
आम आदमी पार्टी (आप) से निष्कासित विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने आखिरकार दिल्ली सरकार से समर्थन वापस ले लिया।
बुधवार को बिन्नी ने इस बारे में उपराज्यपाल को चिट्ठी भेज दी है। विधायक की दलील है कि सरकार वायदे पूरे न करके आम लोगों को धोखा दे रही है। हालांकि उन्होंने जनलोकपाल बिल पर समर्थन की बात कही है।
इससे पहले रविवार को बिन्नी ने दो विधायकों शोएब इकबाल व रामवीर सिंह शौकीन के साथ मिलकर केजरीवाल सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही थी।
साथ ही एक मोर्चा बनाने का दावा भी किया था, लेकिन दूसरे ही दिन शोएब व शौकीन ने समर्थन वापसी से इंकार कर दिया।
अब सिर्फ बिन्नी के समर्थन वापस लेने से दिल्ली सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। सरकार को अभी भी 36 विधायकों को समर्थन हासिल है।
बुधवार को बिन्नी ने इस बारे में उपराज्यपाल को चिट्ठी भेज दी है। विधायक की दलील है कि सरकार वायदे पूरे न करके आम लोगों को धोखा दे रही है। हालांकि उन्होंने जनलोकपाल बिल पर समर्थन की बात कही है।
इससे पहले रविवार को बिन्नी ने दो विधायकों शोएब इकबाल व रामवीर सिंह शौकीन के साथ मिलकर केजरीवाल सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही थी।
साथ ही एक मोर्चा बनाने का दावा भी किया था, लेकिन दूसरे ही दिन शोएब व शौकीन ने समर्थन वापसी से इंकार कर दिया।
अब सिर्फ बिन्नी के समर्थन वापस लेने से दिल्ली सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। सरकार को अभी भी 36 विधायकों को समर्थन हासिल है।
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