![विलियर्ड्स लीजेंड माइकल फरेरा के खिलाफ लुकआउट नोटिस lookout notice issued against michael ferreira in QNet scam](http://img.amarujala.com/2014/01/02/billiards-legend-michael-ferreira-52c573b99f6c1_exl.jpg)
मुंबई पुलिस ने पूर्व विलियर्ड्स चैंपियन माइकल फरेरा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है।
फरेरा एक मल्टी-लेवल मार्केटिंग कंपनी क्यूनेट के 425 करोड़ रुपए के घोटाले से जु़ड़े मामले में पुलिस के सामने हाजिर होने में नाकाम रहे थे। इस कंपनी में फरेरा की हिस्सेदारी है।
मुंबई पुलिस के एक आला अफसर ने बताया कि पूर्व वर्ल्ड विलियर्ड्स चैंपियन माइकल फरेरा के खिलाफ क्यूनेट मामले में लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। पुलिस ने उन्हें तीन सप्ताह पहले पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन वह हाजिर नहीं हुए।
लुकआउट नोटिस के तहत सभी हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर वांछित व्यक्ति के खिलाफ नोटिस जारी किया जाता है ताकि वह विदेश न भाग सके। यहां उसे देखे जाने पर तुरंत पुलिस को इत्तिला देने का आग्रह किया जाता है।
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 75 वर्षीय फरेरा को क्यूनेट घोटाले के सिलसिले में समन जारी किया था ताकि उनसे पूछताछ की जा सके।
इससे पहले इस सिलसिले में क्यूनेट के नौ टीम लीडरों को निवेशकों को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। निवेशकों को फर्जी तरीके से मैगेनेटिक डिस्क, हर्बल प्रोडक्ट की बिक्री, चिट्स और मनी सर्कुलेशन कर पैसा बनाने का लालच दिया गया था।
क्यूनेट पर अपने मल्टी लेवल मार्केटिंग के लिए प्रतिबंधित बाइनरी पिरामिड बिजनेस मॉडल के इस्तेमाल का भी आरोप है। इसके जरिये निवेशकों को लुभाया जाता था। आरोपियों पर प्राइज, चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम (बैनिंग) एक्ट, 1978 के तहत मामला बनाया गया है।
बहरहाल, मुंबई पुलिस ने कहा है कि उसे नहीं पता कि पद्म भूषण से सम्मानित फरेरा मुंबई में हैं या विदेश गए हैं। इस बीच फरेरा ने अपने खिलाफ लगाए आरोपों को आपत्तिजनक, शरारतपूर्ण और झूठा करार दिया है।
फरेरा एक मल्टी-लेवल मार्केटिंग कंपनी क्यूनेट के 425 करोड़ रुपए के घोटाले से जु़ड़े मामले में पुलिस के सामने हाजिर होने में नाकाम रहे थे। इस कंपनी में फरेरा की हिस्सेदारी है।
मुंबई पुलिस के एक आला अफसर ने बताया कि पूर्व वर्ल्ड विलियर्ड्स चैंपियन माइकल फरेरा के खिलाफ क्यूनेट मामले में लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। पुलिस ने उन्हें तीन सप्ताह पहले पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन वह हाजिर नहीं हुए।
लुकआउट नोटिस के तहत सभी हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर वांछित व्यक्ति के खिलाफ नोटिस जारी किया जाता है ताकि वह विदेश न भाग सके। यहां उसे देखे जाने पर तुरंत पुलिस को इत्तिला देने का आग्रह किया जाता है।
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 75 वर्षीय फरेरा को क्यूनेट घोटाले के सिलसिले में समन जारी किया था ताकि उनसे पूछताछ की जा सके।
इससे पहले इस सिलसिले में क्यूनेट के नौ टीम लीडरों को निवेशकों को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। निवेशकों को फर्जी तरीके से मैगेनेटिक डिस्क, हर्बल प्रोडक्ट की बिक्री, चिट्स और मनी सर्कुलेशन कर पैसा बनाने का लालच दिया गया था।
क्यूनेट पर अपने मल्टी लेवल मार्केटिंग के लिए प्रतिबंधित बाइनरी पिरामिड बिजनेस मॉडल के इस्तेमाल का भी आरोप है। इसके जरिये निवेशकों को लुभाया जाता था। आरोपियों पर प्राइज, चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम (बैनिंग) एक्ट, 1978 के तहत मामला बनाया गया है।
बहरहाल, मुंबई पुलिस ने कहा है कि उसे नहीं पता कि पद्म भूषण से सम्मानित फरेरा मुंबई में हैं या विदेश गए हैं। इस बीच फरेरा ने अपने खिलाफ लगाए आरोपों को आपत्तिजनक, शरारतपूर्ण और झूठा करार दिया है।
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