![दंगा: भीतर ही भीतर सुलग रही 'चिंगारी' violent situation in muzaffarnagar](http://img2.amarujala.com/2014/01/26/muzaffarnagar-52e41ab18bb6f_exl.jpg)
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- हरिनारायण सिंह, एसएसपी मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर दंगे की एसआईटी की जांच में दोषी पाए गए आरोपियों की गिरफ्तारी का मुद्दा बवाल खड़ा कर सकता है। फर्जी नामजदगी की जांच प्रक्रिया चार माह से ज्यादा का वक्त ले चुकी है। संगीन वारदातों में गिरफ्तारी न के बराबर हैं। फुगाना में गैंगरेप के 22 आरोपियों में से महज एक को ही पुलिस पकड़ पाई है।
सात सितंबर को मुजफ्फरनगर और शामली इलाके में भड़की हिंसा में 60 से ज्यादा बेगुनाहों की मौत हो गई थी। हिंसा के बाद पीड़ितों ने विभिन्न थानों में 564 मुकदमे दर्ज कराए थे। इनमें छह हजार से अधिक लोगों को नामजद कराया गया था। नामजदगी को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर हंगामा हुआ था। महिलाएं तक सड़कों पर उतर आईं थीं। बीते चार माह से एसआईटी दर्ज मुकदमों की तफ्तीश में जुटी है।
अभी तक जो आरोपी दोषी पाए गए हैं, उनकी सूची संबंधित थानों को भेज दी गई है। जो आरोपी गिरफ्तार हुए, उनमें से अधिकांश जमानत पर छूट आए हैं। हत्या, आगजनी और गैंगरेप जैसे संगीन मामलों में गिरफ्तारी न के बराबर हुई है। फुगाना इलाके में दंगे के दौरान गैंगरेप के छह मामलों में एसआईटी ने 22 लोगों को आरोपी बनाया है, लेकिन गिरफ्तारी महज एक शख्स की हुई है।
पढ़ें, मुजफ्फरनगर दंगा: आरोपी की गिरफ्तारी पर बवाल
हिंसाग्रस्त फुगाना, भौराकलां और शाहपुर इलाके में पुलिस के लिए दंगे के आरोपियों की गिरफ्तारी चुनौती बन गई है। काकड़ा में शनिवार को दंगा पीड़ितों की बाइक जलाने के आरोपी नीटू की गिरफ्तारी के बाद हुआ बवाल भी यही संकेत दे रहा है।
![muzaffarnagar muzaffarnagar](http://img.amarujala.com/2014/01/26/muzaffarnagar-52e41ab18a7b2.jpg)
बताते चलें कि नंगला मंदौड़ की 'बहू-बेटी सम्मान बचाओ महापंचायत' से लौटते हुए सात सितंबर को पुरबालियान में ग्रामीणों पर जो हमला हुआ था, उसमें काकड़ा के तीन लोगों की मौत हो गई थी। यहां से सभी मुस्लिम परिवार खौफ के चलते पलायन कर चुके हैं। अभी भी मुस्लिम बस्ती में सन्नाटा पसरा हुआ है। पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी इस गांव में पहुंचे थे।
कुटबा में भी हो चुका है विरोध
शाहपुर थाने के गांव कुटबा में आरोपियों की गिरफ्तारी को पहुंची पुलिस फोर्स पर पथराव हो गया था। पथराव में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त होने के साथ कई पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए थे। भारी विरोध के चलते एसएसपी एचएन सिंह समेत तमाम अफसरों को अपने कदम पीछे खींचने पड़े थे।
रात को गांव में होगी पंचायत
शाहपुर के गांव काकड़ा निवासी नीटू की गिरफ्तारी और महिलाओं से मारपीट का मामला तूल पकड़ सकता है। भाजपा नेता डॉ. संजीव बालियान और उमेश मलिक के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में पंचायत करने का ऐलान किया है। प्रशासन मौजूदा हालात में बीच का रास्ता निकालने की कोशिश में जुटा है।
सात सितंबर को मुजफ्फरनगर और शामली इलाके में भड़की हिंसा में 60 से ज्यादा बेगुनाहों की मौत हो गई थी। हिंसा के बाद पीड़ितों ने विभिन्न थानों में 564 मुकदमे दर्ज कराए थे। इनमें छह हजार से अधिक लोगों को नामजद कराया गया था। नामजदगी को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर हंगामा हुआ था। महिलाएं तक सड़कों पर उतर आईं थीं। बीते चार माह से एसआईटी दर्ज मुकदमों की तफ्तीश में जुटी है।
अभी तक जो आरोपी दोषी पाए गए हैं, उनकी सूची संबंधित थानों को भेज दी गई है। जो आरोपी गिरफ्तार हुए, उनमें से अधिकांश जमानत पर छूट आए हैं। हत्या, आगजनी और गैंगरेप जैसे संगीन मामलों में गिरफ्तारी न के बराबर हुई है। फुगाना इलाके में दंगे के दौरान गैंगरेप के छह मामलों में एसआईटी ने 22 लोगों को आरोपी बनाया है, लेकिन गिरफ्तारी महज एक शख्स की हुई है।
पढ़ें, मुजफ्फरनगर दंगा: आरोपी की गिरफ्तारी पर बवाल
हिंसाग्रस्त फुगाना, भौराकलां और शाहपुर इलाके में पुलिस के लिए दंगे के आरोपियों की गिरफ्तारी चुनौती बन गई है। काकड़ा में शनिवार को दंगा पीड़ितों की बाइक जलाने के आरोपी नीटू की गिरफ्तारी के बाद हुआ बवाल भी यही संकेत दे रहा है।
![muzaffarnagar muzaffarnagar](http://img.amarujala.com/2014/01/26/muzaffarnagar-52e41ab18a7b2.jpg)
बताते चलें कि नंगला मंदौड़ की 'बहू-बेटी सम्मान बचाओ महापंचायत' से लौटते हुए सात सितंबर को पुरबालियान में ग्रामीणों पर जो हमला हुआ था, उसमें काकड़ा के तीन लोगों की मौत हो गई थी। यहां से सभी मुस्लिम परिवार खौफ के चलते पलायन कर चुके हैं। अभी भी मुस्लिम बस्ती में सन्नाटा पसरा हुआ है। पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी इस गांव में पहुंचे थे।
कुटबा में भी हो चुका है विरोध
शाहपुर थाने के गांव कुटबा में आरोपियों की गिरफ्तारी को पहुंची पुलिस फोर्स पर पथराव हो गया था। पथराव में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त होने के साथ कई पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए थे। भारी विरोध के चलते एसएसपी एचएन सिंह समेत तमाम अफसरों को अपने कदम पीछे खींचने पड़े थे।
रात को गांव में होगी पंचायत
शाहपुर के गांव काकड़ा निवासी नीटू की गिरफ्तारी और महिलाओं से मारपीट का मामला तूल पकड़ सकता है। भाजपा नेता डॉ. संजीव बालियान और उमेश मलिक के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में पंचायत करने का ऐलान किया है। प्रशासन मौजूदा हालात में बीच का रास्ता निकालने की कोशिश में जुटा है।
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