Wednesday, December 18, 2013

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की विदाई तय!

may be harish rawat become uttarakhand new cm
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की विदाई तकरीबन तय है। चार राज्यों की हार के बाद अब लोकसभा चुनाव की सियासी जंग के लिए तैयार हो रहे कांग्रेस हाईकमान ने बहुगुणा को हटाने का फैसला कर लिया है।

हरीश रावत के पक्ष में हाईकमान
अब कभी भी इस फैसले की घोषणा हो सकती है। दूसरी तरफ लंबे समय से मुख्यमंत्री पद की दौड़ में रहे केंद्रीय मंत्री हरीश रावत को पार्टी हाईकमान उत्तराखंड की कमान सौंपने के पक्ष में नहीं है।

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जबकि नए मुख्यमंत्री के लिए हाईकमान के सुझाए नामों को लेकर रावत मान नहीं रहे हैं। हाईकमान ने प्रदेश सरकार में मंत्री इंदिरा हृदयेश, हरक सिंह रावत और प्रीतम सिंह के नाम सुझाए हैं। ऐसे में तीसरी बार हाथ से फिसलती बाजी देख रावत के बागी होने की आशंका जताई जा रही है।

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इसलिए बहुगुणा को लेकर फैसले का ऐलान रुका हुआ है। कांग्रेस हाईकमान ने बहुगुणा को फैसले की जानकारी दे दी है, जबकि रावत को बुलाकर समझाने की कोशिश की, लेकिन रावत ने दो टूक कह दिया है कि इस बार भी उनके नाम को खारिज करने पर वे अपने समर्थक विधायकों के कांग्रेस में बने रहने की गारंटी नहीं दे सकते हैं।

राहुल गांधी रावत के पक्ष में नहीं
ऐसे में कांग्रेस हाईकमान नए मुख्यमंत्री को लेकर आम सहमति बनाने की कोशिश में है। दरअसल, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ कह दिया है कि वे हर राज्य में नए नेतृत्व को आगे लाना चाहते हैं। राहुल भी रावत के पक्ष में नहीं हैं।

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दरअसल, कांग्रेस मानने लगी है कि बहुगुणा के पद पर बने रहने से वह प्रदेश की लोकसभा की सभी पांचों सीटें गंवा देगी। जबकि 2009 में कांग्रेस ने पांचों सीटें जीती थीं। केदारनाथ त्रासदी से निपटने में भी बहुगुणा नाकाम साबित हुए। इसके अलावा उनके आए दिन दिल्ली में डटे रहने से भी हाईकमान उनसे नाराज था।

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'अमेरिका के समलैंगिक दूतों को गिरफ्तार करे सरकार'

government to arrest us homosexual diplomats says bjp
भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरगड़े की अपमानजनक गिरफ्तारी पर भाजपा ने केंद्र सरकार से और कडा़ रुख अपनाने को कहा है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने भारत में रहे रहे अमेरिकी समलैंगिक राजनयिकों को धारा 377 ‌के गिरफ्तार ‌किए जाने की मांग की है।

उन्होंने राजनयिक देवयानी से अमेरिकी अधिकारियों के अपमानजनक बर्ताव की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि कोई भी मित्रवत राष्ट्र किसी भी मित्र राष्ट्र के राजनयिक के सा‌थ ऐसा बूरा बर्ताव नहीं करता जैसा कि अमेरिका ने देवयानी के साथ किया है।

सुप्रीम कोर्ट के भारत में समलैंगिक संबंधों को अवैध करार देने के फैसले को ध्यान में रखकर सिन्हा ने कहा कि देश में रह रहे अमेरिकी राजनयिकों को इस संबंध में कोई विशेष सुविधा नहीं दी जानी चाहिए। उनको भी इस कानून का सामना करने देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अमेरिकी समलैंगिक राजनयिकों के वीजा रद्द कर देने चाहिए। सभी को गिरफ्तार करके जेल में डाला जाना चाहिए क्योंक‌ि वे सभी धारा 377 का उल्लंघन कर रहे हैं।

भीम! 40 अंडे, 6 चिकन, 40 रोटियां चाहिए रोज

haryana police found a new great khali

खास-खास

राजेश का दिन का खाना
  • 40 अंडे
  • 5-6 चिकन
  • 7 लीटर दूध
  • 30 रोटियां
  • 6-7 किलो फल

राजेश की कद-काठी

  • कद : 6 फुट 11.5 इंच
  • सीना (बिना फुलाए) : 48 इंच
  • सीना फुलाकर : 50 इंच
  • वजन : 142.5 किलो
हरियाणा के 'महाबली भीम' को प्रदेश सरकार अपनी पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी देने जा रही है।

मंत्रिमंडल की बुधवार को होने वाली बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लग जाएगी। अंबाला जिले के धनौरा गांव के 39 वर्षीय 'महाबली भीम' का असली नाम राजेश कुमार है। उनका वजन 143 किलो है।

वह 'ग्रेट खली' की तर्ज पर वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। राजेश ने हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी मांगी थी, जिसे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने स्वीकार कर लिया है।

राजेश ने डीजीपी एसएन वशिष्ठ के पास आवेदन देकर कांस्टेबल की नौकरी के लिए आग्रह किया था। राजेश ने आवेदन में दावा किया था कि उसकी लंबाई 7 फुट 4 इंच है और पंजाब-हरियाणा में वह सबसे लंबा व्यक्ति है। वह दो बच्चों के पिता हैं और उनके आठ भाई-बहन हैं।

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द ग्रेट खली की तर्ज पर मिली छूट
हरियाणा सरकार ने राजेश कुमार को भर्ती करने के लिए द ग्रेट खली मामले का हवाला दिया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि जैसे खली को पंजाब पुलिस में भर्ती करने के लिए छूट दी गई थी और खली ने पंजाब पुलिस का नाम रोशन किया है, वैसे ही राजेश कुमार को छूट दी जाए। 20 मई, 1974 को जन्मे राजेश ने दसवीं तक पढ़ाई की है।

हालांकि हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी के लिए दस जमा दो पास होना जरूरी है और उम्र भी 18 से 27 साल (एससी, पिछड़ी श्रेणी को 5 साल की रियायत) तक और लंबाई न्यूनतम 5 फुट 7 इंच होना जरूरी है। इसके अलावा छाती बिना फुलाए 33 इंच और फुलाने पर साढ़े 34 इंच होनी चाहिए।

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राजेश कुमार पढ़ाई और उम्र के लिहाज से तो नौकरी के पात्र नहीं थे लेकिन जब डीसीपी पंचकूला के कार्यालय में उनका फिजिकल टेस्ट लिया गया तो उनकी लंबाई 6 फुट, 11.5 इंच, छाती बिना फुलाए 48 इंच और फुलाकर 50 इंच और वजन 142.5 किलो निकला।

'द ग्रेट खली' से मिलने के बाद जागा जोश
राजेश कुमार ने बताया कि दो साल पहले जब खली अपने देश लौटे तो उनसे मिलने के बाद वे भी डब्ल्यूडब्ल्युई की ट्रेनिंग लेने के लिए तैयार हो गए। इन दिनों वह जापान में ट्रेनिंग ले रहे हैं।

अन्ना का अनशन खत्म, केजरीवाल पर हमला शुरू!

anna happy with lokpal, angry with mulayam and kejriwal
लोकपाल बिल पारित कराने को लेकर बीते आठ दिन से अनशन कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे ने लोकसभा में इसे हरी झंडी मिलने के बाद अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी।

अन्ना हजारे ने एक तरफ जहां लोकपाल बिल पास होने पर खुशी जताई और सांसदों को धन्यवाद दिया, वहीं दूसरी तरफ इस मौके पर अपने चेले रहे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर बार-बार हमला बोला।

तस्वीरों में देखिए:- क्या पोज है नगमा! नेताजी का ग्लैमरस अंदाज

अन्ना ने कहा, "यह खुशी की बात है कि राज्यसभा के बाद लोकसभा ने भी लोकपाल बिल पास कर दिया है। इसके लिए मैं सेलेक्ट कमेटी को धन्यवाद देता हूं।"

सेलेक्ट कमेटी को‌ दिया धन्यवाद
उन्होंने कहा कि जो विधेयक पहले लोकसभा में आया था, वो कमजोर था। इसके बाद सेलेक्ट कमेटी बनी, जो इसमें जनता की अपेक्षाओं के मुताबिक बदलाव लाई। इस बिल का विरोध करने वाले मुलायम सिंह यादव से अन्ना नाराज दिखे।

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अन्ना ने कहा, "समाजवादी पार्टी को छोड़कर मैं और पूरा रालेगन परिवार राज्यसभा और लोकसभा के सभी सांसदों को हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूं। उन लोगों ने देश के लिए अच्छा कदम उठाया है।"

जिस लोकपाल बिल के पारित होने पर अन्ना खुश है, उसी विधेयक पर अरविंद केजरीवाल नाराजगी जता चुके हैं। केजरीवाल यहां तक कह चुके हैं कि उन्हें अन्ना के रुख पर हैरानी है और शायद उन्हें कोई भ्रमित कर रहा है।

केजरीवाल पर बार-बार हमला
बुधवार को अन्ना ने अनशन खत्म करने के मौके पर केजरीवाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "कैमरे के सामने बोलने से देश का भला नहीं होता। मुझे यह पसंद भी नहीं है। इसलिए मैं यहां गांव में अनशन कर रहा हूं।"

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उन्होंने माना कि इस कानून से सौ फीसदी भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा, लेकिन 50 फीसदी भ्रष्टाचार पर लगाम कसेगी। आप की फंडिंग को लेकर सवाल उठ चुके हैं, इसी पर निशाना साधते हुए अन्ना ने कहा, "हमने इस अनशन के लिए कोई विदेशी फंडिंग नहीं ली। यहां भी खर्च हुआ है, लेकिन सारा चंदा गांववालों ने दिया है।"

अन्ना ने अपने समर्थकों को उन लोगों से सचेत रहने के लिए कहा, जो उनके नाम का इस्तेमाल करते हैं। जाहिर है, यह हमला भी केजरीवाल पर था, क्योंकि आम आदमी पार्टी पर चुनाव प्रचार के दौरान अन्ना के नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगा था।

लड़की को ट्रेन से नीचे लेकर कूदा विकलांग भिखारी, रेप

kerala high court continues death sentence in rape and murder case
केरल हाई कोर्ट ने 23 वर्षीय युवती से बलात्कार करने वाले विकलांग भिखारी को मिली मौत की सजा बरकरार रखी है। फास्ट ट्रैक कोर्ट ने महिला से रेप और फिर उसके कत्ल का दोषी मानते हुए शख्स को मौत की सजा सुनाई थी।

दोषी गोविंदाचामी ने एक फरवरी, 2008 को चलती ट्रेन से युवती को ट्रेन से धक्का दे दिया था। फिर उससे रेप किया, जिसके बाद युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी।

हाई कोर्ट की जस्टिस टी रामचंद्रन नायर और बी कमल पाशा की बेंच ने गोविंदाचामी को त्रिसूर की फास्ट्र ट्रैक कोर्ट की ओर से सुनाई गई मौत की सजा बरकरार रखी।

लोगों की उदासीनता पर सवाल
बेंच ने कहा अब इस मामले में हस्तक्षेप के लिए कुछ नहीं बचा है। बेंच ने भारतीय रेलवे के रवैए और युवती के साथ ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों की उदासीनता की भी आलोचना की।

बेंच ने कहा कि महिलाओं के कोच में सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था। इस घटना के बाद भी महिलाओं के कोच को ट्रेन के बिल्कुल आखिर में ही रखा गया।

'मदद की होती तो...'
जजों का कहना था महिलाओं के कोच को बीच में जोड़ा जाना चाहिए। साथ ही कंपार्टमेंट में दो महिला गार्डों की तैनाती की जाए। बेंच ने कहा कि मामले के दौरान ट्रेन के सहयात्रियों का रवैया बेहद खराब था। अगर उन्होंने मदद की होती तो इस वारदात को रोका जा सकता था।

गोविंदाचामी ने एक फरवरी, 2008 को एर्नाकुलम-शोरनूर पैसेंजर ट्रेन में सफर कर रही एक 23 वर्षीय महिला को लूटने के लिए पहले धक्का देकर गिरा दिया और उसके साथ बलात्कार किया। पांच दिन बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

नीतीश नहीं, मोदी हैं लालू के नंबर 1 दुश्मन

now narendra modi becomes enemy No. 1 for RJD
जेल से रिहा होने के बाद लालू प्रसाद यादव ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जबर्दस्त सफलता के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू यादव अपनी रणनीति में बदलाव भी कर रहे हैं।

लालू के लिए अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के बजाए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी दुश्मन नंबर वन बन गए हैं।

तस्वीरों में देखिए:- क्या पोज है नगमा! नेताजी का ग्लैमरस अंदाज

चारा घोटाले के मामले में जेल गए लालू प्रसाद यादव को अदालत ने सोमवार को जमानत पर रिहा कर दिया है। अब जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरना शुरू भी कर दिया है।

उन्‍होंने अपने बेटे तेजस्वी के साथ मंगलवार को पटना से झारखंड के कोडरमा में पार्टी रैली में भाग लिया।

मोदी को निशाना बनाएगी पार्टी
लालू की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी पहले ही यह इशारा कर दिया था कि अगले साल चुनाव में नीतिश कुमार की पार्टी शीर्ष तीन में नहीं होंगे। अब माना जा रहा है कि पार्टी धर्मनिरपेक्षता के सहारे नरेंद्र मोदी को अपना निशाना बनाएगी।

नीतीश्‍ा कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के कांग्रेस से जुड़ने की संभावना खत्म होने के बाद अब माना जा रहा है कि आरजेडी भविष्य में कांग्रेस से गठजोड़ की उम्मीद कर रही है।

विधानसभा के परिणामों ने यह बता दिया है कि अगले आम चुनावों में नरेंद्र मोदी का प्रभाव जरूर दिखेगा।

हो सकता है कि कांग्रेस आरजेडी से करार कर बिहार में लालू को नरेंद्र मोदी के विरोध में प्रचार की कमान सौंप सकती है।

डीएसपी ने धोए पैर
लालू प्रसाद यादव के रांची के रजरप्पा मंदिर में दर्शन के बाद वापस लौटने पर उनके पैर में कुछ लग गया था। रामगढ़ के डीएसपी अशोक कुमार ने लालू के पैर धोए। और बिहार के एक जवान ने उनके चप्पलों को ढोया।

स्‍थानीय सूत्रों के अनुसार, डीएसपी ने लालू के पैर धोने की बात से इनकार नहीं किया है।

तिरंगे का अपमान, फाड़कर बनाया लिफाफा

Agriculture research Council Insulting national flag
राष्ट्रध्वज के अपमान मामले में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। इस मामले की गूंज लोकसभा तक पहुंच गई है।

बसपा सांसद रमाशंकर राजभर ने मामले को सदन में उठाने के लिए स्पीकर मीरा कुमार को नोटिस देकर कार्रवाई की मांग की है।

हालांकि मंगलवार को सदन में हंगामे के चलते स्पीकर नोटिस का संज्ञान नहीं ले पाईं। मामला तिरंगे के अपमान से जुड़ा हुआ है, इसलिए पूरे मामले में कई अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।

सांसद राजभर ने आईसीएआर की ओर से स्पीड पोस्ट से मिले तिरंगे वाले लिफाफे को अमर उजाला को दिखाते हुए कहा कि राष्ट्रध्वज की यह दुर्गति देखकर एकबारगी विश्वास ही नहीं हुआ कि एक सरकारी संस्थान भी इस तरह का दुस्साहस कर सकता है।

उन्होंने कहा कि पहले लगा कि शायद यह निजी कूरियर से भेजा गया हो सकता है लेकिन यह देखकर दंग रह गया कि यह स्पीड पोस्ट से आया है। स्पीड पोस्ट से भेजे जाने का सीधा मतलब है कि इसके लिए लिफाफा आईसीएआर में ही तैयार हुआ है।

दरअसल तिरंगे को फाड़कर कागज के बने लिफाफे में अंदर से साट दिया गया था। एजेंडे की कॉपी बीते 29 नवंबर को आईसीएआर की गवर्निंग बॉडी की बैठक के लिए थी।

क्या है मामला

भारतीय कृषि अनुसंधान संगठन ने गवर्निंग बॉडी की बैठक का एजेंडा भेजने के लिए तिरंगे को फाड़कर लिफाफा बना दिया।

मामले का खुलासा तब हुआ जब स्पीड पोस्ट से भेजा गया लिफाफा उत्तर प्रदेश के सलेमपुर से बसपा सांसद और आईसीएआर के गवर्निंग बॉडी के सदस्य रमाशंकर राजभर को मिला।

जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
तिरंगे के अपमान से बेहद आहत और नाराज राजभर ने इस मामले में आईसीएआर के अधिकारियों को सबक सिखाने की ठान ली है।

उनका कहना है कि कड़ा संदेश देने के लिए इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सांसद ने मंगलवार को भी यह मामला लोकसभा में उठाने की पुरजोर कोशिश की।

मगर हंगामे के कारण वह अपनी बात नहीं रख सके। अब राजभर की योजना इस मामले को बुधवार को उठाने की है।

वरिष्ठ सांसदों ने भी जताया अचंभा
बसपा सांसद ने तिरंगे वाले लिफाफे को लोकसभा में कई वरिष्ठ नेताओं को भी दिखाया। चूंकि तिरंगा फाड़ने के मामले में सरकारी संस्थान शामिल है, इसलिए लिफाफा देखने वाले सभी नेता हतप्रभ रह गए।

विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव, जदयू सुप्रीमो शरद यादव समेत कई नेताओं ने आईसीएआर के कदम पर आश्चर्य जताया।

लालू के काफिले की गाड़ी से ‌कुचले गए आठ लोग

lalu convoy vehicle runs over eight
रांची से पटना जा रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के काफिले की एक गाड़ी ने आठ लोगों को कुचल दिया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम सात अन्य जख्मी हो गए।

यह हादसा मंगलवार शाम रांची से 170 किलोमीटर दूर कोडरमा घाटी में हुआ। कोडरमा के एसडीपीओ श्रवण कुमार ने कहा, "सात लोगों को घायल हालत में अस्पताल लाया गया, जिनमें से एक की मौत हो गई है।"

पुलिस का कहना है कि लालू और अन्य नेता सुरक्षित हैं। काफिले में दुर्घटना की शिकार हुई कार से लालू की कार दस किलोमीटर आगे थी। सभी गाड़ियां काफी स्पीड से दौड़ रही थीं। इसलिए दुर्घटना होने के बाद लालू को इस बात की सूचना नहीं मिल सकी और वे बिना रुके बिहार चले गए।

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पुलिस सूत्रों ने कहा कि एक घायल ने बताया कि जिस गाड़ी से यह दुर्घटना हुई वह लालू के काफिले में शामिल थी।

एसडीपीओ कुमार ने बताया कि गाड़ी दुर्घटना के बाद 20 फीट गहरी खाई में जा गिरी। बचाव टीम को घटनास्थल पर भेजा गया, जिसने घायलों को बचाया। घटना का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है।

सामने आया UP पुलिस का भयावह चेहरा

up police arrested burned man
डॉक्टरों की टीम से पीड़ित के जलने की जांच कराई जाएगी। ताकि सच्चाई सामने आ सके। यदि लॉकअप में मिट्टी के तेल से जला युवक पड़ा रहा तो मामला गंभीर है। हादसा हो सकता था। पूरे प्रकरण की जांच कराएंगे।

- रविशंकर छवि,पुलिस अधीक्षक

देवरिया पुलिस का भयावह चेहरा सामने आया है। पुलिस ने मानवता को शर्मसार करते हुए गंभीर रूप से घायल का उपचार न कराकर शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार कर चालान कर दिया। एसडीएम सदर दिनेश गुप्त ने पीड़ित की नाजुक हालत देखकर जमानत पर उसे रिहा किया और अस्पताल भेजा।

रामपुर कारखाना क्षेत्र के ग्राम बनकट निवासी बसपा कार्यकर्ता राजकुमार भारती ने आज एसडीएम कोर्ट के सामने बताया कि उसका भूमि विवाद गांव के लोगों से चल रहा है।

उसने बताया कि सोमवार की शाम सात बजे इसी विवाद को लेकर गांव के जितेन्द सिंह, रामनरेश, अभयनंदन बर्नवाल के साथ अज्ञात दो लोगों ने लाठी से मारकर घायल कर दिया तथा उसके बाद मिट्टी तेल छिड़क कर गंभीर रूप से जला दिया।

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उसने बताया कि ऐसी हालत में उसे रात भर थाने में रखा गया तथा आज दोपहर बाद थाने से चालान कर एसडीएम कोर्ट भेज दिया गया है। सूत्रों के अनुसार सत्ता पक्ष के दबाव में आकर पुलिस ने मानवता का गला घोटकर उल्टे पीड़ित को ही बिना उपचार के चालान कर दिया।

वहीं राजकुमार भारती की पत्नी अनिता देवी ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि सोमवार की रात उनके पति राजकुमार देवरिया से घर आ रहे थे। भरोह चौराहे के पास भट्ठा मालिक समेत तीन लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया।

उनके पति को लोग एक ईंट भट्ठे पर ले गए और शराब की शिकायत करने पर उनकी बंद कमरे में जमकर पिटाई की। जिससे उनका पैर टूट गया है। उन्हें जलाने का प्रयास भी किया गया। राजकुमार को मरा हुआ समझ कर उन लोगों ने भट्ठे के किनारे फेंक दिया।

किसी ने मामले की सूचना रामपुर कारखाना के निरीक्षक को दी। वह जले हुए हालत में राजकुमार को लेकर थाने पहुंचे। उन्होंने रातभर राजकुमार को लॉकअप में रखा और मंगलवार की दोपहर में शांतिभंग में चालान कर दिया।

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राजकुमार भारती ने अपने को बसपा का पथरदेवा विभानसभा का सेक्टर प्रभारी बताया। उधर, रामपुर कारखाना थाने के निरीक्षक शिवप्रसाद यादव ने बताया कि राजकुमार ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूरों को शराब के नशे में पीट रहा था।

पुलिस के सामाने ही उसने मिट्टी का तेल अपने ऊपर गिरा लिया और उसे थाने लाया गया। पिटाई और तेजाब फेंकने की घटना सही नहीं है।

सवाल यह उठता है कि अगर पुलिस के सामने राजकुमार ने मिट्टी का तेल अपने ऊपर गिराया तो पुलिस उसे उपचार के लिए अस्पताल क्यों नहीं ले गई।

घटना के विरोध में बसपा के जिलाध्यक्ष परमानंद प्रसाद ने थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो उनकी पार्टी आंदोलन करेगी।

लोकपाल विधेयक: 44 साल का सफर

lokpal bill history
अन्ना हजारे द्वारा जनलोकपाल बिल को लेकर शुरू किए आंदोलन और दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन के बाद 27 दिसंबर 2011 को लोकसभा में लोकपाल विधेयक पारित किया गया था।

राज्यसभा में 29 दिसंबर 2011 को लोकपाल विधेयक पेश किया गया लेकिन भारी हंगामें के चलते यह पारित नहीं हो सका। राज्यसभा में आए सुझावों के चलते 21 मई 2012 को विधेयक प्रवर समिति को भेजने का फैसला किया गया।

23 नवंबर 2012 को प्रवर समिति ने अपनी सिफारिशें राज्यसभा सचिवालय को सौंप दी, तब से यह लंबित था।

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राज्यसभा में लोकपाल विधेयक
मई 1969 में पहली बार इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री काल में लोकपाल बिल लोकसभा में पेश किया गया और पारित भी हुआ मगर राज्यसभा में पारित नहीं हो सका।

लोकसभा में लोकपाल पास, रालेगन में जश्न

तब से अब तक इस विधेयक को 1971, 1977, 1985, 1989, 1996, 1998, 2001, 2005, 2008 और 2011 में पेश किया गया, लेकिन पारित नहीं हो सका।

17 दिसंबर, 2013 को राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित हुआ।

टाइमलाइन
5 अप्रैल, 2011 : जन लोकपाल विधेयक लाने की मांग को लेकर अन्ना हजारे दिल्ली के जंतर-मंतर पर आमरण अनशन पर बैठे।

  • केंद्र सरकार ने 9 अप्रैल को लोकपाल बिल को लेकर अधिसूचना जारी की, अन्ना 98 घंटे बाद अपना अनशन खत्म किया।

21 जून, 2011 : अंतिम बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला, 16 अगस्त से अनशन पर बैठने की घोषणा की
28 जुलाई, 2011 : कैबिनेट ने विधेयक को मंजूरी दी, पीएम, न्यायपालिका, संसद के भीतर सांसदों के आचरण दायरे से बाहर
16 अगस्त, 2011 : अनशन स्थल जाते समय अन्ना गिरफ्तार, तिहाड़ जेल भेजे गए, शाम को रिहाई के आदेश
19 अगस्त, 2011 : अन्ना तिहाड़ जेल से बड़े जनसमुह के साथ रामलीला मैदान पहुंचे, अनशन जारी
27 अगस्त, 2011 : सिटीजन चार्टर, लोकायुक्त, निचली श्रेणी की नौकरशाही को दायरे में लाने को संसद की सैद्घांतिक सहमति
28 अगस्त, 2011 : अन्ना हजारे ने 13वें दिन अपना अनशन समाप्त किया
9 दिसंबर, 2011 : विधेयक पर संसदीय स्थायी समिति की रिपोर्ट पेश, जन लोकपाल के प्रमुख तीन मुद्ïदों को नकार दिया गया
10 दिसंबर, 2011 : जनलोकपाल को लेकर जंतर-मंतर पर एक दिन का उपवास, कई दलों के नेता मंच पर आए
20 दिसंबर, 2011 : कैबिनेट ने बिल को मंजूरी दी। सीबीआई को लोकपाल के नियंत्रण से बाहर रखने का फैसला, प्रधानमंत्री को कुछ शर्तों के साथ दायरे में रखा गया।
27 दिसंबर, 2011 : लोकसभा में लोकपाल बिल पास, लेकिन सरकार लोकपाल को संवैधानिक दर्जा नहीं दिला सकी
29 दिसंबर, 2011 : हंगामें की वजह से राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, बिल एक बार फिर लटक गया
10 दिसंबर, 2013 : अन्ना हजारे एक बार फिर मुंबई में अनशन पर बैठे
17 दिसंबर, 2013 : लोकपाल विधेयक राज्यसभा में पारित

'इस्लाम में गोमांस खाना हराम है'

beef is not allowed to eat in islam
इत्तेहाद ए मिल्लत कौसिंल के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि इस्लाम में गाय का मीट हराम है।

गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, वहीं मीट मेडिकल साइंस के अनुसार घातक है। इस्लाम ऐसे किसी काम की इजाजत नहीं देता जो दूसरे की भावनाओं को चोट पहुंचाए।

उन्होंने उत्तर प्रदेश के मेरठ में आयोजित सद्भावना महासम्मेलन में कहा कि गोकशी के पीछे भी सांप्रदायिक ताकतें हैं। मुसलमानों को इनसे बचना चाहिए। मौलाना ने कहा कि मुसलमानों को एकजुट होने की जरूरत है। मुसलमानों के शोषण के लिए उनके मतभेद ही जिम्मेदार हैं।

उन्होंने कहा कि वे बरेलवी और देवबंदी के साथ बिरादरियों में बंटे हैं। इस मंच से एकता की बात हो रही है, तो मुसलमानों को जाति, बिरादरी से बाहर आकर मजहबी दीवारों को भी गिराना होगा।

पढ़ें, सामने आया पुलिस का भयावह चेहरा

तौकीर रजा ने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक हम लोग सद्भाव का संदेश फैला रहे हैं। कुछ सियासी और फिरकापरस्त ताकतें ऐसा करने से रोकने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने साफ किया कि यह मिशन अब रुकने वाला नहीं है।

आजम को चुनौती तो नहीं दे रहे तौकीर

तौकीर रजा ने जिस तरह मीट कारोबारियों के पक्ष में शिवपाल से सिफारिश की, वह चौंकाने वाली थी। तौकीर रजा ने अफसरों पर मुस्लिम मीट कारोबारियों का उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि एपिडा की रिपोर्ट के अनुसार महज 14 फीसदी मुस्लिम ही मीट कारोबार से जुड़े हैं। मेरठ में केंद्र की सियासत से जुड़े एक व्यक्ति के मीट प्लांट पर प्रशासन की नजर नहीं है, लेकिन मुस्लिम मीट कारोबारियों का व्यापार चौपट किया जा रहा है।

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उन्होंने इन कारोबारियों को प्रोत्साहन देने का भी मुद्दा उठाया। तौकीर रजा के मीट कारोबारियों के पक्ष में उतरने के सियासी हलके में चर्चा है। हालांकि सपा सरकार बनते ही आजम खां ने कमेला नेस्तनाबूद करा दिया था। मीट प्लांटों पर भी आजम खां की टेढ़ी नजर है।

ऐसे में तौकीर रजा का मीट कारोबारियों के पक्ष में आना सपा की मुस्लिम राजनीति में आजम के लिए चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।

4 ठग, 2 लाख शिकार, 562 करोड़ का चूना!

four men in police custody who dupes more than 2 lakh people
तीन दिन में पैसा तीन गुना करने का झांसा देकर देशभर में दो लाख से ज्यादा लोगों से 562 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले चार ठग अब दिल्ली पुलिस की रिमांड पर हैं।

इन ठगों पर दिल्ली में भी 2800 लोगों को 25 करोड़ रुपए का चूना लगाने के मामले दर्ज हैं।

गैंग का सरगना अशोक जडेजा, परवीन पोपट, खिमजी भाई जडेजा और केशाराम रुपए तिगुना करने का दावा कर लोगों से धन ऐंठते और फरार हो जाते थे। देशभर में करीब दो लाख लोगों को चूना लगा चुके इन ठगों को कुछ दिन पहले गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

न्यायिक हिरासत में रहे इन ठगों को अब दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर अदालत से रिमांड पर लिया है।

कैसे करते थे वारदात
आर्थिक अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त प्रवीर रंजन ने बताया कि वर्ष 2009 में एक खास समुदाय और जाति के लोगों ने ठगे जाने की शिकायत की थी। छानबीन में पता चला कि दिल्ली समेत गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भी इसी तरह से लाखों लोगों के साथ ठगी की गई है।

इस बीच गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने गैंग सरगना अशोक और उसके तीनों एजेंट परवीन, खिमजी तथा केशा को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी अशोक जडेजा ने बताया कि एजेंट के जरिए उसने एक खास समुदाय और जाति के बीच यह फैलाया कि उसे सिकोदर माता-देवता से खास शक्ति प्राप्त हुई है।

समुदाय के उत्थान के लिए तीन दिन में वह रुपयों को तिगुना कर देगा। हालांकि तीन दिन के बजाए 25 से 30 दिन का समय लेकर भी तिगुना नहीं किया और गैंग के लोग रुपए लेकर फरार हो गए। गैंग के एक सदस्य बसंत लाल को पुलिस पहले ही दबोच चुकी है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।

लोकसभा में लोकपाल पास, रालेगन में जश्न शुरू

lokpal bill present in loksabha, sp walkout
लोकपाल बिल को लेकर आखिरकार लंबा इंतजार खत्म हुआ।

राज्यसभा के हरी झंडी दिखाने के एक दिन बाद ही बुधवार को लोकसभा ने भी लोकपाल विधेयक को पास कर दिया। राज्यसभा ने बिल में जो संशोधन किए थे, उसे लोकसभा ने भी मंजूरी दे दी।

दोनों सदनों से पास होने के बाद अब यह बिल राष्ट्रपति के पास जाएगा, जहां दस्तखत होने पर यह कानून का रूप ले लेगा।

लोकपाल विधेयक: 44 साल का सफर


लोकसभा में बिल पारित हुए रालेगन में जश्न का माहौल बन गया, जहां समाजसेवी अन्ना हजारे बीते कुछ दिनों अनशन पर बैठे हैं।

यह खबर आते ही अन्ना अपने साथियों के साथ खड़े हो गए और हाथ में तिरंगा लेकर लहराने लगे।

तस्वीरों में देखिए:- क्या पोज है नगमा! नेताजी का ग्लैमरस अंदाज

मंगलवार को जब राज्यसभा में बिल पारित किया गया था, तो अन्ना ने सभी नेताओं को इसके लिए बधाई और धन्यवाद दिया था।

लोकपाल बिल पारित होने पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुशी जाहिर की।

सदन में हंगामा
इससे पहले पर बहस शुरू होते ही सदन में हंगामा मच गया। कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने लोकपाल बिल पेश किया।

इसके बाद लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि अगर इस बिल को पारित किया जाता है, तो यह सत्र ऐतिहासिक हो जाएगा। संसद को यह मौका नहीं गंवाना चाहिए।

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उन्होंने कहा, "एक बुजुर्ग समाजसेवी लोकपाल‌ बिल को पारित कराने के लिए बार-बार अनशन कर रहा है और हर बार बात टल जाती है। इस बिल का श्रेय अन्ना हजारे को जाता है।"

सुषमा ने यह भी कहा कि लोकपाल बिल को पारित कराने का श्रेय लेने की होड़ नहीं करनी चाहिए।

राहुल ने सराहा
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह मौका 45 साल बाद आया है और लोकपाल बिल पारित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी कुछ और विधेयक भी लंबित हैं, जिन्हें पास करने के‌ लिए सत्र की अवधि बढ़ाई जानी चाहिए।

समाजवादी पार्टी ने लोकपाल बिल का कड़ा विरोध किया। पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कहा कि लोकपाल बिल किसी भी हालत में पारित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं सोनियाजी से इसे वापस लेने का आग्रह करता हूं। अगर यह पास हुआ, तो यह कलंक होगा।"

'बिल से परेशान होगी जनता'
मुलायम ने कहा कि जनता इस बिल से परेशान होगी। उन्होंने कहा कि इस बिल के लागू होते ही कोई दरोगा भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से सवाल कर सकेगा। इसके बाद समाजवादी पार्टी वॉकआउट कर गई।

सनी लियोनी, कैटरीना से हार गए नरेंद्र मोदी!

modi behind sunny, katrina in yahoo india 2013
अगर आपको लगता है कि चुनावी बुखार ने देश और इंटरनेट पर रहने वाले देशवासियों को अपनी गिरफ्त में ले रखा है, तो एक बार फिर सोचिए।

नरेंद्र मोदी, अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी भले सियासत में धूम मचा रहे हों, लेकिन इस हकीकत का दूसरा चेहरा भी है।

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याहू इंडिया 2013 ईयर इन रिव्यू के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा सर्च किए गए नामों में मोदी, केजरीवाल या राहुल नहीं, बल्कि सन्नी लियोनी, दीपिका पादुकोण और कैटरीना कैफ हैं।

मोदी दसवें नंबर पर
सबसे ज्यादा खोजे गए लोगों में जगह बनाने वाले नेताओं में सिर्फ मोदी हैं, लेकिन लिस्ट में उनका नंबर काफी नीचे दसवें पायदान पर है, जबकि बॉलीवुड हीरोइन और हसीनाएं उनसे आगे हैं।

तस्वीरों में देखिए:- क्या पोज है नगमा! नेताजी का ग्लैमरस अंदाज

देश के शीर्ष क्रिकेट सितारों में कोई चौंकाने वाला नाम नहीं हैं और इनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा और आर अश्विन शामिल हैं। सचिन तेंदुलकर टॉप 10 में भले जगह बनाने में कामयाब नहीं रहे, लेकिन उनकी रिटायरमेंट क्रिकेट जगत में साल के सबसे बड़े लम्हे के रूप में दर्ज हुई।

ऐसा लगता है कि रुपए की गिरावट देश के लोगों को साल भर याद रही, क्योंकि हाल में आरबीआई गवर्नर बने रघुराम राजन फाइनेंस जगत में सुर्खियां बटोरने वालों में हैं। बॉलीवुड के श्रेष्ठ पलों में सिनेमा के सौ साल ऊपर रहे और उसके बाद प्राण का देहांत आया।

साल में बॉलीवुड से सबसे ज्यादा खबरें बटोरीं दीपिका पादुकोण ने, जबकि विश्वरूपम की रिलीज और संजय दत्त भी निगाह गई।

LIVE: धवन आउट, भारत को पहला झटका

fst Test Live: India Vs South africa
टीम इंडिया के क‌प्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पहले टेस्‍ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्‍लेबाजी करने का फैसला लिया है।

समाचार लिखे जाने तक भारत ने नौ ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 17 रन बना लिए हैं। क्रीज पर मुरली विजय (4) और चेतेश्वर पुजारा (0) खेल रहे हैं। ओपनर शिखर धवन 13 रन बनाकर डेल स्टेन की गेंद पर कैच आउट हुए।

वनडे सीरीज में शर्मनाक हार झेलने के बाद आलोचनाओं से घिरी टीम इंडिया सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आज अपना पहला टेस्ट खेल रही है।

भारतीय टीम में अंजिक्य रहाणे और जहीर खान को रखा गया है। तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को भी अंतिम एकादश में जगह मिली है।

दक्षिण अफ्रीका की अगुवाई ग्रीम स्मिथ कर रहे हैं। भारत को दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।

आंख निकालकर मासूम की बेरहमी से हत्या

killed a innocent child
बेरहम हत्यारों ने शहर से करीब 12 किलोमीटर दूर खंदवाल इलाके में दूसरी कक्षा के छात्र सात वर्ष के मासूम साहिल उर्फ पिंकी की बड़ी ही निर्ममता से हत्या कर दी।

हत्यारों ने गला रेत कर बच्चे की एक आंख भी निकाल ली। उसके पेट और हाथ पर भी धारदार हथियार के गहरे जख्म हैं। हत्या के कारणों और हत्यारों के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। पुलिस सभी आशंकाओं के मद्देनजर पड़ताल कर रही है।

कुछ लोग दुष्कर्म की आशंका जता रहे हैं तो कुछ लोग हत्या के पीछे किसी तांत्रिक का हाथ होने का भी अंदेशा जता रहे हैं। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। पिंकी के पिता रमेश दर्जी का काम करते हैं। बाजार में उनकी दुकान है। सोमवार की शाम से लापता पिंकी का शव मंगलवार को दोपहर बाद खेतों में रखी पराली (धान का पुआल) से बरामद हुआ।

आखिरी बार मोमो खाते देखा गया
रमेश ने पुलिस का बताया कि उनका बेटा पिंकी सोमवार को आखिरी बार शाम छह के लगभग देखा गया। तब वह एक रिश्तेदार के बेटे विशाल के साथ बाजार में खेल रहा था। बाजार में उन दोनों ने मोमो भी खाए। बच्चे को अंतिम बार उसके चाचा व ताऊ के घर वाली गली में देखा गया।

करीब साढ़े छह बजे तक जब वह घर नहीं पहुंचा, तो परिवार वालों ने बाजार में उसके बारे पता किया। विशाल और अन्य लोगों से भी पूछताछ की, लेकिन पिंकी कहीं नहीं मिला। घरवालों को लगा कि वह अपने ही किसी चाचा-ताया के घर में खेल रहा होगा। जब रात गहराने पर भी पिंकी नहीं लौटा तो गांव के युवकों ने टोलियां बनाकर उसकी तलाश शुरू कर दी। यह कोशिश भी कामयाब नहीं हुई तो रात बारह बजे परिवार की ओर से सतवारी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
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पराली में दबाया था शव
मंगलवार सुबह भी परिवार, पुलिस और गांव के लोगों ने उसकी काफी तलाश की। दोपहर बाद गांव की ही एक महिला अपने खेतों में पराली लेने के लिए गई हुई थी। वहां उसने पिंकी के शव को पराली में देखा। मासूम का शव देखते ही वह बदहवास होकर चिल्लाने लगी। शोर सुनकर गांव के￿ लोग भी मौके पर पहुंच गए। हत्यारों ने पिंकी के शव को पराली में दबाकर छुपा दिया था। शव मिलने की सूचना पर पुलिस अफसर अपनी टीम के साथ खेत पर पहुंचे। शव को अपने कब्जे में लिया। फारेंसिक लैब की टीमें भी पहुंची। पिंकी ने चप्पल, पैंट और कमीज पहनी हुई थी।
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अंधेरे में हाथ-पैर मार रही है पुलिस
अंतिम समय में जिन बच्चों के साथ वह खेल रहा था और जिनके साथ मोमो खाये थे, उनसे भी पुलिस ने पूछताछ की है। फिलहाल पुलिस अंधेरे में ही हाथ-पैर मार रही है। पुलिस का मानना है कि वारदात को किसी जान-पहचान वाले शख्स ने ही अंजाम दिया होगा। वह हत्यारों की संख्या एक से ज्यादा मानकर चल रही है। रमेश का कहना है कि उसकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। हत्या जिस निर्ममता से की गई है उसने पुलिस को और भी उलझन में डाल दिया है। मात्र पहचान छुपाने के मकसद से की गई हत्या में अपराधी इतनी निर्ममता से काम नहीं लेता।
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बिजली गुल होने का फायदा उठाया
पुलिस मान रही है कि हत्यारे पहचान लिए जाने के डर से बदहवास हो गए। आधा घंटे में ही गांव में खबर फैलने और लोगों की टोलियों द्वारा तलाश किये जाने से वे घबरा गए। इसी बीच बिजली गुल हो गई। हत्यारों को अंधेरे का भी लाभ मिल गया। पुलिस ने कुछ युवकों को पूछताछ के लिए पकड़ा है। फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।

देवयानी के अपमान पर अमेरिका को करारा जवाब

India rigorous on american diplomat

खास-खास

भारत के सख्त छह सख्त कदम
  • अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिवारों के सभी एयरपोर्ट पास की सुविधा खत्म की।
  • अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिवार को मिले विशेष आईकार्ड तत्काल लौटाने को कहा।
  • अमेरिकी दूतावास को शराब और अन्य वस्तुओं के आयात पर मिली छूट खत्म की गई।
  • दिल्ली के न्याय मार्ग स्थित अमेरिकी दूतावास के पास से कंक्रीट के बैरीकेड हटाए गए, सड़क को आम वाहनों की आवाजाही के लिए खोला गया।
  • अमेरिकी दूतावास व अमेरिकी राजनयिकों द्वारा अपने यहां रखे गए भारतीय नौकरों व अन्य भारतीय स्टाफ को दिए जाने वाले वेतन की जानकारी मांगी।
  • अमेरिकी स्कूलों के सभी टीचर्स के वीजा संबंधी व अन्य जानकारी तलब की। इन स्कूलों में भारतीयों को मिल रहे वेतन व उनके बैंक खातों की सूचना भी मांगी।
भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरगड़े की अपमानजनक गिरफ्तारी पर भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक विवाद ऐतिहासिक चरम पर पहुंच गया है।

अमेरिका के ठंडे रुख से बुरी तरह आहत और नाराज भारत ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए अपने यहां अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिवारों को मिले विशेषाधिकारों में कटौती कर दी है।

इतना ही नहीं, भारत में तैनात अमेरिकी राजनयिकों को तत्काल सभी पहचान पत्र, एयरपोर्ट पास लौटाने का आदेश जारी किया गया है। अमेरिकी दूतावास के आसपास किए गए सुरक्षा प्रबंध और पुलिस बैरीकेड भी हटा लिए गए हैं।

अमेरिकी दूतावास को शराब सहित अन्य वस्तुओं के आयात में मिलने वाली छूट खत्म कर दी गई है तो दूसरी ओर अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में कार्यरत सभी भारतीय कर्मचारियों की वेतन सहित अन्य जानकारियां तत्काल तलब की गई हैं।

सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन के बाद मंगलवार को गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत के दौरे पर आए अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इंकार कर दिया।

इस बीच विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने भविष्य में और कड़े कदम उठाने का साफ संकेत देते हुए कहा है कि भारत ने अमेरिकी अधिकारियों के अस्वीकार्य बर्ताव से प्रभावी ढंग से निपटने की प्रक्रिया की शुरुआत भर की है।

भारत ने देवयानी मामले में सोमवार तक अमेरिका की ओर से ठोस पहल का इंतजार किया।

मगर अमेरिका का ठंडा रुख जारी रहने के बाद भारत ने मंगलवार को अचानक छह बड़े कदम उठा कर अपना सख्त ऐतराज जाहिर कर दिया है।

विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक भारत स्थित अमेरिकी राजदूत को तलब कर कड़ा विरोध जताने और अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का बहिष्कार कर अमेरिका को संदेश देने की कोशिश की गई कि यह मामला भारत इतनी आसानी से नहीं छोड़ने वाला।

मगर इसके बावजूद जब अमेरिका ने पूरे मामले को हल्के में लिया तो भारत के सब्र का बांध टूट गया। सूत्रों का कहना है कि भारत का अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और उसके पदाधिकारियों द्वारा नियुक्त भारतीय कर्मचारियों संबंधी ब्योरा मांगना बेहद महत्वपूर्ण है।

अगर ब्योरे में कुछ गड़बड़ी दिखी तो इसके लिए जिम्मेदार अमेरिकी राजनयिक के खिलाफ भारतीय कानूनों के अनुरूप सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मंत्रालय के सूत्रों का यह भी दावा था कि अगर अब भी अमेरिका अपने फैसले को जायज ठहराता रहा तो जल्दी ही भारत और सख्त निर्णय लेगा।

भारत ने जताई थी तीखी प्रतिक्रिया
गिरफ्तारी पर भारत ने अमेरिकी राजदूत को तलब कर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। भारत का कहना था कि जिस मेड को कम वेतन देने की बात है वह जून महीने से ही राजनयिक के घर से फरार है।

उसे ढूंढने के लिए भारत ने अमेरिका से मदद भी मांगी थी। इतना ही नहीं मेड पर यहां की स्थानीय अदालत में मामला दर्ज है।

फिर दिल्ली हाईकोर्ट ने मेड को राजनयिक के खिलाफ विदेश में वेतन संबंधी मामले को उठाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके अलावा भारत ने विदेश में राजनयिक के विशेषाधिकार के उल्लंघन पर भी ऐतराज जताया था।

और बढ़ेगी तल्खी
अगर मामले में अमेरिका कार्रवाई नहीं करता है तो दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ने के आसार हैं। भारत अमेरिका स्थित अपने दूतावास में राजनयिकों की संख्या कम करने और ऐसा ही अमेरिका को भी करने के लिए कह सकता है।

देख‌िए केजरीवाल का 'मायावती स्टाइल'

Arvind Kejriwal photo viral on internet
वैसे तो मुख्यधारा वाली मीड‌िया में आजकल अरव‌िंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी छाई हुई है। वहीं सोशल मीड‌िया में भी केजरीवाल की चर्चाएं जोरों पर हैं।

लेकिन इस बीच एक ऐसी फोटो सोशल मीडिया में घूम रही है, जो आप और केजरीवाल के लिए मुश्किल का सबब बन सकती है।

दरअसल, ज‌िस फोटो की हम चर्चा कर रहे हैं, उस फोटो में एक सार्वज‌िनक स्थान पर आम आदमी पार्टी के दो कार्यकर्ता अरव‌िंद केजरीवाल का सैंडल ठीक करते नजर आ रहे हैं।

इससे पहले अक्सर मायावती के इस तरह फोटो छपते नजर आएं हैं लेक‌िन इस बार केजरीवाल फंस गए हैं। आम आदमी के तौर पर खुद को पेश करने वाले केजरीवाल का ये फोटो उनकी छव‌ि के ब‌िलकुल व‌िपरीत है।

सोशल मीड‌िया में भाजपा-कांग्रेस समर्थक इस फोटो को जमकर शेयर कर रहे हैं। कई बड़े पेजों से ये फोटो हजारों यूजर्स के जरिए शेयर हो रहा है।

केजरीवाल पर साध रहे हैं न‌िशाना
भाजपा-कांग्रेस को चुनौती देने वाले केजरीवाल के इस फोटो को लेकर उनके व‌िरोधी खूब सवाल उठा रहे हैं। व‌िरोधी इस फोटो को शेयर करते हुए उन्‍हें आम आदमी से बड़े आदमी की संज्ञा दे रहे है।

खैर केजरीवाल सोशल मीड‌िया में इस फोटो के बहाने व‌िरोध‌ियों के न‌िशाने पर आ रहे हैं। आप भी देख‌िए इस चर्च‌ित फोटो को।

arvind kejriwal

राज्यसभा में लोकपाल पास, आज होगी आख‌िरी परीक्षा

lokpal bil pass on rajya sabha
46 साल की कोशिशों के बाद आखिरकार देश को अब ऐतिहासिक लोकपाल कानून मिलने की पूरी उम्मीद है। मंगलवार को लोकपाल बिल ने पहली सीढ़ी पार कर ली।

राज्यसभा से विधेयक को मंजूरी मिल गई। अब बुधवार को इसे लोकसभा की अगली और अंतिम सीढ़ी पार करनी है। राज्यसभा में सपा को छोड़कर सभी पार्टियों के इसके पक्ष में जुटने से लोकसभा में भी इसका पास होना तय माना जा रहा है।

लोकपाल की जांच के दायरे में प्रधानमंत्री, मंत्री, सांसद और केंद्र सरकार के समूह ए, बी, सी, डी के अधिकारी और कर्मचारी आएंगे। जबकि लोकायुक्त के दायरे में मुख्यमंत्री, राज्य के मंत्री, विधायक और राज्य सरकार के अधिकारी शामिल होंगे।

राज्यसभा में बिल के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा माने जा रहे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सुबह ही मुलाकात कर मना लिया।

बिल पास होने के बाद अन्ना हजारे ने सरकार को बधाई दी है और कहा है कि लोकसभा में इसके पास होने के बाद वह अपना अनशन खत्म करेंगे। वहीं कांग्रेस ने इसका श्रेय राहुल गांधी को देने की कोशिश की है।

करीब दो साल पहले राज्यसभा में पेश होने के बावजूद विधेयक पास नहीं हो पाया था। मंगलवार को सुबह लोकपाल और लोकायुक्त विधेयक 2011 पर जैसे ही चर्चा शुरू हुई तो सपा सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।

सदन की कार्यवाही 12 बजे खत्म होने के बाद से ही सरकार की ओर से गतिरोध खत्म करने की कोशिशें तेज हो गईं। प्रधानमंत्री ने मुलायम और रामगोपाल यादव से मुलाकात कर लोकपाल विधेयक पारित कराने की अपील की।

इस मुलाकात का असर 12 बजे दिखा जब अंतत: लोकपाल बिल पर चर्चा शुरू हुई। रामगोपाल ने बिल का विरोध किया। फिर सपा के सभी सदस्यों ने वाकआउट कर दिया। इसके बाद चर्चा शुरू हुई।

कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार ने सेलेक्ट कमेटी की लगभग सभी सिफारिशों को माना है। प्रधानमंत्री को भी लोकपाल के दायरे में रखा गया है। इस बिल को अब मिलकर पास कराना चाहिए।

वहीं विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि इससे लोग गलत निर्णय करने से डरेंगे। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और संघीय ढांचे के मसले पर दोनों एक दूसरे के साथ चल सकते हैं।

बिल के पास होते ही एक साल के अंदर सभी राज्य सरकारों को लोकायुक्त का गठन करना होगा। उन्होंने किसी जांच से पहले संबंधित अधिकारी को नोटिस पर ऐतराज जताया तो सरकार ने आश्वासन दिया कि उनके संशोधन को मानते हुए अब ऐसा नहीं किया जाएगा।

माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कॉरपोरेट घरानों और चंदे पर चलने वाली संस्थाओं को भी इसके दायरे में लाने की बात कही। वामदलों ने संशोधन भी पेश किया जोकि वोटिंग के दौरान गिर गया।

बसपा ने बिल में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों के आरक्षण के लिए सरकार का धन्यवाद किया।

पिछले आठ दिनों से अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित होने पर नेताओं को धन्यवाद देते हुए लोकसभा में भी इस विधेयक को सुचारु रूप से पारित कराने की अपील की है।

अन्ना ने जताई खुशी
संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में विधेयक पास होने की खबर मिलने के बाद यहां अनशन स्थल पर अन्ना ने तिरंगा लहराते हुए भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए।

उन्होंने विधेयक पास किए जाने को एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने कहा कि वह सभी दलों, समाजवादी पार्टी को छोड़ राज्यसभा में जिसने इस विधेयक का समर्थन किया उन सभी को धन्यवाद देते हैं।

उन्होंने लोकसभा में भी इसे बुधवार को पारित कराने की अपील करते हुए कहा कि यह केवल अन्ना की मांग नहीं बल्कि पूरा देश यही चाहता है।

हालांकि, इससे 100 फीसदी भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा, ऐसा नहीं है, लेकिन इससे भ्रष्टाचार में जरूर 40-50 फीसदी की कमी आएगी। उन्होंने कहा कि बुधवार को विधेयक को लोकसभा से मंजूरी मिलने के बाद वह अपना अनशन तोड़ देंगे।￿

लोकसभा में पास होने पर तोड़ूंगा अनशन
अन्ना हजारे ने घोषणा करते हुए कहा क‌ि लोकसभा में संशोध‌ित ब‌िल पास होते ही मैं अनशन तोड़ दूंगा। जब तक लोकसभा में ब‌िल पास नहीं होता वह अनशन पर रहेंगे।

पढें: क्‍या आपने देखा केजरीवाल का 'मायावती स्टाइल'?


लोकसभा में ब‌िल पास होने की उम्मीद जताते हुए अन्ना ने कहा क‌ि संसद में बैठे लोगों को अब समझ आने लगा है क‌ि लोकपाल ब‌िल देश के ल‌िए क‌ितना जरूरी है। उम्मीद है क‌ि विधेयक के पास होने पर वह बुधवार को अपना अनशन तोड़ देंगे।

कुमार ‌व‌िश्वास ने जताया व‌िरोध
राज्यसभा में ब‌िल पास होने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता कुमार व‌िश्वास ने ट्व‌िटर पर कहा क‌ि 3 वादों के बिना लंगड़ा-लूला लोकपाल ब‌िल पास करना लोगों के संग मजाक है।

आगे कुमार व‌िश्वास ने ल‌िखा क‌ि लालू+मायावती+राहुल+Cong+BJP ने ब‌िल पास करके तीन साल से उम्मीद लगाए लोगों के साथ एक निर्ल्लज मजाक क‌िया है।

'क्लीन शेव ज्यादा अच्छे लगेंगे मोदी'

Actress chitrangada singh comment on narendra modi
बॉलीवुड अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह का मानना है कि दाढ़ी के बजाय क्लीन शेव में नरेंद्र मोदी ज्यादा अच्छे दिखेंगे।

एक कार्यक्रम से इतर चित्रांगदा से जब भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि मोदी क्लीन शेव लुक भी ट्राई कर सकते हैं।

मैं सोचती हूं कि सभी पुरुषों के लुक अच्छे होते हैं। मगर वे बगैर दाढ़ी के और बेहतर लगते हैं।

मल्ल‌िका शेहरावत भी कर चुकी हैं तारीफ
स‌िने जगत की हॉट अदाकारा मल्ल‌िका शेहरावत भी इससे पहले भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। इसके साथ ही मल्ल‌िका ने नरेंद्र मोदी के ल‌िए गाना भी गाया था।

मोदी की तारीफ करते हुए मल्ल‌िका शेहरावत ने उन्हें देश का मोस्ट एल‌िजेबल बैचलर बताया था।

जस्टिस गांगुली के खिलाफ कार्रवाई प्रक्रिया शुरू

probe start against justice ganguly
इंटर्न के यौन उत्पीड़न मामले में घिरे सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एके गांगुली को पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से हटाने को लेकर सरकार ने पहल शुरू कर दी है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बारे में मंगलवार को संभावित कार्रवाई को लेकर राय देने के लिए मामले को अटार्नी जनरल के पास भेज दिया।

केंद्रीय कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने पहले ही पूर्व जज के खिलाफ कदम उठाने की बात कर जस्टिस गांगुली को हटाने को लेकर सरकार की मंशा साफ कर दी है।

इंटर्न के जस्टिस गांगुली के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय जांच समिति के समक्ष दिए गए शपथ पत्र के खुलासे के बाद उन पर पद छोड़ने का चौतरफा दबाव है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें हटाने के लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को पत्र लिख चुकी हैं। राष्ट्रपति ने इसी प्रस्ताव को गृह मंत्रालय को भेजा है।

गृह मंत्रालय ने कानून मंत्रालय की राय जानने के लिए मंगलवार को इसे अटार्नी जनरल के पास भेज दिया। संसद के￿ भीतर भी गांगुली के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर उठी आवाज थमने का नाम नहीं ले रही है।

लेकिन, गांगुली पद पर काबिज हैं। उनकी शिकायत है कि इंटर्न की शिकायत से उठे शोर-शराबे के बीच उनकी सफाई कोई नहीं सुन रहा है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक गांगुली पुलिस के सामने ही अपनी सफाई पेश कर सकते हैं।

सरकार उन संभावनाओं पर विचार कर रही है जिसके तहत गांगुली के इस्तीफा नहीं देने की सूरत में उन्हें पद से हटाया जा सकता है।

इसकी संभावना प्रबल है कि पद से हटने के बाद पूर्व जज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी। मंत्रालय कानूनविदें से यह राय ले रही है कि गांगुली पर यौन उत्पीड़न का नया कानून लागू होगा या नहीं। क्योंकि यह घटना नया कानून बनने के पहले की है।

...फिर भावुक हो गए भाजपा के प‌ितामह

Lal krishna advani get emotional again
भाजपा के पितामह लालकृष्ण आडवाणी एक बार फिर भावुक हो गए। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में जब आडवाणी की तारीफ की तो भाजपा के वरिष्ठ नेता भावुक नजर आए।

यह कार्यक्रम आडवाणी की लिखी तीन किताबों के विमोचन के मौके पर आयोजित किया गया था।

माई टेक, राष्ट्र सर्वोपरि व दृष्टिकोण नाम से आई इन तीन किताबों में आडवाणी के वे लेख शामिल हैं, जिन्हें वे समय-समय पर अपने ब्लॉग में लिखते रहे हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इन पुस्तकों का विमोचन किया। इस मौके पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व बाबा रामदेव से लेकर संघ के कई नेता व कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

भागवत ने आडवाणी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके लेख व विचार भाजपा के लिए मार्गदर्शन का काम करेंगे।

जबकि सुषमा ने कहा कि आडवाणी भारतीय साहित्य के साथ विदेशी साहित्य भी पढ़ते हैं, इसलिए वे अपने ब्लॉग में सटीक टिप्पणियां करते हैं।

उन्होंने कहा कि आडवाणी अच्छे फिल्म समीक्षक भी हैं, और कमल हासन समेत ज्यादातर फिल्म निर्माता उन्हें अपनी फिल्म देखने के लिए कहते रहे हैं।

ब्रेकिंग न्यूज: मोदी नहीं आएंगे पंजाब, 21 की रैली रद्द

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भाजपा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की 21 दिसंबर को प्रस्तावित पंजाब रैली को रद्द कर दिया है। भाजपा के प्रदेश प्रधान के पास रैली कैंसिल होने का संदेश आ गया है।

जानकारी मिल रही है कि कोहरे के चलते रैली को रद्द किया गया है। रैली की नई तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा।

काबिलेगौर है कि 21 दिसंबर को पंजाब के जगरांव में नरेंद्र मोदी की रैली प्रस्तावित थी। रैली को लेकर भाजपाई काफी उत्साहित थे।

पहले ये रैली पंजाब के मोगा शहर में होनी थी। बाद में इसका स्थान बदलकर जगरांव किया गया था। प्रशासनिक अमला अभी से रैली की तैयारियों में जुटा था।

मोदी की रैली रद्द होने से भाजपाइयों में निराशा का माहौल है। प्रदेश भाजपा ने उम्मीद जताई कि मोदी जल्द ही पंजाब में रैली करेंगे।

फिर लुढ़का सोना, 280 रुपए की गिरावट

gold falls on stockists selling; silver climbs
सराफा बाजार में मंगलवार को दोतरफा रुख देखने को मिला। औद्योगिक मांग बढ़ने से चांदी के भाव 1,080 रुपए की तगड़ी उछाल के साथ 45,080 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए।

दूसरी ओर, बिकवाली के दबाव में सोना 280 रुपए घटकर 30,400 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया।

कारोबारियों का कहना है कि थोक बाजार में ऊंचे भाव पर बिक्री का जोर रहा, जिसका दबाव सोने की कीमतों पर पड़ा और उसमें गिरावट आई।

घरेलू बाजार में सोने की आठ ग्रामी गिन्नी 50 रुपए सस्ती होकर 25,150 रुपए प्रति पर बिकी। चांदी सिक्कों के भाव में 1,000 रुपए प्रति सैकड़ा का उछाल आया।

चांदी सिक्का लिवाली 86,000 और बिकवाली 87,000 रुपए प्रति सैकड़ा पर दर्ज किए गए।