
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री का मामला काफी गरमा गया है। खबर है कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी है।
पढ़ें, सावधान! इस बार मकर संक्रांति है 'अशुभ'
ये विधायक सीएम पद के दावेदार हरीश रावत का विरोध कर रहे हैं, जिस बाबत इन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। उत्तराखंड के नए सीएम के लिए काफी समय से हरीश रावत का नाम सामने आ रहा था।
मुलाकातों का दौर भी जारी
इससे पहले सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे दिल्ली में जमे मंत्री विधान सभा सत्र के लिए वापस देहरादून लौट आए थे। विधायकों और मंत्रियों का मुख्यमंत्री से मुलाकात का दौर भी जारी रहा। इस बीच बहुगुणा कैंप पीडीएफ के मंत्रियों को भी खोजता रहा पर देर शाम तक इनकी मुलाकात सीएम से नहीं हो पाई थी।
पढ़ें, मॉडल चलाती है जिस्म फरोशी की धंधा
शनिवार तक कैबिनेट मंत्री इंदिरा हृदयेश, हरक सिंह और प्रीतम सिंह दिल्ली में ही थे। रविवार देर रात ये दून लौट आए। सोमवार को सत्र शुरू हो रहा है और साथ ही राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद कैबिनेट भी है। ऐसे में मंत्रियों का लौटना भी जरूरी हो गया था।
रविवार को बहुगुणा कैंप सब कुछ सामान्य होने वाले अंदाज में सक्र्रिय नजर आया। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा खुद कुछ कार्यक्रमों में व्यस्त रहे। इसके अलावा उनकी ओर से मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात का दौर भी जारी रहा।
विधायकों की सीएम से हुई बातचीत
धारचुला विधायक हरीश धामी और कपकोट विधायक ललित फर्सवाण मुख्यमंत्री से मिले। ये दोनों ही हरीश रावत कैंप के खास विधायक माने जाते हैं। दोनों ही विधायकों की सीएम से करीब 25 मिनट की बातचीत भी हुई।
पढ़ें, 'जिसका नहीं मां-बाप, वो है आप'
राजस्व मंत्री यशपाल आर्य भी सीएम से मिले। आर्य ने कहा कि यह सामान्य मुलाकात थी और मुख्यमंत्री से विकास के मुद्दे पर बातचीत हुई। रविवार का दिन वैसे बहुगुणा कैंप के लिए पीडीएफ को खोजने के नाम भी रहा।
पढ़ें, सिरफिरे 'आशिक' के खौफ में जीने को मजबूर लड़की
सूत्रों के मुताबिक पीडीएफ के मंत्रियों की देर रात तक भी सीएम से मुलाकात नही हो पाई थी। उधर पीडीएफ के ही एक मंत्री ने कहा कि उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया और वे अपने काम में व्यस्त थे।
पढ़ें, सावधान! इस बार मकर संक्रांति है 'अशुभ'
ये विधायक सीएम पद के दावेदार हरीश रावत का विरोध कर रहे हैं, जिस बाबत इन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। उत्तराखंड के नए सीएम के लिए काफी समय से हरीश रावत का नाम सामने आ रहा था।
मुलाकातों का दौर भी जारी
इससे पहले सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे दिल्ली में जमे मंत्री विधान सभा सत्र के लिए वापस देहरादून लौट आए थे। विधायकों और मंत्रियों का मुख्यमंत्री से मुलाकात का दौर भी जारी रहा। इस बीच बहुगुणा कैंप पीडीएफ के मंत्रियों को भी खोजता रहा पर देर शाम तक इनकी मुलाकात सीएम से नहीं हो पाई थी।
पढ़ें, मॉडल चलाती है जिस्म फरोशी की धंधा
शनिवार तक कैबिनेट मंत्री इंदिरा हृदयेश, हरक सिंह और प्रीतम सिंह दिल्ली में ही थे। रविवार देर रात ये दून लौट आए। सोमवार को सत्र शुरू हो रहा है और साथ ही राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद कैबिनेट भी है। ऐसे में मंत्रियों का लौटना भी जरूरी हो गया था।
रविवार को बहुगुणा कैंप सब कुछ सामान्य होने वाले अंदाज में सक्र्रिय नजर आया। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा खुद कुछ कार्यक्रमों में व्यस्त रहे। इसके अलावा उनकी ओर से मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात का दौर भी जारी रहा।
विधायकों की सीएम से हुई बातचीत
धारचुला विधायक हरीश धामी और कपकोट विधायक ललित फर्सवाण मुख्यमंत्री से मिले। ये दोनों ही हरीश रावत कैंप के खास विधायक माने जाते हैं। दोनों ही विधायकों की सीएम से करीब 25 मिनट की बातचीत भी हुई।
पढ़ें, 'जिसका नहीं मां-बाप, वो है आप'
राजस्व मंत्री यशपाल आर्य भी सीएम से मिले। आर्य ने कहा कि यह सामान्य मुलाकात थी और मुख्यमंत्री से विकास के मुद्दे पर बातचीत हुई। रविवार का दिन वैसे बहुगुणा कैंप के लिए पीडीएफ को खोजने के नाम भी रहा।
पढ़ें, सिरफिरे 'आशिक' के खौफ में जीने को मजबूर लड़की
सूत्रों के मुताबिक पीडीएफ के मंत्रियों की देर रात तक भी सीएम से मुलाकात नही हो पाई थी। उधर पीडीएफ के ही एक मंत्री ने कहा कि उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया और वे अपने काम में व्यस्त थे।
No comments:
Post a Comment