फल-सब्जियों की कीमतों से मिली राहत पर दूध की महंगाई भारी पड़ने लगी है। नौ महीने में तीन बार दूध के दाम बढ़ चुके हैं।
इस साल देश से जिस तरह मिल्क पाउडर का निर्यात बढ़ा है। दूध कंपनियां गर्मियों के लिए मिल्क पाउडर का स्टॉक तैयार रही हैं। इसके चलते आने वाले दिनों में दाम बढ़ना तय है।
हालांकि, कीमतों में वृद्धि के पीछे कंपनियां दूध खरीद की बढ़ती लागत को वजह बता रही हैं लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान 25 से 32 रुपए प्रति लीटर दूध बेच रहे हैं। यही दूध बड़े शहरों में 46 रुपए प्रति लीटर है।
किसानों को बेहतर दाम देने के लिए बढ़ाई कीमतें
देश में सबसे बड़ी दूध विक्रेता अमूल और दिल्ली एनसीआर की सबसे बड़ी दूध विक्रेता मदर डेयरी ने दूध के दाम दो रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं।
मिल्क पाउडर की उपलब्धता के संकट का अंदाजा सरकार को भी है यही वजह है कि इस मुद्दे पर हाल ही में पशुपालन विभाग के सचिव ने डेयरी उद्योग के साथ बैठक की थी।
मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक एस. नागराजन ने अमर उजाला को बताया कि दूध की मांग हर साल 9-10 फीसदी की दर से बढ़ रही है, जिसे पूरा करने के लिए मदर डेयरी पश्चिमी यूपी, गुजरात, राजस्थान और पंजाब से दूध खरीदती है।
उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी यूपी में दूध खरीद पर 35-36 रुपए प्रति लीटर खर्च आ रहा है। किसानों को बेहतर दाम देने के लिए कीमतें बढ़ाई गई हैं।
अमूल के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढी ने बताया कि वैश्विक बाजार में दूध के दाम एक साल में करीब 23 फीसदी बढ़े हैं, जबकि अमूल ने 10 फीसदी दाम बढ़ाए। सोढी का कहना है कि इससे शहरी उपभोक्ता की मुश्किलें बढ़ी हैं लेकिन किसानों को बेहतर दाम मिल रहा है।
मिल्क पाउडर के निर्यात का खेल
दूध के दाम बढ़ने के पीछे मिल्क पाउडर का निर्यात भी एक बड़ी वजह है। डेयरी विशेषज्ञ डॉ. आरएस खन्ना ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में मिल्क पाउडर का निर्यात 5000 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है।
वैश्विक बाजार में मिल्क पाउडर का दाम 4000 डॉलर प्रति टन मिल रहा है जो करीब 250 रुपए किलो बैठता है। इसके चलते काफी दूध पाउडर में कनवर्ट किया जा रहा है। वहीं डेयरी उद्योग के सूत्रों का कहना है कि कई कंपनियां गर्मियों के लिए मिल्क पाउडर का स्टोर कर रही हैं।
इस साल देश से जिस तरह मिल्क पाउडर का निर्यात बढ़ा है। दूध कंपनियां गर्मियों के लिए मिल्क पाउडर का स्टॉक तैयार रही हैं। इसके चलते आने वाले दिनों में दाम बढ़ना तय है।
हालांकि, कीमतों में वृद्धि के पीछे कंपनियां दूध खरीद की बढ़ती लागत को वजह बता रही हैं लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान 25 से 32 रुपए प्रति लीटर दूध बेच रहे हैं। यही दूध बड़े शहरों में 46 रुपए प्रति लीटर है।
किसानों को बेहतर दाम देने के लिए बढ़ाई कीमतें
देश में सबसे बड़ी दूध विक्रेता अमूल और दिल्ली एनसीआर की सबसे बड़ी दूध विक्रेता मदर डेयरी ने दूध के दाम दो रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं।
मिल्क पाउडर की उपलब्धता के संकट का अंदाजा सरकार को भी है यही वजह है कि इस मुद्दे पर हाल ही में पशुपालन विभाग के सचिव ने डेयरी उद्योग के साथ बैठक की थी।
मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक एस. नागराजन ने अमर उजाला को बताया कि दूध की मांग हर साल 9-10 फीसदी की दर से बढ़ रही है, जिसे पूरा करने के लिए मदर डेयरी पश्चिमी यूपी, गुजरात, राजस्थान और पंजाब से दूध खरीदती है।
उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी यूपी में दूध खरीद पर 35-36 रुपए प्रति लीटर खर्च आ रहा है। किसानों को बेहतर दाम देने के लिए कीमतें बढ़ाई गई हैं।
अमूल के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढी ने बताया कि वैश्विक बाजार में दूध के दाम एक साल में करीब 23 फीसदी बढ़े हैं, जबकि अमूल ने 10 फीसदी दाम बढ़ाए। सोढी का कहना है कि इससे शहरी उपभोक्ता की मुश्किलें बढ़ी हैं लेकिन किसानों को बेहतर दाम मिल रहा है।
मिल्क पाउडर के निर्यात का खेल
दूध के दाम बढ़ने के पीछे मिल्क पाउडर का निर्यात भी एक बड़ी वजह है। डेयरी विशेषज्ञ डॉ. आरएस खन्ना ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में मिल्क पाउडर का निर्यात 5000 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है।
वैश्विक बाजार में मिल्क पाउडर का दाम 4000 डॉलर प्रति टन मिल रहा है जो करीब 250 रुपए किलो बैठता है। इसके चलते काफी दूध पाउडर में कनवर्ट किया जा रहा है। वहीं डेयरी उद्योग के सूत्रों का कहना है कि कई कंपनियां गर्मियों के लिए मिल्क पाउडर का स्टोर कर रही हैं।
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