
15 दिसंबर को एक 55 साल के आदमी की हत्या हुई, आरोपी के पोते ने पुलिस के सामने अपने दादा की पोल खोल दी और फिर हत्यारे दादा को जाना पड़ा सलाखों के पीछे।
जिस शख्स नरेंद्र मिश्रा का कत्ल हुआ वो खुद भी एक हिस्ट्रीशीटर था। उस पर 26 आपराधिक मामले चल रहे थे। बाणगंगा इलाके में 16 दिसंबर को उसकी लाश मिली थी।
इस कत्ल के पचास दिनों के बाद बाणगंगा पुलिस ने केस सॉल्व करने का दावा करते हुए दो लोगों मनिया पाल (50) और रामेश्वर (35) को बुधवार को गिरफ्तार किया।
खास बात ये रही कि मनिया के भाई रामचंद्र के पोते की मदद से पुलिस इस केस को सॉल्व कर पाई। पुलिस ने कहा कि बच्चे की मदद के बिना हम इस केस को सॉल्व नहीं कर पाते।
मनिया पर 33 आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। पुलिस ने हत्या के पीछे जो कहानी बताई वो भी बेहद चौंकाने वाली है।
पुलिस ने बताया कि नरेंद्र मिश्रा और मनिया दोनों दोस्त थे। इंदौर की सेंट्रल जेल में दो साल पहले दोनों की मुलाकात उस वक्त हुई थी जब दोनों अलग अलग हत्या के मामलों में सजा काट रहे थे।
हत्या से दो दिन पहले दोनों की मुलाकात हुई और मनिया ने नरेंद्र को दावत का न्यौता दिया। पार्टी में शराब और मीट था जिसे दोनों ने खाया। पार्टी के बाद नरेंद्र ने मनिया से मीट को बेकार बताया और उसे गाली भी दी।
इस पर नशे में चूर मनिया और रामेश्वर ने लाठियों से नरेंद्र की पिटाई कर दी और वो मर गया। बच्चा जो पार्टी के वक्त वहां मौजूद था उसने पुलिस को पूरी कहानी बता दी और पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया।
जिस शख्स नरेंद्र मिश्रा का कत्ल हुआ वो खुद भी एक हिस्ट्रीशीटर था। उस पर 26 आपराधिक मामले चल रहे थे। बाणगंगा इलाके में 16 दिसंबर को उसकी लाश मिली थी।
इस कत्ल के पचास दिनों के बाद बाणगंगा पुलिस ने केस सॉल्व करने का दावा करते हुए दो लोगों मनिया पाल (50) और रामेश्वर (35) को बुधवार को गिरफ्तार किया।
खास बात ये रही कि मनिया के भाई रामचंद्र के पोते की मदद से पुलिस इस केस को सॉल्व कर पाई। पुलिस ने कहा कि बच्चे की मदद के बिना हम इस केस को सॉल्व नहीं कर पाते।
मनिया पर 33 आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। पुलिस ने हत्या के पीछे जो कहानी बताई वो भी बेहद चौंकाने वाली है।
पुलिस ने बताया कि नरेंद्र मिश्रा और मनिया दोनों दोस्त थे। इंदौर की सेंट्रल जेल में दो साल पहले दोनों की मुलाकात उस वक्त हुई थी जब दोनों अलग अलग हत्या के मामलों में सजा काट रहे थे।
हत्या से दो दिन पहले दोनों की मुलाकात हुई और मनिया ने नरेंद्र को दावत का न्यौता दिया। पार्टी में शराब और मीट था जिसे दोनों ने खाया। पार्टी के बाद नरेंद्र ने मनिया से मीट को बेकार बताया और उसे गाली भी दी।
इस पर नशे में चूर मनिया और रामेश्वर ने लाठियों से नरेंद्र की पिटाई कर दी और वो मर गया। बच्चा जो पार्टी के वक्त वहां मौजूद था उसने पुलिस को पूरी कहानी बता दी और पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया।
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