
गोवा में पणजी से 70 किलोमीटर दूर कनाकोना शहर में शनिवार को एक निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत के ढहने से कम से कम 13 मजदूर जिंदा दफन हो गए, जबकि मलबे में अभी भी 40 और लोगों के दबे होने की आशंका बताई जा रही है।
अपना स्थानीय कार्यक्रम का दौरा रद्द कर घटना स्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा, 'दोपहर बाद तकरीबन तीन बजे ढही इमारत के मलबे से अब तक 23 लोगों को निकाला जा चुका है, मगर इनमें से 13 लोगों की मौत हो चुकी थी।'
उन्होंने बताया कि मलबे में अभी भी 40 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका होने के चलते राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना की दो टुकड़ियां भी लगा दी गई हैं। हालांकि मलबे में दबे लोगों की सही संख्या का पता नहीं लग पाया है।
पार्रिकर ने कहा कि मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस घटना में निर्माणाधीन इमारत रूबी रेजीडेंसी के कांट्रैक्टर, बिल्डर और संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इमारत ताश के पत्तों की तरह उस समय भरभराकर ढह गई, जब इमारत के निर्माण कार्य में कई मजदूर लगे हुए थे।
अपना स्थानीय कार्यक्रम का दौरा रद्द कर घटना स्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा, 'दोपहर बाद तकरीबन तीन बजे ढही इमारत के मलबे से अब तक 23 लोगों को निकाला जा चुका है, मगर इनमें से 13 लोगों की मौत हो चुकी थी।'
उन्होंने बताया कि मलबे में अभी भी 40 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका होने के चलते राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना की दो टुकड़ियां भी लगा दी गई हैं। हालांकि मलबे में दबे लोगों की सही संख्या का पता नहीं लग पाया है।
पार्रिकर ने कहा कि मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस घटना में निर्माणाधीन इमारत रूबी रेजीडेंसी के कांट्रैक्टर, बिल्डर और संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इमारत ताश के पत्तों की तरह उस समय भरभराकर ढह गई, जब इमारत के निर्माण कार्य में कई मजदूर लगे हुए थे।
No comments:
Post a Comment