Saturday, March 22, 2014

शिवसेना के उम्मीदवार को तीन साल की कैद

shiv sena contestants imprisoned for three years
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की विशेष अदालत ने शिव सेना के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के पूर्व सामाजिक कल्याण मंत्री बबनराव घोलप और उनकी पत्नी को तीन साल कैद की सजा सुनाई है।

उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में यह सजा सुनाई गई है। अदालत ने उन पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।

घोलप नासिक विधानसभा क्षेत्र की एक सीट से विधायक हैं। वह 1995 में भाजपा शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में सामाजिक कल्याण मंत्री थे। लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से उन्होंने 1999 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

शिवसेना ने इस बार उन्हें शिरडी लोक सभा से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया था। लेकिन अदालत की ओर से दोषी करार देने के बाद घोलप अब कानूनी तौर पर चुनाव लड़ने के अयोग्य हो गए हैं।

एंटी करप्शन ब्यूरो की अदालत के जज ए वी दौलताबादकर ने घोलप और उनकी पत्नी शशि कला को आय के ज्ञात स्रोतों से काफी अधिक धन इकट्ठा करने का दोषी ठहराया है। इस आरोप में उन्हें तीन साल कैद की सजा सुनाई गई है। हालांकि उन्हें बाद में जमानत दे दी गई।

ऐसा टूल, जिसने उड़ा दिए कांग्रेस के होश!

State congress starts social media campaign
भाजपा और आम आदमी पार्टी से सबक लेकर कांग्रेस ने युवा मतदाताओं का लिंक सोशल मीडिया से ढूंढना शुरू कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस ने ट्विटर और फेसबुक जैसी वेबसाइट पर कैंपेन चलाने का फैसला किया है।

इसके लिए कांग्रेस व यूथ कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को तैयार किया जा रहा है। इसमें राष्ट्रीय कांग्रेस की टीम भी मदद करेगी। यूथ कांग्रेस की बैठक बुलाकर उन्हें वाट्स एप व अन्य नेटवर्किंग साइटों से जुड़कर कांग्रेस का एजेंडा तय करने को कहा गया है।

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इसकी जिम्मेदारी प्रदेश कांग्रेस के महासचिव हरिशंकर गुप्ता समेत प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष अमित मलिक व महासचिव राधिका खेड़ा सोशल मीडिया को सौंपी गई है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस दफ्तर की पांचवीं मंजिल पर सेटअप तैयार किया जा रहा है।

अहम है कि दिल्ली, भाजपा के फेसबुक पेज पर 4.5 लाख लोग जुड़े हैं जबकि कांग्रेस केपेज पर दो हजार लोग ही जुड़े हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. हर्षवर्धन के नौ हजार फॉलोअर्स हैं तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह के फॉलोअर्स की तादाद छह सौ से भी कम है। जबकि आप के फेसबुक पेज पर 17 लाख फॉलोअर्स हैं।

उमा बोलीं, भोपाल से नहीं मांगा टिकट

uma bharti never demanded ticket from bhopal
उमा भारती के झांसी की जगह भोपाल से टिकट मांगने की खबरें मीडिया में आईं लेकिन भाजपा की फायर ब्रांड नेता ने इनका खंडन किया है।

झांसी-ललितपुर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी उमा भारती ने भोपाल से टिकट मांगे जाने की खबरों को बेबुनियाद और आधारहीन बताया है।

मीडिया में भारती द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखकर भोपाल से टिकट मांगने से संबंधित खबर आने पर स्थानीय कार्यकर्ता विचलित हो उठे।

नागपुर में मौजूद उमा भारती को जब यह खबर लगी तो उन्होंने तत्काल फैक्स भेजकर सफाई दी। फैक्स में उन्होंने समाचार को बेबुनियाद व आधारहीन बताते हुए कहा कि उन्होंने भोपाल से टिकट मांगने के संबंध में कोई चिट्ठी राजनाथ सिंह को नहीं लिखी।

वह बीस मार्च को नागपुर में रानी अवंतीबाई बलिदान दिवस पर नितिन गडकरी एवं प्रहलाद पटेल के साथ एक जनसभा में भाग लेने आई थीं।

21 मार्च को झांसी लोकसभा सीट पर कुछ कार्यक्रमों में हिस्सेदारी करनी थी। उनका बायां पैर 1996 की दुर्घटना के बाद से कमजोर है। करीब एक हफ्ते पहले पुन: उसी पैर में चोट लग गई। इस कारण तकलीफ बढ़ गई। इस कारण सभी कार्यक्रम स्थगित करने पड़े

चिकित्सकों के परामर्श के बाद वह अब आगे की यात्रा करेंगी। फैक्स आने के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया।