कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने फिर एक विवाद पैदा करने वाला बयान दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना रावण से की है।
दिग्विजय ने गाजियाबाद में आम आदमी पार्टी के दफ्तर पर हमले के मामले में संघ परिवार और भाजपा को आड़े हाथ लिया है।
दिग्विजय ने कहा कि वह 'आप' के दफ्तर पर हमले का कड़ी भर्त्सना करते हैं। आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आप के दफ्तर पर हमला किया लेकिन भाजपा अपनी रणनीति के तहत हमेशा की तरह खुद को इससे अलग रखने की कोशिश कर रही है।
आरएसएस और भाजपा के मुखर विरोधी दिग्विजय ने अपने ट्वीट में कहा कि संघ के डेढ़ सौ से ज्यादा संगठन हैं। इन सबकी जड़ें संघ में हैं। एक तरफ यह चोट करता है तो दूसरी ओर मरहम लगाता है। यह कई चेहरे वाला संगठन है। क्या यह हमें रावण की याद नहीं दिलाता, जिसका शरीर तो एक था लेकिन चेहरे दस थे।
सिंह ने यह टिप्पणी कौशांबी में आप के दफ्तर पर संघ कार्यकर्ताओं के हमले की बाद की। ये कार्यकर्ता जम्मू-कश्मीर में सेना की मौजूदगी के बारे में आप के वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण के बयान का विरोध कर रहे थे।
ईंट-पत्थरों और लाठियों से लैस हिंदू रक्षा दल के लगभग 40 कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर से थोड़ी ही दूर पर बने आप के दफ्तर पर हमला कर दिया था। इस आरोप के बाद आप और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह हमला प्रशांत भूषण और उनकी हत्या करने के लिए किया गया था। प्रशांत भूषण का कहना था भाजपा आप की बढ़ती लोकप्रियता से घबराई हुई है।
दिग्विजय ने गाजियाबाद में आम आदमी पार्टी के दफ्तर पर हमले के मामले में संघ परिवार और भाजपा को आड़े हाथ लिया है।
दिग्विजय ने कहा कि वह 'आप' के दफ्तर पर हमले का कड़ी भर्त्सना करते हैं। आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आप के दफ्तर पर हमला किया लेकिन भाजपा अपनी रणनीति के तहत हमेशा की तरह खुद को इससे अलग रखने की कोशिश कर रही है।
आरएसएस और भाजपा के मुखर विरोधी दिग्विजय ने अपने ट्वीट में कहा कि संघ के डेढ़ सौ से ज्यादा संगठन हैं। इन सबकी जड़ें संघ में हैं। एक तरफ यह चोट करता है तो दूसरी ओर मरहम लगाता है। यह कई चेहरे वाला संगठन है। क्या यह हमें रावण की याद नहीं दिलाता, जिसका शरीर तो एक था लेकिन चेहरे दस थे।
सिंह ने यह टिप्पणी कौशांबी में आप के दफ्तर पर संघ कार्यकर्ताओं के हमले की बाद की। ये कार्यकर्ता जम्मू-कश्मीर में सेना की मौजूदगी के बारे में आप के वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण के बयान का विरोध कर रहे थे।
ईंट-पत्थरों और लाठियों से लैस हिंदू रक्षा दल के लगभग 40 कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर से थोड़ी ही दूर पर बने आप के दफ्तर पर हमला कर दिया था। इस आरोप के बाद आप और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह हमला प्रशांत भूषण और उनकी हत्या करने के लिए किया गया था। प्रशांत भूषण का कहना था भाजपा आप की बढ़ती लोकप्रियता से घबराई हुई है।
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