Thursday, January 2, 2014

माधुरी भी बोलीं, बेटी ही बचाएगी 'कल'

amar ujala beti hi bachayegi campaign
आइए संकल्प लें...

बेटी इस दुनिया का आधार है, इसकी मूल ताकत है। वह प्रकृति की पोषक-रक्षक है।
अगले कुछ हफ्तों में हम बेटियों की ताकत, उनकी अटूट हिम्मत, कुशलता और सबको साथ लेकर चल सकने की बड़प्पन वाली भावना और कार्यशैली की कुछ रोचक दास्तानें पेश करेंगे।

उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के कोने-कोने से और देश के और कई हिस्सों से आएंगी ये दास्तानें। कुछ चेहरे आपके पहचाने होंगे, कुछ पूरी तरह अनजाने। वैसे ही, जैसे माँ की कोख में पल रही बेटी की गुण-सम्पदा दुनिया से अनजानी होती है।

हर कहानी को पढ़ कर अपने से जरूर पूछिएगा कि अगर यह बेटी दुनिया में आ ही न पाती तो क्या इस समूची कायनात में कुछ कमी न रह गई होती?

हमारी बात में सच की आंच दिखे तो संकल्प करिएगा कि अपनी जिंदगी में और आसपास की हर बेटी के इस हक को उसे हासिल करवाने के लिए डट कर खड़े होंगे।

और अगर जरूरत पड़ी तो उसे उसका वाजिब सम्मान दिलाने के लिए लड़ेंगे भी, फिर चाहे वह किसी की भी बेटी हो।
आपकी ऐसी हर लड़ाई में अमर उजाला आपका अपना बनकर साथ खड़ा होगा।

आज, कल और आने वाले हर पल में...
अमर उजाला की इस अनूठी पहल के तहत हम वर्ष 2014 में लगातार बेटियों के सशक्तीकरण की सार्थक गतिविधियां करते चलेंगे और उनमें आपके सक्रिय सहयोग के आकांक्षी रहेंगे।
नव वर्ष की अनंत शुभकामनाओं सहित

अमर उजाला परिवार

Madhuri Signature

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