भाजपा विधायक के भाषण के बाद ही माहौल बिगड़ा। छात्रों के आंदोलन में अराजकतत्व भी शामिल थे। उपद्रव करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।
- उमेश कुमार, एसएसपी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में अनियमितता के मसले पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में भारी उपद्रव हुआ।
बृहस्पतिवार को शांति मार्च से पहले सभा कर रहे प्रतियोगी छात्रों पर पानी की बौछारें फेंकी और लाठीचार्ज किया गया। इससे भड़के छात्रों ने पुलिस पर पथराव व बमबाजी की। एएसपी की बोलेरो में आग लगा दी। पुलिस ने भी फायरिंग की।
पुलिस अधिकारियों समेत 50 लोग घायल
दो घंटे तक चले बवाल में पुलिस अधिकारियों समेत 50 से अधिक लोग घायल हुए। पुलिस के मुताबिक, भाजपा विधायक के भाषण के बाद माहौल बिगड़ा। छात्रों को भड़काने के आरोप में भाजपा नेता समेत 28 को गिरफ्तार किया गया है।
लोक सेवा आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर छात्रों ने बृहस्पतिवार को इलाहाबाद बंद का ऐलान किया था। तैयारी थी कि छात्र दोपहर से पहले विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर सभा करेंगे, उसके बाद शांति जुलूस निकालेंगे।
तस्वीरों में, कैसे हुआ छात्रों और पुलिस के बीच संघर्ष
प्रतियोगी छात्र विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर जुटे। सभा चल रही थी, शांति मार्च की तैयारी थी लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस ने छात्रों को वहीं से खदेड़ने की कोशिश की। छात्र शांति मार्च निकालने पर अड़े रहे तो उन पर पानी की बौछार कर दी गई।
उस दौरान वहां छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप सिंह और कई भाजपा नेता भी थे। भाजपा विधायक केशव प्रसाद मौर्य ने छात्रों को संबोधित भी किया। पानी की बौछार छोड़ने के बाद भी छात्र नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
भाग खड़े हुए पुलिस वाले
छात्रों के तेवर देख पुलिस वाले भाग खड़े हुए। गुस्साए छात्रों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ तो की ही, एएसपी की बोलेरो में आग भी लगा दी।
पत्थरबाजी में एसपी सिटी राजेश यादव, एएसपी देवरंजन, सीओ समर बहादुर समेत तीन दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। पुलिस ने छात्रों को भड़काने के आरोप में भाजपा नेता योगेश शुक्ला, इविवि छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप सिंह समेत 28 को गिरफ्तार कर लिया।
बृहस्पतिवार को शांति मार्च से पहले सभा कर रहे प्रतियोगी छात्रों पर पानी की बौछारें फेंकी और लाठीचार्ज किया गया। इससे भड़के छात्रों ने पुलिस पर पथराव व बमबाजी की। एएसपी की बोलेरो में आग लगा दी। पुलिस ने भी फायरिंग की।
पुलिस अधिकारियों समेत 50 लोग घायल
दो घंटे तक चले बवाल में पुलिस अधिकारियों समेत 50 से अधिक लोग घायल हुए। पुलिस के मुताबिक, भाजपा विधायक के भाषण के बाद माहौल बिगड़ा। छात्रों को भड़काने के आरोप में भाजपा नेता समेत 28 को गिरफ्तार किया गया है।
लोक सेवा आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर छात्रों ने बृहस्पतिवार को इलाहाबाद बंद का ऐलान किया था। तैयारी थी कि छात्र दोपहर से पहले विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर सभा करेंगे, उसके बाद शांति जुलूस निकालेंगे।
तस्वीरों में, कैसे हुआ छात्रों और पुलिस के बीच संघर्ष
प्रतियोगी छात्र विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर जुटे। सभा चल रही थी, शांति मार्च की तैयारी थी लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस ने छात्रों को वहीं से खदेड़ने की कोशिश की। छात्र शांति मार्च निकालने पर अड़े रहे तो उन पर पानी की बौछार कर दी गई।
उस दौरान वहां छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप सिंह और कई भाजपा नेता भी थे। भाजपा विधायक केशव प्रसाद मौर्य ने छात्रों को संबोधित भी किया। पानी की बौछार छोड़ने के बाद भी छात्र नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
भाग खड़े हुए पुलिस वाले
छात्रों के तेवर देख पुलिस वाले भाग खड़े हुए। गुस्साए छात्रों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ तो की ही, एएसपी की बोलेरो में आग भी लगा दी।
पत्थरबाजी में एसपी सिटी राजेश यादव, एएसपी देवरंजन, सीओ समर बहादुर समेत तीन दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। पुलिस ने छात्रों को भड़काने के आरोप में भाजपा नेता योगेश शुक्ला, इविवि छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप सिंह समेत 28 को गिरफ्तार कर लिया।
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