मुजफ्फरनगर दंगों का कथित तौर पर बदला लेने की साजिश में गिरफ्तार लश्कर तैयबा के दो संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है।
दोनों ने इस मामले को नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंपने की गुजारिश की है। उनका कहना है कि एनआईए ही मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है।
पढ़ें, मुजफ्फरनगर का बदला लेने की तैयारी में थे आतंकी!
इस मामले में गिरफ्तार लश्कर के संदिग्ध कार्यकर्ताओं राशिद और शाहिद की ओर से उनके वकील एमएस खान ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को चिट्ठी लिखी है।
चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि मामले की तसल्लीबख्श और निष्पक्ष ढंग से जांच होनी चाहिए। दरअसल मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जो कह रही हैं उसमें तमाम खामियां हैं।
वकील ने अपनी चिट्ठी में पिछले साल 24 अक्टूबर को इंदौर में राहुल गांधी के भाषण का हवाला दिया है।
वकील ने कहा है कि राहुल ने कहा था उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर ने बताया था कि मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में आईएसआई के लोग घुसपैठ कर चुके हैं ताकि वे अपने संगठन में युवाओं की भर्ती कर सकें।
राशिद और शाहिद के वकील ने याद दिलाया कि राहुल गांधी ने कहा था कि आईबी के अफसर उन युवाओं से भी मिले थे।
जबकि स्पेशल सेल यह दावा कर रही है उसे मेवात क्षेत्र में गिरफ्तार राशिद और शाहिद के बारे में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की ओर से पिछले साल नवंबर में खुफिया जानकारी मिली थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दावा किया है कि उसने इस मामले में पिछले साल के आखिरी महीने में शाहिद और राशिद को मेवात से गिरफ्तार किया है।
यह गिरफ्तारी नवंबर के आखिर में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की सूचना पर ही हुई थी। राशिद को शुक्रवार तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा। इसके बाद उसे दिल्ली की किसी अदालत में पेश किया जाएगा।
दोनों ने इस मामले को नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंपने की गुजारिश की है। उनका कहना है कि एनआईए ही मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है।
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इस मामले में गिरफ्तार लश्कर के संदिग्ध कार्यकर्ताओं राशिद और शाहिद की ओर से उनके वकील एमएस खान ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को चिट्ठी लिखी है।
चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि मामले की तसल्लीबख्श और निष्पक्ष ढंग से जांच होनी चाहिए। दरअसल मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जो कह रही हैं उसमें तमाम खामियां हैं।
वकील ने अपनी चिट्ठी में पिछले साल 24 अक्टूबर को इंदौर में राहुल गांधी के भाषण का हवाला दिया है।
वकील ने कहा है कि राहुल ने कहा था उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर ने बताया था कि मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में आईएसआई के लोग घुसपैठ कर चुके हैं ताकि वे अपने संगठन में युवाओं की भर्ती कर सकें।
राशिद और शाहिद के वकील ने याद दिलाया कि राहुल गांधी ने कहा था कि आईबी के अफसर उन युवाओं से भी मिले थे।
जबकि स्पेशल सेल यह दावा कर रही है उसे मेवात क्षेत्र में गिरफ्तार राशिद और शाहिद के बारे में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की ओर से पिछले साल नवंबर में खुफिया जानकारी मिली थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दावा किया है कि उसने इस मामले में पिछले साल के आखिरी महीने में शाहिद और राशिद को मेवात से गिरफ्तार किया है।
यह गिरफ्तारी नवंबर के आखिर में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की सूचना पर ही हुई थी। राशिद को शुक्रवार तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा। इसके बाद उसे दिल्ली की किसी अदालत में पेश किया जाएगा।
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