
यूपी के उन्नाव में भले ही खजाना नहीं मिला लेकिन छत्तीसगढ़ के कोटा में मनरेगा की खुदाई के दौरान पुराना दबा खजाना निकल आया। खजाने से कोई जानकारी मिलती उससे पहले ही खुदाई कर रहे मजदूर उस खजाने को लेकर फरार हो गए।
मामला पुलिस तक पहुंचा तो महकमे में हडकंप मच गया। तत्काल मजदूरों को तालाश किया गया और खजाना जमा कराया गया। माना जा रहा है कि ये मुगल कालीन खजाना है जो करीब 300 साल पुराना हो सकता है।
दरअसल मनरेगा के तहत सड़क बनाई जा रही थी और इसके लिए पास के खेत से मिट्टी खोदी जा रही थी। खुदाई के दौरान ही किसी मजदूर का फावड़ा एक तांबे के बरतन से टकराया और जब उन्होंने उसे निकाला तो उनकी आंखें चौंधिया गईं।
ये तांबे का बरतन सोने और चांदी के आभूषणों से भरा था, कुछ सिक्के भी थे। खजाना देखकर मजदूरों की नीयत खराब हो गई और वो उसे लेकर रफूचक्कर हो गए।
किसी ने पुलिस को भी इत्तिला कर दी और फिर पुलिस ने उनको धर दबोचा, उनके कब्जे से खजाना भी बरामद कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुरातत्व विभाग और राज्य सरकार को सूचना दे दी गई है, आगे के निर्देशों पर कार्रवाई की जाएगी।
मामला पुलिस तक पहुंचा तो महकमे में हडकंप मच गया। तत्काल मजदूरों को तालाश किया गया और खजाना जमा कराया गया। माना जा रहा है कि ये मुगल कालीन खजाना है जो करीब 300 साल पुराना हो सकता है।
दरअसल मनरेगा के तहत सड़क बनाई जा रही थी और इसके लिए पास के खेत से मिट्टी खोदी जा रही थी। खुदाई के दौरान ही किसी मजदूर का फावड़ा एक तांबे के बरतन से टकराया और जब उन्होंने उसे निकाला तो उनकी आंखें चौंधिया गईं।
ये तांबे का बरतन सोने और चांदी के आभूषणों से भरा था, कुछ सिक्के भी थे। खजाना देखकर मजदूरों की नीयत खराब हो गई और वो उसे लेकर रफूचक्कर हो गए।
किसी ने पुलिस को भी इत्तिला कर दी और फिर पुलिस ने उनको धर दबोचा, उनके कब्जे से खजाना भी बरामद कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुरातत्व विभाग और राज्य सरकार को सूचना दे दी गई है, आगे के निर्देशों पर कार्रवाई की जाएगी।
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