
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण में AAP को निशाना बनाए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने शेखर कपूर के ट्वीट को रि-ट्वीट किया है। इसे केजरीवाल के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद फिल्म निर्देशक शेखर कपूर ने ट्वीट किया, "राष्ट्रपति महोदय, ऐक्टिविज्म और अराजकता एक समान नहीं हैं। अराजकता तो 1984 में हुई थी, जब राज्य और पुलिस ने भीड़ को सिखों की हत्या के लिए उकसाया था।"
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शेखर कपूर के इस ट्वीट को रि-ट्वीट किया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने अभिभाषण में इशारों-इशारों में आम आदमी पार्टी (आप) को नसीहत देते हुए दो टूक शब्दों में कहा था कि लोकलुभावन अराजकता सुशासन का विकल्प नहीं हो सकती है। नेताओं को जनता से वही वादे करने चाहिए, जिन्हें वे पूरा कर सकें।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद फिल्म निर्देशक शेखर कपूर ने ट्वीट किया, "राष्ट्रपति महोदय, ऐक्टिविज्म और अराजकता एक समान नहीं हैं। अराजकता तो 1984 में हुई थी, जब राज्य और पुलिस ने भीड़ को सिखों की हत्या के लिए उकसाया था।"
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शेखर कपूर के इस ट्वीट को रि-ट्वीट किया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने अभिभाषण में इशारों-इशारों में आम आदमी पार्टी (आप) को नसीहत देते हुए दो टूक शब्दों में कहा था कि लोकलुभावन अराजकता सुशासन का विकल्प नहीं हो सकती है। नेताओं को जनता से वही वादे करने चाहिए, जिन्हें वे पूरा कर सकें।
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