Wednesday, January 29, 2014

BJP ने गिनाए AAPके 30 झूठ, केजरीवाल देंगे जवाब

harshwardhan said about thirty lies of kejriwal govt
सरकार आम आदमी को गुमराह करने का लगातार प्रयास कर रही है। लोकतंत्र और सरकारी व्यवस्था का अपमान आज तक किसी अन्य राज्य के मुख्यमंत्री या मंत्रिमंडल ने नहीं किया। तीस दिन के कार्यकाल में तीस झूठ हमने गिनवाए हैं, जबकि इससे कई ज्यादा अभी तक सामने आ चुके हैं।

- डॉ. हर्षवर्धन, नेता प्रतिपक्ष

भाजपा विधायक दल के नेता डॉ. हर्षवर्धन ने केजरीवाल सरकार के तीस दिनों को जनता को गुमराह करने वाला बताया है।

सरकार के तीस दिन पर तीस झूठ की सूची मीडिया को देने के साथ नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए। अच्छे काम बहुत ढूंढे, लेकिन मिला कुछ नहीं।

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ही झूठी घोषणा से शुरू हुई। अरविंद केजरीवाल ने कहा था किसी पार्टी से समर्थन नहीं लेंगे, जबकि सबसे भ्रष्ट पार्टी का साथ लिया। महिला कमांडो फोर्स नहीं बनी।

जनलोकपाल कानून 15 दिन में बनाने की घोषणा थी, अभी तक लोकायुक्त कानून को शक्तिशाली नहीं बनाया जा सका।

पढ़ें, भाजपा-कांग्रेस में जुबानी जंग, दंगों का जिम्मेदार कौन?

मंत्रियों ने वीआईपी नंबर की गाड़ी ली, बड़ा मकान लेने की सिफारिश की, कानून मंत्री को बचाने के लिए संविधान का अपमान किया और धारा 144 तोड़ी।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि छत्रसाल स्टेडियम में भाषण के दौरान धारा 144 को गलत बताने और धरने को उचित बताकर गलत किया है।

फ्री पानी, बिजली के आधे दाम, टैंकर माफिया पर अंकुश, आंदोलन में बिजली-पानी का बिल नहीं देने वालों को अधर में अटका कर रखने, जनता दरबार वापस, महंगाई पर काबू पाने, भ्रष्टाचार की रोक, कॉमनवेल्थ गेम्स घोषणा मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने, रैन बसेरे की घोषणा, 15 हजार ऑटो रिक्शा, अस्थायी कर्मचारियों के नियमन, सोमनाथ भारती को हटाने के लिए जनमत नहीं कराने, झुग्गी वालों को निशुल्क मकान और किसानों को राहत जैसे झूठे वादे में गिनाए।

मोदी के मुरीद हुए कांग्रेस के सहयोगी!

Ncp defend narendra modi on gujrat riots
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि गुजरात दंगों पर उच्चतम न्यायालय के विशेष जांच दल (एसआईटी) की क्लीन चिट मिलने के बाद अब नरेन्द्र मोदी की दंगों को लेकर घेराबंदी बंद हो जानी चाहिए।

प्रफुल्ल पटेल ने कहा क‌ि अब नरेंद्र मोदी पर 2002 गुजरात दंगों को लेकर हो रही घेराबंदी बंद हो जानी चाह‌िए।

राहुल के इंटरव्यू पर ट‌िप्पणी नहीं
केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में मंत्री पटेल ने यहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इंटरव्यू के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि वह किसी के इंटरव्यू पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे लेकिन सच्चाई यह है कि हम एक ऐसे युग में रहते हैं जहां किसी भी विवाद या मुद्दे के समाधान या न्याय के लिए न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा किया जाता है।

पटेल ने कहा कि अगर न्यायिक व्यवस्था से कोई निष्कर्ष निकलकर आता है तो हम उसे मानने को बाध्य हैं। हमें उस पर सवाल उठाने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि यह सही है कि राजनीति सिर्फ न्यायिक व्यवस्था पर ही केन्द्रित नहीं रह सकती। वह धारणा पर भी निर्भर होती है लेकिन न्यायिक व्यवस्था से किसी विवाद पर अंतिम निष्कर्ष आ जाएं तो हमें उसे रहने देना चाहिए।

रेप के लिए 'दामिनी' को ठहराया जिम्मेदार

Women too responsible for rapes, says NCP leader Asha Mirje
महाराष्ट्र महिला आयोग की सदस्य आशा मिरजे ने दिल्ली में हुए निर्भया कांड पर एक आपत्तिजनक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है।

उन्होंने बलात्कार की घटनाओं को महिलाओं को ही दोषी ठहरा दिया। कांग्रेस पार्टी की लीडर आशा मंगलवार को नागपुर में महिला सेल के एक कार्यक्रम में बोल रही थीं।

आशा मिरजे ने कहा कि 23 दिसंबर 2012 को दिल्ली में जिस लड़की के साथ बलात्कार हुआ था वह देर रात अपने दोस्त के साथ बाहर गई ही क्यों थी।

उन्होंने कहा कि क्या निर्भया को रात में अपने दोस्त के साथ फिल्म देखने जाना ही नहीं चाहिए था? उन्होंने उस फोटो पत्रकार पर भी टिप्पणी की जिससे मुम्बई के शक्ति मिल इलाके में बलात्कार हुआ था।

उन्होंने कहा कि उस लड़की को मुम्बई के उस सुनसान इलाके में शाम को 6 बजे जाना ही नहीं चाहिए था।

उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के कपड़ों, उनके व्यवहार और गलत जगह पर उनकी मौजूदगी की वजह से भी बलात्कार होते हैं।

उन्होंने कहा कि महिलाओं को बेहद सजग रहना चाहिए। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि उनका व्यवहार उकसाने वाला न हो।

'पति मुझे अजनबी लोगों के साथ कमरे में बंद कर देता है'

delhi woman complaints against in laws for sex trade
एक युवती ने पति और ससुरालवालों पर उससे वेश्यावृत्ति कराने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि रोज घर में अजनबी लोग आते हैं और उनके साथ उसे एक कमरे में बंद कर दिया जाता है।

पुलिस ने युवती की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पीड़ित युवती दिल्ली की रहने वाली है और उसकी ससुराल गाजियाबाद जिले के लोनी में है।

शादी के लिए ड्रामा: बंधक बना गर्लफ्रेंड के कपड़े उतरवाए

28 वर्षीय पीड़िता की शादी नौ मई, 2003 को मुस्तफाबाद कॉलोनी में एक व्यक्ति से हुई थी। उसने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल में उससे वेश्यावृत्ति कराई जा रही थी। रोजाना घर में नए-नए लोग आते थे, उनके साथ उसे एक कमरे में बंद कर दिया जाता था।

तिहाड़ में प्रेम: इस रोमांस की चर्चा हर जुबान पर

पीड़िता का कहना है कि विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। दो बच्चे होने के बाद भी उसके साथ यह घिनौना सुलूक जारी रहा।

उसका आरोप है कि आठ वर्ष से उसे मायके नहीं भेजा गया। कुछ दिन पूर्व वह किसी तरह ससुराल से भागकर मायके पहुंची और परिजनों को आपबीती बताई।

पीड़िता ने मायके वालों के साथ लोनी थाने पहुंचकर पति, सास, दो जेठ, देवर, दो जेठानी, देवरानी और ननद के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में हंगामा, नारेबाजी

protest after manmohan singh's speech at the inauguration of national waqf development corporation
विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मनमोहन स‌िंह के भाषण के दौरान एक शख्स ने हंगामा किया है। हंगामा करने वाले शख्स को सुरक्षाकर्मियों ने विज्ञानभवन से बाहर निकाल दिया है।

ये कार्यक्रम नेशनल वक्फ डेवलेपमेंट ने आयोजित किया है, जिसमें अल्पसंख्यक मामलों की चर्चा की जा रही है।

हंगामा करने वाले शख्स का नाम डॉ फहीम बेग है। फहीम बेग ने बताया है कि अल्पसंख्यकों से जुड़ी योजनाओं पर बात करने के लिए उसने प्रधानमंत्री से मिलने के लिए कई बार कोशिश की लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया।

वहीं, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के रहमान खान ने बताया कि यूपीए चेयर पर्सन सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हंगामा करने वाले शख्स को मिलने के लिए बुलाया है।

डेरामुखी आशुतोष जी महाराज ब्रह्मलीन

divya jyoti jagriti sansthan founder ashutosh ji maharaj entered in akhand samadhi
पंजाब के जालंधर जिले से अभी-अभी एक बड़ी खबर आ रही है। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के आशुतोष महाराज ज्योति ज्योत समा गए हैं।

मंगलवार रात को साढ़े 12 बजे के आसपास अपना शरीर त्याग दिया। बकायदा अपोलो अस्पताल के चिकित्सकों की टीम ने उनका चेकअप किया और क्लीनिकल डेथ घोषित कर दिया लेकिन डेरा प्रबंधकों व उनके अनुयायियों का कहना है कि महाराज उच्च समाधि में लीन हैं और वह अकसर कई दिनों के लिए अपना शरीर त्यागकर चले जाते हैं और वापस आ जाते हैं। प्रशासन की तरफ से पहुंचे अधिकारियों व पुलिस को डेरे के भीतर नहीं जाने दिया गया।

नूरमहल स्थित महाराज आशुतोष जी के डेरे से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात को साढ़े 12 बजे महाराज ध्यान में बैठे थे, उनको सांस लेने में कुछ दिक्कत हुई तो तत्काल चिकित्सकों की टीम को बुलाया गया। बकायदा चेकअप के लिए अपोलो अस्पताल के चिकित्सकों की टीम पहुंची, जिन्होंने रात को करीब ढाई बजे के आसपास चेक किया और कहा कि महाराज आशुतोष जी ब्रह्मलीन हो गए हैं।

डेरे के अंदर से यही सूचना आ रही थी कि महाराज आशूतोष गहन समाधि में है और उन्होंने सारी संगत को ध्यान करने का संदेशा दिया है। संगत डेरे में ध्यान में बैठकर जप करने लगे।



'फंडिंग के बारे में जानकारी नहीं दे रही है आप'

Centre says to HC AAP leaders not providing info on funding
केंद्र सरकार ने हाई कोर्ट में चल रहे एक मामले में कहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता पार्टी को मिले फंड के बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।

पीटीआई के मुताबिक़ हाई कोर्ट में गृह मंत्रालय का पक्ष रखते हुए अतिरिक्त सॉलीसिटर जनरल राजीव मेहरा ने कहा, "हमने चार नवंबर 2013 को भेजे अपने एक पत्र के ज़रिए पार्टी से बैंक अकाउंट और कुछ अन्य जानकारियां मांगी थी जो फंडिंग से जुड़ी थीं। इसके बाद हमने एक और पत्र भेजा लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।"

इस बीच जस्टिस प्रदीप नादरजोग की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने याचिका दायर करने वाले वकील एमएल शर्मा से कहा है कि वो अपनी जनहित याचिका में आम आदमी पार्टी को भी शामिल करें।

एमएल शर्मा ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केज़रीवाल और पार्टी के कुछ अन्य संस्थापक सदस्यों के ख़िलाफ़ एक आपराधिक मामला दायर कर के उन पर नियमों की अवहेलना करते हुए विदेशों से फंड लेने का आरोप लगाया है।

याचिका
खंडपीठ का कहना था, ''आम आदमी पार्टी एक रजिस्टर्ड राजनीतिक दल है। क्या आपने उसे इस याचिका का हिस्सा बनाया है। पांच फरवरी को मामले की अगली तारीख से पहले आप नयी याचिका में ये संशोधन कर के पेश करें। ''

याचिकाकर्ता ने केज़रीवाल के अलावा आप के नेता मनीष सिसौदिया, शांति भूषण और प्रशांत भूषण के नाम अपनी याचिका में शामिल किया था।

इससे पहले हाई कोर्ट ने केंद्र से कहा है था कि वो आम आदमी पार्टी के आय के स्रोतों से जुड़े अकाउंटों को एक बार फिर देखे।

हाई कोर्ट के इस आदेश से पहले केंद्र ने एक रिपोर्ट फाइल की थी जिसमें बताया गया था कि हाई कोर्ट की एक अन्य पीठ के समक्ष केंद्र ने पिछले साल टीम अन्ना की सिविल सोसायटी से जुड़े अकाउंटों का ब्योरा सौंपा था। यह ब्योरा भी एमएल शर्मा की एक अन्य याचिका पर था।

बरखा की छुट्टी तय, केजरीवाल ने दिए संकेत

Delhi govt proposes name of Hindi novelist for DCW post
दिल्ली महिला आयोग की नई अध्यक्ष जानी-मानी साहित्यकार एवं नारीवादी लेखिका मैत्रेयी पुष्पा को बनाए जाने की संभावना है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा क‌ि मैत्रेयी पुष्पा अत्यंत महत्वपूर्ण साहित्यकार एवं सामाजिक शख्सियत हैं उन्हें अध्यक्ष बनाकर इस पद पर किसी राजनीतिक व्यक्ति को बिठाने की वर्षो से चली आ रही परंपरा तोड़ी जा रही है।

केजरीवाल बोले टूटेगी परंपरा
केजरीवाल ने कहा कि अब तक होता यह रहा है कि विभिन्न सरकारी संस्थाओं में उन्हीं पार्टियों के लोगों को नियुक्त किया जाता रहा है जिन पार्टियों की सरकारें होती थीं।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान विभिन्न संस्थाओं में कांग्रेस ने अपने लोगों को बिठा रखा है लेकिन अब दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष के पद पर एक निष्पक्ष शख्सियत तथा महत्वपूर्ण साहित्यकार को नियुक्त किया जा रहा है। हालांकि सुश्री पुष्पा ने मीड‌िया को बताया क‌ि उन्हें अभी इस बात की आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।

गौरतलब है कि दिल्ली महिला आयोग की मौजूदा अध्यक्ष बरखा सिंह ने दिल्ली सरकार के कानून मंत्री सोमनाथ भारती के इस्तीफे की मांग की थी और इसके बाद से उनके हटाए जाने की चर्चा तेज हो गई।

बरखा सिंह का कार्यकाल अभी तीन साल शेष है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के सिकुर्रा गांव में जन्मी मैत्रेयी पुष्पा जानी मानी उपन्यासकार एवं कहानीकार हैं।

उनके प्रमुख उपन्यासों में स्मृति दंश चालक, अल्मा कबूतरी, कहैं ईसुरी फाग, बेतवा बहती रही, चिन्हार, इदन्नमम और गुनाह बेगुनाह प्रमुख है। चिन्हार, ललमनिया, त्रिया हठ और पगला गयी भागवती जैसी उनकी कहानियां चर्चित रही हैं।