


- संजय पांचाल, एसओ बाबूगढ़
बेशक रविवार को देशवासी 65वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हों लेकिन पिछले 12 सालों से गुलामों की जिंदगी जी रहे गुजरात के एक युवक कहानी सुनकर लोगों को गुलामी के दिनों की याद ताजा हो जाएगी।
यह युवक शुक्रवार रात गुलामी की जंजीर तोड़कर उत्तर प्रदेश के हापुड़ में कुचेसर रोड चौपला पर पहुंचा और एक दूध कारोबारी की कार के आगे बेहोश हो गया। दूध कारोबारी उसे अपने घर लाया और उसकी आपबीती सुनकर उसकी भी आंख भर आई। अब वह दूध कारोबारी युवक को न्याय दिलाना चाहता है। इसके लिए रविवार को कुचेसर रोड चौपला के लोग एसपी से मिलेंगे।
अहमदाबाद (गुजरात) के थाना कालापुर के गांव काशीबाड़ी निवासी सूरज पुत्र मनिया ने बताया कि करीब 8 साल की उम्र में उसे एक ट्रक चालक रोटी और कपड़ा देने के बहाने हापुड़ ले आया और उसे कुचेसर चौपला और सिंभावली के बीच किसी गांव में एक व्यक्ति को बेच दिया।

बकौल सूरज, उसका मालिक उसे एक गुलाम की तरह रखता था। सुबह एक गिलास छाछ (मटठ) और गुड़ देकर शाम तक उससे काम कराया जाता। शाम के समय उसे दो सूखी रोटी और अचार मिलता। कई बार उसने वहां से भागने की कोशिश की लेकिन मालिक रात के समय उसके कमरे का बाहर ताला लगा देता था और जरा सी गलती होने पर उसका शोषण किया जाता।
सूरज ने बताया कि जब वह अपने मालिक से पढ़ने की बात करता तो उसको डंडों से पीटा जाता। शुक्रवार शाम उसका मालिक गन्ना लेकर क्रय केंद्र पर गया तो मकान को खुला छोड़ गया फिर मौका देखकर वह वहां से भाग निकला। भागते-भागते वह कुचेसर रोड चौपला पहुंचा और अहमदाबाद जाने के लिए लोगों को हाथ देने लगा लेकिन किसी ने अपनी गाड़ी नही रोकी।
इसी दौरान सिखेड़ा स्थित एक दूध प्लांट पर दूध डालकर अपनी कार से लौट रहे कुचेसर रोड चौपला निवासी अमरजीत सिंह ने जब उसके पास अपनी कार रोकी तो सूरज बेहोश हो गया। इसके बाद अमरजीत उसे अपने घर ले गए। होश आने पर सूरज ने आपबीती सुनाई।
पढ़ें, जेल में हैवानियत, विचलित कर देने वाली 9 तस्वीरें
उसकी कहानी सुनकर सभी की आंखें भर आईं। अब सूरज को उसके माता-पिता से मिलवाने का जिम्मा अमरजीत सिंह ने उठाया है। अमरजीत सिंह का कहना है कि वह उसे न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
रविवार को वह कुछ लोगों के साथ सूरज को लेकर एसपी से मिलेंगे। वहीं, बाबूगढ़ एसओ संजय पांचाल का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला नहीं है। यदि पीड़ित थाने पहुंचता है तो वह मामले की जांच करा उचित कार्रवाई करेंगे।
यह युवक शुक्रवार रात गुलामी की जंजीर तोड़कर उत्तर प्रदेश के हापुड़ में कुचेसर रोड चौपला पर पहुंचा और एक दूध कारोबारी की कार के आगे बेहोश हो गया। दूध कारोबारी उसे अपने घर लाया और उसकी आपबीती सुनकर उसकी भी आंख भर आई। अब वह दूध कारोबारी युवक को न्याय दिलाना चाहता है। इसके लिए रविवार को कुचेसर रोड चौपला के लोग एसपी से मिलेंगे।
अहमदाबाद (गुजरात) के थाना कालापुर के गांव काशीबाड़ी निवासी सूरज पुत्र मनिया ने बताया कि करीब 8 साल की उम्र में उसे एक ट्रक चालक रोटी और कपड़ा देने के बहाने हापुड़ ले आया और उसे कुचेसर चौपला और सिंभावली के बीच किसी गांव में एक व्यक्ति को बेच दिया।

बकौल सूरज, उसका मालिक उसे एक गुलाम की तरह रखता था। सुबह एक गिलास छाछ (मटठ) और गुड़ देकर शाम तक उससे काम कराया जाता। शाम के समय उसे दो सूखी रोटी और अचार मिलता। कई बार उसने वहां से भागने की कोशिश की लेकिन मालिक रात के समय उसके कमरे का बाहर ताला लगा देता था और जरा सी गलती होने पर उसका शोषण किया जाता।
सूरज ने बताया कि जब वह अपने मालिक से पढ़ने की बात करता तो उसको डंडों से पीटा जाता। शुक्रवार शाम उसका मालिक गन्ना लेकर क्रय केंद्र पर गया तो मकान को खुला छोड़ गया फिर मौका देखकर वह वहां से भाग निकला। भागते-भागते वह कुचेसर रोड चौपला पहुंचा और अहमदाबाद जाने के लिए लोगों को हाथ देने लगा लेकिन किसी ने अपनी गाड़ी नही रोकी।
इसी दौरान सिखेड़ा स्थित एक दूध प्लांट पर दूध डालकर अपनी कार से लौट रहे कुचेसर रोड चौपला निवासी अमरजीत सिंह ने जब उसके पास अपनी कार रोकी तो सूरज बेहोश हो गया। इसके बाद अमरजीत उसे अपने घर ले गए। होश आने पर सूरज ने आपबीती सुनाई।
पढ़ें, जेल में हैवानियत, विचलित कर देने वाली 9 तस्वीरें
उसकी कहानी सुनकर सभी की आंखें भर आईं। अब सूरज को उसके माता-पिता से मिलवाने का जिम्मा अमरजीत सिंह ने उठाया है। अमरजीत सिंह का कहना है कि वह उसे न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
रविवार को वह कुछ लोगों के साथ सूरज को लेकर एसपी से मिलेंगे। वहीं, बाबूगढ़ एसओ संजय पांचाल का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला नहीं है। यदि पीड़ित थाने पहुंचता है तो वह मामले की जांच करा उचित कार्रवाई करेंगे।
No comments:
Post a Comment