![खराब रोशनी ने मुरली को पहले दिन शतक से रोका live: durban test india vs south africa](http://img.amarujala.com/2013/12/26/murali-vijay-52bc47c48c4cc_exl.jpg)
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया और टी-ब्रेक तक मैच आराम से खेला गया लेकिन इसके बाद खराब रोशनी ने आगे का खेल नहीं होने दिया।
टी-ब्रेक के बाद महज आठ ओवर का ही खेल हो सका और इसके बाद खराब रोशनी ने मैच में बाधा डाल दी। बाद में अंपायरों ने आज के खेल को यहीं पर खत्म कर दिया। (लाइव स्कोर कार्ड)
स्टंप्स के समय भारत ने 61 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 181 रन बना लिए हैं। क्रीज पर मुरली विजय (91) और चेतेश्वर पुजारा (58) खेल रहे हैं। दोनों के बीच 140 रनों की साझेदारी हो चुकी है।
पहले दिन शतक का मौका गंवाया
मुरली विजय अपने करियर के चौथे टेस्ट शतक से महज नौ रन दूर हैं और वह अपनी पारी में 17 चौके लगा चुके हैं। जबकि पुजारा ने अपनी पारी में अब तक सात चौके लगाए हैं।
दो पर भारी एक! जैक्स कैलिस = राहुल द्रविड़ + जहीर खान
अगर आज मुरली विजय शतक ठोक देते तो 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट के पहले दिन शतक लगाने वाले वह तीसरे भारतीय बल्लेबाज हो जाते। इससे पहले 'बॉक्सिंग डे' यानी 26 दिसंबर को वीरेंद्र सहवाग (195) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (नाबाद 103) ने शतक लगाया था।
दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच जोहानिसबर्ग में खेला गया जो दिलचस्प मुकाबले के बाद ड्रॉ हो गया था।
भारत को मिली सधी शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला टीम इंडिया के लिए सही साबित हुआ। शिखर धवन (29) और मुरली विजय ने भारत को सीरीज में पहली बार सधी शुरुआत दिलाई।
धवन और विजय दोनों अफ्रीका के तेज आक्रमण का डटकर सामना कर रहे थे लेकिन मोर्ने मोर्कल ने धवन को कैच आउट कर इस साझेदारी को तोड़ दिया। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी हुई।
इस साझेदारी के टूटने के बाद कींग्समीड मैदान पर खेले जा रहे मैच में विजय ने चेतेश्वर पुजारा के साथ बेहतरीन बल्लेबाजी का नजारा पेश करते हुए दूसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी कर डाली।
पुजारा ने टी-ब्रेक से पहले ही टेस्ट सीरीज में लगातार दूसरे मैच में 50 से ज्यादा का रन बनाया है। दोनों बल्लेबाजों ने अफ्रीकी गेंदबाजों का जमकर सामना किया और दूसरे सत्र में एक भी सफलता हासिल करने नहीं दिया।
हालांकि बल्लेबाजी के दौरान खराब रोशनी ने खेल में बाधा डाल दिया।
टीम इंडिया में एक बदलाव
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतने के बाद टीम इंडिया में बदलाव के बारे में जानकारी दी। इस मैच में आर अश्विन को बाहर कर रखा गया है। उनकी जगह हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को मौका दिया गया है।
दक्षिण अफ्रीकी टीम में इमरान ताहिर की जगह रॉबिन पीटरसन को रखा गया है। जबकि पहले मैच के दौरान अनफिट हो गए तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल टीम में बने हुए हैं।
पढ़ें- पाक बल्लेबाज ने दिलशान को धक्का मारा तो लगा जुर्माना
महान आलाउंडर जैक्स कैलिस के टेस्ट करियर का यह अंतिम मैच है। उन्होंने कल ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी।
क्या है 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया की तरह दक्षिण अफ्रीका में 'बॉक्सिंग डे' मनाया जाता है और आज डरबन में भारत के साथ टेस्ट मैच खेला जा रहा है।
'बॉक्सिंग डे' टेस्ट क्रिसमस के एक दिन बाद, यानी 26 दिसंबर से शुरू होता है। ऑस्ट्रेलियाई टीम गर्मी के मौसम में इस मैच के तहत लगभग हर साल अपनी मेजबानी में विपक्षी टीम से भिड़ती है।
पढ़ें- इस बेस्ट ऑलराउंडर ने टेस्ट से लिया संन्यास
यह मैच अब तक मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर ही खेला जाता रहा है। चार साल में एक बार ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम एशेज टेस्ट सीरीज के तहत जरूर 'बॉक्सिंग डे' पर एक मैच खेलती है।
1950 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मैच से शुरू हुआ यह अभियान अब तक जारी है। भारत भी इस मैदान पर इस ऐतिहासिक दिन में ऑस्ट्रेलिया से छह बार भिड़ चुका है जिसमें चार बार उसे हार मिली जबकि दो मैच ड्रॉ रहे।
टी-ब्रेक के बाद महज आठ ओवर का ही खेल हो सका और इसके बाद खराब रोशनी ने मैच में बाधा डाल दी। बाद में अंपायरों ने आज के खेल को यहीं पर खत्म कर दिया। (लाइव स्कोर कार्ड)
स्टंप्स के समय भारत ने 61 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 181 रन बना लिए हैं। क्रीज पर मुरली विजय (91) और चेतेश्वर पुजारा (58) खेल रहे हैं। दोनों के बीच 140 रनों की साझेदारी हो चुकी है।
पहले दिन शतक का मौका गंवाया
मुरली विजय अपने करियर के चौथे टेस्ट शतक से महज नौ रन दूर हैं और वह अपनी पारी में 17 चौके लगा चुके हैं। जबकि पुजारा ने अपनी पारी में अब तक सात चौके लगाए हैं।
दो पर भारी एक! जैक्स कैलिस = राहुल द्रविड़ + जहीर खान
अगर आज मुरली विजय शतक ठोक देते तो 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट के पहले दिन शतक लगाने वाले वह तीसरे भारतीय बल्लेबाज हो जाते। इससे पहले 'बॉक्सिंग डे' यानी 26 दिसंबर को वीरेंद्र सहवाग (195) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (नाबाद 103) ने शतक लगाया था।
दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच जोहानिसबर्ग में खेला गया जो दिलचस्प मुकाबले के बाद ड्रॉ हो गया था।
भारत को मिली सधी शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला टीम इंडिया के लिए सही साबित हुआ। शिखर धवन (29) और मुरली विजय ने भारत को सीरीज में पहली बार सधी शुरुआत दिलाई।
धवन और विजय दोनों अफ्रीका के तेज आक्रमण का डटकर सामना कर रहे थे लेकिन मोर्ने मोर्कल ने धवन को कैच आउट कर इस साझेदारी को तोड़ दिया। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी हुई।
इस साझेदारी के टूटने के बाद कींग्समीड मैदान पर खेले जा रहे मैच में विजय ने चेतेश्वर पुजारा के साथ बेहतरीन बल्लेबाजी का नजारा पेश करते हुए दूसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी कर डाली।
पुजारा ने टी-ब्रेक से पहले ही टेस्ट सीरीज में लगातार दूसरे मैच में 50 से ज्यादा का रन बनाया है। दोनों बल्लेबाजों ने अफ्रीकी गेंदबाजों का जमकर सामना किया और दूसरे सत्र में एक भी सफलता हासिल करने नहीं दिया।
हालांकि बल्लेबाजी के दौरान खराब रोशनी ने खेल में बाधा डाल दिया।
टीम इंडिया में एक बदलाव
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतने के बाद टीम इंडिया में बदलाव के बारे में जानकारी दी। इस मैच में आर अश्विन को बाहर कर रखा गया है। उनकी जगह हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को मौका दिया गया है।
दक्षिण अफ्रीकी टीम में इमरान ताहिर की जगह रॉबिन पीटरसन को रखा गया है। जबकि पहले मैच के दौरान अनफिट हो गए तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल टीम में बने हुए हैं।
पढ़ें- पाक बल्लेबाज ने दिलशान को धक्का मारा तो लगा जुर्माना
महान आलाउंडर जैक्स कैलिस के टेस्ट करियर का यह अंतिम मैच है। उन्होंने कल ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी।
क्या है 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया की तरह दक्षिण अफ्रीका में 'बॉक्सिंग डे' मनाया जाता है और आज डरबन में भारत के साथ टेस्ट मैच खेला जा रहा है।
'बॉक्सिंग डे' टेस्ट क्रिसमस के एक दिन बाद, यानी 26 दिसंबर से शुरू होता है। ऑस्ट्रेलियाई टीम गर्मी के मौसम में इस मैच के तहत लगभग हर साल अपनी मेजबानी में विपक्षी टीम से भिड़ती है।
पढ़ें- इस बेस्ट ऑलराउंडर ने टेस्ट से लिया संन्यास
यह मैच अब तक मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर ही खेला जाता रहा है। चार साल में एक बार ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम एशेज टेस्ट सीरीज के तहत जरूर 'बॉक्सिंग डे' पर एक मैच खेलती है।
1950 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मैच से शुरू हुआ यह अभियान अब तक जारी है। भारत भी इस मैदान पर इस ऐतिहासिक दिन में ऑस्ट्रेलिया से छह बार भिड़ चुका है जिसमें चार बार उसे हार मिली जबकि दो मैच ड्रॉ रहे।
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