तेल कंपनियों के बाद अब प्रदेश सरकार ने लोगों को महंगाई का एक और झटका दिया है। सरकार ने स्पेशल स्पेसिफिक टैक्स के नाम पर पेट्रोल में 53 पैसे और डीजल में 31 पैसे की बढ़ोतरी कर दी है।
यानी अब पेट्रोल 79.74 रुपये और डीजल 59.21 रुपये में मिलेगा। डिस्ट्रिक्ट पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने बढ़ी कीमतों का विरोध किया है।
एसोसिएशन का आरोप है कि तेल कंपनियां और प्रदेश सरकार मिलकर लोगों पर महंगाई का बोझ डाल रही हैं। वैसे प्रदेश सरकार ने इस साल दो बार यह टैक्स लगाया है।
डिस्ट्रिक्ट पेट्रोल पंप एसोसिएशन के� महामंत्री ब्रजमोहन सिंघल और अध्यक्ष जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पब्लिक पर स्पेशल स्पेसिफिक टैक्स लगाया है। यह वृद्धि अप्रत्याशित है।
डीजल महंगा होने से ट्रांसपोर्ट अब और महंगा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों की सीमा से लगे पेट्रोल पंपों पर अब बंदी का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली में टैक्स बहुत कम है।
दिल्ली की तुलना में यूपी में पेट्रोल पर करीब सात रुपये और डीजल पर साढ़े चार रुपये का अंतर है। इसलिए लोग जिले में पेट्रोल न भराकर दिल्ली जाते हैं। प्रदेश को भी राजस्व की हानि होती है।
यानी अब पेट्रोल 79.74 रुपये और डीजल 59.21 रुपये में मिलेगा। डिस्ट्रिक्ट पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने बढ़ी कीमतों का विरोध किया है।
एसोसिएशन का आरोप है कि तेल कंपनियां और प्रदेश सरकार मिलकर लोगों पर महंगाई का बोझ डाल रही हैं। वैसे प्रदेश सरकार ने इस साल दो बार यह टैक्स लगाया है।
डिस्ट्रिक्ट पेट्रोल पंप एसोसिएशन के� महामंत्री ब्रजमोहन सिंघल और अध्यक्ष जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पब्लिक पर स्पेशल स्पेसिफिक टैक्स लगाया है। यह वृद्धि अप्रत्याशित है।
डीजल महंगा होने से ट्रांसपोर्ट अब और महंगा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों की सीमा से लगे पेट्रोल पंपों पर अब बंदी का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली में टैक्स बहुत कम है।
दिल्ली की तुलना में यूपी में पेट्रोल पर करीब सात रुपये और डीजल पर साढ़े चार रुपये का अंतर है। इसलिए लोग जिले में पेट्रोल न भराकर दिल्ली जाते हैं। प्रदेश को भी राजस्व की हानि होती है।
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