!['मैं अन्ना हूं' वाली टोपी पहन कैदी ने अस्पताल में काटा हंगामा kejriwal supporter furore in hospital](http://img.amarujala.com/2013/12/19/aap-52b28b107e5ab_exl.jpg)
जिला जेल से इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचा कैदी सिर पर 'मैं अन्ना हूं' की टोली लगाकर मंगलवार को जमकर हंगामा किया।
खुद को अन्ना और केजरीवाल का समर्थक बताते हुए लोगों से कह रहा था कि अब दिल्ली में आम आदमी को मूल सुविधाएं और उनका अधिकार मिल गया है।
समाज से भ्रष्टाचार खत्म होने का समय नजदीक आ रहा है। उसने एक पत्रक की प्रति भी पत्रकारों को दी। कैदी को ठंड लग गई थी। उसे बुखार भी था। जिला जेल की पुलिस उसे इलाज के लिए लेकर आई थी।
मंगलवार दोपहर अचानक जिला अस्पताल परिसर में 'मैं अन्ना हूं' की आवाज गूंजी और थोड़ी ही देर में वहीं भीड़ लग गई। जिला कारागार में एनडीपीएस एक्ट में बंद मारकंडेय सिंह पुत्र भरत सिंह निवासी सहतवार ने पुलिस कस्टडी के बाद भी हंगामा किया।
वह भ्रष्ट पुलिस अफसरों और सिपाहियों को गाली दे रहा था। उसे देखने के लिए दर्जनों लोगों की भीड़ जुट गई थी। बाद में कोतवाली पुलिस ने लोगों को हटाना चाहा लेकिन लोग उसे घेर ले रहे थे।
उसने एक डीएम और एसपी को सौंपे गए एक पत्रक की प्रति भी पत्रकारों को उपलब्ध कराई। पत्रक दो दिन पूर्व किसी परिचित के माध्यम से वह अधिकारियों को भेजवाया था।
पत्रक में बताया है कि वह शहर के कुंवर सिंह पीजी कॉलेज का पूर्व महामंत्री भी रह चुका है। इसमें कहा कि उसने और उसकी टीम सहतवार क्षेत्र में अवैध शराब, गांजा, लाटरी और हेरोइन बंद कराने के लिए अफसरों से मिले थे। मारकंडेय ने बताया कि पुलिस ने उसपर एनडीपीएस की धारा लगाया।
उसी मामले में वारंट जारी हुआ और गिरफ्तार कर चालान कर दिया गया। पत्रक में मारकंडेय ने लिखा था कि अब विकास का पहिया चलेगा और देश तरक्की करेगा।
खुद को अन्ना और केजरीवाल का समर्थक बताते हुए लोगों से कह रहा था कि अब दिल्ली में आम आदमी को मूल सुविधाएं और उनका अधिकार मिल गया है।
समाज से भ्रष्टाचार खत्म होने का समय नजदीक आ रहा है। उसने एक पत्रक की प्रति भी पत्रकारों को दी। कैदी को ठंड लग गई थी। उसे बुखार भी था। जिला जेल की पुलिस उसे इलाज के लिए लेकर आई थी।
मंगलवार दोपहर अचानक जिला अस्पताल परिसर में 'मैं अन्ना हूं' की आवाज गूंजी और थोड़ी ही देर में वहीं भीड़ लग गई। जिला कारागार में एनडीपीएस एक्ट में बंद मारकंडेय सिंह पुत्र भरत सिंह निवासी सहतवार ने पुलिस कस्टडी के बाद भी हंगामा किया।
वह भ्रष्ट पुलिस अफसरों और सिपाहियों को गाली दे रहा था। उसे देखने के लिए दर्जनों लोगों की भीड़ जुट गई थी। बाद में कोतवाली पुलिस ने लोगों को हटाना चाहा लेकिन लोग उसे घेर ले रहे थे।
उसने एक डीएम और एसपी को सौंपे गए एक पत्रक की प्रति भी पत्रकारों को उपलब्ध कराई। पत्रक दो दिन पूर्व किसी परिचित के माध्यम से वह अधिकारियों को भेजवाया था।
पत्रक में बताया है कि वह शहर के कुंवर सिंह पीजी कॉलेज का पूर्व महामंत्री भी रह चुका है। इसमें कहा कि उसने और उसकी टीम सहतवार क्षेत्र में अवैध शराब, गांजा, लाटरी और हेरोइन बंद कराने के लिए अफसरों से मिले थे। मारकंडेय ने बताया कि पुलिस ने उसपर एनडीपीएस की धारा लगाया।
उसी मामले में वारंट जारी हुआ और गिरफ्तार कर चालान कर दिया गया। पत्रक में मारकंडेय ने लिखा था कि अब विकास का पहिया चलेगा और देश तरक्की करेगा।
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