धनबाद पुलिस ने किया एक ऐसा कारनामा जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। पुलिस ने एक ऐसे शख्स को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया जो मरा ही नहीं था।
दरअसल पुलिस को करीब साठ साल का एक शख्स उस पोस्ट ऑफिस के बाहर मिला जो पुलिस स्टेशन के पास ही है। पुलिसवालों को लगा कि वो शख्स मर चुका है और उन्होंने उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
पोस्टमार्टम हाउस में पता चला कि वो शख्स जिंदा है। उन्होंने पुलिस को बताया और फिर पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में मंगलवार शाम उस शख्स ने दम तोड़ दिया।
माना जा रहा है कि वो एक भिखारी था जो ठंड के कराण मौत के मुंह में समा गया।
अब सवाल हेमंत सोरेन की पुलिस से जिसने बिना डॉक्टरी सर्टिफिकेट के उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हो सकता है कि समय पर अगर इलाज मिला होता तो उसकी जान बच जाती।
दरअसल पुलिस को करीब साठ साल का एक शख्स उस पोस्ट ऑफिस के बाहर मिला जो पुलिस स्टेशन के पास ही है। पुलिसवालों को लगा कि वो शख्स मर चुका है और उन्होंने उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
पोस्टमार्टम हाउस में पता चला कि वो शख्स जिंदा है। उन्होंने पुलिस को बताया और फिर पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में मंगलवार शाम उस शख्स ने दम तोड़ दिया।
माना जा रहा है कि वो एक भिखारी था जो ठंड के कराण मौत के मुंह में समा गया।
अब सवाल हेमंत सोरेन की पुलिस से जिसने बिना डॉक्टरी सर्टिफिकेट के उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हो सकता है कि समय पर अगर इलाज मिला होता तो उसकी जान बच जाती।
No comments:
Post a Comment