![केजरीवाल के शपथग्रहण में नहीं आएंगे अन्ना Anna hazare denied to join oth ceremony](http://img.amarujala.com/2013/12/16/arvind-and-anna-52af0323c47a9_exl.jpg)
अन्ना हजारे अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के सवाल पर अन्ना हजारे ने कहा, मेरी तबीयत ठीक नहीं है।
उनसे जब दोबारा इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं इस वक्त कुछ नहीं कह सकता, मेरी तबीयत ठीक नहीं है'। इससे पहले बृहस्पतिवार को सुबह ही अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह अपने 'गुरु' को निजी तौर पर आमंत्रित करेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'अन्ना हजारे मेरे गुरु हैं और मैं उन्हें यहां बुलाने के लिए खुद उनसे फोन पर बात करूंगा।'
उनको सरकार की ओर से निमंत्रण भेजा जाएगा। मैंने सरकारी विभाग को हजारे, किरण बेदी और जस्टिस संतोष हेगड़े को निमंत्रण भेजने के लिए कहा है।
अन्ना हजारे ने दो दिन पहले कहा था कि उन्हें अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण में शामिल होने का निमंत्रण अब तक नहीं मिला है। हालांकि वह इसमें शामिल नहीं होंगे क्योंकि उनका स्वास्थ्य इन दिनों खराब चल रहा है।
हजारे ने सरकार बनाने के अरविंद के फैसले पर टिप्पणी से इनकार कर दिया था और कहा था कि वह इस पर अपने विचार उस वक्त जाहिर करेंगे जब उनके पूर्व सहयोगी लोकायुक्त के मुद्दे पर काम करेंगे।
अरविंद केजरीवाल की ओर से राजनीतिक पार्टी बनाने के फैसले के बाद हजारे ने अपना रास्ता अलग कर लिया था।
दोनों के बीच संबंधों की खटास हाल में उस दौरान काफी बढ़ गई थी, जब आम आदमी पार्टी के गोपाल राय को रालेगण सिद्धि में पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह से विवाद के बाद अनशन स्थल छोड़ना पड़ा था।
उनसे जब दोबारा इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं इस वक्त कुछ नहीं कह सकता, मेरी तबीयत ठीक नहीं है'। इससे पहले बृहस्पतिवार को सुबह ही अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह अपने 'गुरु' को निजी तौर पर आमंत्रित करेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'अन्ना हजारे मेरे गुरु हैं और मैं उन्हें यहां बुलाने के लिए खुद उनसे फोन पर बात करूंगा।'
उनको सरकार की ओर से निमंत्रण भेजा जाएगा। मैंने सरकारी विभाग को हजारे, किरण बेदी और जस्टिस संतोष हेगड़े को निमंत्रण भेजने के लिए कहा है।
अन्ना हजारे ने दो दिन पहले कहा था कि उन्हें अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण में शामिल होने का निमंत्रण अब तक नहीं मिला है। हालांकि वह इसमें शामिल नहीं होंगे क्योंकि उनका स्वास्थ्य इन दिनों खराब चल रहा है।
हजारे ने सरकार बनाने के अरविंद के फैसले पर टिप्पणी से इनकार कर दिया था और कहा था कि वह इस पर अपने विचार उस वक्त जाहिर करेंगे जब उनके पूर्व सहयोगी लोकायुक्त के मुद्दे पर काम करेंगे।
अरविंद केजरीवाल की ओर से राजनीतिक पार्टी बनाने के फैसले के बाद हजारे ने अपना रास्ता अलग कर लिया था।
दोनों के बीच संबंधों की खटास हाल में उस दौरान काफी बढ़ गई थी, जब आम आदमी पार्टी के गोपाल राय को रालेगण सिद्धि में पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह से विवाद के बाद अनशन स्थल छोड़ना पड़ा था।
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