
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के प्रमुख आशुतोष महाराज का शरीर अब फ्रीजर में रख दिया गया है। उनके शरीर को शून्य डिग्री तापमान मुहैया करवाया गया है।
चिकित्सक ने फिर उन्हें क्लीनिकल डेड बताया है, वहीं प्रबंधकों व सेवादारों का कहना है कि वे गहन समाधि में हैं। उनका तर्क है कि हिमालय में शून्य डिग्री से भी कम तापमान होता है। वहां पर ही साधु संत समाधि के लिए जाते हैं।
सोमवार को प्रेस वार्ता में चंडीगढ़ से आए चिकित्सक ने कहा कि महाराज आशुतोष के शरीर की त्वचा रंग बदलने लगी है, इसलिए फ्रीजर का इस्तेमाल किया गया है।
सोमवार को दिव्य ज्योति जागृति संस्थान नूरमहल में प्रेस वार्ता में साध्वी जया भारती, साध्वी पतेश्वरी भारती, स्वामी विशालानंद, स्वामी अरविंदानंद, स्वामी आदित्यानंद, स्वामी नरिंदरानंद के अलावा चंडीगढ़ से आए डॉक्टर हरपाल मौजूद थे।
स्वामी विशालानंद व साध्वी जया भारती ने कहा कि जब संत लोग समाधि में चले जाते हैं तो हमारा फर्ज बनता है कि उनके शरीर की देखभाल करें।
महाराज आशुतोष कितने दिन फ्रीजर में रहेंगे, इस पर किसी का कोई उत्तर नहीं था। स्वामी आदित्यानंद ने कहा कि ऐसी तमाम खबरें गलत हैं कि डेरे की संपत्ति का विवाद है। डेरे की गवर्निग बॉडी है जो पूरा संचालन कर रही है।
चिकित्सक ने फिर उन्हें क्लीनिकल डेड बताया है, वहीं प्रबंधकों व सेवादारों का कहना है कि वे गहन समाधि में हैं। उनका तर्क है कि हिमालय में शून्य डिग्री से भी कम तापमान होता है। वहां पर ही साधु संत समाधि के लिए जाते हैं।
सोमवार को प्रेस वार्ता में चंडीगढ़ से आए चिकित्सक ने कहा कि महाराज आशुतोष के शरीर की त्वचा रंग बदलने लगी है, इसलिए फ्रीजर का इस्तेमाल किया गया है।
सोमवार को दिव्य ज्योति जागृति संस्थान नूरमहल में प्रेस वार्ता में साध्वी जया भारती, साध्वी पतेश्वरी भारती, स्वामी विशालानंद, स्वामी अरविंदानंद, स्वामी आदित्यानंद, स्वामी नरिंदरानंद के अलावा चंडीगढ़ से आए डॉक्टर हरपाल मौजूद थे।
स्वामी विशालानंद व साध्वी जया भारती ने कहा कि जब संत लोग समाधि में चले जाते हैं तो हमारा फर्ज बनता है कि उनके शरीर की देखभाल करें।
महाराज आशुतोष कितने दिन फ्रीजर में रहेंगे, इस पर किसी का कोई उत्तर नहीं था। स्वामी आदित्यानंद ने कहा कि ऐसी तमाम खबरें गलत हैं कि डेरे की संपत्ति का विवाद है। डेरे की गवर्निग बॉडी है जो पूरा संचालन कर रही है।
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