Saturday, January 4, 2014

‘गोली चलाऊंगी और चलवाऊंगी, जब तक है जान’

story of women shooters
बुढ़ापे में पिस्टल थाम मेडल और सुर्खियां बटोरनी वाली 80 साल की शूटर चंद्रो देवी का कहना है कि 'जब तक है जान, गोली चलाऊंगी और चलवाऊंगी'। यही जज्बा 75 साल की प्रकाशो देवी में भी देखने को मिला।

जोहड़ी क्लब से शूटिंग शुरू करने वाली ये देवरानी और जेठानी शुक्रवार को शहर में थीं। पूर्व ओलंपियन आभा ढिल्लन, चंद्रो देवी और प्रकाशो देवी ने मंगल पांडे नगर स्थित क्लब एक्सेल शूटिंग रेंज में फर्स्ट टॉप शॉट ओपन आल इंडिया शूटिंग चैंपियनशिप का उद्घाटन किया।

जोहड़ी की इस जोड़ी ने कहा कि पहले 32 बोर में खूब मेडल उठाए। बाद में एयर पिस्टल और स्पोर्ट्स पिस्टल में लोहा मनवाया। मरते दम तक पिस्टल का साथ रहेगा। नौजवान पीढ़ी के लिए इसमें काफी मौके हैं।

खस बात ये कि इनकी पांच पोती और चार पोते शूटिंग के नेशनल और इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं।

पूर्व ओलंपियन और सीनियर नेशनल टीम की कोच आभा ढिल्लन ने कहा कि शूटिंग तेजी से प्रमोट हुई है। युवाओं के लिए यह अच्छी बात है। विश्व स्तर की रेंज हैं। लड़कियों के लिए यह अच्छा फील्ड है। फिजिकल मेहनत कम, लगन और धैर्य ज्यादा देने की वजह से यह लड़कियों को सूट करता है। जिले स्तर तक प्लेटफार्म पहुंच चुका है।

लड़की नहीं सोच खत्म करो

अमर उजाला बेटी बचाओ अभियान की सराहना करते हुए आभा ढिल्लन ने कहा कि बेटी नहीं बल्कि उसे बोझ समझने वाली सोच खत्म करने की जरूरत है। आज बेटी और बेटों में कोई फर्क नहीं रह गया है। प्रकाशो और चंद्रो देवी ने कहा लड़कियों को बढ़ाए बगैर समाज तरक्की नहीं कर सकता।

ये रहे टॉप स्कोरर

चैंपियनशिप में देश से 40 एंट्री आई हैं। शुक्रवार को 40 खिलाड़ियों के पिस्टल और रायफल का इवेंट हुआ। रायफल में टॉप स्कोरर 379 अंकों के साथ कल्पना यादव रहीं। पिस्टल में मनोज कुमार यादव को 365 अंक मिले।

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