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![मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हासिल किया विश्वासमत](http://img.amarujala.com/2013/12/28/aap-cabinet-52be907fa5bb9_exlst.jpg)
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हासिल किया विश्वासमत
दिल्ली विधानसभा में जबरदस्त हंगामे के बीच सरकार ने विश्वासमत प्रस्ताव पास हो गया है। सदन के स्पीकर चौधरी मतीन अहमद के ऐलान के साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विश्वास मत हासिल कर लिया।
इससे पहले केजरीवाल ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि मैं तीन सवाल रखना चाहता हूं। आम आदमी की लड़ाई में सदन का कौन-कौन सदस्य साथ है? सदन के सामने सवाल है कि देश में सच्ची और ईमानदार राजनीति में कौन-कौन साथ है?
कौन-कौन सदस्य है जो हमारे जरिए उठाए गए मुद्दों पर साथ हैं? मैं सदन से इस विश्वास मत को पास कराने का आग्रह करता हूं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों को सहूलियत मिले। कारोबारी ईमानदारी से काम करना चाहते हैं, लेकिन उनके साथ भी सही व्यवहार नहीं होता।
रीटेल में एफडीआई का विरोध हम भी करते हैं, भाजपा भी करती है। मुझे तो नहीं लगता कि इसमें कोई दिक्कत होनी चाहिए। लाल डोरा का विस्तार होना चाहिए।
सरकारी स्कूलों की हालत में सुधार जरूरी है। निजी स्कूलों ने जो अंधेर मचा रखा है, उसे रोकना होगा। सरकारी अस्पतालों का हाल बुरा है। महिला सुरक्षा के लिए अलग दल बनाने की जरूरत है।
केजरीवाल के बोलने से पहले विधानसभा में जेडीयू विधायक शोएब इकबाल के बयान पर जमकर हंगामा हुआ। गुस्से में इकबाल ने अपना कोट उतार दिया।
वह बोलने के लिए कम वक्त दिए जाने से खफा थे। उन्हें बोलने के लिए 2 मिनट का वक्त दिया गया था। शोएब इकबाल और भाजपा विधायकों के बीच तू तू-मैं मैं हुई।
इससे पहले केजरीवाल ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि मैं तीन सवाल रखना चाहता हूं। आम आदमी की लड़ाई में सदन का कौन-कौन सदस्य साथ है? सदन के सामने सवाल है कि देश में सच्ची और ईमानदार राजनीति में कौन-कौन साथ है?
कौन-कौन सदस्य है जो हमारे जरिए उठाए गए मुद्दों पर साथ हैं? मैं सदन से इस विश्वास मत को पास कराने का आग्रह करता हूं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों को सहूलियत मिले। कारोबारी ईमानदारी से काम करना चाहते हैं, लेकिन उनके साथ भी सही व्यवहार नहीं होता।
रीटेल में एफडीआई का विरोध हम भी करते हैं, भाजपा भी करती है। मुझे तो नहीं लगता कि इसमें कोई दिक्कत होनी चाहिए। लाल डोरा का विस्तार होना चाहिए।
सरकारी स्कूलों की हालत में सुधार जरूरी है। निजी स्कूलों ने जो अंधेर मचा रखा है, उसे रोकना होगा। सरकारी अस्पतालों का हाल बुरा है। महिला सुरक्षा के लिए अलग दल बनाने की जरूरत है।
केजरीवाल के बोलने से पहले विधानसभा में जेडीयू विधायक शोएब इकबाल के बयान पर जमकर हंगामा हुआ। गुस्से में इकबाल ने अपना कोट उतार दिया।
वह बोलने के लिए कम वक्त दिए जाने से खफा थे। उन्हें बोलने के लिए 2 मिनट का वक्त दिया गया था। शोएब इकबाल और भाजपा विधायकों के बीच तू तू-मैं मैं हुई।
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