Sunday, December 29, 2013

रेलवे स्टेशन पर आत्मघाती हमला, 14 मरे

Terrorist attack in russia
दक्षिणी रूस के वोल्गोग्राद शहर में एक रेलवे स्टेशन पर आत्मघाती बम हमले में कम से कम 14 लोग मारे गए हैं और करीब 50 लोग घायल हुए हैं।
धमाका वोल्गोग्राद-1 स्टेशन पर भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 2.15 बजे हुआ। रूस की चरमपंथ विरोधी समिति ने कहा है कि एक आत्मघाती हमलावर महिला को इस धमाके के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
इसी साल अक्तूबर में भी एक संदिग्ध महिला आत्मघाती बम हमलावर ने वोल्गोग्राद में एक बस पर हमला किया था जिसमें छह लोग मारे गए थे।
रूस चरमपंथी समूहों की हिंसात्मक गतिविधियों को लेकर खासा चिंतित है क्योंकि छह हफ़्ते में ही सोची शहर में 2014 के शीतकालीन ओलंपिक खेल होने वाले हैं।
हाल के वर्षों में उत्तरी कॉकेशस क्षेत्र में इस्लामी चरमपंथ के उभार के कारण कई हमले हुए हैं। चरमपंथियों ने रूस के कई बड़े शहरों को भी निशाना बनाया है।रूस सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
वोल्गोग्राद मॉस्को से 900 किमी दक्षिण में, उत्तरी कॉकेसस से 650 किमी उत्तर में और सोची से 700 किमी दूर उत्तर पूर्व में स्थित है। विवार को हुए इस विस्फोट की अभी किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
टीवी फुटेज में स्टेशन के पास खड़ी एंबुलेंस के पास मृतकों के शव पड़े दिखाई दे रहे थे। जुलाई में चेचेन विद्रोही नेता दोकु उमारोफ़ ने ऑनलाइन विडियो पोस्ट करके इस खेल आयोजन को रोकने के लिए चरमपंथियों से अपनी पूरी ताक़त झोंक देने की अपील की थी।

जब 'खूनी' कोठी से निकले बच्चों के कंकाल

noida nithari case after seven years
सात साल बाद एक बार फिर निठारी कांड की यादें ताजा हो गई हैं। 29 दिसंबर, 2006 को ही नोएडा के कोठी नंबर डी-5 के पीछे खुदाई में नर कंकाल मिले थे। पर्दाफाश हुआ था कोठी के अंदर कई सालों से चल रही मोनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली की वहशियत का।
यहीं कई मासूमों के साथ दरिंदगी की गई और कत्ल करके जमींदोज कर दिया गया। वह लोग आज भी सिहर जाते हैं, जिनके बच्चों के कंकाल कोठी के पीछे मिले।
निठारीवासियों को वह मंजर याद आता है, जब पूरे देश ने पंधेर और कोली की करतूतों पर थूका था। नोएडा के नाम पर निठारी एक ऐसा धब्बा बन गया, जिसे शायद ही कभी धोया जा सके।
क्या था निठारी कांड
कोठी नंबर डी-5 का सच सामने आने की शुरुआत एक युवती की गुमशुदगी के साथ हुई। पायल नाम की एक लड़की निठारी की पानी की टंकी के पास से लापता हो गई थी। ये वही जगह थी, जहां दो साल के भीतर कई बच्चे गायब हुए, लेकिन पुलिस के कान पर जूं नहीं रेंगी।
पायल के पिता नंदलाल ने बड़े व्यवसायी मोनिंदर सिंह पंधेर पर अपहरण का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं लिखी। हाईकोर्ट के दखल के बाद नंदलाल की शिकायत पर 15 दिसंबर, 2006 को मोनिंदर और सुरेंद्र से पूछताछ की गई।
निठारी चौकी की प्रभारी सिमरनजीत कौर व सीओ दिनेश यादव ने कोर्ट में जो रिपोर्ट पेश की, उसमें पंधेर और कोली को क्लीन चिट दी गई थी। मामले में मोड़ तब आया जब लापता पायल का मोबाइल ऑन हो गया। इसके जरिये पुलिस सुरेंद्र कोली तक पहुंची।
कोली ने पायल के साथ-साथ उन बच्चों की कहानी भी बताई, जिन्हें कत्ल किया गया था। सुरेंद्र और मोनिंदर से रात भर की पूछताछ के बाद अगली सुबह कोठी के पीछे खुदाई की गई और फिर सामने आए बच्चों के नर कंकाल।
खूनी कोठी बनी खंडहर
बच्चों के खून से सनी कोठी आज खंडहर बन चुकी है। अंदर खड़ी पंधेर की कार पर धूल की परतें चढ़ रही हैं। गेट पर झाड़ियां उग आई हैं। कोठी से चंद कदम की दूरी पर चाय बेचने वाले उमेश बताते हैं कि लोग इस कोठी को भूल गए हैं लेकिन पंधेर और कोली की कई कहानियां आज भी जिंदा हैं।
डासना जेल में बंद पंधेर डिप्रेशन में है और गंभीर बीमारियों की चपेट में है। सुरेंद्र कोली मान चुका है कि उसे सारी जिंदगी जेल में बितानी है।
बर्खास्तगी फिर बहाली
निठारी कांड के बाद तेरह पुलिसकर्मी बर्खास्त हुए, लेकिन वक्त बदला तो सब बदल गया। बर्खास्तगी के बाद तत्कालीन एसएसपी पीयूष मोर्डिया बहाल हो गए और अब बीएसएफ में तैनात हैं। निठारी के पीड़ित जतिन सरकार की हत्या के आरोप के बावजूद दिनेश यादव लखनऊ के हजरत गंज में सीओ हैं।
तत्कालीन थानाध्यक्ष आरएन सिंह अब शामली थाने के प्रभारी हैं। आरोपों के घेरे में आए विनोद पांडेय की तैनाती अब एसओजी बुलंदशहर में है। पंधेर का साथ देने की वजह से बर्खास्त हुईं सिमरनजीत कौर भी कोर्ट से बहाल हो गईं, अब बड़े शहर में ड्यूटी कर रही हैं।
इनका हुआ था कोठी में कत्ल
1-रचना2-रिम्पा हलधर
3-कु. बीना4-पायल
5-ज्योति6-हर्ष
7-कु. निशा8-पुष्पा विश्वास
9-सतेन्द्र उर्फ मैक्स10-दीपाली
11-नंदा देवी12-पिंकी सरकार
13-दीपिका उर्फ पायल14-शेख रजा खान
15-सोनी16-अंजली
17-आरती18-अज्ञात युवती
अदालत में निठारी कांड
-सीबीआई ने 19 केस रजिस्टर किए-17 मामलों में लगी है चार्जशीट
-पायल केस में आरोपी बनाया गया पंधेर -6 मामलों में पंधेर सह अभियुक्त है
-435 लोगों की हुई गवाही-57 प्रत्यक्ष गवाह के रूप में पेश हुए
-रिंपा हलधर मामले में कोली व पंधेर को मिली फांसी-हाईकोर्ट से पंधेर की सजा उम्रकैद में तब्दील
-अन्य मामलों में कोली पर केस

पिटाई का बदला लेने के लिए कर डाली भाभी की हत्या

bhabhi murderer arrested
ब्यूटीशियन रितिका उर्फ रीशु श्रीवास्तव की हत्या अपमान का बदला लेने के लिए उसके देवर ने चालक व दोस्त के साथ मिलकर की थी।
शनिवार को गोमतीनगर पुलिस ने ब्यूटीशियन रितिका हत्याकांड का खुलासा कर शहीद पथ के पास से 'प्रेस' लिखा इंडिगो कार में सवार देवर समेत तीन आरोपियों को दबोच लिया।
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल दो चाकू भी बरामद किए हैं।। आरोपी ने जुर्म कुबूलते हुए भाभी के चरित्र पर अंगुली उठाई।
उसने बताया कि एक माह पूर्व चालक के सामने बाल उखाड़कर पिटाई का बदला लेने के लिए रितिका के हत्या की साजिश रची थी।
सीओ गोमतीनगर विद्या सागर मिश्र के मुताबिक, 24 दिसंबर की रात हत्यारों ने ब्यूटीशियन रितिका की चाकू से गोदने के बाद गला रेतकर हत्या कर दी थी।
इसके बाद महिला के पति प्रभात कुमार समेत 24 लोगों से पूछताछ की गई। सर्विलांस से महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं।
इसमें सबसे खास वारदात की रात रितिका के देवर अरुण कुमार की लोकेशन गोमतीनगर इलाके में मिली।
इसी दौरान रितिका की सहेली ने भी देवर व उसके चालक के चाल चलन के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस टीम को देवर व उसके चालक की निगरानी में लगाया गया।
इस दौरान कुछ ऐसे सबूत मिले, जिससे साफ हो गया कि अरुण हत्या में शामिल है। शुक्रवार को मुखबिर से सूचना मिली कि हत्या के आरोपी इंडिगो कार से शहीद पथ होते हुए गोमतीनगर की ओर बढ़ रहे हैं।
एसओ उमेश बहादुर सिंह की टीम ने शहीद पथ से इंडिगो कार सवार अरुण समेत तीन को दबोच लिया। साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर गोमती किनारे से हत्या में इस्तेमाल दो चाकू भी बरामद किए।
पूछताछ में आरोपियों की पहचान फैजाबाद के बेगमगंज मकबरा निवासी अरुण कुमार, उसके चालक फैजाबाद के देवकाली चौकी के पीछे निवासी सूरज लाल निषाद एवं फैजाबाद के देवकाली निवासी शुभम यादव के रूप में हुई।
इनमें रितिका का देवर अरुण अपने पिता बलदेव प्रसाद के साथ फैजाबाद शहर कोतवाली के पास खिलौने की दुकान चलाता है।
सूरज पर फैजाबाद कोतवाली में एक, बीकापुर कोतवाली में चोरी, धमकाने लूट समेत तीन, सुल्तानपुर कोतवाली में एक एवं गोंडा शहर कोतवाली में बोलेरो लूट समेत छह मुकदमे दर्ज हैं।
इंटर पास आउट शुभम यादव (19) अरुण का दोस्त है। अरुण कुमार ने बताया कि रितिका का चरित्र ठीक नहीं था। वह भइया प्रभात से मारपीट करती थी।
वह मां समेत पूरे परिवार के प्रति द्वेष रखती थी। फैजाबाद से आते वक्त मां भइया के लिए टिफिन पैककर खाना देती थी।
मगर, रितिका मेरे सामने ही टिफिन पालतू कुत्ते को खिला देती थी। आए दिन मुझसे अपमानित करती थी।
एक माह पूर्व उसने मेरे चालक सूरज लाल के सामने बाल उखाड़कर थप्पड़ जड़े थे। उसी दिन उसके हत्या की साजिश रच डाली।
फ्रेश होने के बहाने घुसे थे घर में
हत्या के आरोपी अरुण ने बताया कि 24 दिसंबर को सूरज व शुभम के साथ वह शहर आया और भइया के घर की रेकी की। पता चला भइया-भाभी घर पर हैं।
मुझे मालूम था कि भाइया शाम को बीयर पीने निकलेंगे। शाम को छह बजे हम लोग गए, मगर मकान में ताला लगा था।
आठ बजे फिर गए तो देखा कि भइया की बाइक नहीं थी। फर्स्ट फ्लोर स्थित मकान का दरवाजा अंदर से बंद था। मकान के सामने कार पार्क कर तीनों कमरे की ओर बढ़े और बेल बजाई। रितिका ने दरवाजा खोला।
मगर, प्रभात के घर न होने की बात कही। इस पर अरुण ने फ्रेश होने का बहाना बनाया तो रितिका ने दरवाजा खोल दिया। अरुण के पीछे चालक सूरज और शुभम ड्राइंग रूम में आ गए।
अरुण बाथरूम की ओर बढ़ा। इस दौरान रितिका बेडरूम में चली गई। साजिश के मुताबिक, पीछे से अरुण, सूरज बेडरूम में पहुंच गए और रितिका को पीछे से पकड़ लिया, लेकिन रितिका प्रभात को फोन मिलाने लगी।
अरुण ने फोन छीन लिया। फिर, दोनों ने शुभम को भी बुला लिया। शुभम ने रितिका को दबोच लिया और सूरज ने धारदार हथियार और अरुण ने नुकीली हथियार से वार करने शुरू कर दिए।
हत्यारों के चंगुल से छूटने के लिए रितिका ने संघर्ष किया। इसके बाद अरुण व सूरज ने पेट में चाकू से गोदा। इसके बाद सूरज ने धारदार हथियार से रितिका का गला रेत दिया।
कमरे में बदले कपड़े
साजिश के तहत हत्यारे एक-एक जोड़ी कपड़े लेकर आए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारों ने हाथ पैर धुलने के बाद कमरे में ही कपड़े बदले।
खून से सना कपड़ा आरोपियों ने बैग में रख लिया। आरोपी खून से सने चाकू के जरिए सीढ़ियों पर खून टपकाते हुए भाग गए।
लखनऊ से भागकर तीनों फैजाबाद पहुंचे और सरयू नदी में खून से सने कपड़े फेंकने के बाद घर चले गए। पुलिस की मानें तो प्रभात ने रात 10.50 बजे पिता को फोन किया तो अरुण घर पर था।
जांच के घेरे में प्रभात
एसओ गोमतीनगर की मानें तो प्रभात को अभी क्लीन चिट नहीं दी गई है। प्रभात की भूमिका की जांच की जा रही है। दरअसल, पूछताछ के दौरान प्रभात के विरोधावासी बयान शक पैदा कर रहे हैं।
यह साफ है कि प्रभात को हत्या के पूर्व भाई के मंसूबों की कोई जानकारी नहीं थी। वह रितिका का साथ नहीं छोड़ना चाहता था।
उसके साथ रहना चाहता था। मगर, भाई से विवाद की जानकारी उसे थी। उसने पुलिस से भाई के व्यवहार के बारे में नहीं बताया।
कुत्ते को प्रभात बंद कर गया था जाली में
पुलिस की मानें तो बाहर जाते वक्त प्रभात ने कुत्ते को जाली में बंद कर दिया था। देवर, उसके चालक व दोस्त को कुत्ता पहचानता था।
तीनों पहले भी कई बार प्रभात के घर आ चुके हैं। इसलिए तीनों के आने पर कुत्ते ने भौंका नहीं। चूंकि, प्रभात का मकान चारो ओर से बंद है। इसलिए रितिका के चीखने की आवाज बाहर नहीं सुनाई दी।

मिस्रः अल-अजहर यूनिवर्सिटी में आग, छात्र की मौत

fire in cairo university student dies
मिस्र में पुलिसबलों और मुस्लिम ब्रदरहुड समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़पों में एक छात्र की मौत हो गई।
राजधानी काहिरा में यूनिवर्सिटी परिसर में आगज़नी की घटनाएं भी हुई हैं।
सरकारी मीडिया ने क़ाहिरा की अल-अज़हर यूनिवर्सिटी में आग के लिए प्रदर्शनकारियों को ज़िम्मेदार बताया है। आगज़नी के कारण यूनिवर्सिटी की परिक्षाएं टाल दी गई हैं।
सुन्नी इस्लाम के मुख्य अध्ययन केंद्रों में से एक, अल-अज़हर यूनिवर्सिटी भी, मुस्लिम ब्रदरहुड समर्थक छात्रों और पुलिस के बीच संघर्ष का केंद्र बनती जा रही है।
रिपोर्टों के मुताबिक़ शनिवार दोपहर तक आग पर पूरी तरह क़ाबू पा लिया गया। आगज़नी के आरोपों में 60 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मुस्लिम ब्रदरहुड का कहना है कि पुलिस झूठे आरोप लगा रही है।
जुलाई में तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी को सत्ता से हटाए जाने के बाद से ही मुस्लिम ब्रदरहुड के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाइयाँ की जा रही हैं। हाल ही में इस संगठन को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।
सितंबर में मुस्लिम ब्रदरहुड की तमाम गतिविधियों पर रोक लगा दी गई थी। पुलिस मुख्यालय पर आत्मघाती हमले के बाद बुधवार को ब्रदरहुड को चरमपंथी संगठन घोषित कर दिया गया।
सरकार का कहना है कि आत्मघाती हमले के पीछे ब्रदरहुड का हाथ है हालाँकि ब्रदरहुड ने इन आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है।
मिस्र की अंतरिम सरकार समर्थित सेना ब्रदरहुड के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाइयां कर रही हैं। संगठन के शीर्ष नेताओं समेत हज़ारों सदस्यों को गिरफ़्तार कर लिया गया है और कई के ख़िलाफ़ मुक़दमे चलाए जा रहे हैं।
गुरुवार को क़ाहिरा में एक बस पर हुए बम हमले के बाद भी ब्रदरहुड के सदस्यों को हिरासत में लिया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री गिरफ़्तार
शुक्रवार को क़ाहिरा, दक्षिणी मिनया और नील डेल्टा इलाक़ों में पुलिस और मुस्लिम ब्रदरहुड समर्थकों के बीच हुई हिंसा में तीन लोग मारे गए थे।
मिस्र के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी को तीन जुलाई को सत्ता से हटा दिया गया था। मोर्सी के ख़िलाफ़ भी व्यापक प्रदर्शन हुए थे।
सत्ता से बेदख़ल किए गए मोर्सी के ख़िलाफ़ भी कई मुक़दमे चल रहे हैं। उनके ख़िलाफ़ आपराधिक मामले भी दर्ज किए गए हैं।
इसी हफ़्ते मिस्र की पुलिस ने हिशाम कांदिल को भी गिरफ़्तार किया था। कांदिल 1954 के बाद से देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। वे अगस्त 2012 में मिस्र के प्रधानमंत्री बने थे।
अधिकारियों के मुताबिक़ उन्हें सूडान भागने की कोशिशें करने के दौरान देश के पहाड़ी इलाक़े से गिरफ़्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार वे तस्करों की मदद से देश छोड़कर भाग रहे थे।

रांची रैली: भाषण में फिर दो बार फिसले मोदी

narendra modi rally in ranchi
भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने रविवार को रांची में आयोजित रैली में एक बार फिर केंद्र की यूपीए सरकार को निशाने पर लिया।
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत झारखंड के महापुरुषों का बखान करते हुए की। मोदी ने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी प्राकृतिक संपदा के बावजूद झारंखड गरीब क्यों है।
तस्वीरों में देखिए:- बिरसा मुंडा की धरती पर मोदी की दहाड़
अपने भाषण के दौरान मोदी ने रविवार को भी दो गलतियां की। मोदी ने राज्य के प्रभारी और उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को रमापति राय कह दिया।
इसके अलावा वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में तीन अलग-अलग राज्यों के गठन का जिक्र करते हुए उत्तराखंड को बद्रीनाथ बता डाला। हालांकि, इसके थोड़ी ही देर बाद मोदी ने अपनी गलती सुधार ली।
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक झारखंड को अलग राज्य बनाने की मांग उठती रही, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने इसपर कभी ध्यान नहीं दिया। मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग झारखंड राज्य का गठन किया।
भाजपा के 'भावी प्रधानमंत्री' ने कहा कि झारखंड के साथ-साथ उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ भी अलग राज्य बने। छत्तीसगढ़ के विकास का उदाहरण देते हुए मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने विकास के नए आयाम छुए हैं क्योंकि वहां भाजपा की सरकार है।
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत उत्तराखंड और झारखंड विकास की दौड़ में आज तक पिछड़े हुए हैं। मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर इन राज्यों में भी कांग्रेस की सरकार नहीं होती तो वहां भी भरपूर विकास होता। मोदी ने कहा कि कांग्रेस इस देश के लिए बोझ और संकट है।
लोकसभा चुनाव में लोगों से वोट की अपील करते हुए मोदी ने कहा कि 2014 में चुनाव है और झारखंड में लोकसभा की भी 14 सीटें हैं, हमें ये सारी सीटें जीतकर राजनाथ सिंह को देनी है।
'वादे नहीं, नेक इरादे की जरूरत'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार झारखंड का भाग्य नहीं बदल सकती। कांग्रेस केवल वादे करती है जबकि झारखंड को बदलने के लिए वादे की नहीं, बल्कि नेक इरादे की जरूरत है।
मोदी ने कहा कि दिल्ली की सरकार की लकवा मार गया है। कांग्रेस अपना दायित्व नहीं निभा रही है। मोदी ने कहा कि कुछ लोग केवल विकास की आकाशवाणी करके गायब हो जाते हैं।
झारखंड की प्राकृतिक संपदा का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इस राज्य में भरपूर बारिश होती है, इसके बावजूद यहां के लोगों को पीने का साफ पानी तक नहीं मिलता। इसके लिए कांग्रेस की सरकार जिम्मेदार है।

'जयराम और शश‌ि थरूर झोलाछाप नेता'

Controversial statement of congress mp
कांग्रेस सांसद सज्जन सिंह वर्मा ने पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में अपने वरिष्ठ नेताओं पर करारा प्रहार किया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव का पद भी संभाल रहे वर्मा ने कहा है कि कांग्रेस हाईकमान को जयराम रमेश और शशि थरूर जैसे झोलाछाप नेताओं की राय भारी पड़ रही है।
मध्य प्रदेश की राजनीति में कमलनाथ के समर्थक माने जाने वाले वर्मा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह पर भी व्यंग्य किया है कि वह एनसाइक्लोपीडिया हैं, जो प्रवक्ताओं के कुछ कहने के पहले ही सारी बातें बोल जाते हैं।
वर्मा पार्टी के उन मुखर सांसदों में से हैं जो कांग्रेस की रीति नीति को लेकर अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर करते रहे हैं। हाल ही के विधानसभा चुनाव में उनकी पत्नी रेखा वर्मा ने देवास से भाजपा के तुकोजीराव पवार के खिलाफ चुनाव लड़ा था और वह चुनाव हार गई थीं।
सज्जन सिंह वर्मा ने कुछ माह पहले यह कहकर कांग्रेस में हलचल मचा दी थी कि कांग्रेस के कुछ नेताओं की दिल्ली में दुकान जमी है और उन्हें प्रदेश में पार्टी का क्या हो रहा है, इस बात की चिंता नहीं है।
कांग्रेस में नेताओं का एक वर्ग है जो इस बात से पीड़ित रहा है कि उनकी संगठन में कोई सुनवाई नहीं है और कांग्रेस ने दस साल तक राज किया लेकिन उसमें ऐसे लोगों की राय हावी रहती है जिनका राजनीति से कोई सरोकार नहीं है।
शशि थरूर के कैटलक्लास वाले बयान को लेकर उनसे नाराजगी जाहिर करते रहे हैं। वहीं जयराम रमेश की आए दिन की बयानबाजी को लेकर भी नाराजगी रही है। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के लिए बड़े नेताओं की बयानबाजी को जिम्मेदार मानने वालों की बड़ी संख्या है।
एक कांग्रेस नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'कपिल सिब्बल और दिग्विजय सिंह जैसे नेता जिस तरह से अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल की टीम के प्रति अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे, उससे जनता में खराब संदेश गया।
बाबा रामदेव को महाठग कहकर ग्रामीण इलाकों में इन नेताओं ने कांग्रेस के प्रति नाराजगी पैदा की। इस सबसे बचने के लिए राजनीतिक तौर तरीके अपनाए जाने थे।'
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) की आलोचना शरद पवार जैसे नेता पहले ही झोलाछाप सलाहकार कहकर कर चुके हैं। कांग्रेस के कई नेता एनएसी को दोषी नहीं मानते।
एक वरिष्ठ नेता का कहना है, 'जिन्हें आप झोलाछाप कह रहे हैं, वैसे ही लोग अरविंद केजरीवाल के साथ थे, और उन्होंने चुनावी सफलता हासिल की है। क्या आप सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं को भी दोषी ठहराएंगे?
बहरहाल कांग्रेस में विधानसभा चुनाव हारने के बाद परस्पर दोषारोपण का दौर चल रहा है। लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस को अपने ज्यादा अवसर दिखाई नहीं दे रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि सांसदों ने पहले ही किसी न किसी नेता को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया है।

कुमार व‌िश्वास ने मोदी को ललकारा

Kumar vishwas challenge narendra modi

खास-खास

जुबानी जंग
  • आप नेता कुमार विश्वास ने भाजपा पर बोला हमला
  • कहा, मोदी न सही तो गडकरी या राजनाथ सिंह लड़ें
आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही भाजपा पर सीधा हमला बोला है।
भाजपा से प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह राजनीति में वंशवाद को खत्म करना चाहते है तो आएं और अमेठी से चुनाव लड़कर दिखाएं।
कुमार विश्वास ने रविवार को कहा कि एक खानदान ने पूरे देश को बर्बाद करके रख दिया है। अब इसे उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है।
इसलिए वह अगले साल अमेठी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। मगर वह उन्हें भी बुलाना चाहते हैं जो कि कांग्रेस के शहजादे के बारे में घंटों जिक्र करते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर मोदी को जनता की इतनी फिक्र है तो उन्हें अमेठी से चुनाव लड़कर वंशवाद के खिलाफ राजनीतिक चुनौती देनी चाहिए।
विश्वास ने कहा कि अगर मोदी नहीं आ सकते तो आम आदमी पार्टी को चिल्लर कहने वाले नितिन गडकरी को या राजनाथ सिंह को अमेठी से चुनाव लड़ने के लिए भेज दें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही नहीं, भाजपा में भी कई शहजादे हैं, जिन्हें दिल्ली में आप के उम्मीदवारों ने हराया है।
दिल्ली में आप की सरकार बनने पर विश्वास ने कहा कि हमारी प्राथमिकता अपने वादों को पूरा करना है। सरकार कितने दिन चलेगी, इसकी फिक्र नहीं है।
अरविंद केजरीवाल सिर्फ काम पर ध्यान देंगे। अगर सरकार विश्वास मत हासिल कर पाई तो आने वाले कुछ दिनों में ही दूसरी सरकारों की तुलना में आप की सरकार में लोगों को अंतर नजर आने लगेगा।

अफसरों के लंच पर शिवपाल की नजरें टेढ़ी

shivpal order to officers
कमिश्नर हों या कलेक्टर, एसडीएम हों या नायब तहसीलदार, राजस्व विभाग से जुड़े सभी अफसरों को अब घर जाकर लंच की आदत छोड़नी होगी।
लंच करना है तो उन्हें अपने साथ ऑफिस में ही टिफिन लाना होगा।
यह फरमान सुनाया है प्रदेश के राजस्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने। उन्होंने प्रमुख सचिव राजस्व को इस संबंध में आदेश जारी करने का निर्देश दिया।
राजस्व मंत्री शनिवार को राजस्व परिषद में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इसी दौरान वे प्रमुख सचिव राजस्व से मुखातिब हुए और कहा, आमतौर पर देखा जाता है कि अफसर लंच करने के लिए जाते हैं तो फिर दो-तीन घंटे बाद ही लौटते हैं।
दो बजे गए तो फरियादियों को पांच बजे तक इंतजार करना पड़ता है। इससे फरियादियों को परेशानी तो होती ही है, मातहत कर्मियों पर भी गलत असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि कमिश्नर हों या कलेक्टर अथवा अन्य अधिकारी, वे लंच ऑफिस में ही करेंगे। इसके लिए टिफिन लाने की आदत डाल लें।
उन्होंने कहा, कमिश्नर, डीएम, एडीएम, एसडीएम व तहसीलदार समय से कार्यालय में बैठें और जनसमस्याओं की सुनवाई करें।
साथ ही यह भी हिदायत दी कि अच्छे अफसरों को प्रोत्साहित किया जाए तो उदासीन अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।

गहरे संकट में भारत, पुजारा-कोहली पर टिकी आस

Live: inda vs south africa in Durban test
डरबन टेस्‍ट के चौथे ‌दिन टीम इंडिया की हालत बेहद खराब हो गई और वह मैच में हार टालने के लिए संघर्ष कर रही है।
खराब रोशनी के कारण समय से पहले मैच को खत्म किए जाने के समय भारत ने दूसरी पारी में दो विकेट के नुकसान पर 68 रन बना लिए हैं। क्रीज पर चेतेश्वर पुजारा (32) और विराट कोहली (11) बने हुए थे। भारत पहली पारी के आधार पर अभी भी 98 रन पीछे है। (लाइव स्कोरकार्ड)
बारिश के खलल के बीच मेजबान टीम ने भारत से पहली पारी के आधार पर 166 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की। भारत ने पहली पारी में 334 रन बनाए थे।
आज के खेल में जहां जैक्‍स कैलिस (115) ने अपने करियर का 45वां शतक ठोका। वहीं भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 138 रन देकर छह विकेट हासिल किए।
भारत की बेहद खराब शुरुआत
दक्षिण अफ्रीका से 166 रनों से पिछड़ने के बाद बल्‍लेबाजी को उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही।
पहली पारी में महज तीन रन से शतक से चूक गए मुरली विजय (6) जल्द ही आउट हो गए। उन्हें वर्नोन फिलेंडर ने पारी के छठे ओवर में ग्रीम स्मिथ के हाथों कैच कराकर चलता किया।
देखें- कैमरे की नजर से 2013 की खेल तस्वीरें
इसके बाद शिखर धवन (19) भी चलते बने। धवन और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 45 रनों की साझेदारी की।
￿जडेजा के शिकार बने कैलिस
खेल के चौथे दिन पांच विकेट पर 299 रन से आगे खेलने उतरी मेजबान टीम के लिए जैक्स कैलिस ने डेल स्टेन के साथ छठे विकेट के लिए 86 रन की साझेदारी कर भारतीय गेंदबाजों के मनोबल को चकनाचूर कर दिया।
Jacques Kallis








इस जोड़ी को रविंद्र जडेजा ने कैलिस को आउट कर तोड़ा। कैलिस ने 273 गेंदों में 13 चौकों की मदद से अपना 45वां टेस्ट शतक पूरा किया।
हालांकि इसके कुछ देर बाद ही डेल स्टेन (44) भी आउट हो गए। उन्‍हें जहीर खान ने अपना शिकार बनाया।
प्लेसिस फिर हुए रन आउट
लेकिन इसके बाद फैफ डु प्लेसिस (43) और रोबिन पीटरसन (61) ने भारतीय गेंदबाजों को खूब छकाया।
दोनों ने आठवें विकेट के लिए 110 रन की आतिशी साझेदारी कर भारत की झोली से मैच लगभग छीन लिया। खासकर पीटरसन ने आक्रामक रुख दिखाते हुए 52 गेंदों में 61 रन ठोक डाले।
बारिश के कारण समय से पहले टी-ब्रेक घोषित होने तक दक्षिण अफ्रीका का स्कोर आठ विकेट पर 497 रन था लेकिन इसके बाद जब मैच दोबारा शुरू हुआ तो बाकी के तीन बल्लेबाज मात्र तीन रन बनाकर आउट हो गए।
फैफ डु प्लेसिस एक बार फिर दुर्भाग्यशाली रहे और 43 रन पर रनआउट हो गए। रविंद्र जडेजा ने मोर्ने मोर्कल को आउट कर दक्षिण अफ्रीकी पारी का अंत किया। जडेजा ने मैच में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए छह विकेट लिए।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से कैलिस के 115 रनों के अलावा कप्तान एबी डीविलियर्स (74), एल्विरो पीटरसन (62) और रोबिन पीटरसन (61) ने अर्धशतकीय पारियां खेली।
जडेजा के अलावा भारत की ओर से तेज गेंदबाजों जहीर खान ने दो और मोहम्मद शमी ने एक विकेट हासिल किए।

छत्तीसगढ़ की वोटर हैं ऐश्वर्या!

aishwarya rai in chhattisgarh village's voter list
यूं तो पूर्व मिस वर्ल्ड और बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय का छत्तीसगढ़ से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है, लेकिन यहां के जैशपुर जिले की वोटर लिस्ट पर विश्वास किया जाए, तो यह अभिनेत्री पातालगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले घुघरी गांव की निवासी हैं।
यही नहीं, इसमें लगी उनकी फोटो यह बताने के लिए काफी है, कि वो बिग बी की बहू ही हैं।
जिला कलेक्टर एलएस सेन ने बताया कि पोलिंग स्टेशन नंबर 15 की वोटर लिस्ट में 23 वर्षीय ऐश्वर्या राय का नाम है, जिसका पता गांव का मकान नंबर 376 है। लिस्ट में उनके पिता का नाम दिनेश राय है। हालांकि इस पते पर इस नाम का कोई नहीं रहता है।
उन्होंने बताया कि बगीचा के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट केपी दीवानगन ने मामले की जांच कर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। प्रथम दृष्टया यह किसी के द्वारा किया गया मजाक लगता है।

किंगफिशर कर्मचारियों को केजरीवाल से आस

Kingfisher employee now expected to kejriwal
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब हर किसी को अपने दर्द की दवा नजर आने लगे हैं।
किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने भी अब बकाया वेतन का मामला सुलझाने के लिए केजरीवाल से ही गुहार करने की ठानी है।
￿विजय मालिया की दिवालिया हो चुकी एयरलाइंस किंगफिशर के कर्मचारियों का 17 महीने का वेतन बकाया है। अब ये कर्मचारी केजरीवाल की शरण में जाएंगे।
दिल्ली में रहने वाले किंगफिशर एयरलाइंस के एक कर्मचारी ने कहा कि कर्मचारियों ने कांग्रेस और भाजपा के नेताओं से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की मांग की थी। लेकिन उनमें से कोई इनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। अब अरविंद केजरीवाल से हमें उम्मीद है।
हम अपनी समस्या लेकर उनके पास जाएंगे। उसने कहा कि पिछले डेढ़ साल से एयरलाइंस के कर्मचारी दुख, तकलीफों और वित्तीय परेशानी से जूझ रहे हैं।
लगभग 2000 कर्मचारी मुसीबत से घिरे हुए हैं। केजरीवाल उन सभी नेताओं से अलग दिखते हैं जो बातें तो ज्यादा करते हैं लेकिन काम नहीं। हमें पूरी उम्मीद केजरीवाल हमें हमारा हक जरूर दिलाएंगे।

राजनाथ ने राम और कृष्‍ण से की मोदी की तुलना

rajnath compare modi with ram and krishna
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुजरात की युवती की जासूसी मामले में केंद्र सरकार द्वारा गठित जांच आयोग को पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक और षड्यंत्र करार दिया।
राजनाथ ने कहा है कि गुजरात दंगा मामले में मोदी को फंसाने का षड्यंत्र विफल होने के बाद जासूसी मामले में आयोग का गठन मोदी के खिलाफ एक नया षडयंत्र है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भगवान राम को सिंहासन मिलने से और भगवान कृष्ण को धरती पर आने से रोकने के लिए रचे गए षडयंत्र ध्वस्त हो गए, उसी प्रकार यूपीए सरकार का कोई भी षड्यंत्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से नहीं रोक पाएगा।
राजनाथ ने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने खुद सुशासन और विकास के लिए जादू की छड़ी अब मोदी को सौंप दी है।

सपा-बसपा ने बढ़ाई अम‌िताभ की मु‌श्क‌िलें!

Security alert on Amitabh's house
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के साथ अभिनेता अमिताभ बच्चन के मंच साझा करने के विरोध में सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए पुलिस ने जुहू स्थित बिग बी के बंगलों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एहतियाती कदम उठाते हुए बच्चन के जलसा, प्रतीक्षा और जनक बंगले पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इलाके में पुलिस पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है।
अधिकारी ने बताया कि ठाकरे और अमिताभ के बेहतर रिश्ते से सपा और बसपा के कार्यकर्ता परेशान हैं। वे कानून और व्यवस्था में बाधा डालने जैसी कोई कार्रवाई कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस बल अलर्ट है।
करीब पांच माह से चल रहे मनमुटाव को खत्म करते हुए बच्चन ने पिछले सप्ताह मध्य मुंबई में ठाकरे के साथ मंच साझा किया था।

केजरीवाल बोले, ‘डरें नहीं मैं कोई भूत-प्रेत नहीं हूं'

Kejriwal order to Secretariat offical
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को सचिवालय में दिल्ली सरकार के अधिकारियों को दो टूक कहा, 'डरें नहीं।
मैं कोई भूत-प्रेत नहीं हूं। किसी के पीछे नहीं पड़ूंगा। ज्यादातर लोग ईमानदार हैं। ईमानदारी से काम करें। अगर पहले कभी गलती हुई है तो उसे पीछे छोड़कर आगे बढ़ें।
जो गलतियां पहले हुई हैं, उसे बाद में सोचेंगे क्या करना है।' मसलन यह साफ नहीं किया कि पुराने भ्रष्टाचार या गलतियों का क्या होगा।
केजरीवाल ने कहा कि जनता, राजनेता और ब्यूरोक्रेसी मिल जाएं तो दुनिया के सामने मिसाल पेश कर सकते हैं। ईमानदार अधिकारियों को घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है।
धड़ल्ले से जनता के हित में काम करें। अभी तक ईमानदारी से काम करने वालों को साइड लाइन कर दिया जाता था। यह परंपरा खत्म होगी जो ईमानदारी से काम करेगा, उसे रिवार्ड मिलेगा।
साथ मिलकर काम करेंगे तो भ्रष्टाचार मिटेगा और तस्वीर बदलेगी।
अधिकारियों को काम की गति बढ़ाने की नसीहत सरकार के नए मुखिया के सचिवालय आगमन से पूर्व ही सभी विभागों को सूचना दी गई थी कि उप सचिव, अतिरिक्त सचिव व आयुक्त स्तर से ऊपर के अधिकारी संबोधन कार्यक्रम में शामिल हों।
इससे सचिवालय का ऑडिटोरियम अधिकारियों से खचाखच भरा हुआ था। यहां पहुंचकर केजरीवाल ने सभी को परिचय किया।
फिर दस मिनट के भाषण में साफ किया कि काम की गति बढ़ाएं जो वादे आप पार्टी ने किए हैं, उसे पूरा करने के लिए घोषणा पत्र को बारीकी से पढ़ें।
उसे क्रियांवित करने की तैयारी में जुटें। मुख्य सचिव डीएम स्पोलिया ने कहा कि कोई भी काम असंभव नहीं है। सहयोग करेंगे तो काम अच्छा हो जाएगा।

'उद्योगपति ने कराई कांग्रेस-'आप' की डील'

Nitin gadkari slam aam admi party
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली प्रदेश प्रभारी नितिन गडकरी ने आज आरोप लगाया कि देश के एक बडे उद्योगपति ने दिल्ली में सरकार बनाने के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में सौदा कराया।
गडकरी ने यहां एक बैठक में कहा कि देश के एक बडे उद्योगपति ने दिल्ली के एक बडे होटल में आप के संयोजक अरविन्द केजरीवाल और कांग्रेस नेताओ के बीच डील करायी थी। हांलाकि आप और कांग्रेस दोनो ने ही इस आरोप का खंडन किया है।
गडकरी ने कहा उस होटल में दोनों ने मिलकर क्या कहा, क्या खाया, कैसे थे सब जानकारी देने वाले व्यक्ति ने मुझे बताया। जो बीच में मध्यस्थता कर करे थे उन्होंने बताया कि अब नीति इतनी है कि किसी भी हालत में भाजपा को रोको।
￿कांग्रेस महासचिव एवं दिल्ली के प्रभारी शकील अहमद ने गडकरी के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मैच फिक्सिंग भाजपा और गडकरी जैसे नेता करते हैं। गडकरी पर कैसे कैसे आरोप लगे हैं यह सब जानते हैं।
उन्होंने कहा कि गडकरी को पहले यह बताना चाहिये कि भाजपा अध्यक्ष पद से उन्हें हटाने के लिये उनकी पार्टी में क्या क्या डील हुई-उसके बाद उन्हें दूसरों की डील या गठबंधन पर बात करनी चाहिये।
आप के नेता दिलीप पांडे ने भी गडकरी के आरोपो को निराधार बताया और कहा कि भाजपा उनकी पार्टी को पहले से ही कांग्रेस की सहयोगी कहती रही है जबकि कांग्रेस उसे भाजपाई बताती आयी है।
आज दिल्ली में नई सरकार बनी है और हर व्यक्ति अपने को उसका हिस्सा महसूस कर रहा है। उनकी पार्टी की प्राथमिकता अपनी जिम्मेदारियो को पूरा करने की है।

मोदी के रथ का रोड़ा बन सकते हैं अरविंद!

bjp under fear after aap victory
अरविंद केजरीवाल की ताजपोशी ने भाजपा की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
लोकसभा के लिए सियासी जंग की तैयारी में जुटी भाजपा में इस बात पर मंथन शुरू हो गया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बन जाने के बाद लोकसभा के 'मिशन 272 प्लस' के लिए पार्टी को रणनीति बदलनी होगी।
पार्टी इस बात से आशंकित है कि कहीं 'केजरीवाल' की आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में दिल्ली की ओर बढ़ रहे नरेंद्र मोदी के रथ की राह में रोड़ा न अटका दे।
लगभग एक साल पहले बनी पार्टी के पहली बार में ही सरकार बना लेने से केजरीवाल देश-दुनिया में तो चर्चा का विषय बने ही हैं, अब भाजपा भी उन पर मंथन करने को मजबूर हो गई है।
कांग्रेस को शिकस्त देने व केंद्र में सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त रही भाजपा को अब सबसे बड़ा खतरा केजरीवाल दिखने लगे हैं। पार्टी भी मानती है कि केजरीवाल जब तक पद पर रहेंगे, रोजाना नई-नई बातें सामने रखेंगे, जो जनता को पसंद हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री बन जाने के बाद वे अब मोदी की तुलना में राष्ट्रीय मीडिया में ज्यादा दिखेंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले तक केजरीवाल को बहुत हल्के से लेने वाली भाजपा की केंद्रीय चुनाव अभियान समिति की हाल में हुई बैठक में 'आप' को लेकर भी चर्चा हुई।
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में इस बात की आशंका जताई गई कि￿ केजरीवाल लोकसभा चुनाव में भले ही करिश्मा न दोहराएं, लेकिन भाजपा को नुकसान जरूर पहुंचा सकते हैं, और कांग्रेस यही चाहती है।
खासतौर पर जिस युवा, महिला और मध्यम वर्ग के भरोसे भाजपा दिल्ली तख्त की उम्मीद पाल रही है, अब दिल्ली में ये वर्ग केजरीवाल के साथ खड़े हैं।
'आप' ने वैसे भी लोकसभा चुनाव में लगभग 150 सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है, इससे भाजपा को अपने वोट बैंक में सेंध लगती दिख रही है।
पार्टी को आशंका है कि कांग्रेस विरोधी लहर का जो फायदा भाजपा को मिलना चाहिए वह कहीं 'आप' के￿ खाते में न चला जाए।
खासतौर पर दिल्ली व आसपास के इलाकों से लेकर देशभर में शहरी क्षेत्रों में भाजपा को कम से कम 40-50 सीटों का राजनीतिक गणित गड़बड़ाता दिख रहा है। क्योंकि भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम का झंडा अब भाजपा की बजाए 'आप' के हाथ में दिख रहा है।

बच्ची से किया रेप, फिर खुद को आग लगाई

Rape with minor in chattisgarh
छत्तीसगढ़ में शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। राज्य के कांकेर जिले में एक एंबुलेंस ड्राइवर ने दस वर्षीय बच्ची को अपने हवस का शिकार बना डाला।
हालांकि, गिरफ्तार करने गई पुलिस को आता देख आरोपी किरण कुमार ने आग लगाकर खुदकुशी करने की कोशिश की। झुलसी हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां से छुट्टी मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
￿एसपी आरएन दास के मुताबिक, 'नाबालिग की शिकायत पर शुक्रवार को 108 एंबुलेंस सेवा संजीवनी के ड्राइवर किरण के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया है।' मामला 23 दिसंबर की रात का है।
जब आरोपी बच्ची की बीमार मां को अपने एंबुलेंस में जिला अस्पताल में भर्ती कराने गया था। अस्पताल से वह नशे की हालत में मरीज के घर वापस लौटा।
उसने बच्ची को उसकी मां की हालत गंभीर बताकर उसे अस्पताल चलने को कहा। उसके झांसे में आई मासूम को लेकर वह जंगल के सुनसान इलाके में ले गया, जहां उसने बच्ची के साथ इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। बच्ची की मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि हुई है।

जब 'खूनी' कोठी से निकलने लगे बच्चों के कंकाल

noida nithari case after seven years
सात साल बाद एक बार फिर निठारी कांड की यादें ताजा हो गई हैं। 29 दिसंबर, 2006 को ही नोएडा के कोठी नंबर डी-5 के पीछे खुदाई में नर कंकाल मिले थे। पर्दाफाश हुआ था कोठी के अंदर कई सालों से चल रही मोनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली की वहशियत का।
यहीं कई मासूमों के साथ दरिंदगी की गई और कत्ल करके जमींदोज कर दिया गया। वह लोग आज भी सिहर जाते हैं, जिनके बच्चों के कंकाल कोठी के पीछे मिले।
निठारीवासियों को वह मंजर याद आता है, जब पूरे देश ने पंधेर और कोली की करतूतों पर थूका था। नोएडा के नाम पर निठारी एक ऐसा धब्बा बन गया, जिसे शायद ही कभी धोया जा सके।
क्या था निठारी कांड
कोठी नंबर डी-5 का सच सामने आने की शुरुआत एक युवती की गुमशुदगी के साथ हुई। पायल नाम की एक लड़की निठारी की पानी की टंकी के पास से लापता हो गई थी। ये वही जगह थी, जहां दो साल के भीतर कई बच्चे गायब हुए, लेकिन पुलिस के कान पर जूं नहीं रेंगी।
पायल के पिता नंदलाल ने बड़े व्यवसायी मोनिंदर सिंह पंधेर पर अपहरण का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं लिखी। हाईकोर्ट के दखल के बाद नंदलाल की शिकायत पर 15 दिसंबर, 2006 को मोनिंदर और सुरेंद्र से पूछताछ की गई।
निठारी चौकी की प्रभारी सिमरनजीत कौर व सीओ दिनेश यादव ने कोर्ट में जो रिपोर्ट पेश की, उसमें पंधेर और कोली को क्लीन चिट दी गई थी। मामले में मोड़ तब आया जब लापता पायल का मोबाइल ऑन हो गया। इसके जरिये पुलिस सुरेंद्र कोली तक पहुंची।
कोली ने पायल के साथ-साथ उन बच्चों की कहानी भी बताई, जिन्हें कत्ल किया गया था। सुरेंद्र और मोनिंदर से रात भर की पूछताछ के बाद अगली सुबह कोठी के पीछे खुदाई की गई और फिर सामने आए बच्चों के नर कंकाल।
खूनी कोठी बनी खंडहर
बच्चों के खून से सनी कोठी आज खंडहर बन चुकी है। अंदर खड़ी पंधेर की कार पर धूल की परतें चढ़ रही हैं। गेट पर झाड़ियां उग आई हैं। कोठी से चंद कदम की दूरी पर चाय बेचने वाले उमेश बताते हैं कि लोग इस कोठी को भूल गए हैं लेकिन पंधेर और कोली की कई कहानियां आज भी जिंदा हैं।
डासना जेल में बंद पंधेर डिप्रेशन में है और गंभीर बीमारियों की चपेट में है। सुरेंद्र कोली मान चुका है कि उसे सारी जिंदगी जेल में बितानी है।
बर्खास्तगी फिर बहाली
निठारी कांड के बाद तेरह पुलिसकर्मी बर्खास्त हुए, लेकिन वक्त बदला तो सब बदल गया। बर्खास्तगी के बाद तत्कालीन एसएसपी पीयूष मोर्डिया बहाल हो गए और अब बीएसएफ में तैनात हैं। निठारी के पीड़ित जतिन सरकार की हत्या के आरोप के बावजूद दिनेश यादव लखनऊ के हजरत गंज में सीओ हैं।
तत्कालीन थानाध्यक्ष आरएन सिंह अब शामली थाने के प्रभारी हैं। आरोपों के घेरे में आए विनोद पांडेय की तैनाती अब एसओजी बुलंदशहर में है। पंधेर का साथ देने की वजह से बर्खास्त हुईं सिमरनजीत कौर भी कोर्ट से बहाल हो गईं, अब बड़े शहर में ड्यूटी कर रही हैं।
इनका हुआ था कोठी में कत्ल
1-रचना2-रिम्पा हलधर
3-कु. बीना4-पायल
5-ज्योति6-हर्ष
7-कु. निशा8-पुष्पा विश्वास
9-सतेन्द्र उर्फ मैक्स10-दीपाली
11-नंदा देवी12-पिंकी सरकार
13-दीपिका उर्फ पायल14-शेख रजा खान
15-सोनी16-अंजली
17-आरती18-अज्ञात युवती
अदालत में निठारी कांड
-सीबीआई ने 19 केस रजिस्टर किए-17 मामलों में लगी है चार्जशीट
-पायल केस में आरोपी बनाया गया पंधेर -6 मामलों में पंधेर सह अभियुक्त है
-435 लोगों की हुई गवाही-57 प्रत्यक्ष गवाह के रूप में पेश हुए
-रिंपा हलधर मामले में कोली व पंधेर को मिली फांसी-हाईकोर्ट से पंधेर की सजा उम्रकैद में तब्दील
-अन्य मामलों में कोली पर केस

झारखंड: मोदी की रैली में उर्दू में बुलावा

jharkhand bjp gives invitation cards in urdu for modi ranchi rally
उर्दू में छपे निमंत्रण पत्र देते हुए भाजपा के नेताओं ने उन्हें गले लगाया तो मुंतकीम अंसारी और उनकी पत्नी नसीमा खातून ने कहा, "दिल के बोझ हलके हुए, पूरा गांव चाहता है कि फिर कोई दाग न लगे।"
सीठियो के लोगों को यह उम्मीद नहीं थी कि नरेंद्र मोदी की रैली में शामिल होने के लिए उन्हें बाकायदा निमंत्रण पत्र देकर बुलाया जाएगा।
गांव के तस्सवुर अंसारी कहते हैं, "राजनीति ही सही, हमें इस लायक तो समझा। अच्छा हो कि इसी रैली के बहाने सीठियो का दाग मिट जाए। तीन- चार लड़कों के कारण गांव क्यों बदनामी झेले।"
झारखंड की राजधानी रांची में 29 दिसंबर को नरेंद्र मोदी की रैली है। जिस मैदान में रैली की तैयारी चल रही है, वह सीठियो गांव से महज चार किलोमीटर दूर है। लिहाजा इस रैली पर सबकी नजर है।
सत्ताइस अक्तूबर को पटना में मोदी की रैली के ठीक पहले हुए बम धमाकों के चार संदिग्ध इसी गांव के रहने वाले हैं।
चार संदिग्धों में एक इम्तियाज अंसारी पकड़े गए हैं। दो संदिग्ध तौफीक व नुमान फरार हैं, जबकि तारिक की मौत हो चुकी है। उनके घर वालों ने शव लेने से मना भी कर दिया था।
'सब पर शक ठीक नहीं'
सीठियो के ग्राम प्रधान शंकर कच्छप बताते हैं कि गांव की जिंदगी तेजी से सामान्य हो रही है।
वह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी की रैली में सीठियो के लोग भी शामिल हों। इसके लिए उन्होंने गांव के लोगों से बात भी की है।
इस सवाल पर, कि क्या मुस्लिम भी रैली में जाना चाहते हैं, वह कहते हैं, "इसी गांव के रहने वाले मुजाहिद अंसारी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। गांव के लोगों को रैली में ले जाने के लिए वे लोग सबसे मिल रहे हैं।"
तीन दिन पहले भाजपा के नेता, कार्यकर्ताओं ने सीठियो गांव में सभा की थी। लोगों के बीच निमंत्रण पत्र बांटे।
मुजाहिद कहते हैं गांव के लोगों ने इस कार्यक्रम का विरोध नहीं किया। हां इतना ज़रूर कि कांग्रेस समर्थकों को भाजपा नेताओं का गांव आना नागवार गुज़रा।
रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह कहते है, "दो-चार लोगों की ग़लती के कारण पूरे गांव को शक के घेरे में लाना ठीक नहीं।"
"पटना धमाके के मामले में कानून अपना काम कर रहा है। हमने तो मुख्य संदिग्ध इम्तियाज के पिता कलीमुद्दीन अंसारी से भी मिलकर उन्हें रैली में आने का न्योता दिया है।"
कलीमुद्दीन अंसारी से हम उनके घर पर मिले। पूछा, "रैली में जाएंगे?"
वो बोले, "रैली–जुलूस में पहले भी शामिल नहीं हुए। यहां भी नहीं जाएंगे, लेकिन कोई गड़बड़ी न हो, यह ज़रूर चाहते हैं।"
भाजपा ने सीठियो में निमंत्रण पत्र बांटने पर भाजपा अल्पसंख्यक मोरचा के अध्यक्ष काजिम कहते हैं, "रैली के मद्देनजर सौ से अधिक अल्पसंख्यक बस्तियों, मोहल्लों में उर्दू में छपे निमंत्रण बांटे गए हैं। सीठियो भी इनमें शामिल है।"
'संशय में युवा'
narendra modi







सीठियो गांव की जिंदगी सामान्य हो रही है। लोग खेत- खलिहानों में व्यस्त दिखते हैं।
अब्दुल खालिक दो महीने की छुट्टी लेकर गांव आए हैं। वह पैरामिलिट्री में हैं और नागालैंड में तैनात हैं। खालिक बताते हैं कि धान की फसल काटे जाने से चावल तैयार करने तक वह यहां रहेंगे।
खालिक कहते हैं कि उन्होंने रेडियो व अखबारों में सुना-पढ़ा था कि सीठियो गांव के कुछ लड़कों का नाम संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हुआ है। इससे उन्हें बड़ी तकलीफ हुई थी।
मोदी की रैली में जाने के सवाल पर वह कहते हैं, "खेत-खलिहान से फुर्सत कहां। लेकिन अमन-चैन बना रहे, यही चाहते हैं।"
गांव के सदर अली हसन कहते है, "आठ सौ से अधिक मुसलिम– आदिवासी परिवारों वाले सीठियो गांव में आज तक पक्की सड़क नहीं बनी। बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। काश इन समस्याओं को लेकर यह गांव चर्चा में आता।"
"लेकिन संदिग्ध गतिविधियों के लिए गांव बदनाम हुआ। बदनामी खत्म हो, इसके लिए हमारी कोशिशें जारी हैं।"
गांव के युवक नेहाल की फौज में नौकरी पक्की हुई है। वह कहते हैं इसी गांव के अकरम अंसारी, अल्फ्रेड केरकेट्टा सीमा पर शहीद हुए हैं। भाजपा वाले निमंत्रण लेकर आए, अच्छा किया। इससे तनाव कम होगा।
रांची में होने वाली मोदी की रैली के बारे में वह कहते है, गांव के युवकों में संशय भी है। दरअसल एक-दो के चक्कर में सबको शक से देखा जाता है।"
गांव के दूसरे युवक दिलदार कहते है, "दहशतगर्दी किसी कौम को मजूर नहीं। मुजफ्फरनगर दंगे का दर्द सबके सामने है। चुनाव सामने हैं। रैलियां, सभाएं होगीं, नेता किस्म-किस्म का तिलिस्म बांधेंगे, इसे समझना-परखना होगा।"
सुरक्षा-व्यवस्था
मुस्लिम पंचायत के रांची जिला अध्यक्ष मोहम्मद ओवेश आजाद गांव की पान दुकान पर बैठे मिले।
इस दुकान पर युवा-बूढ़े, बच्चे का हमेशा मजमां रहता है। दुकान पर भाजपा का झंडा भी लगा है। ओवेश कहते हैं कि किसी पार्टी के झंडे से क्यों कोई ऐतराज करें।
वह कहते हैं कि पिछले दो महीने से जांच के नाम पर लगातार पुलिस व एनआईए के अधिकिरयों का आना-जाना लगा है। इससे भी लोगों में डर-संशय है। सीठियो अब इस सबसे उबरना चाहता है।
दलों की दीवार के बीच देश को खतरे में नहीं डाला जा सकता।
रांची में मोदी की रैली की तिथि नजदीक आने के साथ ही सुरक्षा-व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं।
पुलिस के आला अधिकारी लगातार रैली स्थल और आस-पास के गांव, मोहल्ले का जायजा ले रहे हैं। आस-पास रहने वाले लोगों के रिकॉर्ड तैयार किए गए हैं।
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भीमसेन टूटी के मुताबिक मैदान में चार वॉच-टावर, बीस सीसीटीवी व छह डूमर कैमरे लगाए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
इधर रैली को जोरदार बनाने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है।
लोग मोदी को सुन सकें, इसके लिए मैदान में पांच सौ चोंगा, तीस साउंड बॉक्स लगाए जा रहे हैं।
राज्य की विभिन्न जगहों से पांच स्पेशल ट्रेनें भाजपा कायर्कर्ताओं को लेकर 28 दिसंबर को रांची पहुंचेंगी।

बड़ी बहन से रेप, ‌‌फिर छोटी बहन का कत्‍ल

man raped minor and killed her sister in amroha
एक युवक गांव के एक व्य‌क्ति के घर में घुस गया और उसकी बड़ी बेटी से रेप करने लगा। इसी बीच पीड़िता की छोटी बहन ने आरोपी को देख लिया।
व‌ह अपने पिता को वारदात की सूचना देने जा रही थी कि आरोपी ने दरांती से उसका गला रेत दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
यह वारदात उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की है।
थानाध्यक्ष उपेंद्र यादव ने बताया कि गजरौला के एक गांव के व्य‌क्ति की सात वर्षीय पुत्री की हत्या नामजद अफजाल ने की थी। आरोपी 15 दिसंबर को उस व्य‌क्ति की गैर मौजूदगी में उसके घर में घुस गया। उसने उसकी नाबालिग बेटी से रेप किया।
छोटी बहन ने यह नजारा देख लिया और अपने पिता से शिकायत करने की बात कहते हुए छत पर चली गई। वहां अफजाल ने दरांती लेकर उसकी गर्दन पर वार किया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपी फरार हो गया।
मृतका के पिता ने गांव के ही दो युवकों के खिलाफ तहरीर दी थी। वहीं पीड़िता ने भी अपने साथ रेप किए जाने का आरोप लगाया था। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में एक और युवक के शामिल होने की बात कही जा रही है। इसका खुलासा जांच में होगा।

हताश सोनिया बोलीं, मीडिया औरों के भ्रष्टाचार को भी दिखाए

Congress party establishment Day
दिल्ली पर आम आदमी पार्टी का कब्जा होते ही अब राजधानी में सत्ता के प्रमुख केंद्रों पर माहौल भी बदलने लगा है।
शनिवार को एक ओर आम आदमी पार्टी की सरकार का शानदार जश्न मन रहा था तो दूसरी तरफ कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर माहौल बिलकुल फीका था।
देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के मुख्यालय में आम आदमी पार्टी के बढ़ते कदमों का असर साफ दिख रहा था। मीडिया जरूर मौजूद था। मगर सवाल कांग्रेस के स्थापना दिवस के बारे में नहीं बल्कि केंद्र और कांग्रेस की राज्य सरकारों के भ्रष्टाचार को लेकर पूछे जा रहे थे।
इन सवालों से शायद सोनिया गांधी भी असहज हो गईं और उन्होंने मीडिया को नसीहत दे दी कि उसे सिर्फ केंद्र और कांग्रेस शासित राज्यों का नहीं बल्कि गैर कांग्रेसी राज्यों के भ्रष्टाचार को भी दिखाना चाहिए।
शनिवार को कांग्रेस पार्टी अपना 128वां स्थापना दिवस मना रही थी। मगर पार्टी मुख्यालय में नेताओं और सेवा दल के कुछ कार्यकर्ताओं की मौजूदगी के अलावा आम आदमी कहीं नहीं दिख रहा था।
आम आदमी तो आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के मौके पर रामलीला पर मौजूद था।
आम आदमी यहां आता भी तो सुरक्षाकर्मी उसे घुसने नहीं देते। पत्रकारों का सरकारी प्रेस कार्ड देखने के बाद अंदर जाने की अनुमति थी। सामान्य प्रेस कार्ड दिखाने से अंदर जाने की इजाजत नहीं थी।
आमतौर से कांग्रेस मुख्यालय में सोनिया और राहुल की मौजूदगी के चलते यही प्रक्रिया अपनाई जाती है।
एक तरह से कांग्रेस मुख्यालय पर आम आदमी के लिए ताला लग जाता है। कांग्रेस को लेकर माहौल अब बदलने लगा है। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी कार्यक्रम, सूचना का अधिकार, जनजातीय बिल समेत इस तरह की यूपीए सरकार की तमाम उपलब्धियों पर अब चर्चा बंद हो गई है।
कांग्रेस के हर समारोह, कार्यक्रमों और नेताओं के लंच डिनर में सरकार का भ्रष्टाचार का मुद्दा ही सबकी जुबान पर रहता है। मगर गलतियों और कमियों को सुधारने के बजाय एक दूसरे पर ही आरोप मढ़े जा रहे हैं।
कांग्रेस मुख्यालय में सचिव दबी जुबान में टिकट बंटवारे में धांधली और गड़बड़ी का रोना रो रहे हैं। तो सरकार में छोटे मंत्री यानी राज्य मंत्री पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल और यहां तक कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अनौपचारिक बातचीत में भ्रष्टाचार और महंगाई के लिए दोषी ठहरा रहे हैं। इसके अलावा मीडिया को भी आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
कई बड़े केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि मीडिया ने ही अरविंद केजरीवाल को हीरो बनाया। दिग्विजय सिंह, कपिल सिब्बल और मनीष तिवारी जैसे कांग्रेस के बड़े नेता कहते है कि मीडिया हमेशा आधा सच दिखाता है।

बिना बेल्ट पहने गया तो निर्वस्त्र कर क्लास में घुमाया

Cruelty with school student in up
संवेदनहीनता की हद पार करते हुए एक पब्लिक स्कूल में मासूम छात्र को छोटी सी गलती पर निर्वस्त्र कर क्लास में घुमाया गया। घटना से आहत छात्र की दादी की शिकायत पर शनिवार को बीएसए ने नगर शिक्षाधिकारी को जांच सौंपी है।
पीड़ित छह वर्षीय छात्र शहर के सीताकुंड स्थित एक पब्लिक स्कूल में कक्षा एक में पढ़ता है। परिजनों के मुताबिक बच्चा 27 दिसंबर को बेल्ट पहने बिना स्कूल चला गया था।
इससे नाराज शिक्षिका ने बच्चे की पैंट उतरवाकर पूरे क्लास रूम में घुमाया। इस घटना से बच्चा सहम गया है।
जब छात्र की दादी ने बच्चे के मानसिक एवं शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत विद्यालय प्रबंधक से की तो वे शिक्षिका पर कार्रवाई के बजाए उसके बचाव में उतर आए। प्रबंधक ने घटना को छोटी सी बात कहकर मामला टाल दिया।
इससे नाराज छात्र की दादी ने मामले की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के लिए पुलिस को भी तहरीर देंगी।
स्कूल के निदेशक रमेश तिवारी ने बताया कि शिकायत मिलते ही आरोपी शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया गया है।
जांच कर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उन्हें स्कूल से मिली जानकारी के मुताबिक बच्चे की पैंट में पिन लगा था जिसके खुलने से उसकी पैंट गिर गई थी।

केजरीवाल से अधिकारियों के उड़े होश

Secretariat offical under fear in delhi
शनिवार को दिल्ली सचिवालय में माहौल पूरी तरह बदला हुआ था।
बड़े-बड़े अधिकारियों से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों के चेहरों पर शिकन साफ दिख रही थी। सबको फिक्र इसी बात पर थी कि नए निजाम के अधीन उनकी स्थिति क्या होगी।
हालांकि कुछ अधिकारी यह भी कहते सुने गए कि अब ईमानदारी से काम करने में मजा आएगा। शनिवार करीब 12:50 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सचिवालय पहुंचने के साथ ही अधिकारियों में भागमभाग मच गई।
सभी मंत्रियों के साथ अरविंद सीधे अपने कार्यालय में पहुंचे और चार्ज लेने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। इसके बाद बैठकों का सिलसिला शुरू हुआ।
करीब दो बजे अरविंद की पहली कैबिनेट बैठी। जिसके आधे घंटे बाद ही अधिकारियों के साथ मुलाकात सिलसिला शुरू हो गया।
उधर, निचले स्तर के अधिकारी सचिवालय के एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर का चक्कर लगाते रहे। सबके बीच चर्चा यही थी कि उन्हें किस मंत्री के साथ काम करना होगा।
अधिकारी बीच-बीच में मीडिया से भी अंदर की खबरें जानने की कोशिश करते दिखे। वहीं, कई अधिकारी और कर्मचारी कहते सुने गए कि अब काम करने में मजा आएगा।
वहीं, सूत्र बताते हैं कि सचिवालय में शुक्रवार को ही आला दर्जे के एक अधिकारी ने अरविंद केजरीवाल का एक लाइन का संदेश दे दिया था कि अब तेजी से काम करना है।
अधिकारियों की ऊहापोह को ही दूर करने के लिए अरविंद केजरीवाल ने साफ किया कि ज्यादातर अधिकारी ईमानदार हैं। दिल्ली की 1.50 करोड़ जनता के साथ सब मिलकर काम करेंगे।
दिल्ली से भ्रष्टाचार का सफाया होगा। वहीं, महिला और बाल विकास मंत्री राखी बिरला ने बताया कि सबको इमानदारी से काम करने का निर्देश है। उनकी परफॉर्मेंस देखकर आगे का फैसला किया जाएगा।
पायलट वाहन में नहीं बजेगा हूटर
सूत्र बताते हैं कि शपथ ग्रहण समारोह के इंतजाम पर शुक्रवार को अरविंद से अधिकारियों ने चर्चा की। इस दौरान उन्होंने साफ-साफ कहा, 'उन्हें न तो सुरक्षा चाहिए न ही पायलट वाहन'।
काफी हीलाहवाली के बाद अरविंद ने एक पायलट वाहन लेना तो स्वीकार कर लिया, लेकिन अधिकारियों से साफ कह दिया था कि किसी भी कीमत पर उस वाहन में न तो लाल बत्ती जलेगी, न ही हूटर बजेगा।
अरविंद के आदेश की तामील हुई। बाराखंभा से रामलीला मैदान तक अरविंद की वैगर-आर के आगे एक सरकारी वाहन चल रहा था।
इसकी लाल बत्ती ढकी हुई थी और हूटर भी नहीं बज रहा था। यही हाल उनके राजघाट व फिर दिल्ली सचिवालय जाने के दौरान रहा।

गौहर खान बनीं बिगबॉस सीजन 7 की विनर

gauhar khan bigboss 7 winner
लोकप्रिय मनोरंजक चैनल कर्लस पर प्रसारित रियलिटी शो बिग बॉस सीजन 7 की विजेता गौहर खान बन गयी हैं। जानीमानी अभिनेत्री गौहर खान को आज रात विजेता घोषित किया गया। लगातार चौथी बार कोई महिला प्रतियोगी बिग बॉस का खिताब जीती है।
इस शो में दूसरे स्थान पर तनीषा मुखर्जी. तीसरे नंबर पर एजाज खान जबकि चौथे नंबर पर संग्राम सिंह रहे।
￿उल्लेखनीय है कि 15 सितंबर से शुरू हुये बिग बॉस सीजन 7 को दबंग स्टार सलमान खान ने चौथी बार होस्ट किया। बिग बॉस सीजन 7 में शुरूआत में 15 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।
इन प्रतिभागियों में अनीता आडवाणी, अपूर्व अग्निहोत्री, शिल्पा अग्निहोत्री, गौहर खान, तनीषा मुखर्जी, रजत रवैल, अरमान कोहली, रतन राजपूत, संग्राम सिंह, कुशल टंडन, प्रत्युशा बनर्जी, कामिया पंजाबी, एली एवराम, हेजल कीच और वीजे एंडी शामिल हैं।
इस शो में बाद में वाइल्ड कार्ड इंट्री के जरिए आसिफ अजीम, विवेक मिश्रा, एजाज खान, कैन्डी बरार और सोफिया हयात को शामिल किया गया। बिग बॉस सीजन 7 में प्रतिभागियों को इस बार 104 दिनों तक बिग बॉस के घर पर रहना था। हेजल कीच बिग बॉस से बाहर होने वाली पहली सदस्य थी।