
मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित शरणार्थियों के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से रिश्ते होने की किसी भी स्तर से पुष्टि नहीं हो पाई है।
हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान एक जनसभा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इस आशय संबंधी बयान की गोपनीय जांच में यह नतीजा सामने आया है, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।
पढ़ें, मौलानाओं के निशाने पर क्यों आए 'मुल्ला मुलायम'?
एक चुनावी जनसभा में राहुल गांधी ने कहा था कि दंगे के बाद मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में रह रहे कुछ युवक आईएसआई के संपर्क में हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष के इस बयान से देशभर में खासा सियासी बवाल मचा था, जिसके बाद शासन की खुफिया इकाई सक्रिय हुई। गोपनीय ढंग से हुई जांच में कांग्रेस नेता के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है।
मामले की जांच से जुड़ी खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक टीम ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों, खासकर युवाओं के पैतृक गांवों में जाकर उनके दंगे से पूर्व के क्रियाकलापों की गहनता से जांच की।
इसके साथ ही उनके आपराधिक रिकॉर्ड और अन्य गतिविधियों की भी गोपनीय जांच की गई, जिसमें किसी भी स्तर पर आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
सूत्रों के मुताबिक राहत शिविर में रह रहे दंगा पीड़ितों में से कोई भी युवक आईएसआई या किसी अन्य संदिग्ध एजेंसी के संपर्क में नहीं पाया गया है। इस बाबत पूरी रिपोर्ट मुख्यालय के माध्यम से शासन को भेज दी गई है।
हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान एक जनसभा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इस आशय संबंधी बयान की गोपनीय जांच में यह नतीजा सामने आया है, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।
पढ़ें, मौलानाओं के निशाने पर क्यों आए 'मुल्ला मुलायम'?
एक चुनावी जनसभा में राहुल गांधी ने कहा था कि दंगे के बाद मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में रह रहे कुछ युवक आईएसआई के संपर्क में हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष के इस बयान से देशभर में खासा सियासी बवाल मचा था, जिसके बाद शासन की खुफिया इकाई सक्रिय हुई। गोपनीय ढंग से हुई जांच में कांग्रेस नेता के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है।
मामले की जांच से जुड़ी खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक टीम ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों, खासकर युवाओं के पैतृक गांवों में जाकर उनके दंगे से पूर्व के क्रियाकलापों की गहनता से जांच की।
इसके साथ ही उनके आपराधिक रिकॉर्ड और अन्य गतिविधियों की भी गोपनीय जांच की गई, जिसमें किसी भी स्तर पर आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
सूत्रों के मुताबिक राहत शिविर में रह रहे दंगा पीड़ितों में से कोई भी युवक आईएसआई या किसी अन्य संदिग्ध एजेंसी के संपर्क में नहीं पाया गया है। इस बाबत पूरी रिपोर्ट मुख्यालय के माध्यम से शासन को भेज दी गई है।
No comments:
Post a Comment