
बिहार में कांग्रेस और लालू प्रसाद यादव की राजद के बीच गठबंधन तय माना जा रहा है। मगर इस जोड़ी में तीसरी कड़ी के तौर पर रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी शामिल होगी या नहीं, इसे लेकर संशय बना हुआ है।
पासवान ने लालू यादव और कांग्रेस पर ज्यादा सीटें देने का दबाव बना रखा है। इस सिलसिले में पासवान अपने बेटे चिराग पासवान को लेकर सोनिया से बुधवार को मिले।
सूत्रों का कहना है कि पासवान ने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं। यह बात उन्होंने सोनिया गांधी को भी बता दी है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अगर लालू यादव उन्हें ज्यादा सीटें नहीं देते तो वह नीतीश कुमार या फिर भाजपा के साथ भी गठबंधन कर सकते हैं।
राजद पासवान को ज्यादा से ज्यादा 8 सीटें देने को तैयार हैं। मगर लोजपा प्रमुख 12 सीटें चाहते हैं। बात इसी मुद्दे को लेकर अटकी हुई है। कांग्रेस दोनों के बीच मध्यस्थ का काम कर रही है। मगर पासवान अपनी जिद नहीं छोड़ रहे हैं।
जबकि लालू यादव ज्यादा दरियादिली दिखाना नहीं चाह रहे। वह 20 सीटों के अंदर अंदर कांग्रेस, लोजपा और एनसीपी को निपटाने की कोशिश में हैं।
साथ ही लालू लोजपा के मुकाबले कांग्रेस को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। वह कांग्रेस को 12 सीटें देने के लिए तैयार हैं। पासवान ने सोनिया से मुलाकात कर उनके सामने विकल्प रख दिए है।
पासवान ने कहा है कि लालू यादव ऐसे ही कंजूसी करते रहेंगे तो उन्हें अपना रास्ता अलग करना होगा। उन्होंने अपने विकल्प खुले रखे हैं।
सूत्रों के मुताबिक पासवान ने दांव चला है कि जदयू उन्हें 14 सीटें देने के लिए तैयार है, जबकि भाजपा भी उन पर डोरे डाल रही है। इसलिए वह अपना रास्ता अलग कर सकते हैं।
पासवान ने लालू यादव और कांग्रेस पर ज्यादा सीटें देने का दबाव बना रखा है। इस सिलसिले में पासवान अपने बेटे चिराग पासवान को लेकर सोनिया से बुधवार को मिले।
सूत्रों का कहना है कि पासवान ने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं। यह बात उन्होंने सोनिया गांधी को भी बता दी है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अगर लालू यादव उन्हें ज्यादा सीटें नहीं देते तो वह नीतीश कुमार या फिर भाजपा के साथ भी गठबंधन कर सकते हैं।
राजद पासवान को ज्यादा से ज्यादा 8 सीटें देने को तैयार हैं। मगर लोजपा प्रमुख 12 सीटें चाहते हैं। बात इसी मुद्दे को लेकर अटकी हुई है। कांग्रेस दोनों के बीच मध्यस्थ का काम कर रही है। मगर पासवान अपनी जिद नहीं छोड़ रहे हैं।
जबकि लालू यादव ज्यादा दरियादिली दिखाना नहीं चाह रहे। वह 20 सीटों के अंदर अंदर कांग्रेस, लोजपा और एनसीपी को निपटाने की कोशिश में हैं।
साथ ही लालू लोजपा के मुकाबले कांग्रेस को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। वह कांग्रेस को 12 सीटें देने के लिए तैयार हैं। पासवान ने सोनिया से मुलाकात कर उनके सामने विकल्प रख दिए है।
पासवान ने कहा है कि लालू यादव ऐसे ही कंजूसी करते रहेंगे तो उन्हें अपना रास्ता अलग करना होगा। उन्होंने अपने विकल्प खुले रखे हैं।
सूत्रों के मुताबिक पासवान ने दांव चला है कि जदयू उन्हें 14 सीटें देने के लिए तैयार है, जबकि भाजपा भी उन पर डोरे डाल रही है। इसलिए वह अपना रास्ता अलग कर सकते हैं।
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