
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इनकार के बावजूद उनकी जानकारी के बिना ठोस सुरक्षा कवच में रखा जा रहा है।
शुक्रवार को गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने साफ किया कि केजरीवाल के तीन बार इनकार करने के बाद यह फैसला लिया गया कि दूर से ही सही उन्हें सुरक्षा दी जानी जरूरी है।
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दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने गाजियाबाद पुलिस से भी उनके कौशांबी निवास के आसपास पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा है।
शिंदे ने पिछले दिनों कौशांबी में आम आदमी पार्टी कार्यालय पर कश्मीर मुद्दे को लेकर हुए हमले पर चिंता जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
गृह मंत्रालय के मुताबिक केजरीवाल को जेड स्तर की सुरक्षा दी जा रही है, जिसकी जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है।
शिंदे ने वीआईपी सुरक्षा के संबंधित सवाल पर कहा कि उन्हें भी गृहमंत्री बनने से पहले इतनी सुरक्षा नहीं दी गई थी। एजेंसियों की समीक्षा और रूल बुक के मुताबिक, सुरक्षा घेरे का फैसला किया जाता है।
इसके लिए अलग एजेंसी काम करती है जिनके फैसले को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
शुक्रवार को गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने साफ किया कि केजरीवाल के तीन बार इनकार करने के बाद यह फैसला लिया गया कि दूर से ही सही उन्हें सुरक्षा दी जानी जरूरी है।
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शिंदे ने वीआईपी सुरक्षा के संबंधित सवाल पर कहा कि उन्हें भी गृहमंत्री बनने से पहले इतनी सुरक्षा नहीं दी गई थी। एजेंसियों की समीक्षा और रूल बुक के मुताबिक, सुरक्षा घेरे का फैसला किया जाता है।
इसके लिए अलग एजेंसी काम करती है जिनके फैसले को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
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