
यूपी में रैली के जरिए चल रही मुलायम-मोदी की सियासी कुश्ती में मोदी ने मुलायम पर उन्हीं का दांव खेल दिया।
मोदी ने मुलायम के ही एक बयान को उठाकर कुछ ऐसा घुमाया कि अपने ही दांव में मुलायम चारों खाने चित हो गए।
बजट पर फंस गए मुलायम
बीते दिनों सपा सुप्रीमो मुलायम ने बयान दिया था कि यूपी में तो समाज कल्याण का बजट ही गुजरात के कुल बजट से ज्यादा है। मुलायम ने सोचा था इस पर वाहवाही मिलेगी, लेकिन मोदी ने बाजी मार ली।
मोदी ने तंज कसते हुए कहा, 'नेताजी, ये आपने गलती से सच बोल दिया। हां, मेरे गुजरात का कुल बजट आपके समाज कल्याण के बजट से कम है। लेकिन, फिर भी वहां तो लोग खुश हैं। अब गुजरात दंगा मुक्त प्रदेश है। आपके यूपी में लोग बर्बाद क्यों हैं?'
मोदी का इतना कहना था कि रैली में मौजूद जनसमूह में खुशी की लहर सी दौड़ गई।
मोदी ने मेरठ की शंखनाद रैली में उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को दंगा कराने वाली पार्टी करार देते हुए जबरदस्त हमले बोले।
मोदी ने कहा कि इस प्रदेश में इतनी क्षमता होने के बावजूद यहां लगातार सिर्फ अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि मुलायम के यूपी में आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर अपराध में 240 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसी तरह उन्होंने कई और एक्ट का हवाला देते हुए यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
इस बार मां नहीं, बहन और बेटी
यूपी की अपनी पुरानी सभी रैलियों में मोदी यूपी की मां की बात करते थे, इस बार उन्होंने यूपी की बहन और बेटी से लोगों का दिल छूने की कोशिश की। मोदी ने कहा कि यूपी में बहन-बेटियां सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। यहां गुंडों का राज है। यूपी दंगों का प्रदेश बन चुका है।
मोदी ने कहा कि अगर मेरे हाथ में सत्ता आई तो मैं उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त प्रदेश बना दूंगा।
भ्रष्टाचार का गढ़ है यूपी
मोदी ने यूपी में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने और उसे हर किसी से जोड़ने के लिए बड़ी-बड़ी बात नहीं की। मोदी ने युवाओं की दुखती रग पर हाथ रख दिया। उन्होंने युवाओं से पूछा कि क्या यहां किसी को बिना सिफारिश के नौकरी मिल पाती है। इस पर हुजूम से नहीं की आवाज आई।
मोदी ने कहा कि यही वजह है कि यहां इतना भ्रष्टाचार है। इंटरव्यू की व्यवस्था खत्म करके गुजरात के मॉडल पर ही सरकारी नौकरी देनी चाहिए।
फिर किया पूरा होम वर्क
मोदी ने हमेशा की तरह मेरठ में ही वहां के स्थानीय मुद्दों को बखूबी उठाया। उन्होंने स्थानीय सड़कों से लेकर एयरपोर्ट और हाईकोर्ट की मांग को जायज ठहराते हुए लोगों के भवनात्मक पक्ष को आसानी से छू लिया।
उसके बाद मोदी ने गन्ना किसानों की समस्याओं को गंभीर चर्चा का रूप देते हुए सपा सरकार की खराब नीतियों को इसके इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
मोदी ने मुलायम के ही एक बयान को उठाकर कुछ ऐसा घुमाया कि अपने ही दांव में मुलायम चारों खाने चित हो गए।
बजट पर फंस गए मुलायम
बीते दिनों सपा सुप्रीमो मुलायम ने बयान दिया था कि यूपी में तो समाज कल्याण का बजट ही गुजरात के कुल बजट से ज्यादा है। मुलायम ने सोचा था इस पर वाहवाही मिलेगी, लेकिन मोदी ने बाजी मार ली।
मोदी ने तंज कसते हुए कहा, 'नेताजी, ये आपने गलती से सच बोल दिया। हां, मेरे गुजरात का कुल बजट आपके समाज कल्याण के बजट से कम है। लेकिन, फिर भी वहां तो लोग खुश हैं। अब गुजरात दंगा मुक्त प्रदेश है। आपके यूपी में लोग बर्बाद क्यों हैं?'
मोदी का इतना कहना था कि रैली में मौजूद जनसमूह में खुशी की लहर सी दौड़ गई।
मोदी ने मेरठ की शंखनाद रैली में उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को दंगा कराने वाली पार्टी करार देते हुए जबरदस्त हमले बोले।
मोदी ने कहा कि इस प्रदेश में इतनी क्षमता होने के बावजूद यहां लगातार सिर्फ अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि मुलायम के यूपी में आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर अपराध में 240 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसी तरह उन्होंने कई और एक्ट का हवाला देते हुए यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
इस बार मां नहीं, बहन और बेटी
यूपी की अपनी पुरानी सभी रैलियों में मोदी यूपी की मां की बात करते थे, इस बार उन्होंने यूपी की बहन और बेटी से लोगों का दिल छूने की कोशिश की। मोदी ने कहा कि यूपी में बहन-बेटियां सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। यहां गुंडों का राज है। यूपी दंगों का प्रदेश बन चुका है।
मोदी ने कहा कि अगर मेरे हाथ में सत्ता आई तो मैं उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त प्रदेश बना दूंगा।
भ्रष्टाचार का गढ़ है यूपी
मोदी ने यूपी में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने और उसे हर किसी से जोड़ने के लिए बड़ी-बड़ी बात नहीं की। मोदी ने युवाओं की दुखती रग पर हाथ रख दिया। उन्होंने युवाओं से पूछा कि क्या यहां किसी को बिना सिफारिश के नौकरी मिल पाती है। इस पर हुजूम से नहीं की आवाज आई।
मोदी ने कहा कि यही वजह है कि यहां इतना भ्रष्टाचार है। इंटरव्यू की व्यवस्था खत्म करके गुजरात के मॉडल पर ही सरकारी नौकरी देनी चाहिए।
फिर किया पूरा होम वर्क
मोदी ने हमेशा की तरह मेरठ में ही वहां के स्थानीय मुद्दों को बखूबी उठाया। उन्होंने स्थानीय सड़कों से लेकर एयरपोर्ट और हाईकोर्ट की मांग को जायज ठहराते हुए लोगों के भवनात्मक पक्ष को आसानी से छू लिया।
उसके बाद मोदी ने गन्ना किसानों की समस्याओं को गंभीर चर्चा का रूप देते हुए सपा सरकार की खराब नीतियों को इसके इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
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