लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत का असली खाका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की काशी में 12 से 16 फरवरी तक चलने वाली बैठक में ही खींचा जाएगा।
उसी के आधार पर आगे की कार्ययोजना बनेगी। बैठक में 14 फरवरी का दिन काफी महत्वपूर्ण होगा। इस दिन संघ परिवार के सभी संगठनों के प्रदेश प्रमुख संघ प्रमुख मोहन भागवत के सामने होंगे।
इसी बैठक में संघ की तरफ से विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए लोगों का फीडबैक भी रखा जाएगा। साथ ही लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श होगा।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा के बारे में जमीनी जानकारी जुटाने के लिए संघ की तरफ से लगाए गए लोगों को इस बैठक में पूरे फीडबैक के साथ पहुंचने को कहा गया है।
इस फीडबैक के आधार पर संघ अपने निष्कर्ष निकालेगा। साथ ही उन सीटों को चिह्नित करेगा जो पार्टी के लिए अब भी चुनौती बने हुए हैं।
दावेदारों से लेकर विभिन्न सीटों के समीकरणों की स्थिति पर संघ के लोगों का आकलन भी इसी बैठक में रखा जाएगा।
फिर उस पर भाजपा के लोगों से बातचीत की जाएगी। बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) राकेश जैन को भी बुलाया गया है।
प्रत्याशियों के पैनल को देंगे अंतिम रूप
बैठक में भाजपा के फीडबैक और संघ की तरफ से जुटाए गए फीडबैक को सामने रखकर यूपी में संघ परिवार के प्रमुख लोगों से बातचीत की जाएगी। वहीं भाजपा की तरफ से तैयार की गई दावेदारों की रिपोर्ट की समीक्षा भी होगी। इसी के साथ प्रत्याशियों के पैनल को लगभग अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
बताया जाता है कि वैसे तो भाजपा के प्रमुख केंद्रीय नेता और प्रदेश प्रभारी अमित शाह संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ इस सिलसिले में काफी चर्चा कर चुके हैं।
पार्टी की तरफ से जुटाए गए तथ्य और फीडबैक से भी उन्हें अवगत करा चुके हैं।
पर, काशी बैठक का महत्व इसलिए है कि किसी दावेदार पर यदि संघ परिवार के किसी संगठन के बारे में कोई जानकारी आती है तो जरूरी होने पर संशोधन कर लिया जाए।
साथ ही विभिन्न संगठनों के बीच चुनाव के दौरान तालमेल, समन्वय और भूमिका का भी खाका खींचा जा सके।
उसी के आधार पर आगे की कार्ययोजना बनेगी। बैठक में 14 फरवरी का दिन काफी महत्वपूर्ण होगा। इस दिन संघ परिवार के सभी संगठनों के प्रदेश प्रमुख संघ प्रमुख मोहन भागवत के सामने होंगे।
इसी बैठक में संघ की तरफ से विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए लोगों का फीडबैक भी रखा जाएगा। साथ ही लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श होगा।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा के बारे में जमीनी जानकारी जुटाने के लिए संघ की तरफ से लगाए गए लोगों को इस बैठक में पूरे फीडबैक के साथ पहुंचने को कहा गया है।
इस फीडबैक के आधार पर संघ अपने निष्कर्ष निकालेगा। साथ ही उन सीटों को चिह्नित करेगा जो पार्टी के लिए अब भी चुनौती बने हुए हैं।
दावेदारों से लेकर विभिन्न सीटों के समीकरणों की स्थिति पर संघ के लोगों का आकलन भी इसी बैठक में रखा जाएगा।
फिर उस पर भाजपा के लोगों से बातचीत की जाएगी। बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) राकेश जैन को भी बुलाया गया है।
प्रत्याशियों के पैनल को देंगे अंतिम रूप
बैठक में भाजपा के फीडबैक और संघ की तरफ से जुटाए गए फीडबैक को सामने रखकर यूपी में संघ परिवार के प्रमुख लोगों से बातचीत की जाएगी। वहीं भाजपा की तरफ से तैयार की गई दावेदारों की रिपोर्ट की समीक्षा भी होगी। इसी के साथ प्रत्याशियों के पैनल को लगभग अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
बताया जाता है कि वैसे तो भाजपा के प्रमुख केंद्रीय नेता और प्रदेश प्रभारी अमित शाह संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ इस सिलसिले में काफी चर्चा कर चुके हैं।
पार्टी की तरफ से जुटाए गए तथ्य और फीडबैक से भी उन्हें अवगत करा चुके हैं।
पर, काशी बैठक का महत्व इसलिए है कि किसी दावेदार पर यदि संघ परिवार के किसी संगठन के बारे में कोई जानकारी आती है तो जरूरी होने पर संशोधन कर लिया जाए।
साथ ही विभिन्न संगठनों के बीच चुनाव के दौरान तालमेल, समन्वय और भूमिका का भी खाका खींचा जा सके।
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