Wednesday, January 15, 2014

जब गले म‌िले व‌िरोधी, स‌िब्बल और केजरीवाल

Kapil sibbal and arvind kejriwal hugged each other
हम पैगम्बर मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में आए थे। यह हमें भाईचारे और मिलकर रहने का संदेश देते हैं। हम गले मिले। एक दूसरे को देखकर मुस्कराए भी। लेकिन यहां राजनीति करने की जरूरत नहीं है। यह धार्मिक मंच है। यहां सबको मिलकर रहने की ही जरूरी है।

- कपिल सिब्बल, केन्द्रीय मंत्री।

आम आदमी पार्टी की राजनीति में मंगलवार को कुछ अद्भुत हुआ। एक दूसरे का धुर विरोध करने वाले अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल गले मिलते दिखाई दिए।

इसे देखकर राजनीति में कोई स्थायी दुश्मनी या दोस्ती नहीं होती-वाली कहावत याद आ गई।

इतना ही नहीं मैं हूं आम आदमी की टोपी पहनने वाले अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेता एक जैसी धार्मिक टोपी पहने इस कार्यक्रम में नजर आए।

चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र के बाड़ा हिंदूराव स्थित शेखा मस्जिद में ईद-मिलाद-उन-नबी के कार्यक्रम में दोनों शामिल होने पहुंचे थे।

धार्मिक मंच सही लेकिन आम आदमी पार्टी के संयोजक, कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री व दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री के अलावा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी नजदीक-नजदीक बैठे दिखाई दिए।

कार्यक्रम के सार्वजनिक भाषण में कपिल सिब्बल व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने चुटकी भी ली।

ईद-मिलाद-उन-नबी के कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल पहले से पहुंचे हुए थे और कपिल सिब्बल बाद में पहुंचे। जब कपिल सिब्बल पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों को केजरीवाल का ध्यान उनकी तरफ आकृष्ट किया। इस बीच केजरीवाल खड़े हुए।

तभी केंद्रीय कानून मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने गले मिलने के लिए हाथ आगे बढ़ा दिया। आम आदमी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी खुद को रोक नहीं सके और तपाक से गले लग गए।

उल्लेखनीय है कि जन लोकपाल आंदोलन के समय अरविंद केजरीवाल और कपिल सिब्बल के बीच खूब तू-तू मैं-मैं हुई थी। भ्रष्टाचार के मसले पर केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ही सबसे अधिक निशाने पर थे।

इतना ही नहीं कपिल सिब्बल के बेटे ने कुछ महीने पहले अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं पर मानहानि का मुकदमा भी दर्ज कराया था।

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