
राहत कैंप में रह रहे मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के बच्चों की ठंड से हुई मौत पर प्रदेश सरकार के खेल मंत्री नारद राय का कहना है कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।
जीवन-मृत्यु हमारे संस्कार हैं। अब मॉल को ही देख लीजिए इतनी व्यवस्थाएं होती हैं फिर भी वहां लोग मरते हैं।
हमें दुख इस बात का है कि यह हमारी सरकार में हुआ। यह बयान उन्होंने शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में दिया।
इससे पहले प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह ने भी बयान दिया था कि यदि ठंड से मौत होती तो साइबेरिया में तो सारे लोग मर जाते।
उन्होंने कहा कि कहीं भी मुसीबत आती है तो सभी दल सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करते हैं, लेकिन मुजफ्फरनगर में हुए दंगे के दौरान सभी ने राजनीतिक रोटी सेंकी।
जितना भी किया वह सपा ने किया। अब सरकार की ओर से दंगा पीड़ितों को आवास भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने माना कि कुछ लोग खुली छत के नीचे होंगे, लेकिन उन्हें जल्द ही आवास मुहैया करा दिए जाएंगे।
सैफई महोत्सव में खर्च हुए सरकारी धन और ताज महोत्सव की उपेक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में सपा सरकार नहीं थी तब भी महोत्सव जोरदारी से होता था।
रही बात ताज महोत्सव की तो वह इस संबंध में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करेंगे।
जीवन-मृत्यु हमारे संस्कार हैं। अब मॉल को ही देख लीजिए इतनी व्यवस्थाएं होती हैं फिर भी वहां लोग मरते हैं।
हमें दुख इस बात का है कि यह हमारी सरकार में हुआ। यह बयान उन्होंने शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में दिया।
इससे पहले प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह ने भी बयान दिया था कि यदि ठंड से मौत होती तो साइबेरिया में तो सारे लोग मर जाते।
उन्होंने कहा कि कहीं भी मुसीबत आती है तो सभी दल सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करते हैं, लेकिन मुजफ्फरनगर में हुए दंगे के दौरान सभी ने राजनीतिक रोटी सेंकी।
जितना भी किया वह सपा ने किया। अब सरकार की ओर से दंगा पीड़ितों को आवास भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने माना कि कुछ लोग खुली छत के नीचे होंगे, लेकिन उन्हें जल्द ही आवास मुहैया करा दिए जाएंगे।
सैफई महोत्सव में खर्च हुए सरकारी धन और ताज महोत्सव की उपेक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में सपा सरकार नहीं थी तब भी महोत्सव जोरदारी से होता था।
रही बात ताज महोत्सव की तो वह इस संबंध में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करेंगे।
No comments:
Post a Comment