
बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के चर्चित विज्ञापन 'अतिथि देवो भव' पर विवाद खड़ा हो गया है। मध्यप्रदेश के बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दो सीनियर सदस्यों ने इस विज्ञापन पर आपत्ति उठाई है।
आयोग के सदस्य विभांशु जोशी और आरएच लता ने भारतीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. कुशल सिंह और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय के सामने इस विज्ञापन को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है। इन सदस्यों ने मांग की है कि विज्ञापन से भारतीय बच्चों को अपमानित करने वाले विवादित हिस्से को तुरंत हटाया जाए।
विभांशु जोशी के मुताबिक, 'अतिथि देवो भव के विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक बच्चा अपनी मां के साथ पुल पर पेशाब कर रहा है और पीछे से कैमरा इसे शूट कर रहा है। विज्ञापन का यह हिस्सा यौन अपराध अधिनियम 2012 के तहत बच्चों की सुरक्षा की धारा 13सी का उल्लंघन है।'
जोशी ने बताया कि धारा 13सी के मुताबिक मीडिया के माध्यम से किसी बच्चे को इस तरह अश्लील तरीके से दिखाना प्रतिबंधित है। इस विज्ञापन से दुनिया के सामने भारतीय बच्चों की गलत छवि पेश्ा होती है। उन्होंने इस हिस्से को विज्ञापन से हटाने की मांग की।
आयोग के सदस्य विभांशु जोशी और आरएच लता ने भारतीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. कुशल सिंह और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय के सामने इस विज्ञापन को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है। इन सदस्यों ने मांग की है कि विज्ञापन से भारतीय बच्चों को अपमानित करने वाले विवादित हिस्से को तुरंत हटाया जाए।
विभांशु जोशी के मुताबिक, 'अतिथि देवो भव के विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक बच्चा अपनी मां के साथ पुल पर पेशाब कर रहा है और पीछे से कैमरा इसे शूट कर रहा है। विज्ञापन का यह हिस्सा यौन अपराध अधिनियम 2012 के तहत बच्चों की सुरक्षा की धारा 13सी का उल्लंघन है।'
जोशी ने बताया कि धारा 13सी के मुताबिक मीडिया के माध्यम से किसी बच्चे को इस तरह अश्लील तरीके से दिखाना प्रतिबंधित है। इस विज्ञापन से दुनिया के सामने भारतीय बच्चों की गलत छवि पेश्ा होती है। उन्होंने इस हिस्से को विज्ञापन से हटाने की मांग की।
No comments:
Post a Comment