इन पर इसी सत्र में प्रवेश दिए जाने की संभावना है।

राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शीघ्र ही संबद्धता प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। शासन स्तर पर उच्चाधिकारियों की बैठक में इस संबंध में काफी हद तक सहमति बन गई है।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को शासन शीघ्र ही निर्देश देने वाला है। सूबे के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक बनने की योग्यता स्नातक व बीटीसी है।

पहले शिक्षकों की कमी को देखते हुए बीएड वालों को छह माह का विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण देकर सहायक अध्यापक बनाया जाता था।

लेकिन जब से बीएड वालों को प्राइमरी टीईटी की परीक्षा से वंचित किया गया है, तब से बीटीसी का क्रेज तेजी से बढ़ा है। इसका फायदा निजी कॉलेज प्रबंधन भी उठाने चाहते हैं।

इसलिए बीएड को छोड़कर बीटीसी कॉलेज खोलने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। एससीईआरटी से इस साल बीटीसी कॉलेज खोलने के लिए 367 संस्थाओं को संबद्धता दी जा चुकी है।

इन कॉलेजों में इसी साल प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जानी है। इस बीच 42 और कॉलेजों को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने मान्यता दी है।

मान्यता के साथ इन्हें वर्ष 2014-15 में छात्र आवंटन की बात कही गई थी, पर इन कॉलेजों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो फैसला इनके पक्ष में आया।

अब इन कॉलेजों को चालू सत्र यानी 2013-14 में ही संबद्धता देते हुए छात्रों का आवंटन किया जाएगा।

श्रीहरिकोटा से GSLV-D5का सफल प्रक्षेपण

ISRO to launch GSLV-D5 with redesigned cryogenic engine
देश में निर्मित क्रायोजेनिक इंजन के इस्तेमाल से जीएसएलवी डी-5 को आज सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करके भारत इस क्षेत्र में महारत हासिल कर चुके विश्व के कुछ चुनिंदा राष्ट्रों के समूह में शामिल हो गया।

श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द, के दूसरे प्रक्षेपण पैड से 16.18 बजे जीएसएलवी डी-5 को प्रक्षेपित किया गया। इसके प्रक्षेपण के एक हजार सेकेंड के कुछ क्षण बाद इसने संचार उपग्रह जीसैट 14 को भूस्थैतिक कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया। इस उपग्रह का वजन 1982 किलोग्राम है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों के जटिल क्रायोजेनिक प्रौद्योगिकी के विकसित कर लेने से उनका मनोबल बढेगा। वैज्ञानिक भारी उपग्रह ले जाने वाले जीएसएलवी मार्क तृतीय को विकसित करने में भी जुटे हैं।

दो टन से अधिक वजनी संचार उपग्रह को भूस्थैतिक कक्षा में स्थापित करने के वास्ते इसे ले जाने वाले राकेट के लिये क्रायोजेनिक इंजन जरूरी होता है।

इसरो वर्ष 2016 में चन्द्रयान-2 को प्रक्षेपित करने के लिये क्रायोजेनिक इंजन से लैस जीएसएलवी का प्रयोग करेगा।
श्रवण अजय

पहली बार तो क्रायोजेनिक इंजन का एक क्लिक करें बूस्टर पंप जाम हो गया था और दूसरी बार जब क्रिस्मस के दिन इसका लांच हुआ था तो इसके कुछ कनेक्टर फेल हो गए थे। इस कारण राकेट को हवा में ही ध्वस्त करना पड़ा।

लेकिन पिछली बार अगस्त 2013 में इसरो को इस समय एक बड़ा धक्का लगा जब 74 मिनट पहले इसी राकेट में एक लीक पकड़ा गया था।

इसमें करीब 750 किलोग्राम ईंधन का रिसाव हो गया था और अगर इस रिसाव को पकड़ा नहीं जाता तो उस समय हिंदुस्तान के राकेट लांच पैड को काफी नुकसान हो सकता था।

80 हाथियों का वजन
अब इसरों इस राकेट में काफी सुधार करने के बाद इसे एक बार फिर लांच करने के लिए तैयार है। ये हिंदुस्तान का बड़ा राकेट है और इससे हिंदुस्तान को काफी उम्मीदें हैं।

ये राकेट 49 मीटर ऊंचा है। मतलब 17 मंजिली बिल्डिंग के बराबर इसकी ऊंचाई है। करीब 419 टन का इसका वजन है। यह वजह 80 व्यस्क हाथियों के वजन के बराबर है।

हिंदुस्तान को इसकी काफी सख्त ज़रूरत है क्योंकि संचार संबंधी क्लिक करें उपग्रह को छोड़ने में इसी राकेट से मदद मिलेगी। अगर भारत इसके प्रक्षेपण में कामयाब हो जाता है तो वो अपने संचार उपग्रहों को इस राकेट से छोड़ पाएगा।

क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण
इससे काफी धन बचेगा क्योंकि अभी भारत इस काम के लिए फ्रांस के एक राकेट का इस्तेमाल करता है। इसके लिए भारत को कम से कम दोगुना कीमत चुकानी पड़ती है।

अगर इस राकेट का प्रक्षेपण कई बार सफल हो जाता है तो आप दुनिया भर से व्यावसायिक काम पा सकते है। दूसरे देशों के संचार उपग्रह भारत के लांच पैड से छोड़े जा सकेंगे।

इस राकेट के तीसरे चरण में एक क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल हो रहा है। क्रायोजेनिक इंजन में तरल हाइड्रोजन और तरल ऑक्सीजन का इस्तेमाल होता है, जो बरफ से भी बहुत कम तापमान पर काम करती है।

ये तकनीकी आज 20 साल पहले भारत को देने से इनकार की गई थी। अमरीका के दबाव में रूस ने इनकार किया था। तब से भारत इस तकनीकी के विकास में लगा है। जीएसएलवी की इस उड़ान में जो क्रायोजेनिक इंजन लगा है वो भारत का अपना बनाया हुआ है। इसलिए इस प्रक्षेपण की कामयाबी बहुत ज़रूरी है। सेटेलाइट से अधिक अहमियत क्रायोजेनिक इंजन की है।

दुनिया के इनकार का जवाब
इसरो के अध्यक्ष डा के राधाकृष्णन ने मुझे बताया कि सेटेलाइट से अधिक जरूरी यह साबित करना है कि हमारा क्रायोजेनिक इंजन कामयाब हो सकता है। पिछले 20 साल में कोई ऐसा देश नहीं है जिसने क्रायोजेनिक इंजन की तकनीकी का विकास किया हो। यह काफी जटिल तकनीकी है।

पोखरण विस्फोट के बाद भारत को जब यह तकनीकी देने से इनकार कर दिया गया तब से भारत इसे बनाने में लगा है। इसके विकास पर कई सौ करोड़ रुपए लग गए हैं, लेकिन अगर ये कामयाब हो जाता है तो भविष्य में भारत का काफी पैसा बचेगा।

इसलिए कल का प्रक्षेपण इसरो के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अगर कल का परीक्षण असफल हो जाता है तो फिर उन्हें शून्य से शूरुआत करनी पड़ेगी। लेकिन इसरो के वैज्ञानिक मुझे बता रहे हैं कि उन्हें पूरा भरोसा है कि कल का परीक्षण सफल होगा।

किसी राकेट को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने के दौरान उसका ईंधन भी साथ में ले जाना पड़ता है। ऐसे में सबसे हल्का ईंधन तरल हाईड्रोजन और तरल ऑक्सीजन है और उसे जलाने पर सबसे अधिक ऊर्जा मिलती है।

क्रायोजेनिक इंजन के फायदे
बहुत कम भार में अगर किसी चीज को बहुत दूर भेजना है तो इसके लिए क्रायोजेनिक इंजन का प्रयोग किया जाता है। भारत ने इससे पहले एक बार अपने क्रायोजेनिक इंजन के साथ उड़ान भरी है लेकिन वो असफल हो गया था।

यह दूसरी बार है जब भारत अपना क्रायोजेनिक इंजन इस्तेमाल कर रहा है और उम्मीद है कि इस बार यह कामयाब होगा। मुख्य बात यह है कि राकेट कितनी तेजी से जा रहा है और राकेट के साथ जितना कम वजन होगा वो उतनी अधिक दूर तक जा सकेगा।

भारत ने हाल में जिस मंगलयान का प्रक्षेपण किया था, उसमें क्रायोजेनिक इंजन के इस्तेमाल की आवश्यकता नहीं थी। उसे क्लिक करें पोलर सेटेलाइट लांच व्हीकल से छोड़ा गया था, जिसमें क्रायोजेनिक इंजन नहीं लगाया जाता है।

भारत मंगलयान को छोड़ने के लिए जीएसएलवी का इंतजार करने की अवस्था में नहीं था। जीएसएलवी इस समय परीक्षण की अवस्था में है। वो अभी कामयाब राकेट नहीं है।

अंतरिक्ष में बादशाहत की होड़
जब इसके तीन सफल परीक्षण हो जाएंगे तो इसे प्रक्षेपणयोग्य राकेट मान लिया जाएगा। मंगलयान का मुख्य उद्देश्य यह कि भारत मंगल तक पहुंच जाए और चीन से पहले पहुंच जाए।

अगर मंगलयान को जीएसएलवी से भेजा जाता और भारत चीन से पिछड़ जाता तो इससे उसे काफी मायूसी होती। मंगलयान अभियान अभी जारी है, लेकिन अभी तक के उसके सफर में हमारे छोटे राकेट ने उसे सही दिशा और सही गति दी है।

इस तरह मंगलयान के लिए अगर हमारे पास जीएसएलवी होता तो बहुत अच्छी बात होती लेकिन अगर नहीं है तो भी कोई बात नहीं। कल होने वाले प्रक्षेपण के साथ एक उपग्रह जी-सैट को भी भेजा जा रहा है। ये एक संचार उपग्रह है। यह बहुत महंगा उपग्रह नहीं है।

इस राकेट में खास तौर से क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण किया जाना है। अगर यह परीक्षण सफल हो जाता है तो यह इसरो और भारत के लिए बहुत बड़ी कामयाबी होगी।

मोदी के अभियान पर भी नहीं बदले भाजपाई

Modi movement not changes members
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के अभियान पर भी यूपी के भाजपाई नहीं बदले।

गुजरात के सरदार सरोवर में बनने वाली सरदार वल्लभ भाई पटेल की लौह प्रतिमा के लिए हर गांव से लोहा एकत्र करने का अभियान यूपी में 1 जनवरी से शुरू होना था, लेकिन यह अभियान चार दिन बाद भी जोर नहीं पकड़ पाया है।

हालत यह है कि भाजपा के प्रदेश मुख्यालय से भी अभी तक मीडिया को इस अभियान की कोई जानकारी नहीं दी गई है। इससे यही पता चलता है कि अभियान अभी ऐसी स्थिति में नहीं पहुंच पाया है जिसके बारे में जानकारी देने की जरूरत हो।

यूपी के भाजपाइयों के इस रवैये की जानकारी मिलने के बाद मोदी की टीम के कान खड़े हो गए हैं और उसने अब तक चले अभियान की समीक्षा का फैसला किया है।

इस बीच, लौह संग्रहण सहयोग समिति ने इस अभियान को रविवार से ब्लॉकों में शुरू करने का फैसला किया है। समिति के संयोजक ओमप्रकाश सिंह राजधानी की मोहनलालगंज तहसील के समेसी गांव से इसकी शुरुआत करेंगे।

पहले चरण के अभियान में कुछ खास न होने की जानकारी मिलने के बाद प्रदेश प्रभारी अमित शाह को अगले सप्ताह फिर लखनऊ भेजा जा रहा है।

उनके सात से नौ जनवरी तक लखनऊ में रहने की जानकारी है। लखनऊ प्रवास के दौरान शाह न सिर्फ अब तक चले लौह संग्रह अभियान की समीक्षा करेंगे, बल्कि इस बहाने यह भी पता लगाने की कोशिश करेंगे कि संगठन को बूथ व जमीनी स्तर पर सक्रिय और मजबूत बनाने का काम कहां तक पहुंच पाया है।

माना जा रहा है कि शाह की समीक्षा का उद्देश्य जहां भाजपाइयों को लौह संग्रह अभियान में जुटाना है, इस बात का भी आकलन करेंगे कि पार्टी के नेताओं की अभियान में क्या भूमिका रही उसी आधार पर फैसले किए जाएंगे।

यह है वजह
दरअसल मोदी के अभियान के सिलसिले में हुई रन फॉर यूनिटी में यूपी में कई जिलों में अपेक्षित भीड़ न जुटने और अब लौह संग्रह अभियान के पहले चार दिन प्रदेश प्रमुख भाजपा नेताओं के रवैये के बाद मोदी की टीम को यह साफ हो गया है कि ढर्रा बदला न गया तो यूपी में भाजपा को लेकर कोई चमत्कार नहीं होने वाला।

भले ही लौह संग्रहण सहयोग समिति को गैर राजनीतिक अभियान घोषित किया गया हो लेकिन इसके पीछे असली उद्देश्य तो पटेल के सहारे मोदी और भाजपा को उन लोगों के बीच पहुंचाना ही था जो भाजपा की पहुंच से दूर हैं।

इसीलिए शाह को भेजकर भाजपाइयों के पेंच कसने का फैसला किया गया है।

ट्रक ने ऑटो को टक्कर मारी, छह की मौत, एक घायल

truck-auto crash, 6 dead, one injured
चरखी दादरी-रोहतक प्रमुख सड़क मार्ग पर गांव बौंद कलां के समीप रविवार को घने कोहरे के चलते ट्रक व ऑटो की टक्कर होने के कारण ऑटो में सवार एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई।

सभी मृतक गांव फौगाट के एक ही परिवार के थे और सगाई की गोद की रस्म प्रक्रिया पूरी करने के लिए रोहतक जिले के गांव मायना जा रहे थे।

गांव बौंद कलां के समीप पहुंचने पर घने कोहरे के कारण ऑटो की सामने से आ रहे एक ट्रक से सीधी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए।

आवाज सुनकर आसपास से लोग दौडे़ और वाहन में फंसे घायलों को बाहर निकाला। घटना में राकेश कुमार के सगे भाई कृष्ण कुमार, मां रामेश्वरी देवी, बुआ प्रेम कुमारी, ताई इंद्रावती, ताऊ कमल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि प्रेम कुमारी की दोहती अंशिका 5 वर्ष व ऑटो चालक सुखविंदर गंभीर रूप से घायल हो गए।

दोनों घायलों को पीजीआई रोहतक ले जाया गया, जहां चालक सुखविंदर ने दम तोड़ दिया। बच्ची अंशिका की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।

घटना की सूचना मिलते ही बौंद थाना पुलिस व चरखी दादरी पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और सभी शवों को अस्पताल भिजवाया।

बौंद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद क्षेत्र में मातम का माहौल बना हुआ है।

घर में दुकान, तो देना होगा छह गुना टैक्स

6 times house tax on business from house
दिल्ली में जहां आम आदमी पार्टी की सरकार लोगों को राहत पर राहत दे रही है, वहीं उत्तर प्रदेश में लोगों पर महंगाई का भार डाला जा रही है।

प्रदेश में पांच वर्षों से चल रही कवायद के बाद व्यावसायिक भवनों से श्रेणीकरण के आधार पर हाउस टैक्स वसूली की व्यवस्था अंतत: लागू कर दी गई है।

प्रदेश के 13 नगर निगमों में घर का व्यावसायिक इस्तेमाल करने वालों को अब हाउस टैक्स की तुलना में दो से छह गुना तक अधिक जेब ढीली करनी होगी।

घरों में मोबाइल टावर या फिर अन्य किसी प्रकार का टावर लगाने वालों को चार गुना अधिक हाउस टैक्स भरना होगा।

इसके लिए उत्तर प्रदेश नगर निगम (संपत्ति कर) (द्वितीय संशोधन) नियमावली-2013 जारी कर दी गई है। विशेष सचिव नगर विकास श्रीप्रकाश सिंह ने इस संबंध में सभी नगर आयुक्तों को निर्देश भी भेज दिए हैं।

हालांकि, यह नियमावली इतनी चोरी-छिपे जारी की गई है कि इसकी जानकारी केवल नगर आयुक्तों को ही दी गई है।

उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय 13 नगर निगम लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद, इलाहाबाद, कानपुर, झांसी, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली, गोरखपुर, वाराणसी व सहारनपुर हैं।

नगर निगमों में मौजूदा समय मकानों से आवासीय और व्यावसायिक व कार्यालयों से अनावासीय हाउस टैक्स लेने की व्यवस्था लागू थी।

प्रदेश में वर्ष 2009 से व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से श्रेणीकरण के आधार पर हाउस टैक्स वसूली की कवायद चल रही थी।

विगत महीने कैबिनेट की बैठक में इस नियमावली को रखा गया था, जिस पर अंतिम निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत कर दिया गया था।

मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलने के बाद नगर विकास विभाग ने नियमावली जारी कर दी है। अब इसके आधार पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से हाउस टैक्स की वसूली की जाएगी।

जहां श्रेणीकरण के आधार पर टैक्स वसूली की जाएगी, वहीं वर्षा जल संचयन या भूगर्भ जल संचयन प्रणाली स्थापित करने वाले या 40 फीसदी क्षेत्र में वृक्षारोपण कराने वालों को वार्षिक मूल्य में दो प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

यही नहीं, किराएदार रखने वालों को भी इसकी सूचना नगर निगमों को देनी होगी।

मकानों में यदि 25 प्रतिशत क्षेत्रफल से अधिक बढ़ोतरी होती है या पुन: निर्माण कराया जाता है, तो संशोधित हाउस टैक्स भरना होगा।

ये 'हवाई' बाइक हुई लिम्का बुक में शामिल

unique byke selected in limca book
हवा से चलने वाली बाइक का नाम अब लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है।

इस बाइक की खासियत यह है कि पांच रुपये की हवा टंकी में भरवाकर आप आराम से 40 किलोमीटर तक का सफर कर सकते हैं।

इस बाइक को स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेंज के निदेशक डॉ. भरत राज सिंह ने तैयार किया है। इस बाइक पर दो लोग आराम से बैठकर चल सकते हैं। पर्यावरण को बचाने के मकसद से उन्होंने यह विशेष बाइक तैयार की है।

लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की फरवरी, 2014 में प्रकाशित होने वाली बुक में इसका नाम आप पढ़ेंगे।

एयर-ओ बाइक तैयार करने वाले डॉ. भरत राज सिंह कहते हैं कि विकासशील देशों में अधिकतर लोग बाइक से ही चलते हैं।

अगर भारत की ही बात की जाए तो यहां वर्ष 2011 के आंकड़ों के अनुसार 13 करोड़ कुल वाहन थे। इसमें से 10 करोड़ टू व्हीलर हैं।

ऐसे में पेट्रोल के बढ़ते दाम और पर्यावरण के असंतुलन की गहरी होती खाई के बीच यह बाइक काफी सफल है। इसे तैयार करने में करीब 84 हजार रुपये का खर्चा आता है और इसका पेटेंट डॉ. सिंह पहले ही करवा चुके हैं।

वह कहते हैं कि इस बाइक की टंकी में वाहनों के टायर में भरी जाने वाली हवा करीब 350 पौंड भरवाएं, जिसका खर्च केवल पांच रुपये आता है और आप आराम से 40 किलोमीटर तक इसे चला सकते हैं।

वह कहते हैं कि इस बाइक से अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तय की जा सकती है। इसका इंजन काफी छोटा है और यह बाइक हवा के प्रेशर के फॉर्मूले पर फर्राटा भरती है।

डॉ. सिंह दावा करते हैं कि इससे ग्लोबल वार्मिंग का खतरा कम हो सकता है। वह इस पर वर्ष 2006 से काम कर रहे थे और इसे फाइनल रूप से लांच वर्ष 2012 में किया गया।

इससे पहले बीबीएयू में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने बीते साल लगी एग्जीबिशन में इस बाइक की काफी तारीफ की थी।

'बीमार' समाजवादी एंबुलेंस पहुंचीं 'हॉस्पिटल'

reality of 108 ambulance service in city
जीवीके ईएमआरआई की 108 समाजवादी एंबुलेंस सेवा की सर्विसिंग का दौर शुरू हो गया है।

इसी कड़ी में लखनऊ में चल रही तेरह एंबुलेंस को सर्विसिंग के लिए गैराज पहुंचाया जा रहा है। मालूम हो कि गाड़ियों के रखरखाव और समय पर सर्विसिंग न होने से उसमें कई खामियां आ गई थी।

इसके मद्देनजर जीवीके -ईएमआरआई कंपनी के अधिकारियों ने अस्पतालों से चल रही 108 एंबुलेंस का मुआयना किया।

गाड़ियों की रिपोर्ट लेने के बाद उनको तेलीबाग रायबरेली रोड के देवीखेड़ा गांव स्थित एक गैराज में भेजा जाने लगा है।

सबसे ज्यादा खराबी नवल किशोर रोड स्थित चौपड़ अस्पताल की एंबुलेंस (यूपी 41, जी 0976) में थी। इस गाड़ी के पेसेंट केबिन में चढ़ने के लिए बीडिंग टूट चुकी थी।

गाड़ी की बॉडी कई जगह से पिचकी थी और जीपीएस समेत फर्स्ट एड बॉक्स को रोकने के लिए रस्सी का सहारा लिया गया था।

ध्यान रहे कि 108 समाजवादी एंबुलेंस की सर्विसिंग के लिए जीवीके-ईएमआरआई का कोई स्पेशल सर्विस सेंटर नहीं है।

'राहुल के पास योग्यता के नाम पर वंश की ताकत'

Bjp leader slam rahul gandhi on Dynasties
भाजपा ने प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल को सबसे योग्य उम्मीदवार करार दिए जाने के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान की क़ड़ी आलोचना की है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री को राहुल की उस साख के बारे में बताना चाहिए, जिसके आधार पर वह उन्हें सबसे योग्य उम्मीदवार बता रहे हैं।

उन्होंने राहुल की ऊंची साख के बारे में बात की लेकिन अच्छा होता वह इसका ब्योरा देते। राहुल की योग्यता सिर्फ यह है कि उनके खानदान के लोग प्रधानमंत्री रहे हैं।

खुद को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर न पेश किए जाने संबंधी मनमोहन के बयान पर भी वेंकैया ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अगर मनमोहन रिटायर नहीं होंगे तो लोग कांग्रेस को रिटायर कर देंगे।

दरअसल मनमोहन सिंह को अपने रिटायरमेंट की घोषणा करने की जरूरत नहीं थी। लोगों ने कांग्रेस को रिटायर करने का मन बना लिया है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के जो नतीजे हासिल हुए हैं उनसे यह साफ हो गया है।

मनमोहन सिंह की ओर से नरेंद्र मोदी को देश के लिए विनाशकारी बताने का जवाब देते हुए वेंकैया ने कहा कि मोदी कांग्रेस के लिए विनाशकारी साबित होंगे।

उन्होंने कहा कि इतिहास में मनमोहन सिंह इस देश के सबसे निष्प्रभावी, कमजोर और दब्बू प्रधानमंत्री करार दिए जाएंगे। उन्हें सबसे भ्रष्ट सरकार के प्रधानमंत्री के तौर पर याद किया जाएगा।

उन्हें एक ऐसे प्रधानमंत्री के तौर पर याद किया जाएगा, जिसने हर मायने में देश को अंधेरे में धकेल दिया। मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को निम्न आर्थिक विकास दर, कमरतोड़ महंगाई, कमजोर विदेशी मुद्रा भंडार, मैन्यूफैक्चरिंग और कृषि में धीमेपन और बेरोजगारी के लिए याद किया जाएगा।��

एशेज: ऑस्ट्रेलिया ने किया इंग्लैंड का सफाया

australia crush england to seal 5-0 whitewash
शानदार गेंदबाजी के जरिए ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को पांचवें और अंतिम टेस्ट के तीसरे ही दिन रविवार को 281 रनों से हराकर 5-0 से एशेज सीरीज अपने नाम कर ली।

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज रेयान हैरिस ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 25 रन देकर पांच विकेट झटके। हैरिस को उनके दमदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया।

पिछले साल भारत में 0-4 से टेस्ट सीरीज हारने और फिर इंग्लैंड में 0-3 से एशेज सीरीज हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने गजब की वापसी करते हुए इंग्लिश टीम का इस सीरीज में पूरी तरह सफाया कर दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी टेस्ट में इंग्लैंड को जीत के लिए 448 रन का बड़ा लक्ष्य दिया था। मेहमान टीम चायकाल के थोड़ी देर बाद 166 रन पर सिमट गई।

इंग्लैंड का स्कोर चायकाल के समय तीन विकेट पर 87 रन था और उसने चायकाल के बाद 11 गेंदों के अंतराल के चार विकेट गंवा दिए। इंग्लैंड की टीम 35 ओवर के भीतर ही सिमट गई। 'मैन ऑफ द सीरीज' मिशेल जानसन ने 40 रन देकर तीन विकेट लिए।

अखिलेश बोले, 18घंटे बिजली देंगे पर ‌कटिया मत डालना

bicycle marathon of samajwadi party start in up
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को एक अलग ही अंदाज में नजर आए।

समाजवादी पार्टी की साइकिल मैराथन में पहुंचे पांच हजार से ज्यादा नौजवान शिकोहाबाद से सैफई तक करीब 55 किमी जोश के साथ साइकिल लेकर दौड़े। युवाओं की हौंसला अफजाई के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव न केवल शिकोहाबाद पहुंचे बल्कि कठफोरी से साइकिल भी चलाई।

जनपद ही नहीं मैनपुरी, इटावा, गोरखपुर, मऊ, आजमगढ़ क्षेत्रों से भी काफी संख्या में युवा मैराथन में भाग लेने यहां पहुंचे थे। कड़ाके की सर्दी में मैदान में तड़के चार बजे से डटे युवाओं के बीच पहुंच कर मुख्यमंत्री ने जोश भर दिया।

सुबह 10.40 पर जैसे ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने हरी झंडी दिखाई। साइकिल लेकर हजारों युवाओं का कारवां सैफई की तरफ कूच करने लगा। इस बीच दोनों तरफ का यातायात पूरी तरह से थम गया।

साइकिल वालों का रेला काफी आगे बढ़ चुका था तो भीड हाईवे पर बने मंच पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निकट पहुंच गई। यहां मंच से मुख्यमंत्री ने आनन-फानन में लैपटाप, कन्या विद्या धन से लेकर सरकार की तमाम उपलब्धियों का गिना डाला।

वह बोले, कम समय में हमने बहुत काम किया है। जब उन्होंने जेड़ा झाल परियोजना का जिक्र किया तो भीड़ के बीच से बिजली-बिजली... की आवाज उठने लगी।

मुख्यमंत्री ने भीड़ के मूड को समझा और तत्काल घोषणा कर दी कि देहात क्षेत्रों को 18 घंटे बिजली देंगे। जब तालियां बजी तो सीएम ने और भी दरियादिली दिखाते हुए कहा कि 18 घंटे बिजली का आदेश सोमवार से ही लागू कर देंगे। साथ में यह भी कहा क‌ि लाइन में कटिया मत डालना।

अपनी बात को साइकिल और समाजवाद से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने साइकिल को हरेक वर्ग, किसानों और गरीबों की सवारी बताया। मंच से अपनी बात दस मिनट में समाप्त कर मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से शिकोहाबाद से कठफोरी पहुंचे।

तो ये है जीत के लिए AAPका प्लान!

aap to release first candidates list of lok sabha election
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के लिए कमर कस ली है। वह लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए देशभर में सदस्यता अभियान शुरू करने वाली है। साथ ही लोकसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची 15 से 20 जनवरी तक जारी कर देगी।

'आप' के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी योगेंद्र यादव ने बताया कि दिल्ली के चुनाव परिणाम के आने और सरकार बनने के बाद से देश में अभूतपूर्व ऊर्जा का संचार हुआ है। देश के हर क्षेत्र और शहर में लोगों ने पार्टी से जुड़ने की इच्छा जाहिर की है। लोग बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं और इसे देखते हुए लग रहा है कि हर जगह लोग हमें ही ढूंढ रहे हैं।

'मैं भी आम आदमी' सदस्यता अभियान
उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी 10 जनवरी से देशभर में 'मैं भी आम आदमी' सदस्यता अभियान चालाएगी। इसके लिए किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

उन्होंने कहा, 'हमारी लोगों से अपील है कि वे देश सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आएं।' उन्होंने बताया कि सदस्यता अभियान की कमान गोपाल राय को सौंपी गई है। सदस्यता अभियान 10 जनवरी से 26 जनवरी तक चलेगा।

15-20 जनवरी तक उम्मीदवारों की पहली सूची

योगेंद्र यादव ने बताया कि आम आदमी पार्टी बड़े पैमाने पर देशभर में चुनाव लड़ेगी। हम सांगठनिक तैयारी कर रहे हैं। बेहतर लोगों को राजनीति में भेजना पार्टी का लक्ष्य है।

प्रत्या‌शियों के चयन के लिए पार्टी ने 25 दिसंबर से ही ऑनलाइन आवेदन मंगाने शुरू कर दिए थे। अब एक समय सारणी बना दी गई है। 15 जनवरी तक आने वाले सभी आवेदनों पर विचार किया जाएगा। जिस-जिस राज्य में प्रत्याशी मिलते जाएंगे, वहां हम आवेदन बंद करते जाएंगे। देशभर से कोई भी व्यक्ति टिकट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है या जिला कमेटी को अपना आवेदन भेज सकता है।

उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों की पहली सूची 15 से 20 जनवरी तक जारी कर दी जाएगी। लोकसभा चुनाव के लिए मार्च में घोषणा पत्र जारी किया जाएगा। पार्टी हरियाणा के सभी 10 लोकसभा सीटों और विधानसभा ‌के 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

रामदेव के मंच से मोदी का केंद्र पर निशाना

narendra modi criticized upa govt in ramdev rally
योग गुरू बाबा रामदेव के कार्यक्रम में दिल्ली पहुंचे भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने एक बार फिर यूपीए सरकार की नीतियों को निशाने पर लिया।

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में मोदी ने कहा कि आज देश में ‌विकास के एजेंडे पर चर्चा हो रही है। आज चुनाव एक जन आंदोलन बन गया है। इसके पीछे बाबा रामदेव ने जो अभियान चलाया उसका बहुत बड़ा योगदान है।

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा के यूपीए की नीतियों के कारण आज देश का किसान खुशहाल नहीं है। किसानों के‌ विकास पर जोर देकर ही विकास किया जा सकता है।

मोदी ने कहा कि जीडीपी बढ़ाने के लिए हमें अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाना होगा और उत्पादन क्षमता तभी बढ़ेगी जब इस देश के किसान के हित में योजनाएं बनेंगी।

श्रीहरिकोटा से GSLV-D5 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो के वैज्ञ‌ानिकों को बधाई देते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें देश के वैज्ञानिकों पर गर्व है।

अमीरों पर टैक्स पर छूट क्यों
योगगुरु बाबा रामदेव ने भी केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। बाबा रामदेव ने यूपीए सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए।

रामदेव ने केंद्र सरकार से पूछा कि वह गरीबों पर भारी भरकम टैक्स लगाती है लेकिन अमीरों को क्यों टैक्स छूट देती है? अगर गरीब टैक्स नहीं चुकाता तो जेल जाता है, वहीं अमीरों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।

तो घट जाएंगे पेट्रोल के दाम
रामदेव ने केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा कि अगर हमारी मांगें मानी जाती हैं तो पेट्रोल के दाम घटकर 35 रुपए प्रतिलीटर हो जाएंगे। रामदेव ने अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि सरकार को जनता के उपर से सारे टैक्स हटाकर, मात्र बैकिंग ट्रांजिक्शन पर टैक्स लगाना चाहिए। इससे देश की गरीब जनता को लाभ मिलेगा।

केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने के बाद रामदेव ने नरेंद्र मोदी के सामने अपनी मांगों का प्रस्ताव रखा। रामदेव ने मोदी से पूछा कि सत्ता में आने के बाद उनकी आर्थिक नीतियां क्या होंगी। साथ ही क्या मोदी यूपीए सरकार की गलत आर्थिक नीतियों को सही करने का आश्वासन देंगे?

काले धन वापसी की मांग
काले धन को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे रामदेव ने फिर अपनी मांग दोहराते हुए मोदी से विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने की मांग की।

शर्तों पर समर्थन
योग गुरु रामदेव ने शनिवार को कहा था कि भारतीय जनता पार्टी और उनके पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी को अपना समर्थन शर्तों के आधार पर देंगे। अगर नरेंद्र मोदी को उनकी शर्तें मंजूर होंगी तभी वह समर्थन के लिए तैयार होंगे।

संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रामदेव ने कहा था कि वह कुछ मुद्दों पर ही मोदी का समर्थन करेंगे। मोदी को यह वादा करना चाहिए कि वह काला धन देश में लेकर आएंगे और उसे राष्ट्रीय संपत्ति घोषित किया जाएगा।

'शादी से पहले सेक्स अनैतिक और हर धर्म के खिलाफ'

weird decision by delhi fast track court
विवाह से पहले सेक्स अनैतिक और यह हर धर्म के सिद्धांतों के भी खिलाफ है। विवाह का झांसा देकर रेप करने के मामले में आरोपी युवक को रिहा करते हुए अदालत ने उक्त टिप्पणी की।

अदालत ने कहा विवाह के वादे पर दो वयस्कों के बीच संभोग का हर कृत्य बलात्कार नहीं बन जाता।

द्वारका स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश वीरेंद्र भट ने अपने फैसले में कहा जब कोई युवती बड़ी हो गई हो, ऐसे में यदि वह विवाह का वादा मिलने पर किसी व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाती है तो यह उसका अपना जोखिम होता है। खासकर उस महिला को इसका ज्ञान होना चाहिए जो शिक्षित और कार्यालय जा रही है।

न्यायाधीश भट्ट ने कहा कि उनका मानना है कि विवाह के वादे के आश्वासन पर दो वयस्कों के बीच संभोग का हर कृत्य बलात्कार नहीं बन जाता। यदि कोई युवक आश्वासन या वादा पूरा नहीं करता तो उसे रेप के आरोप में सजा देने का कोई आधार नहीं है।

अदालत ने कहा जब कोई शिक्षित और कार्यालय जाने वाली महिला किसी दोस्त या सहकर्मी के साथ यह सोच कर शरीरिक संबंध बनाती है कि वह उससे विवाह करेगा तो वह खुद के जोखिम पर ऐसा करती है।

अदालत ने कहा महिला को उक्त कृत्य के परिणाम के बारे में पता होना चाहिए कि लड़का अपने वादे को पूरा करेगा इसकी कोई गारंटी नहीं है।

अदालत ने बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत्त युवक को रेप के आरोप से रिहा करते हुए कहा कि सभी को पता होना चाहिए इस प्रकार का कृत्य अनैतिक ही नहीं बल्कि हर धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ भी है।

उन्होंने कहा उन्हें समझना चाहिए कि दुनिया में कोई भी धर्म विवाह से पहले सेक्स की अनुमति नहीं देता है।

दिल्ली में एक निजी कंपनी में प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्य करने वाली युवती की शिकायत पर मई 2011 में पुलिस ने पंजाब निवासी आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।

युवती ने आरोप लगाया था कि जुलाई 2006 में चैट वेबसाइड के जरिए उसकी युवक से मुलाकात हुई थी। युवक ने उससे विवाह का वादा किया व कई बार शारीरिक संबंध बनाए, लेकिन बाद में विवाह से मुकर गया।

फेसबुक फ्रेंड को बुलाया घर, लूटी अस्मत

Men raped his facebook friend
नोएडा के सेक्टर-39 पुलिस ने तलाकशुदा महिला से पहले फेसबुक पर दोस्ती और फिर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के आरोप में एक कंपनी के सीनियर एचआर मैनेजर को गिरफ्तार किया है।

रोहिणी, दिल्ली की रहने वाली युवती की फेसबुक पर फेज टू स्थित एक कंपनी के सीनियर एचआर मैनेजर सुनील शुक्ला से दोस्ती हुई, वह हरदोई का रहने वाला है और सेक्टर-99 के जनता फ्लैट में रहता है। एफबी पर चैटिंग के बाद फोन पर बातचीत शुरू हुई।

सुनील ने युवती को बताया कि वो भी तलाकशुदा है और शादी के लिए कोई ऐसी ही लड़की तलाश रहा है। इसके बाद दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो गया।

पीड़ित युवती के मुताबिक दिसंबर महीने में वो सुनील के बुलाने पर नोएडा आई थी। सुनील उसे अपने घर ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया।

जब उसने इसका विरोध किया तो शादी का झांसा दिया। युवती ने जब शादी का दबाव बनाया तो सुनील ने इंकार कर दिया।

युवती ने शनिवार सुबह थाना-39 में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद शनिवार देर शाम सुनील को गिरफ्तार कर लिया गया।

मोदी की मौजूदगी में रामदेव करेंगे समर्थन का ऐलान!

narendra modi rally in delhi
भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी रविवार को दिल्ली में गरजेंगे।

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बाबा रामदेव की रैली में मोदी के साथ भाजपा के और भी दिग्गज शिरकत करेंगे। माना जा रहा है कि बाबा रामदेव इस रैली में मोदी को पीएम पद के लिए समर्थन देने का विधिवत ऐलान कर सकते हैं।

यह रैली रविवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगी। हालांकि अब तक नमो-नमो का जाप करने वाले रामदेव ने मोदी को समर्थन देने के लिए शर्त रखी है।

उन्होंने ऐलान किया है कि उनका संगठन 'भारतीय स्वाभिमान' लोकसभा चुनावों में भाजपा के पीएम उम्मीदवार मोदी को तभी समर्थन देगा जब वे विदेशों में रखे काले धन को वापस लाने के बारे में ठोस आश्वासन देंगे।

पढ़ें, बाबा रामदेव ने बीजेपी को समर्थन देने की रखी शर्त

माना जा रहा है कि मोदी के लिए इस बारे में भरोसा देना मुश्किल नहीं है, क्योंकि खुद भाजपा काला धन वापस लाने की मांग करती रही है।

उसके सभी सांसद पहले ही लोकसभा स्पीकर को लिखकर दे चुके हैं कि विदेशी बैंकों में उनका कला धन नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी रथयात्रा के दौरान काले धन को प्रमुख मुद्दा बनाया था।

बांग्लादेश चुनाव: मतदान के दौरान हिंसा, चार की मौत

Voting Begins In Bangladesh

खास-खास

कब किसका शासन

1972-1975 शेख़ मुजीबुर रहमान (अवामी लीग)
1975-1981 ज़ियाउर रहमान (बीएनपी)
1982-1990 हुसैन मोहम्मद इरशाद (जातीय पार्टी)
1991-1996 ख़ालिदा ज़िया (बीएनपी)
1996-2001 शेख़ हसीना (अवामी लीग)
2001-2006 ख़ालिदा ज़िया (बीएनपी)
2006-2008 कार्यवाहक सरकार
2009 से वर्तमान तक शेख़ हसीना (अवामी लीग)
बांग्लादेश में आज दसवें संसदीय चुनावों के लिए मतदान जारी है। देश के दूरदराज़ इलाक़ों से हिंसा की ख़बरें मिली हैं। अधिकारियों के मुताबिक़ उत्तरी बांग्लादेश में सुबह से हुई हिंसक वारदातों में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है और कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

विपक्षी दलों ने आम चुनावों का बहिष्कार किया है, जिसकी वजह से इनकी वैधता पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बीच राजधानी ढाका में मतदान प्रक्रिया कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है। हालांकि मतदान केंद्रों में वोटरों की भीड़ अपेक्षा से कहीं कम देखी जा रही है।

हिंसा के डर से कई लोग घरों से निकलने में हिचकिचा भी रहे हैं और ढाका में सिर्फ़ आठ संसदीय सीटों पर चुनाव हो रहा है। कई सीटें ऐसी हैं जिनमें सत्ताधारी अवामी लीग का उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध चुन लिया गया है। ढाका में यातायात पूरी तरह ठप है और सड़कों पर रिक्शे और ऑटो के अलावा वाहन नदारद हैं। हिंसा से निपटने के लिए पूरे देश में क़रीब साढ़े तीन लाख पुलिसकर्मियों को लगाया गया है।

बीबीसी संवाददाता महफ़ूज़ सादिक़ ने बताया है कि विपक्ष के बहिष्कार की वजह से कई सीटों पर सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध चुन लिए गए हैं। मतदान को लेकर पूरे देश में गहमागहमी है। स्थानीय लोगों ने मतदान के दौरान होने वाली हिंसा पर चिंता जताई है।

ढाका में मौजूद बीबीसी संवाददाता नितिन श्रीवास्तव ने बताया कि मतदान के दौरान सुरक्षा को देखते हुए यह काफ़ी बड़ी तादाद मानी जा सकती है और इससे वहां चुनाव के दौरान हालात का पता चलता है। बीबीसी संवाददाता के मुताबिक़ ढाका में हर आधा किलोमीटर के बाद नाके लगाए गए हैं और पहचान पत्र के साथ ही सड़कों पर लोगों को निकलने की इजाज़त दी गई है।

हालांकि बहिष्कार का आह्वान करने वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता शमशेर चौधरी का कहना है कि उनकी पार्टी हिंसा नहीं चाहती और सिर्फ़ शांतिपूर्ण ढंग से चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया गया है। उनका कहना था कि जनता ने ही इन चुनावों का बायकॉट कर दिया है।

विपक्ष की ग़ैरमौजूदगी
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और उसके सहयोगी दलों का कहना है कि अवामी लीग सरकार को इस्तीफ़ा देकर कार्यवाहक सरकार की निगरानी में चुनाव कराने चाहिए थे मगर सत्तारूढ़ क्लिक करें अवामी लीग, विपक्ष की मांग को यह कहकर ख़ारिज़ कर चुकी है कि चुनाव एक संवैधानिक ज़रूरत है और पांच जनवरी को ही कराए जाएंगे।

विपक्ष की ग़ैर मौजूदगी के चलते चुनावों की वैधता पर सवाल खड़े हुए हैं और माना जा रहा है कि अवामी लीग पार्टी भारी बहुमत से चुनाव जीत सकती है और उन्हें कुल 300 सीटों में कम से कम 154 सीटों पर बिना किसी चुनौती के जीत मिल सकती है।

अमरीका और यूरोपीय यूनियन ने चुनाव-प्रक्रिया की निगरानी के लिए अपने पर्यवेक्षक बांग्लादेश नहीं भेजे हैं।

कार्यवाहक सरकार का पेंच
बांग्लादेश में आम चुनाव अक्सर कार्यवाहक सरकारों की निगरानी में होते आए हैं। हालांकि यह मुद्दा हमेशा विवादों में घिरा रहा है।

1996 में मौजूदा सत्ताधारी पार्टी अवामी लीग ने चुनावों का बहिष्कार किया था जबकि 2007 में मौजूदा विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी नेता ख़ालिदा जिया ने भी इस व्यवस्था को बदलने की कोशिश की थी।

इस बार फिर यह मुद्दा गर्माया। पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी प्रमुख ख़ालिदा ज़िया का कहना है कि इस तरह की सरकार के तहत होने वाले चुनाव निष्पक्ष नहीं होंगे।

शेख़ हसीना बनाम ख़ालिदा ज़िया
हाल के वर्षों में बांग्लादेश में राजनीति के दो ही ध्रुव रहे हैं- प्रधानमंत्री शेख़ हसीना और बीएनपी नेता ख़ालिदा ज़िया। दोनों के दरम्यान क्लिक करें राजनीतिक शत्रुता रही है।

गुजरे वर्षों में देश में एक तीसरी राजनीतिक पार्टी भी उभरी है जिसका नाम जातीय पार्टी है जिसकी कमान पूर्व राष्ट्रपति हुसैन मोहम्मद इरशाद के हाथों में है। जातीय पार्टी भी इन चुनावों का बहिष्कार कर रही है।

मुख्य मुद्दे
बांग्लादेश में राजनीतिक स्थायित्व एक प्रमुख मुद्दा रहा है जहां चुनावी परिदृश्य में हड़ताल और हिंसा आम बात है।

बेरोज़गारी, ग़रीबी, भ्रष्टाचार, खाने-पीने की चीजों के बढ़ते दाम, औद्योगिक दुर्घटनाएं और मानव अधिकारों का हनन अन्य प्रमुख मुद्दे हैं।

बीते साल 24 अप्रैल ढ़ाका के निकट आठ मंज़िला कपड़ा फैक्टरी में आग लगने की वजह से एक हज़ार से अधिक लोग मारे गए थे। बांग्लादेश कपड़ा बनाने वाले दुनिया के बड़े देशों में से एक रहा है लेकिन औद्योगिक सुरक्षा मापदंडों में नाक़ाम रहा है।

सुरक्षा और कपड़ा फैक्टरी में काम करने वाले मज़दूरों का मेहनताना भी इस चुनाव के प्रमुख मुद्दों में शामिल है।

देश की प्रमुख इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगाया गया है। चुनाव में इस प्रतिबंध का असर भी देखने को मिल सकता है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता क्लिक करें अब्दुल कादिर मुल्ला को बीते साल 13 दिसंबर को फांसी दी गई थी। उन्हें वर्ष 1971 में युद्ध-अपराधों का दोषी पाया गया था।

अब्दुल कादिर को फांसी दिए जाने पर देश के लोगों की राय अलग-अलग थी जिसके नतीजे में पूरे देश में क्लिक करें हिंसक झड़पें हुई थीं।

बांग्लादेश में साल 2008 के संसदीय चुनावों में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 8।1 करोड़ से अधिक थी और तब 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था।

'नेताजी' को बनाना है पीएम, फिर साइकिल चलाएंगे CM

cm akhilesh again on bicycle
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज एक बार फिर साइकिल की सवारी करने वाले हैं। अपनी सरकार बनने के बाद यह पहला मौका होगा जब वे खुद ही एक जनसंपर्क अभियान की अगुवाई करेंगे।

यह जन संपर्क अभियान वे अपने पिता और पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को देश के सबसे बड़े पद की दावेदारी को सुनिश्चित करने के लिए चलाने जा रहे हैं।

शिकोहाबाद में आज शुरू होने जा रहे साइकिल मैराथन का हिस्सा बनकर वह खुद भी साइकिल यात्रा कर अपने गांव सैफई पहुंचेंगे। सैफई में इन दिनों महोत्सव चल रहा है।

अखिलेश की साइकिल यात्रा सैफई स्टेडियम पहुंचकर पूरी होगी। अखिलेश ने सपा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर ऐसे ही जन संपर्क अभियान केजरिए तत्कालीन बसपा सरकार के खिलाफ माहौल बनाया था।

उन्होंने पूरे प्रदेश में साइकिल और समाजवादी क्रांति रथयात्रा कर लोगों से बसपा सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार और कुशासन को समाप्त करने का वादा किया था।

एक नौजवान नेता की इस बात पर प्रदेश की जनता ने भरोसा किया और सपा को पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का मौका मिला।

2012 के चुनाव में सपा को कुल 29 फीसदी वोट मिले थे और पार्टी के 224 उम्मीदवार चुनाव जीत गए। बसपा को इस चुनाव में महज 80 सीटें मिली और उसका वोट प्रतिशत तकरीबन 26 फीसदी पर सिमट गया।

यानी सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष केवोट प्रतिशत में महज तीन फीसदी का फासला बना रहा। इन चुनाव में बसपा के अलावा दो और राष्ट्रीय दल भाजपा और कांग्रेस को 15 और 13 फीसदी वोट हासिल हुए।

ये आंकड़े बताते हैं कि यूपी की सियासत में सक्रिय प्रमुख दलों का जनाधार क्या है और सत्ताधारी दल सपा की चुनौतियां कितनी बड़ी।

अखिलेश यादव जब एक बार फिर जनता केबीच होंगे तो यह सवाल उनसे जरूर पूछा जाएगा कि उनकी सरकार ने क्या किया?

जाहिर है उन्हें और उनकी पार्टी को अब जो वोट मिलेंगे वह इस बात पर मिलेंगे कि वह लोगों की उम्मीदों पर कितने खरे उतरे हैं? इसमें कोई दो राय नही कि उनकी सरकार की शुरुआत अच्छी रही।

यूपी में यह शायद पहली बार हुआ जब किसी सरकार ने अपने चुनावी वादों पर गंभीरता से काम करना शुरू किया। नौजवानों, किसानों और मुसलमानों से किए वादों पर सरकार ने एक-एक कर अमल शुरू किया।

कई योजनाएं जमीन पर उतरीं। उसका सकारात्मक असर दिखा। पर शायद पहले ही दिन से अखिलेश सरकार के साथ अनुशासनहीनता का जो दुर्भाग्य जुड़ा वह उसके लिए नुकसानदेह साबित हुआ।

कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता से शुरू बात नेताओं की अनुशासनहीनता तक पहुंच गई। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह की लगातार चेतावनियों के बावजूद इसमें सुधार के लक्षण नहीं दिखे।

कई नेताओं और मंत्रियों तक ने समाजवाद के नाम पर उदंडता के नए-नए प्रतिमान गढ़े। अखिलेश के नाम पर सपा को वोट करने वाले नौजवान और नई पीढ़ी के मतदाताओं को निश्चित ही ये उम्मीद थी कि वे एक अनुशासित सरकार देंगे।

इसके अलावा मुजफ्फरनगर दंगे की छाया भी अगले चुनाव में सरकार का इम्तहान लेंगी जनता के लिए अखिलेश सरकार के इन खट्टे मीठे अनुभवों के बीच दूसरे दलों ने अपनी ताकत बढ़ाई है।

बसपा के लिए अखिलेश सरकार की कमियां ही सबसे बड़ी ताकत होगी। दूसरी ओर कमजोर दिखने वाली भाजपा अब मोदी की संजीवनी पाकर पहले से ताकतवर दिखने लगी है।

कांग्रेस के लिए शायद हताशा भरे समय होंगे पर अगले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की चुनौती सभी दलों के लिए बेहद सख्त होगी।

आप कितनी सीटें लड़ेगी, कितनी जीतेगी यह ज्यादा मायने नहीं रखता लेकिन प्रदेश में उसकी सक्रियता से यह फर्क जरूर महसूस होगा कि सपा समेत सभी सियासी दलों से आम आदमी यानी वोटरों की उम्मीदें अब बढ़ गई हैं।

दुनिया के इनकार का जवाब देगा भारत?

ISRO to launch GSLV-D5 with redesigned cryogenic engine
भारत का जियो सिंग्क्रनस सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएसवी) का प्रक्षेपण होने वाला है। इसरो ने मुझे बताया है कि इसकी उल्टी गिनती सामान्य ढंग से चल रही है। यह प्रक्षेपण भारत के लिए बहुत अहमियत रखता है।

आठवीं बार इस राकेट का प्रक्षेपण किया जाएगा। इससे पहले केवल दो बार ये राकेट पूरी तरह से सफल हुआ है और 2010 में दो बार यह राकेट असफल रहा था।

यह परीक्षण रविवार की शाम चार बजकर 18 मिनट पर होगा और 20 मिनट के अंदर पता लग जाएगा कि भारत का क्रायोजेनिक इंजन कामयाब रहा या नहीं।

पहली बार तो क्रायोजेनिक इंजन का एक क्लिक करें बूस्टर पंप जाम हो गया था और दूसरी बार जब क्रिस्मस के दिन इसका लांच हुआ था तो इसके कुछ कनेक्टर फेल हो गए थे। इस कारण राकेट को हवा में ही ध्वस्त करना पड़ा।

लेकिन पिछली बार अगस्त 2013 में इसरो को इस समय एक बड़ा धक्का लगा जब 74 मिनट पहले इसी राकेट में एक लीक पकड़ा गया था। इसमें करीब 750 किलोग्राम ईंधन का रिसाव हो गया था और अगर इस रिसाव को पकड़ा नहीं जाता तो उस समय हिंदुस्तान के राकेट लांच पैड को काफी नुकसान हो सकता था।

80 हाथियों का वजन
अब इसरों इस राकेट में काफी सुधार करने के बाद इसे एक बार फिर लांच करने के लिए तैयार है। ये हिंदुस्तान का बड़ा राकेट है और इससे हिंदुस्तान को काफी उम्मीदें हैं।

ये राकेट 49 मीटर ऊंचा है। मतलब 17 मंजिली बिल्डिंग के बराबर इसकी ऊंचाई है। करीब 419 टन का इसका वजन है। यह वजह 80 व्यस्क हाथियों के वजन के बराबर है।

हिंदुस्तान को इसकी काफी सख्त ज़रूरत है क्योंकि संचार संबंधी क्लिक करें उपग्रह को छोड़ने में इसी राकेट से मदद मिलेगी। अगर भारत इसके प्रक्षेपण में कामयाब हो जाता है तो वो अपने संचार उपग्रहों को इस राकेट से छोड़ पाएगा।

क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण
इससे काफी धन बचेगा क्योंकि अभी भारत इस काम के लिए फ्रांस के एक राकेट का इस्तेमाल करता है। इसके लिए भारत को कम से कम दोगुना कीमत चुकानी पड़ती है।

अगर इस राकेट का प्रक्षेपण कई बार सफल हो जाता है तो आप दुनिया भर से व्यावसायिक काम पा सकते है। दूसरे देशों के संचार उपग्रह भारत के लांच पैड से छोड़े जा सकेंगे।

इस राकेट के तीसरे चरण में एक क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल हो रहा है। क्रायोजेनिक इंजन में तरल हाइड्रोजन और तरल ऑक्सीजन का इस्तेमाल होता है, जो बरफ से भी बहुत कम तापमान पर काम करती है।

ये तकनीकी आज 20 साल पहले भारत को देने से इनकार की गई थी। अमरीका के दबाव में रूस ने इनकार किया था। तब से भारत इस तकनीकी के विकास में लगा है। जीएसएलवी की इस उड़ान में जो क्रायोजेनिक इंजन लगा है वो भारत का अपना बनाया हुआ है। इसलिए इस प्रक्षेपण की कामयाबी बहुत ज़रूरी है। सेटेलाइट से अधिक अहमियत क्रायोजेनिक इंजन की है।

दुनिया के इनकार का जवाब
इसरो के अध्यक्ष डा के राधाकृष्णन ने मुझे बताया कि सेटेलाइट से अधिक जरूरी यह साबित करना है कि हमारा क्रायोजेनिक इंजन कामयाब हो सकता है। पिछले 20 साल में कोई ऐसा देश नहीं है जिसने क्रायोजेनिक इंजन की तकनीकी का विकास किया हो। यह काफी जटिल तकनीकी है।

पोखरण विस्फोट के बाद भारत को जब यह तकनीकी देने से इनकार कर दिया गया तब से भारत इसे बनाने में लगा है। इसके विकास पर कई सौ करोड़ रुपए लग गए हैं, लेकिन अगर ये कामयाब हो जाता है तो भविष्य में भारत का काफी पैसा बचेगा।

इसलिए कल का प्रक्षेपण इसरो के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अगर कल का परीक्षण असफल हो जाता है तो फिर उन्हें शून्य से शूरुआत करनी पड़ेगी। लेकिन इसरो के वैज्ञानिक मुझे बता रहे हैं कि उन्हें पूरा भरोसा है कि कल का परीक्षण सफल होगा।

किसी राकेट को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने के दौरान उसका ईंधन भी साथ में ले जाना पड़ता है। ऐसे में सबसे हल्का ईंधन तरल हाईड्रोजन और तरल ऑक्सीजन है और उसे जलाने पर सबसे अधिक ऊर्जा मिलती है।

क्रायोजेनिक इंजन के फायदे
बहुत कम भार में अगर किसी चीज को बहुत दूर भेजना है तो इसके लिए क्रायोजेनिक इंजन का प्रयोग किया जाता है। भारत ने इससे पहले एक बार अपने क्रायोजेनिक इंजन के साथ उड़ान भरी है लेकिन वो असफल हो गया था।

यह दूसरी बार है जब भारत अपना क्रायोजेनिक इंजन इस्तेमाल कर रहा है और उम्मीद है कि इस बार यह कामयाब होगा। मुख्य बात यह है कि राकेट कितनी तेजी से जा रहा है और राकेट के साथ जितना कम वजन होगा वो उतनी अधिक दूर तक जा सकेगा।

भारत ने हाल में जिस मंगलयान का प्रक्षेपण किया था, उसमें क्रायोजेनिक इंजन के इस्तेमाल की आवश्यकता नहीं थी। उसे क्लिक करें पोलर सेटेलाइट लांच व्हीकल से छोड़ा गया था, जिसमें क्रायोजेनिक इंजन नहीं लगाया जाता है।

भारत मंगलयान को छोड़ने के लिए जीएसएलवी का इंतजार करने की अवस्था में नहीं था। जीएसएलवी इस समय परीक्षण की अवस्था में है। वो अभी कामयाब राकेट नहीं है।

अंतरिक्ष में बादशाहत की होड़
जब इसके तीन सफल परीक्षण हो जाएंगे तो इसे प्रक्षेपणयोग्य राकेट मान लिया जाएगा। मंगलयान का मुख्य उद्देश्य यह कि भारत मंगल तक पहुंच जाए और चीन से पहले पहुंच जाए।

अगर मंगलयान को जीएसएलवी से भेजा जाता और भारत चीन से पिछड़ जाता तो इससे उसे काफी मायूसी होती। मंगलयान अभियान अभी जारी है, लेकिन अभी तक के उसके सफर में हमारे छोटे राकेट ने उसे सही दिशा और सही गति दी है।

इस तरह मंगलयान के लिए अगर हमारे पास जीएसएलवी होता तो बहुत अच्छी बात होती लेकिन अगर नहीं है तो भी कोई बात नहीं। कल होने वाले प्रक्षेपण के साथ एक उपग्रह जी-सैट को भी भेजा जा रहा है। ये एक संचार उपग्रह है। यह बहुत महंगा उपग्रह नहीं है।

इस राकेट में खास तौर से क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण किया जाना है। अगर यह परीक्षण सफल हो जाता है तो यह इसरो और भारत के लिए बहुत बड़ी कामयाबी होगी।

'कश्मीर का क्या समाधान करने वाले थे PM'

BJP questions manmohan claim on Kashmir issue
भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से जानना चाहा है कि वे कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ कौन सा समाधान करना चाहते थे।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री को देशवासियों को बताना चाहिए कि आखिरकार वह 'समाधान' क्या था, जो विफल हो गया।

जेटली ने कहा कि जनता को यह जानने का हक है कि सरकार कश्मीर को लेकर क्या फैसला करने जा रही थी, क्योंकि संसद में पारित प्रस्ताव में भी साफ तौर पर कहा गया है कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है।

पढ़ें, बाबा रामदेव ने बीजेपी को समर्थन देने की रखी शर्त

दरअसल, प्रधानमंत्री ने शुक्रवार की अपनी विदाई प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल के जवाब में कहा था कि भारत और पाकिस्तान के खुफिया दूत एक बैठक में कश्मीर मसले के समाधान के लगभग निकट पहुंच गए थे, लेकिन जब यह सफल होता नजर आ रहा था, तब पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को सत्ता से हटना पड़ा और वह मामला लटक गया।

जेटली ने कहा कि चूंकि प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे का रहस्य खोला है। इसलिए जरूरी है कि वह इस मामले पर पूरी जानकारी देशवासियों को दें।

जेटली ने कहा कि पाकिस्तान के लिए कश्मीर मसले का समाधान नियंत्रण रेखा को कमजोर करना, वहां से भारतीय सेना को हटाना व वहां त्रिपक्षीय व्यवस्था की कोशिश करना भर है।

जेटली ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार कश्मीर मुद्दे का समाधान करने के प्रयास में पाकिस्तान के इस अधूरे एजेंडे की तरफ नहीं बढ़ रही होगी।

नरेंद्र मोदी के ख‌िलाफ मानहानि का केस

Ex gujarat djp lodge case against bjp leaders
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित चार के खिलाफ मानहानि याचिका पर सुनवाई 3 मार्च तक टल गई है। याचिका गुजरात के पूर्व पुलिस महानिदेशक आरबी श्रीकुमार ने दायर की है।

पटियाला हाउस स्थित मैट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट आकाश जैन के समक्ष सुनवाई तय थी, लेकिन उनके छुट्टी पर होने के कारण सुनवाई 3 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई।

श्रीकुमार के अधिवक्ता ने तर्क रखा है कि भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने उनके मुवक्किल को गद्दार कहा है।

उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता वही बयान जारी करते हैं, जो पार्टी नेता तय करते हैं। आरबी श्रीकुमार ने याचिका में नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष राजनाथ सिंह, प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी और वैज्ञानिक नांबी नारायण को पक्ष बनाया है।

श्रीकुमार का आरोप है मीनाक्षी लेखी ने अपने एक साक्षात्कार में उन्हें गद्दार कहा था। इससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।

कार में घुमाने के बहाने नाबाल‌िग के साथ गैंगरेप

Gangrape with minor in faridabad
हर‌ियाणा के फरीदाबाद में एक नाबाल‌िग किशोरी के साथ गाड़ी में सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने में आया है।
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

ओल्ड फरीदाबाद थाना क्षेत्र की रहने वाली एक 17 वर्षीय लड़की ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि एक जनवरी को नहरपार पद्मनगर निवासी उसकी सहेली उसके घर आई और उससे नए साल पर घूमने चलने के लिए कहा।

लड़की सहेली के साथ थ्रीव्हीलर में बदरपुर बॉर्डर चली गई। आरोप है कि वहां सहेली ने पहले से ही अपने दोस्तों को बुला रखा था। कार में चार लड़के अमन, सुनील, दीपक व माइकल मौजूद थे। गाड़ी में दो लड़कियां भी थीं, जिन्होंने चुन्नी से चेहरा ढंक रखा था।

किशोरी और उसकी सहेली उस गाड़ी में बैठ गईं। पहले से कार में बैठी दोनों लड़कियां रास्ते में उतर गईं। फिर लड़के गाड़ी को कहीं जंगल में ले गए। सहेली किशोरी से थोड़ी देर में आने की बात कहकर चली गई। उसके जाते ही लड़कों ने छेड़छाड़ शुरू कर दी।

इसके बाद दीपक, अमन और सुनील ने उससे गाड़ी में दुष्कर्म किया। चौथा युवक माइकल गाड़ी की निगरानी करता रहा। पीड़िता ने बताया कि उसकी सहेली के आने पर लड़के उसे बाईपास रोड पर उतारकर चले गए। घर आकर लड़की की तबीयत खराब हो गई। इस पर मां ने पूछताछ की तो उसने सारी बात बता दी।

शिक्षा पर कलंकः 11 छात्राओं का यौन शोषण

11 tribal girls in AP hostel allege sexual abuse by tutor
आंध्र प्रदेश के नालगोंडा जिले में एक शिक्षक द्वारा पिछले 5 महीने से 11 नाबालिग आदिवासी छात्राओं के यौन शोषण का मामला सामने आया है। ये छात्राएं एक एनजीओ द्वारा संचालित आवासीय हॉस्टल में रह रही थीं।

नालगोंडा के पुलिस अधीक्षक टी प्रभाकर राव के मुताबिक, पीड़ित छात्राओं ने शुक्रवार को आरोपी शिक्षक आर हरीश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

हरीश की नियुक्ति एनजीओ प्रबंधक ने की थी और वह भी छात्राओं के साथ ही उसी हॉस्टल में रहता था।

पुलिस के अनुसार, हरीश छात्राओं को धमाका उनके साथ गलत काम करता था। इस हॉस्टल में लड़के और लड़कियों को मिलाकर 78 छात्र रहते हैं।

राव ने बताया कि पिछले हफ्ते हरीश तीन दिन की छुट्टी पर था। उसी दौरान छात्राओं ने हिम्मत कर घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया।

इसके बाद छात्राओं को तुरंत मेडिकल जांच के लिए भेजा गया। सभी छात्राओं की उम्र 13 साल से कम है। आरोपी को पकड़ने लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।

हालांकि पुलिस विभाग के सूत्रों का कहना है कि हरीश को दबोच लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

इसके अलावा एनजीओ के संचालक श्रीनिवास और सरिता से भी पुलिस पूछताछ कर पता लगाएगी कि क्या हॉस्टल के संचालन में नियमों का उल्लंघन तो नहीं किया गया।

इन राज्यों में सस्ती होगी रसोई गैस!

lpg price may be cut in punjab and uttarakhand
रसोई गैस के दाम कम नहीं करने पर अड़ी केंद्र सरकार की मंशा को भांपते हुए कई राज्य सरकारें चुनावी माहौल को भुनाने के लिए अब अपने स्तर पर ईंधन के दाम घटाने पर विचार कर रही हैं।

उत्तराखंड समेत कुछ अन्य राज्य सरकारें एलपीजी पर वैट दर को कम कर रसोई गैस की कीमत कम करने की तैयारी में हैं।

राज्य सरकारों से वैट की दर कम करने का आग्रह कर चुके पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली को जवाब में उत्तराखंड, पंजाब, पुड्डुचेरी और आंध्र प्रदेश ने सकारात्मक संकेत दिए हैं।

पुड्डुचेरी ने रियायती और गैर रियायती एलपीजी सिलेंडरों पर एक फीसदी वैट कम करने का आश्वासन दिया है, जबकि उत्तराखंड और पंजाब वैट की समीक्षा कर रहे हैं।

उत्तराखंड में घरेलू एलपीजी पर वैट की दर पांच फीसदी, पंजाब में 4.4 फीसदी और आंध्र प्रदेश में पांच फीसदी है।

माना जा रहा है कि जल्द ही ये राज्य सरकारें भी वैट घटाने का ऐलान कर जनता को महंगाई से राहत देने में मदद कर सकती हैं। फिलहाल देश के सभी राज्यों में एलपीजी पर वैट की दर शून्य से पांच फीसदी के बीच है।

पेट्रोलियम मंत्रालय का कहना है कि राज्य सरकारें रियायती और गैर रियायती श्रेणी के एलपीजी सिलेंडरों पर एक मुश्त वैट वसूलें।

इससे उपभोक्ताओं पर ज्यादा बोझ नहीं आएगा। फीसदी में वैट लगाने से गैर रियायती सिलेंडरों की कीमत में वैट की हिस्सेदारी बढ़ जाती है।

मोइली ने दो माह पहले सभी राज्य सरकारों को वैट कम करने के लिए चिट्ठी लिखी थी। लेकिन राज्य सरकारों पर इसका उम्मीद के मुताबिक असर नहीं होने पर अब वे इनके साथ बैठक करने की तैयारी में हैं।

16 अप्रैल से होंगे लोकसभा चुनाव!

Exclusive: from 16 april Lok Sabha polls likely in 6 phases

खास-खास

चरण

लोकसभा सीट

तारीख

1

124

16 अप्रैल

2

141

22 या 23 अप्रैल

3

107

30 अप्रैल

4

85

7 मई

5

86

13 मई

मतगणना - 16 मई

लोकसभा चुनावों का बिगुल बज गया है। चुनाव आयोग के संभावित कार्यक्रम के मुताबिक आम चुनाव 16 अप्रैल से शुरू होकर 13 मई तक चलेंगे। और 16 मई को पता चल जाएगा कि जनता ने किसके हक में फैसला सुनाया।

चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव पांच चरणों में होंगे और शुरुआत 16 अप्रैल से होगी। हालांकि, यह कार्यक्रम मसौदे के मुताबिक है और इस पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है।

16 अप्रैल से शुरू होगा चुनावी त्योहार
पहले चरण में 124 सीटों के लिए 16 अप्रैल, दूसरे चरण में 141 सीटों के लिए 22 या 23 अप्रैल को मतदान होगा। तीसरे चरण का मतदान 30 अप्रैल को होगा और इस रोज 107 सीटों पर वोटिंग होगी।

इसके अलावा चौथे चरण का मतदान 7 मई और पांचवें एवं अंतिम चरण की वोटिंग 13 मई को होगी।

महीने बाद आएगा नेताओं का रिजल्ट
वोटों की गिनती 16 मई को होगी और ज्यादातर नतीजे इसी दिन पता चल जाएंगे। 15वीं लोकसभा का कार्यकाल 1 जून को पूरा हो रहा है। अगली सरकार को 2 जून से पहले कार्यभार संभालना होगा।

चुनाव आयोग ने 16वीं लोकसभा के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसकी शुरुआत वोटर लिस्ट में सुधार के साथ की गई है।

फरवरी में होंगी अहम बैठकें
फरवरी के पहले सप्ताह में चुनाव आयोग सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर चुनाव की तारीखों पर अंतिम फैसला करेगा।

इसके अलावा चुनाव आयोग गृह मंत्रालय के साथ भी विचार-विमर्श करेगा। इस बैठक में चुनावों से पहले और उनके दौरान होने वाली गड़बड़ियों की आशंका पर चर्चा करते हुए उन्हें रोकने के उपाय निकालने की कोशिश की जाएगी।

इसी मसले पर 6 फरवरी और 24 फरवरी को गृह मंत्रालय के साथ चुनाव आयोग की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है।

इस बार 75.4 करोड़ वोटर
देश भर में होने वाले त्योहारों और फसल की कटाई के सीजन को ध्यान में रख कर चुनाव आयोग ने इन तारीखों को अंतिम रूप दिया है। आयोग ने मौसम विभाग से भी इनपुट लेने के बाद ही इन तारीखों पर अपनी मुहर लगाई है।

इन तारीखों को लेकर राज्य सरकारों के साथ भी चुनाव आयोग की एक बैठक जल्द ही होने वाली है। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक 2004 के 67.1 करोड़ वोटरों के मुकाबले इस बार देश में 75.4 करोड़ वोटर हो चुके हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत दिसंबर में कह चुके हैं कि 16वें लोकसभा चुनाव की पूरी प्रकिया 1 जून तक पूरी कर ली जाएगी।

राहुल की ताजपोशी को लेकर सरगर्मियां तेज

congress think rahul gandhi prime minister candidate
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राहुल गांधी के पक्ष में खुलकर बैटिंग करने के बाद अब कांग्रेस में उनकी ताजपोशी को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 16 जनवरी को पार्टी कार्यसमिति की बैठक बुलाकर राहुल की पीएम उम्मीदवारी के प्रस्ताव को मंजूर कर सकती हैं। हालांकि अभी पार्टी की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

मगर संभावना जताई जा रही है कि 17 जनवरी को कांग्रेस की बैठक से ठीक पहले राहुल को नई जिम्मेदारी देने की प्रक्रिया के तहत यह कदम उठाया जा सकता है।

शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि राहुल में प्रधानमंत्री बनने की पूरी काबिलियत है।

उन्होंने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस संबंध में उचित समय पर फैसला लेंगी। इसके बाद ही पार्टी नेताओं और सरकार के मंत्रियों ने राहुल के पक्ष में माहौल बनाना शुरू कर दिया।

कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा था कि राहुल को पीएम उम्मीदवार बनाना महज वक्त की बात है।

पूरी दुनिया जानती है कि कांग्रेस में जब कभी प्रधानमंत्री पद का सवाल उठेगा, तब राहुल गांधी का नाम सबसे पहले आएगा। हालांकि राजनीतिक दलों की कुछ औपचारिकता और प्रक्रिया होती है।

कांग्रेस अध्यक्ष पहले ही प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की घोषणा करने की बात कर चुकी है तो इसका ऐलान उचित समय में किया जाएगा।

वहीं सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा था कि राहुल कांग्रेस के स्वाभाविक नेता हैं। जनता जब अपना आशीर्वाद देगी तो निश्चित ही वह प्रधानमंत्री बनेंगे।

डीपी यादव के इशारे पर अजय कटारा की हत्या की साजिश!

Ajay katara murder conspiracy
'इस साजिश के बारे में सुरक्षाकर्मियों ने मुझे शुक्रवार को ही बताया था। इसके बाद तत्काल मैंने साहिबाबाद इंस्पेक्टर और पुलिस के उच्चाधिकारियों को फोन पर सूचना दी।'

- अजय कटारा

चर्चित नीतीश कटारा हत्याकांड के एक मात्र गवाह अजय कटारा की हत्या की साजिश उसके ही एक सरकारी गनर ने रचने का प्रयास किया। उसने तीन गनर साथियों को साजिश में शामिल करने की कोशिश की।

इसकी शिकायत शुक्रवार को एक सुरक्षाकर्मी ने एसपी ग्रामीण के कार्यालय में की। अजय कटारा के तीनों गनर ने अपने शपथपत्र लगाते हुए आरोपी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

एसपी ग्रामीण जगदीश शर्मा के समक्ष पेश हुए गनर हारून अली ने बताया कि उसके अलावा रवि कुमार और विवेक पाल सिंह अजय कटारा के गनर हैं। कटारा को कुल चार गनर स्वीकृत हैं।

सिपाही हारुन का कहना था कि 3 जनवरी को साहिबाबाद थाने से कृष्णपाल यादव नामक सिपाही अजय कटारा की सुरक्षा को भेजा गया था।

आरोप है कि कृष्णपाल यादव ने उन्हें 50-50 लाख रुपये का लालच देकर अजय कटारा की पूर्व मंत्री डीपी यादव द्वारा हत्या करवाने में मदद करने को कहा।

सपा नेता बोला, नहीं सुनी तो मारुंगा जूते

sp supports fight with each other
सपा मुखिया मुलायम सिंह अन्य पार्टियों का हवाला देकर कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने और गुंडागर्दी न करने का पाठ पढ़ा रहे हैं, लेकिन उनके ही 'सिपाही' अनुशासन को तार-तार करने में जुटे हैं।

शनिवार को जिला कार्यालय में मासिक बैठक के दौरान विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी और पार्षद के बीच कहासुनी के बाद हाथापाई हो गई। दोनों के समर्थक आमने-सामने आ गए।

यह सब प्रदेश महासचिव और कैबिनेट मंत्री की मौजूदगी में हुआ। हालांकि बाद में शहर अध्यक्ष और प्रदेश महासचिव ने किसी तरह मामला शांत करा दिया।

शनिवार दोपहर फतेहाबाद रोड स्थित सपा कार्यालय पर चल रही जिला और महानगर संगठन की मासिक बैठक में प्रदेश महासचिव सीपी राय, कैबिनेट मंत्री अरिदमन सिंह, लघु उद्योग निगम के चेयरमैन शिव कुमार राठौर, पूर्व एमएलसी अनुराग शुक्ला, जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, शहर अध्यक्ष वाजिद निसार आदि मौजूद थे।

आगरा उत्तर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके अभिनव शर्मा ने बसपा के कार्यकर्ताओं की सपा में घुसपैठ का विरोध जताया। इस दौरान एक कार्यकर्ता ने उनकी बात काटने कोशिश की।

इस पर उन्होंने अपने प्रोटोकाल का हवाला देकर कार्यकर्ता को शांत करा दिया और आपस में बातचीत कर रहे कार्यकर्ताओं को खरीखोटी सुना दी।

अपने भाषण के बाद अभिनव साथ बैठे एक कार्यकर्ता से बात करने लगे तो वार्ड 69 के पार्षद मुहम्मद शरीफ ने उन्हें टोक दिया। यह अभिनव को नागवार गुजरा। इस पर दोनों के बीच कहासुनी होने लगी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देखते-देखते दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। इससे दोनों के समर्थक आमने-सामने आ गए। इस दौरान अभिनव का गनर भी कूद पड़ा।

हालात बिगड़ते देख कैबिनेट मंत्री अरिदमन सिंह, शिव कुमार राठौर और अनुराग शुक्ला वहां से निकल गए। बाद में प्रदेश महासचिव सीपी राय और शहर अध्यक्ष वाजिद निसार ने मामला शांत कराया।

सीपी राय का कहना है कि दोनों के बीच मारपीट नहीं वादविवाद हो गया था। उनकी गलतफहमी दूर कर दी गई। पार्षद ने भी लिख दिया है कि उनके शिकवे शिकायत दूर हो गए हैं।

'जनता की न सुनी तो जूते मारूंगा'
हाथरस की सांसद और आगरा लोकसभा सभा सीट की प्रत्याशी सारिका सिंह बघेल के पति देवेंद्र सिंह बघेल टोरंट पावर के संबंध में दिए गए बयान पर कायम हैं।

शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि जनता का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करूंगा। टोरंट पावर के कर्मचारी और अधिकारी जनता की समस्याओं का निस्तारण नहीं करेंगे, उनका उत्पीड़न करेंगे तो मैं पहले भी कह चुका हूं और फिर कह रहा हूं कि जूते मारूंगा। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराऊंगा।

पूर्व ड‌ीजीपी ने किया मोदी के ख‌िलाफ केस

Ex gujarat djp lodge case against bjp leaders
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित चार के खिलाफ मानहानि याचिका पर सुनवाई 3 मार्च तक टल गई है। याचिका गुजरात के पूर्व पुलिस महानिदेशक आरबी श्रीकुमार ने दायर की है।

पटियाला हाउस स्थित मैट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट आकाश जैन के समक्ष सुनवाई तय थी, लेकिन उनके छुट्टी पर होने के कारण सुनवाई 3 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई।

श्रीकुमार के अधिवक्ता ने तर्क रखा है कि भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने उनके मुवक्किल को गद्दार कहा है।

उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता वही बयान जारी करते हैं, जो पार्टी नेता तय करते हैं। आरबी श्रीकुमार ने याचिका में नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष राजनाथ सिंह, प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी और वैज्ञानिक नांबी नारायण को पक्ष बनाया है।

श्रीकुमार का आरोप है मीनाक्षी लेखी ने अपने एक साक्षात्कार में उन्हें गद्दार कहा था। इससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।

भाजपा का केजरीवाल की ‘सादगी’ पर वार

aap congress match fixing becoming increasingly visible says bjp
भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की 'सादगी' पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब वे 10 कमरों की बजाए चार कमरों वाले 'आम आदमी' हो गए हैं।

पार्टी ने कहा कि केजरीवाल को अपनी कथनी और करनी में फर्क नहीं करना चाहिए। आगामी लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से केजरीवाल को पीएम बनाने की इच्छा जाहिर करने पर भाजपा ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है।

पढ़ें, केजरीवाल ही नहीं और भी हैं सादगी के 'सुपरस्टार'

पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि केजरीवाल को भी पीएम बनने का सपना देखने का हक है। आप को कांग्रेस की बी टीम घोषित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें सभी 543 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए।

भाजपा प्रवक्ता ने कटाक्ष किया कि लगभग 300 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कहने वाली आप क्या बाकी सीटों पर कांग्रेस से समझौता करने जा रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल जो कहते हैं, करते उसका उल्टा हैं। वह देश में पहले मुख्यमंत्री हैं जो बात तो सादगी की करते हैं, लेकिन 10 कमरों का फ्लैट मांगते हैं।

केंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्री को भी टाइप आठ का मकान मिलता है। जबकि केजरीवाल उससे भी बड़ा मकान मांग रहे थे। जब आलोचना होने लगी तो अब छोटा फ्लैट लेने की बात करने लगे।

वास्तव में दबाव पड़ने पर वे 'त्याग' की बात करने लगे। उन्होंने कहा कि देश में बड़ी संख्या में ऐसे नेता हैं जो सादगी से जी रहे हैं लेकिन कोई ढोंग नहीं करते हैं।

फेसबुक की दोस्ती पहुंची बलात्कार की दहलीज पर

Men raped his facebook friend
सेक्टर-39 पुलिस ने तलाकशुदा महिला से पहले फेसबुक पर दोस्ती और फिर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के आरोप में एक कंपनी के सीनियर एचआर मैनेजर को गिरफ्तार किया है।

रोहिणी, दिल्ली की रहने वाली युवती की फेसबुक पर फेज टू स्थित एक कंपनी के सीनियर एचआर मैनेजर सुनील शुक्ला से दोस्ती हुई, वह हरदोई का रहने वाला है और सेक्टर-99 के जनता फ्लैट में रहता है। एफबी पर चेटिंग के बाद फोन पर बातचीत शुरू हुई।

सुनील ने युवती को बताया कि वो भी तलाकशुदा है और शादी के लिए कोई ऐसी ही लड़की तलाश रहा है। इसके बाद दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो गया।

पीड़ित युवती के मुताबिक दिसंबर महीने में वो सुनील के बुलाने पर नोएडा आई थी। सुनील उसे अपने घर ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया।

जब उसने इसका विरोध किया तो शादी का झांसा दिया। युवती ने जब शादी का दबाव बनाया तो सुनील ने इंकार कर दिया।

युवती ने शनिवार सुबह थाना-39 में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद शनिवार देर शाम सुनील को गिरफ्तार कर लिया गया।

केजरीवाल ने पूरा किया एक और वादा

केजरीवाल ने पूरा किया एक और वादा, पानी माफ‌ियाओं पर कसी नकेल

मुफ्त पानी के ल‌िए 'आप' का एक और कदम

मुफ्त पानी के ल‌िए 'आप' का एक और कदम

आम आदमी पार्टी की सरकार का असर शासन-प्रशासन पर अब दिखना शुरू हो गया है। मुफ्त पानी देने के बाद अब दिल्ली जल बोर्ड ने पानी के टैंकरों पर निगरानी रखने को टास्क फोर्स बनाया है।

टास्क फोर्स को दिल्ली जल बोर्ड की टैंकर सेवाओं के कार्य का निरीक्षण करने और जरूरी कार्यवाही करने का आदेश दिया गया है। साथ ही 6 जनवरी को अपनी रिपोर्ट भी देने का निर्देश दिया गया है।

शनिवार को जल बोर्ड मुख्यालय में हुई वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में बोर्ड के सीईओ विजय कुमार ने कहा कि हमें यह दिखाना होगा कि दिल्ली में रहने वाले उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड प्रयत्नशील है।
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