Wednesday, January 15, 2014

'गृह मंत्री बनने के काबिल नहीं हैं शिंदे'

Shinde not fit to be Home Minister says R K Singh
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे पर सनसनीखेज आरोप लगाने वाले पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने मंगलवार को उन पर फिर जोरदार हमला बोला।

सिंह ने कहा कि शिंदे तो गृह मंत्री बनने के काबिल ही नहीं हैं। वित्त मंत्री पी चिदंबरम उनसे सौ गुना बेहतर हैं।

पढ़ें, शिंदे पर लगे कई सनसनीखेज आरोप

पत्रकारों से बातचीत में आरके सिंह ने यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि शिंदे या चिदंबरम में से वह किसे बेहतर गृह मंत्री मानते हैं।

मौजूदा वित्त मंत्री चिदंबरम भी गृह मंत्रालय का जिम्मा संभाल चुके हैं। सिंह ने कहा कि शिंदे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के बारे में गलत जानकारी देकर देश को गुमराह कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने कभी भी यह भरोसा नहीं दिलाया कि वह दाऊद को पकड़वाने में भारत की मदद करेगी। मैं भी अमेरिका में हुई उन बैठकों में मौजूद था।

उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस में बड़ी संख्या में तैनातियों के लिए शिंदे के घर से पुलिस कमिश्नर के यहां पर्ची भेजी जाती थीं।

खुलासों पर घिरे शिंदे
आरके सिंह की ओर से गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे पर लगाए गए सनसनीखेज आरोपों के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने सामने आ गई हैं।

मंगलवार को भाजपा ने शिंदे पर जोरदार हमला बोलते हुए उन पर लगे आरोपों को गंभीर बताया और उनको पद से हटाने जाने की मांग भी कर डाली। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा नेता सिंह के आरोपों को निराधार और सुर्खियां बटोरने की कोशिश करार दिया है।

हाल ही में भाजपा में शामिल हुए आरके सिंह ने आरोप लगाया है कि शिंदे ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के एक करीबी कारोबारी को आईपीएल मैच फिक्सिंग मामले में दिल्ली पुलिस की पूछताछ से बचाया था। उन्होंने यह भी कहा है कि दिल्ली पुलिस के एसएचओ की पोस्टिंग के लिए भी शिंदे के दफ्तर से पुलिस कमिश्नर के पास पर्ची भेजी जाती थीं।

आरोपों की जांच जरूरी

उन्होंने यह शक भी जाहिर किया कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की चुनिंदा जगहों पर पोस्टिंग की यह व्यवस्था पैसे के लिए बनाई गई थी।

इन आरोपों को लेकर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शिंदे के खिलाफ आरोपों की जांच कराई जानी चाहिए। यदि वह जांच में दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिए।

वहीं, पार्टी नेता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पूर्व गृह सचिव के खुलासों से साफ है कि यूपीए सरकार कैसे काम कर रही है। गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप से दाऊद के करीबी को बचाया जा रहा है। पुलिस अफसरों की तैनातियों में गड़बड़ी की जा रही है।

वहीं, आरोपों से घिरे शिंदे के बचाव में कांग्रेस के नेता और यूपीए सरकार के मंत्री उतर आए। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिहं ने तो उल्टे आरके सिंह को अवसरवादी बताते हुए उन पर ही आरोपों की बौछार कर दी।

दिग्विजय ने पूछा कि क्या आरके सिंह ने रिटायर होने के बाद अपने लिए पद की मांग नहीं की थी। केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने सवाल किया कि आरके सिंह अब तक चुप क्यों थे। उन्होंने कहा कि सिंह यह सब मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए कर रहे हैं।

क्या हैं आरोप
आरके सिंह ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस की आईपीएल मैच फिक्सिंग मामले की जांच में शिंदे ने दखलंदाजी की थी। गृहमंत्री ने दिल्ली पुलिस को दाऊद के करीबी एक कारोबारी से पूछताछ करने से दो बार रोका था। इतना ही नहीं दिल्ली में एसएचओ की पोस्टिंग भी शिंदे के कहने पर होती थी।

इसके लिए गृह मंत्री के दफ्तर से अधिकारियों के नाम वाली चिट भेजी जाती थी। खास पोस्टिंग में पैसे का खेल भी चलता था। सिंह के मुताबिक इन मुद्दों पर शिंदे से उनके मतभेद के बारे में कैबिनेट सचिव और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव को पता था।

No comments:

Post a Comment