Tuesday, January 7, 2014

बेटी के जन्म पर अब मिलेगा सम्मान

Will honor the birth of daughter
बेटियों की लगातार घटती संख्या के लिए बदनाम हो रहे बागपत में रोशनी की एक नई किरण दिखाई दी है। ब्राह्मण पुट्ठी ग्राम पंचायत ने बेटियों को जन्म देने वाले परिवारों को सम्मानित करने का फैसला लिया है।

ग्राम सभा की बैठक में बाकायदा प्रस्ताव पारित करके यह पहल की गई। इस पर अमल करते हुए आज गांव के पंचायत भवन में ऐसे सात परिवारों को सम्मानित किया जाएगा।

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ग्राम सभा ने यह प्रस्ताव इसलिए तैयार किया क्योंकि बागपत जनपद में बेटियों की संख्या बहुत तेजी से गिर रही है। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार जनपद में छह साल तक के 1000 बेटों पर बेटियां 850 से भी कम रह गई। हाल ही में वोटर लिस्टों का पुनरीक्षण हुआ तो यह अनुपात और भी कम पाया गया।

इस पर ब्राह्मण पुट्ठी ग्राम पंचायत ने 10 दिन पहले यह प्रस्ताव पारित किया कि गांव में जिस-जिस परिवार में बेटी का जन्म होगा, उसे पंचायत भवन में सम्मानित किया जाएगा।

इसी क्रम में आज मीटिंग बुलाई गई। इस दौरान गांव में सात बेटियों का जन्म हुआ है। ग्राम प्रधान नीरज पंडित ने बताया कि इन सभी परिवारों को शाल ओढ़ाकर सम्मान दिया जाएगा।

उनका कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा ताकि बेटा-बेटी एक समान के नारे हकीकत बन सकें। यह सिर्फ शुरुआत भर है। इसे पूरे जनपद में लागू करने की योजना है।

नीरज पंडित पंचायतराज संगठन के जिलाध्यक्ष है। उनका कहना है कि इस मुद्दे पर वे सभी ग्राम प्रधानों से बात कर रहे हैं।

इसके अलावा एक प्लान यह भी है कि गांवों में 100-100 महिलाओं के ऐसे समूह बनाएं जाएं तो लिंग परीक्षण कराने वालों की जानकारी जुटाएं। अगर किसी के बारे में प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण कराने का पता चले तो पंचायत उसे सबक भी सिखाएं।

बेटी के जन्म पर मिठाई बांटी
ग्राम जवाहरपुर मेवला में सोमवार सुबह डा. पंकज कुमार के घर बेटी पैदा होने पर पूरे गांव में मिठाई बांटी गईं। जैसे लोग बेटे के पैदा होने पर खुश होते हैं, वैसे ही खुशी मनाई गई।

डा. पंकज कुमार की पत्नी ने मेरठ के एक नर्सिंग होम में बेटी को जन्म दिया। इस परिवार के ब्रजेश ने कहा कि बेटी बचेगी तो समाज बचेगा, आज यही समय की पुकार है। इसलिए बेटी के जन्म पर सभी को खुशी मनानी चाहिए।

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